पद्म पुरस्कार 2022

25 जनवरी, 2022 को पप्र पुरस्कार 2022 की घोषणा की गई।

  • इस वर्ष राष्ट्रपति ने 128 पप्र पुरस्कारों को प्रदान करने की मंजूरी दी है, जिसमें 2 जोड़ी पुरस्कार (किसी जोड़ी को दिए पुरस्कार की गणना एक पुरस्कार के रूप में की जाती है) भी शामिल हैं।
  • इस सूची में 4 पप्र विभूषण, 17 पप्र भूषण और 107 पप्र श्री पुरस्कार शामिल हैं।
  • पप्र पुरस्कार प्राप्त करने वालों में 34 महिलाएं हैं और इस सूची में 10 व्यक्ति विदेशी/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई श्रेणी के अंतर्गत हैं और 13 व्यक्तियों को मरणोपरांत पुरस्कार दिया गया है।

1. पद्म विभूषण

  • जन सेवाः कल्याण सिंह (मरणोपरांत) (उत्तर प्रदेश)
  • कलाः प्रभा अत्रे’ (महाराष्ट्र)
  • साहित्य और शिक्षाः राधेश्याम खेमका (मरणोपरांत) (उत्तर प्रदेश)
  • सिविल सेवाः जनरल बिपिन रावत (मरणोपरांत) (उत्तराखंड)

2. पद्म भूषण

  • जन सेवाः गुलाम नबी आजाद (जम्मू और कश्मीर) और बुद्धदेव भट्टचार्य (पश्चिम बंगाल)
  • कलाः विक्टर बनर्जी (पश्चिम बंगाल), गुरमीत बावा’ (मरणोपरांत) (पंजाब) और राशिद खान (उत्तर प्रदेश)
  • व्यापार और उद्योगः नटराजन चंद्रशेखरन (महाराष्ट्र), कृष्णा एल्ला और सुचित्र एल्ला’ (जोड़ी) (तेलंगाना), सत्य नारायण नडेला (संयुक्त राज्य अमेरिका), सुंदरराजन पिचाई (संयुक्त राज्य अमेरिका) और साइरस पूनावाला (महाराष्ट्र)
  • साहित्य और शिक्षाः प्रतिभा रे’ (ओडिशा), स्वामी सच्चिदानंद (गुजरात) और वशिष्ठ त्रिपाठी (उत्तर प्रदेश)
  • सिविल सेवाः राजीव महर्षि (राजस्थान)
  • विज्ञान एवं इंजीनियरिंगः संजय राजाराम (मरणोपरांत) (मेक्सिको)
  • खेलः देवेंद्र झाझरिया (राजस्थान)
  • अन्यः मधुर जाफरी’ (पाक कला- संयुक्त राज्य अमेरिका)

3. महत्वपूर्ण पद्म श्री

  • साहित्य और शिक्षाः प्रो. नजमा अख्तर’ (दिल्ली), सिरपी बालासुब्रमण्यम (तमिलनाडु), अखोन असगर अली बशारत (लद्दाख), मारिया क्रिस्टोफर बायर्स्की (पोलैंड), खलील धनतेजवी (मरणोपरांत) (गुजरात), गिरधारी राम घोंजू (मरणोपरांत) (झारखंड), शैबाल गुप्ता (मरणोपरांत) (बिहार), तारा जौहर’ (दिल्ली), रटगर कोर्टेनहॉर्स्ट (आयरलैंड), चिरापत प्रपंडविद्या (थाईलैंड), विश्वमूर्ति शास्त्री (जम्मू-कश्मीर), तातियाना लवोवना शौम्यान’ (रूस), सिद्धलिंगैया (मरणोपरांत) (कर्नाटक), विद्या विंदु सिंह’ (उत्तर प्रदेश) और बडापलिन वार’ (मेघालय)
  • कलाः कमलिनी अस्थाना’ और नलिनी अस्थाना’ (जोड़ी) (उत्तर प्रदेश), माधुरी बर्थवाल’ (उत्तराखंड), सुलोचना चव्हाण’ (महाराष्ट्र), लौरेम्बम बिनो देवी’ (मणिपुर), श्यामामणि देवी’ (ओडिशा), गोसावीदु शेख हसन (मरणोपरांत) (आंध्र प्रदेश), सौकार जानकी’ (तमिलनाडु), आर मुथुकन्नम्मल’ (तमिलनाडु), त्सेरिंग नामग्याल (लद्दाख), सोनू निगम (महाराष्ट्र), शिवनाथ मिश्र (उत्तर प्रदेश), रामचंद्रैया (तेलंगाना), पप्रजा रेड्डी’ (तेलंगाना), अजिता श्रीवास्तव’ (उत्तर प्रदेश), ललिता वकील’ (हिमाचल प्रदेश) और दुर्गा बाई व्याम’ (मध्य प्रदेश)
  • व्यापार और उद्योगः मुत्तफ़ामणि देवी’ (मणिपुर) और रयुको हीरा (जापान)
  • सामाजिक कार्यः आचार्य चंदना जी’ (बिहार), शकुंतला चौधरी’ (असम), बसंती देवी’ (उत्तराखंड), सावजी भाई ढोलकिया (गुजरात), केवी राबिया’ (केरल), गामित रमीलाबेन रायसिंहभाई’ (गुजरात), प्रभाबेन शाह’ (दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव), बाबा इकबाल सिंह जी (पंजाब)
  • खेलः सुमित अंतिल (हरियाणा), प्रमोद भगत (ओडिशा), नीरज चोपड़ा (हरियाणा), शंकरनारायण मेनन चुंडायिल (केरल), फैसल अली डार (जम्मू-कश्मीर), वंदना कटारिया’ (उत्तराखंड), अवनि लेखरा’ (राजस्थान) और ब्रह्मानंद सांखवलकर (गोवा)
  • विज्ञान एवं इंजीनियरिंगः संघमित्र बंद्योपाध्याय’ (पश्चिम बंगाल) और अजय कुमार सोनकर (उत्तर प्रदेश)
  • चिकित्साः डॉ. प्रोकर दासगुप्ता (यूनाइटेड किंगडम), डॉ. लता देसाई’ (गुजरात), डॉ. नरेंद्र प्रसाद मिश्रा (मरणोपरांत) (मध्य प्रदेश), डॉ. बालाजी तांबे (मरणोपरांत) (महाराष्ट्र), कमलाकर त्रिपाठी (उत्तर प्रदेश)
  • सिविल सेवाः गुरुप्रसाद महापात्र (मरणोपरांत) (दिल्ली)
  • जन सेवाः मालजी भाई देसाई (गुजरात)
  • अन्यः सोसम्मा इयपे’ (पशुपालन - केरल), अब्दुल खादर नादकत्तिन (जमीनी नवाचार-कर्नाटक), अमाई महालिंग नाइक (कृषि- कर्नाटक), गुरु तुल्कु रिनपोछे (आध्यात्म - अरुणाचल प्रदेश), सेठ पाल सिंह (कृषि-उत्तर प्रदेश), शिवानंद (योग-उत्तर प्रदेश) और सद्गुरु ब्रह्मेशानंद आचार्य स्वामी (आध्यात्म-गोवा)

नोट- ’ से महिला पुरस्कार विजेता को दर्शाया गया है।

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