गणतंत्र दिवस पर वीरता पुरस्कार

राष्ट्रपति ने 73वें गणतंत्र दिवस समारोह की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों के कर्मियों और अन्य को 384 वीरता और अन्य रक्षा अलंकरण पुरस्कारों की स्वीकृति दी है।

  • राजपूताना राइफल्स की चौथी बटालियन के टोक्यो 2020 के स्वर्ण पदक विजेता सूबेदार नीरज चोपड़ा को परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम) से सम्मानित किया जाएगा, जो आमतौर पर विशिष्ट सेवा के लिए थ्री-स्टार अधिकारियों को दिया जाता है।
  • छः सैन्य कर्मियों, जिनमें से पांच को, मरणोपरांत शौर्य चक्र के लिए चुना गया है, जो तीसरा सर्वोच्च शांतिकालीन वीरता पुरस्कार है।
  • मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित पांच कर्मियों में 17 मद्रास रेजीमेंट के नायब सूबेदार एम- श्रीजीत और सिपाही मारुप्रोलू जसवंत कुमार रेîóी_ राजपूत रेजीमेंट के हवलदार अनिल कुमार तोमर_ कोर ऑफ इंजीनियर्स के हवलदार काशीराय बम्मनल्ली_ जाट रेजीमेंट के हवलदार पिंकू कुमार हैं।
  • छठे शौर्य चक्र से सम्मानित 5 असम राइफल्स के राइफलमैन राकेश शर्मा हैं।
  • सभी छः कर्मियों को आतंकवाद विरोधी अभियानों में उनकी भूमिका के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है, जिनमें से सभी शहीद हुए पांच कर्मियों को जम्मू और कश्मीर में और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर ऑपरेशन के लिए मरणोपरांत सम्मानित किया गया।
  • इसके अलावा, राष्ट्रपति ने तटरक्षक कर्मियों को एक राष्ट्रपति तटरक्षक पदक (विशिष्ट सेवा), तीन तटरक्षक पदक (वीरता) और एक तटरक्षक पदक (मेधावी सेवा) से सम्मानित किया है।
  • 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड के दौरान जम्मू और कश्मीर पुलिस के सहायक उप-निरीक्षक, बाबू राम को श्रीनगर में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान ‘वीरता और अनुकरणीय साहस के प्रदर्शन’ के लिए मरणोपरांत देश के सर्वोच्च शांतिकालीन वीरता पुरस्कार ‘अशोक चक्र’ से सम्मानित किया गया।

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