बहु निकाय केंद्र

केंद्र सरकार ने राज्यों से ‘बहु निकाय केंद्र’ (Multi Agency Centre: MAC) के माध्यम से अधिक से अधिक खुफिया जानकारी साझा करने के लिए कहा है।

महत्वपूर्ण तथ्यः MAC इंटेलिजेंस ब्यूरो के तहत एक आम आतंकवाद विरोधी ग्रिड है, जिसे कारगिल युद्ध के बाद 2001 में शुरू किया गया था।

  • 3 जनवरी, 2022 को एक उच्च स्तरीय बैठक में, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुलिस महानिदेशकों से MAC के माध्यम से पर्याप्त जानकारी और कार्रवाई योग्य इनपुट साझा करने को कहा।
  • रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ), सशस्त्र बल और राज्य पुलिस सहित 28 संगठन इस प्लेटफॉर्म का हिस्सा हैं। विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां MAC पर रीयल-टाइम इंटेलिजेंस इनपुट साझा करती हैं।

जीके फ़ैक्ट

  • आईबी ने समिति को सूचित किया था कि आतंकवाद विरोधी प्रयासों में किसी भी तरह से शामिल सभी संगठन इस केंद्र के सदस्य हैं। सभी राज्यों की राजधानियों में एक ‘सहायक बहु एजेंसी केंद्र’ (Subsidiary Multi Agency Centre: SMAC) है।

इन्हें भी जानें

गणतंत्र दिवस की झांकी

स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान पर आधारित ‘पश्चिम बंगाल की झांकी’ को दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड 2022 से बाहर करने के केंद्र सरकार के फैसले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हैरानी जताई। इस वर्ष प्रतिभागियों को दी गई थीम ‘भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष’ थी।

  • गणतंत्र दिवस परेड और समारोहों के लिए जिम्मेदार रक्षा मंत्रालय हर साल सितंबर के आसपास, सभी राज्यों, केंद्र-शासित प्रदेशों, केंद्र सरकार के विभागों और कुछ संवैधानिक संस्थाओं को झांकी के माध्यम से परेड में भाग लेने के लिए आमंत्रित करता है। दो अलग-अलग राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों की झांकियां एक जैसी नहीं हो सकतीं, क्योंकि झांकियां मिलकर देश की विविधता को प्रदर्शित करती हैं।
  • राज्य/केंद्र-शासित प्रदेश/विभाग का नाम झांकी में आगे की तरफ हिंदी, पीछे अंग्रेजी और किनारों पर एक क्षेत्रीय भाषा में लिखा जाना चाहिए। झांकी में किसी लोगो (logos) का कोई लेऽन या उपयोग नहीं किया जा सकता है। रक्षा मंत्रालय कला, संस्कृति, चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत, वास्तुकला, नृत्यकला आदि जैसे क्षेत्रें के विशिष्ट व्यक्तियों की एक विशेषज्ञ समिति का गठन करता है, जो प्रस्तावित झांकी को शॉर्टलिस्ट करने में मदद करती है।

राष्ट्रीय परिदृश्य