भारत का पहला राष्ट्रीय सहकारी विश्वविद्यालय

5 जुलाई, 2025 को केंद्रीय सहकारिता एवं गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के आणंद में भारत के पहले राष्ट्रीय सहकारी विश्वविद्यालय (त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय) की आधारशिला रखी।

  • यह पहल सरकार की ‘सहकार से समृद्धि’ की परिकल्पना के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से सहकारी क्षेत्र को सुदृढ़ एवं सशक्त बनाना है।
  • इस विश्वविद्यालय का नाम त्रिभुवनदास किशिभाई पटेल के सम्मान में रखा गया है, जो भारत के सहकारी आंदोलन के एक प्रमुख पुरोधा एवं अमूल के संस्थापक थे।
  • उन्होंने वर्ष 1946 से सरदार वल्लभभाई पटेल के साथ मिलकर गुजरात में सहकारिता आंदोलन को सशक्त दिशा प्रदान करने में महत्त्वपूर्ण ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

नियमित स्तंभ