
कार्बन अवशोषण, उपयोग एवं भंडारण : विकार्बनीकरण के लक्ष्य की प्राप्ति में भूमिका एवं आवश्यकता - संपादकीय डेस्क
नीति आयोग, भारत के एक ‘निम्न कार्बन उत्सर्जन अर्थव्यवस्था’ बनने की राह में देश का नेतृत्व कर रहा है। हाल ही में नीति आयोग द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार कार्बन अवशोषण, उपयोग एवं भंडारण (CCUS) में वृद्धि करते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था अधिक पर्यावरण मित्रवत बन सकती है। भारत सरकार द्वारा अपने अद्यतन राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (Updated NDCs) में 2070 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य की
वैश्विक खाद्य-प्रणालियों में रूपांतरण : खाद्य सुरक्षा, टिकाऊ उपभोग प्रतिरूप तथा पर्यावरणीय लाभ हेतु आवश्यक - डॉ. अमरजीत भार्गव
कृषि तथा खाद्य-प्रणालियों में सुधार हेतु अब तक किए गए सभी प्रयासों का उद्देश्य उत्पादन तथा उपभोग के मध्य व्याप्त अंतर को पूरा करने, खाद्य प्रणाली के प्रदर्शन को मजबूत करने तथा संस्थागत उपायों की खोज करने पर रहा है। समय के साथ, विशेषकर 21वीं सदी में वैश्विक चुनौतियों तथा खाद्य-आवश्यकताओं में व्यापक परिवर्तन दिखाई दे रहा है। ऐसे में आवश्यकता इस बात की है कि नीतिगत महत्वाकांक्षाओं को वास्तविक
कॉप-15 जैव-विविधता सम्मेलन : प्रतिबद्धताएं, मुद्दे एवं भावी कार्यनीति - संपादकीय डेस्क
स्वस्थ जैव-विविधता पारिस्थितिक तंत्र, पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने हेतु महत्वपूर्ण है। इसके प्रकृति प्रदत्त मूल्य के बावजूद विश्व भर में इसकी स्थिति बिगड़ती जा रही है। इसी चुनौती को ध्यान में रखते हुए विश्व भर के देशों ने 7 से 19 दिसंबर, 2022 के मध्य कनाडा के मॉन्ट्रियल शहर में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता सम्मेलन (COP 15) में हिस्सा लिया, ताकि वर्ष 2030 तक जैव विविधता पर
वेस्ट टू वेल्थ : औद्योगिक विकास एवं ऊर्जा सुरक्षा में अपशिष्ट प्रबंधान की भूमिका - नवीन चंदन
वेस्ट टू वेल्थ (Waste to Wealth), महज एक संकल्पना नहीं बल्कि वर्तमान समय में भारत की एक आवश्यकता है। देश में उत्पन्न 75% अपशिष्ट पुनर्चक्रण योग्य होता है, परन्तु यहां कुल उत्पादित कचरे का मात्र 30% भाग ही पुनर्चक्रित किया जाता है। अतः अपशिष्ट के पुनर्चक्रण हेतु उद्योगों को प्रोत्साहित करने, जागरूकता में वृद्धि करने तथा नवीन प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।वेस्ट टू वेल्थ का तात्पर्य अपशिष्ट के

भारत में बागवानी क्षेत्रः वर्तमान स्थिति, विकास की संभावनाएं तथा प्रयास
30 नवंबर, 2022 को ‘बागवानी क्लस्टर विकास कार्यक्रम’ (Horticulture Cluster Development Programme) के समुचित क्रियान्वयन के लिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। ‘बागवानी क्लस्टर विकास कार्यक्रम’ का शुभारंभ 31 मई, 2021 को किया गया था। इसके उद्देश्यों में लक्षित फसलों
ब्लैक कार्बन के दूरगामी प्रभाव : स्वच्छ एवं स्थायी भविष्य के लिए उत्सर्जन को लक्षित करना आवश्यक
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा हाल ही में ‘ब्लैक कार्बन’ (Black Carbon) से निपटने के लिये सरकार द्वारा किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के उपायों पर जानकारी प्रदान की गई। ध्यातव्य है कि आर्थिक प्रगति की संभावनाओं के आधार पर वैज्ञानिकों ने आने वाले दशकों में ब्लैक कार्बन के
अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा संघर्ष : दूरगामी शांति स्थापना हेतु परस्पर विश्वास एवं सहभागिता आवश्यक
दिसंबर 2022 में अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर के ऊपरी भाग में स्थित यांग्त्से क्षेत्र (Yangtse Region) में भारत तथा चीन के मध्य सैनिक झड़प देखने को मिली। यह जून 2020 में पूर्वी लद्दाख में स्थित गलवान घाटी में दोनों देशों के मध्य आपसी संघर्ष के पश्चात दूसरी सबसे बड़ी
संवेदनशील स्वास्थ्य अवसंरचना : साइबर हमलों से बचाव हेतु व्यापक सुरक्षा ढांचे की आवश्यकता
23 नवंबर, 2022 को एम्स (AIIMS) द्वारा यह सूचित किया गया कि उसे व्यापक साइबर हमलों का सामना करना पड़ा है, जिसके कारण लंबे समय के लिए उसकी अनेक सेवाएं बाधित रहीं। इस हमले की व्यापकता का पता इसी बात से लगाया जा सकता है कि हमले के पश्चात राष्ट्रीय

राजव्यवस्था
मैरीटाइम एंटी पायरेसी बिल, 2022
21 दिसंबर, 2022 को राज्य सभा की मंजूरी के साथ ‘समुद्री जल दस्युता रोधी विधेयक, 2022’ (Maritime Anti Piracy Bill 2022) को संसद के दोनों सदनों की मंजूरी प्राप्त हो गई। यह विधेयक 19 दिसंबर, 2022 को लोक सभा द्वारा पारित किया गया था। राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित किये जाने के पश्चात यह विधेयक अधिनियम का रूप ले लेगा। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2008 से 2011 के बीच समुद्री डकैती के 27 मामले देखे गए, जिनमें 288 भारतीय नागरिक प्रभावित हुए। वहीं 2014 से 2022 के बीच ऐसे 19 मामले प्रकाश में आए और इनमें 155 भारतीय चालक दल के सदस्य प्रभावित हुए।
नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र (संशोधन) विधेयक, 2022
14 दिसंबर, 2022 को राज्य सभा द्वारा पारित किये जाने के पश्चात नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र (संशोधन) विधेयक, 2022 [New Delhi International Arbitration Centre (Amendment) Bill, 2022] को संसद के दोनों सदनों की मंजूरी प्राप्त हो गई। इसे 8 अगस्त, 2022 को लोक सभा द्वारा पारित किया गया था। यह ‘नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र अधिनियम, 2019’ (New Delhi International Arbitration Centre Act, 2019) में संशोधन करता है। मुख्य प्रावधानः यह विधेयक नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र का नाम बदलकर ‘भारत अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र’ (India International Arbitration Centre) करने का प्रावधान करता है। विधेयक की आवश्यकताः केंद्र सरकार द्वारा यह महसूस
जन विश्वास विधेयक, 2022
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने 22 दिसंबर, 2022 को लोक सभा में ‘जन विश्वास (प्रावधानों का संशोधन) विधेयक, 2022’ [Jan Vishwas (Amendment of Provisions) Bill] 2022] प्रस्तुत किया। सदन में चर्चा के बाद इस विधेयक को जांच के लिए संसद की 31 सदस्यीय संयुक्त समिति को भेज दिया गया। प्रमुख प्रावधान व्यापार सुगमता (ease of business) को बढ़ावा देने की दृष्टि से 42 अधिनियमों के 183 प्रावधानों में संशोधन करके यह विधेयक छोटे अपराधों को अपराध की श्रेणी से बाहर करने का प्रयास करता है। इसके द्वारा जिन अधिनियमों में संशोधन किया जाएगा, उनमें औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940; सार्वजनिक ऋण
शासन प्रणाली
घरेलू प्रवासी मतदाताओं हेतु रिमोट वोटिंग प्रणाली
29 दिसंबर, 2022 को चुनाव आयोग ने यह घोषणा की कि उसने घरेलू प्रवासी मतदाताओं के लिए ‘रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन’ (RVM) का एक प्रोटोटाइप विकसित किया है, ताकि इन प्रवासी मतदाताओं को मतदान करने के लिए अपने गृह राज्यों की यात्र न करनी पड़े। आयोग ने सभी मान्यता प्राप्त 8 राष्ट्रीय और 57 राज्यीय दलों को इस मल्टी-कंस्टीटड्ढूएंसी रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (RVM) की कार्यप्रणाली का प्रदर्शन करने के लिए 16 जनवरी, 2023 को आमंत्रित किया है। निर्वाचन आयोग के अनुसार यह कदम देश में मतदान प्रतिशत (Voter Turnout) बढ़ाने तथा भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करने में सक्षम होगा। रिमोट
असम में परिसीमन अभ्यास की शुरुआत
चुनाव आयोग ने 27 दिसंबर, 2022 को कहा कि उसने असम राज्य में विधानसभा एवं संसदीय क्षेत्रों का ‘परिसीमन’ (Delimitation) अभ्यास शुरू कर दिया है। इसके अंतर्गत राज्य में सीटों के पुनर्समायोजन के लिए 2001 की जनगणना के आंकड़ों का उपयोग किया जाएगा। मुख्य बिंदु जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 8ए के अनुसार असम की विधानसभा और संसदीय सीटों के पुनर्निर्धारण का कदम केंद्रीय कानून मंत्रालय के एक अनुरोध के बाद शुरू किया गया है। आयोग ने कहा कि कवायद पूरी होने तक राज्य में नई प्रशासनिक इकाइयों के गठन पर एक जनवरी, 2023 से प्रभावी प्रतिबंध लगा दिया गया है। परिसीमन अधिनियम, 1972 के
राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय राजनीतिक दलः मान्यता एवं शर्तें
हाल ही में संपन्न गुजरात विधानसभा चुनाव में 12.92 प्रतिशत वोट शेयर तथा 5 सीटों पर जीत हासिल करने के साथ आम आदमी पार्टी (AAP) ने भारत की 9वीं राष्ट्रीय पार्टी बनने की योग्यता हासिल कर ली। अवगत करा दें कि आम आदमी पार्टी को 3 राज्यों (दिल्ली, पंजाब व गोवा) में पहले से ही राज्य स्तरीय दल का दर्जा प्राप्त है तथा इसने अब चौथे राज्य गुजरात में भी राज्य स्तरीय दल के रूप में मान्यता प्राप्त करने की अर्हता हासिल कर ली है। राष्ट्रीय राजनीतिक दल उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग द्वारा पंजीकृत राजनीतिक दलों को चुनाव चिह्न (आरक्षण व आवंटन)
न्यायपालिका
न्यायपालिका में महिलाओं का प्रतिनिधित्व
भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डी. वाई. चंद्रचूड़ ने हाल ही में न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति बेला एम- त्रिवेदी वाली पूरी तरह महिला न्यायाधीशों की एक पीठ का गठन किया। जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस बेला एम. त्रिवेदी की बेंच के समक्ष 32 मामले सूचीबद्ध किये गए हैं, जिसमें वैवाहिक विवादों से जुड़ी 10 स्थानांतरण याचिकाएं (transfer petitions) और 10 जमानत मामले (bail matters) शामिल हैं। महिला पीठ का गठन उच्चतम न्यायालय के इतिहास में यह तीसरा मौका है, जब ‘पूरी तरह महिला न्यायाधीशों वाली पीठ’ (all-woman bench) मामलों की सुनवाई करेगी। पहली बार सुप्रीम कोर्ट में 2013 में एक महिला बेंच बनाई
तदर्थ न्यायाधीशों की नियुक्ति
8 दिसंबर, 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने उच्च न्यायालयों में तदर्थ न्यायाधीशों (Ad-hoc Judges) की नियुक्ति के लिए केंद्र द्वारा सुझाई गई प्रक्रिया को ‘बेहद बोझिल’ बताते हुए कहा कि इसके लिए सरल प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए, ताकि न्यायाधीशों की नियुक्ति का वास्तविक उद्देश्य विफल न हो। न्यायमूर्ति संजय किशन कौल की अगुवाई वाली पीठ ने कहा कि अगर अनुच्छेद 224ए (Article 224A) के तहत केंद्र द्वारा सुझाई गई ‘‘कठिन’’ प्रक्रिया अपनाई जाती है, तो कोई भी ऐसे हालात में काम नहीं करना चाहेगा। शीर्ष अदालत ने केंद्र सरकार से उसके द्वारा सुझाए गए प्रक्रिया ज्ञापन (MoP) पर फिर से विचार करने
एनजेएसी बनाम कॉलेजियम विवाद
सुप्रीम कोर्ट ने 8 दिसंबर, 2022 को कहा कि न्यायाधीशों की नियुक्ति की कॉलेजियम प्रणाली ‘इस देश का कानून’ है तथा इसके खिलाफ की गई टिप्पणियों को उचित नहीं माना जा सकता। शीर्ष अदालत ने कहा कि उसके द्वारा घोषित कोई भी कानून सभी हितधारकों के लिए ‘बाध्यकारी’ है और कॉलेजियम प्रणाली का पालन होना चाहिए। उच्चतम न्यायालय ने यह बात कॉलेजियम द्वारा भेजे गए नामों को मंजूर करने में केंद्र द्वारा कथित देरी से जुड़े मामले में सुनवाई के दौरान कही। पीठ की यह टिप्पणी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग अधिनियम को निरस्त करने के उच्चतम न्यायालय के
जजों का किसी मामले की सुनवाई से खुद को अलग करना
उच्चतम न्यायालय की न्यायाधीश बेला एम. त्रिवेदी ने 13 दिसंबर, 2022 को बिलकिस बानो पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई से खुद को अलग कर लिया। बिलकिस बानो द्वारा दायर इस याचिका में 2002 के दंगों के दौरान उसके साथ सामूहिक बलात्कार करने वाले 11 दोषियों को समय से पहले रिहा करने के गुजरात सरकार के फैसले को चुनौती दी गई है। खंडपीठ का नेतृत्व करने वाले न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी ने कहा कि यह रिट याचिका भारत के मुख्य न्यायाधीश को वापस कर दी जाएगी, ताकि शीर्ष अदालत की दूसरी पीठ के समक्ष सूचीबद्ध किया जा सके। हालांकि, पीठ ने न्यायमूर्ति बेला त्रिवेदी के सुनवाई
कार्यक्रम एवं पहल
प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना
जनजातीय कार्य मंत्रालय ने 2021-22 से 2025-26 के दौरान कार्यान्वयन के लिए ‘विशेष केन्द्रीय सहायता आदिवासी उपयोजना’ (Special Central Assistance to Tribal Sub-Scheme) को एक न्याय रूप देते हुए इसे ‘प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना’ (PMAAGY) के रूप में पुनर्नामित किया है। यह जानकारी जनजातीय कार्य राज्य मंत्री रेणुका सिंह सरूता द्वारा 12 दिसंबर, 2022 को लोक सभा में दी गई। मुख्य विशेषताएं लक्ष्यः 4.22 करोड़ (कुल जनजातीय आबादी का लगभग 40%) की जनसंख्या को कवर करने वाले महत्वपूर्ण जनजातीय आबादी वाले गांवों को आदर्श ग्राम (Model Village) में रूपांतरित करना। उद्देश्यः अभिसरण दृष्टिकोण (Convergence Approach) के माध्यम से चयनित गांवों के एकीकृत सामाजिक-आर्थिक
राष्ट्रीय सिंगल विंडो प्रणाली
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने 5 दिसंबर, 2022 को नई दिल्ली में ‘राष्ट्रीय सिंगल विंडो प्रणाली’ (National Single Window System- NSWS) पर आयोजित समीक्षा बैठक में भाग लिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय सिंगल विंडो प्रणाली (NSWS) फ्लालफीताशाही के स्थान पर तत्काल प्राथमिकता देनेय् (Red Tape To Red Carpet) के प्रधानमंत्री के विजन को साकार करने में सहायता करेगी। बैठक के मुख्य बिंदु बैठक में 32 केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों, 36 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों तथा विभिन्न उद्योग संगठनों द्वारा भागीदारी की गई। बैठक में ‘महत्वपूर्ण सूचनाओं की एक सिंगल टाइम एंट्री’ (Single Time
अमृत भारत स्टेशन योजना
27 दिसंबर, 2022 को रेल मंत्रालय ने स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए एक नई नीति की घोषणा की, इसे ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ (Amrit Bharat Station Scheme) का नाम दिया गया है। विजनः अमृत भारत स्टेशन योजना में दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ निरंतर आधार पर स्टेशनों के विकास की परिकल्पना की गई है। क्रियान्वयन का आधारः यह स्टेशन की आवश्यकताओं और संरक्षण के अनुसार दीर्घकालिक मास्टर प्लान तैयार करने और मास्टर प्लान के तत्वों के कार्यान्वयन पर आधारित है। प्रमुख उद्देश्य रेलवे स्टेशनों के लिए मास्टर प्लान तैयार करना तथा न्यूनतम आवश्यक सुविधाओं [Minimum Essential Amenities (MEA)] सहित अन्य सुविधाओं को बढ़ाने के
संक्षिप्तिकी
ओपन स्टैंडर्ड डिजिटल ट्रंकिंग रेडियो प्रणाली (OS-DTRS)
दिल्ली पुलिस ‘ओपन स्टैंडर्ड डिजिटल ट्रंकिंग रेडियो सिस्टम’ (OS-DTRS) को डिजाइन एवं स्थापित करने तथा इसकी आपूर्ति करने की दिशा में आगे बढ़ रही है तथा यह वर्तमान ‘टेट्रानेट वायरलेस नेटवर्क सेवाओं’ (Tetranet Wireless Network Services) को चरणबद्ध तरीके से समाप्त कर देगी। इस प्रोजेक्ट पर करीब 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसके लिए 2 दिसंबर, 2022 को निविदाएं (tenders) जारी की गईं। OS-DTRS प्रणाली के बारे में यह एक अधिक कुशल आंतरिक संचार प्रणाली है, जिसका उद्देश्य पुलिसकर्मियों के बीच सूचनाओं का तेजी से आदान-प्रदान करना तथा एक व्यापक नेटवर्क का निर्माण करना है। इस प्रणाली के अंतर्गत कुछ ‘टॉक ग्रुप्स’ (Talk Groups)
गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता भूपेंद्र पटेल ने 12 दिसंबर, 2022 को लगातार दूसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। वहीं कांग्रेस के सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 11 दिसंबर, 2022 को हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। मुकेश अग्निहोत्री को हिमाचल प्रदेश का उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। गुजरात विधानसभा चुनाव 15वीं गुजरात विधानसभा के 182 सदस्यों के चुनाव के लिए राज्य में 1 से 5 दिसंबर, 2022 के मध्य दो चरणों में विधानसभा चुनाव आयोजित किये गए थे, जिसके परिणाम 8 दिसंबर, 2022 को घोषित किए गए थे। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 182 सदस्यीय गुजरात
न्यूज़ बुलेट्स
वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 29 दिसंबर, 2022 को सीमा सुरक्षा बल (BSF) से वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के जरिए गांवों में पर्यटन बढ़ाने, आत्मनिर्भर बनाने तथा उन्हें सभी सुविधाओं से लैस करने की दिशा में प्रयास करने का आग्रह किया। वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम की घोषणा केंद्रीय बजट 2022-23 में की गई थी। इसका उद्देश्य चीन से लगी भारतीय सीमा के निकट स्थित गांवों में बुनियादी ढांचे में सुधार करना है। इसके तहत उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्र में बुनियादी ढांचे में सुधार किया जाएगा। वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम में पर्यटन विकास, आजीविका
e-HRMS 2.0 पोर्टल
25 दिसंबर, 2022 को केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा संशोधित ई-एचआरएमएस 2-0 पोर्टल (e-HRMS 2.0) का शुभारंभ किया गया। यह पोर्टल स्थानांतरण, प्रतिनियुक्ति, एकीकृत सरकारी ऑनलाइन प्रशिक्षण (iGOT), सतर्कता स्थिति, सेवा पुस्तिका तथा अन्य बुनियादी मानव संसाधन सेवाएं जैसे छुट्टी, दौरा (tour), प्रतिपूर्ति (reimbursements) आदि जैसी विभिन्न सेवाएं प्रदान करता है। संशोधित ई-एचआरएमएस 2-0 पोर्टल को इसलिए लॉन्च किया गया, क्योंकि ई-एचआरएमएस के पहले के संस्करण का दायरा सीमित था, जहां कर्मचारी सीमित सेवाओं का लाभ उठा सकते
टड्ढूलिप कार्यक्रम
आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर ने 22 दिसंबर, 2022 को लोक सभा में सरकार के ‘टड्ढूलिप कार्यक्रम’ (TULIP Program) के बारे में जानकारी दी। आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) द्वारा ‘द अर्बन लर्निंग इंटर्नशिप प्रोग्राम (TULIP)’ का विकास शिक्षा मंत्रालय (MoE) और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) के सहयोग से किया गया है। यह कार्यक्रम राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के शहरी स्थानीय निकायों (ULBs) व स्मार्ट शहरों में छात्रों और स्नातकों को इंटर्नशिप प्रदान करने का एक मंच है। जून 2020 में टड्ढूलिप प्रोग्राम के लॉन्च के बाद से अब तक 25,000 से अधिक
25वीं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद बैठक
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 17 दिसंबर, 2022 को कोलकाता में ‘25वीं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद बैठक’ (25th Eastern Zonal Council Meeting) की अध्यक्षता की। क्षेत्रीय परिषदें, सांविधिक निकाय (statutory bodies) हैं, जिन्हें संसद द्वारा पारित एक कानून, राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 के तहत स्थापित किया गया है। इस अधिनियम ने देश को 5 क्षेत्रों या जोन (उत्तरी, मध्य, पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी) में विभाजित किया है और प्रत्येक क्षेत्र के लिए एक क्षेत्रीय परिषद प्रदान की है। उल्लेखनीय है कि पूर्वोत्तर राज्य-असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा, मिजोरम, मेघालय, नगालैंड और सिक्किम को क्षेत्रीय परिषदों में शामिल नहीं
प्रसाद योजना
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 26 दिसंबर, 2022 को आंध्र प्रदेश के कुरनूल में स्थित ‘श्रीशैलम मंदिर परिसर’ में ‘आंध्र प्रदेश राज्य में श्रीशैलम मंदिर का विकास’ नामक परियोजना का उद्घाटन किया। इस परियोजना को ‘प्रसाद योजना’ (PRASHAD Scheme) के तहत स्वीकृत और क्रियान्वित किया गया है। प्रसाद योजना वर्ष 2014-15 में शुरू की गई थी। इसे पर्यटन मंत्रालय द्वारा संचालित किया जाता है। यह योजना धार्मिक पर्यटन अनुभव को समृद्ध करने के लिए पूरे भारत में तीर्थ स्थलों के विकास और पहचान पर केंद्रित

कृषि एवं सहकारिता
कैक्टस रोपण तथा इसके आर्थिक उपयोग
8 दिसंबर, 2022 को केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने नई दिल्ली में ‘कैक्टस रोपण और इसके आर्थिक उपयोग’ (Cactus Plantation and its Economic Usage) विषय पर एक परामर्श बैठक आयोजित की। बैठक में चिली के राजदूत जुआन अंगुलो एम; मोरक्को दूतावास के मिशन उप प्रमुख एराचिद अलौई मरानी; ब्राजील दूतावास के ऊर्जा प्रभाग की प्रमुख श्रीमती कैरोलिना सैटो तथा ब्राजील दूतावास के कृषि सहायक एंजेलो मौरिसियो भी शामिल हुए। महत्वपूर्ण बिंदु बैठक में भूमि संसाधन विभाग (Department of Land Resources-DoLR) को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के वाटरशेड विकास घटक (WDC-PMKSY) के माध्यम से कम उर्वर भूमि में
राष्ट्रीय बांस मिशन के लिये एक सलाहकार समूह
5 दिसंबर, 2022 को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बांस क्षेत्र से संबंधित विभिन्न विकासात्मक योजनाओं को सुव्यवस्थित करने के लिए एक सलाहकार समूह के गठन को स्वीकृति प्रदान की। राष्ट्रीय बांस मिशन आरंभः वर्ष 2018-19 नोडल मंत्रालयः कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय उद्देश्यः कृषि आय के पूरक के रूप में सरकारी तथा निजी गैर-वन भूमि (Government And Private Non-Forest Land) पर बांस के वृक्षारोपण के तहत क्षेत्र में वृद्धि करना। बांस उद्योग तथा संबंधित किसानों को बाजारों से जोड़ना, ताकि उनके उत्पादों को उचित मूल्य मिल सके। विशेषताः इस मिशन के अंतर्गत बांस से संबंधित संपूर्ण मूल्य श्रृंखला (Entire Value Chain)
बहु-राज्य सहकारी समितियां (संशोधान) विधोयक, 2022
7 दिसंबर, 2022 को बहु-राज्य सहकारी समितियां (संशोधन) विधेयक, 2022 [Multi-State Co-operative Societies (Amendment) Bill] 2022º को लोक सभा में पेश किया गया तथा 20 दिसंबर, 2022 को इसे संसद की संयुक्त समिति के पास विचारार्थ भेज दिया गया। विधेयक में 2011 के 97वें संवैधानिक संशोधन अधिनियम के आलोक में ‘बहु-राज्य सहकारी समितियां अधिनियम, 2002’ को संशोधित करने का प्रस्ताव किया गया है। वर्ष 2021 में केंद्र सरकार द्वारा पृथक रूप से एक केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय का गठन किया गया, पूर्व में इसके शासनादेशों की देख-रेख कृषि मंत्रालय द्वारा की जाती थी। सहकारी समितियों के संदर्भ में परिभाषाः अंतरराष्ट्रीय सहकारिता गठबंधन (International Cooperative
उद्योग
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की वार्षिक निर्यात समीक्षा 2022
16 दिसंबर, 2022 को भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत आने वाले विदेश व्यापार महानिदेशालय (Directorate General of Foreign Trade) द्वारा निर्यात के संदर्भ में वार्षिक समीक्षा आंकड़े जारी किए गए। महत्वपूर्ण निष्कर्ष वस्तु निर्यातः भारत का वस्तु निर्यात वित्त वर्ष 2022-23 के अप्रैल-अक्टूबर के दौरान 263.3 बिलियन डॉलर रहा। पिछले वित्त वर्ष की इसी समयावधि (अप्रैल-अक्टूबर 2021-22) में यह लगभग 234.0 बिलियन डॉलर रहा था। इस प्रकार, वस्तु निर्यात में इस वर्ष 12.6% की सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है। सेवा क्षेत्र निर्यातः भारत का सेवा क्षेत्र निर्यात वित्त वर्ष 2022-23 के अप्रैल-अक्टूबर के दौरान 181.39 बिलियन डॉलर रहा,
मुद्रा-बैंकिंग
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा
7 दिसंबर, 2022 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) ने मौद्रिक नीति की अपनी नवीनतम समीक्षा की घोषणा की। महत्वपूर्ण बिंदु रेपो दरः तरलता समायोजन सुविधा (Liquidity Adjustment Facility) के तहत पॉलिसी रेपो दर को तत्काल प्रभाव से 35 आधार अंकों से बढ़ाकर 6.25% कर दिया गया है। बैंक दरः नतीजतन, स्थायी जमा सुविधा (Standing Deposit Facility) दर 6.00% तथा सीमांत स्थायी सुविधा (Marginal Standing Facility) दर और बैंक दर (Bank Rate) 6.50% पर समायोजित हो गई है। सकल घरेलू उत्पादः वित्त वर्ष 2022-23 के लिए वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वृद्धि के अपने पूर्वानुमान को संशोधित कर
केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा
भारतीय रिजर्व बैंक ने 29 नवंबर, 2022 को जारी आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में 1 दिसंबर, 2022 से खुदरा डिजिटल रुपये [Retail Digital Rupee (e ₹-R)] के लिए पहला पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च करने की घोषणा की। इसे केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (Central bank digital currency) भी कहा जाता है। ध्यान रहे कि सरकारी प्रतिभूतियों के रूप में द्वितीयक बाजार लेन-देन हेतु रिजर्व बैंक द्वारा 1 नवंबर, 2022 को थोक बाजार के लिए डिजिटल मुद्रा [Digital Rupee -Wholesale (e ₹-W)] को लॉन्च किया गया था। थोक डिजिटल रुपये (e ₹-W) का उपयोग, अंतर-बैंक बाजार को और अधिक कुशल बनाने में सहायक होगा। खुदरा डिजिटल रुपये (e
रिपोर्ट एवं सूचकांक
प्रवासन एवं विकास पर विश्व बैंक की रिपोर्ट
30 नवंबर, 2022 को विश्व बैंक ने अपनी 37वीं ‘माइग्रेशन एंड डेवलपमेंट ब्रीफ’ (Migration and Development Brief) रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट का शीर्षक ‘रेमिटेंस ब्रेव ग्लोबल हेडविंड्स, स्पेशल फोकसः क्लाइमेट माइग्रेशन’ (Remittances Brave Global Headwinds, Special Focus - Climate Migration) था। इसमें कहा गया है कि भारत वर्ष 2022 में 100 बिलियन डॉलर का प्रेषित धन (Remittance) प्राप्त करने वाला दुनिया का पहला देश बनने की कगार पर है। महत्वपूर्ण बिंदु अग्रणी देशः कुल प्रेषण के 23% हिस्से के साथ, संयुक्त राज्य अमेरिका ने 2020-21 में शीर्ष स्रोत देश के रूप में संयुक्त अरब अमीरात को पीछे छोड़ दिया। सकल घरेलू उत्पाद में
नेविगेटिंग द स्टॉर्म: विश्व बैंक की भारत विकास रिपोर्ट
5 दिसंबर, 2022 को विश्व बैंक द्वारा ‘नेविगेटिंग द स्टॉर्म’ (Navigating the Storm) नामक शीर्षक से ‘भारत विकास रिपोर्ट’ (India Development Report) प्रकाशित की गई। इस रिपोर्ट में, विश्व बैंक ने अनुमान लगाया है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में भारत की विकास दर 6.9% होगी। रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष विकास प्रक्षेपण (Growth Trajectory): रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनौतीपूर्ण बाह्य वातावरण के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था ने लचीलेपन का प्रदर्शन किया है। अन्य अर्थव्यवस्थाओं से मजबूतः रिपोर्ट के अनुसार, जहां बिगड़ते बाहरी वातावरण का भार भारत की विकास संभावनाओं पर पड़ेगा, वहीं अधिकांश अन्य उभरते बाजारों की तुलना में भारतीय अर्थव्यवस्था
द फ्यूचर ऑफ़ फ़ूड एंड एग्रीकल्चर रिपोर्ट
हाल ही में खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) ने अपनी नई रिपोर्ट- ‘द फ्यूचर ऑफ फूड एंड एग्रीकल्चर-ड्राइवर्स एंड ट्रिगर्स फॉर ट्रांसफॉर्मेशन’ (The Future of Food - Agriculture - Drivers - Triggers For Transformation) प्रकाशित की। इस रिपोर्ट के अनुसार, यदि वर्तमान वैश्विक कृषि एवं खाद्य प्रणाली में आने वाले समय में परिवर्तन नहीं किया गया, तो भविष्य में विश्व को निरंतर रूप में खाद्य असुरक्षा (Food Crisis) की समस्या का सामना करना पड़ेगा। रिपोर्ट के अंतर्गत कृषि एवं खाद्य प्रणालियों के स्थायी, लचीले और समावेशी भविष्य (Sustainable, Resilient And Inclusive Future of Agriculture And Food Systems) के लिये रणनीतिक विचारों तथा
विविध
राष्ट्रीय भू-स्थानिक नीति 2022
28 दिसंबर, 2022 को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Science and Technology) द्वारा राष्ट्रीय भू-स्थानिक नीति 2022 (National Geospatial Policy 2022) अधिसूचित की गई। इस नीति को 16 दिसंबर, 2022 को कैबिनेट की मंजूरी प्राप्त हुई थी। नीति की प्रमुख विशेषताएं यह एक 13 वर्षीय दिशानिर्देश है, जिसका उद्देश्य देश के भू-स्थानिक डेटा उद्योग को बढ़ावा देना और नागरिक सेवाओं में सुधार एवं उपयोग हेतु एक राष्ट्रीय ढांचे का विकास करना (To Develop National Framework) है। यह नीति वर्ष 2030 तक संपूर्ण देश के लिए एक हाई रेजोल्यूशन स्थलाकृतिक सर्वेक्षण एवं मैपिंग (High Resolution Topographic Survey - Mapping) तथा अधिक सटीकता
संक्षिप्तिकी
गैस मूल्य समीक्षा पैनल पर समिति
किरीट पारिख के नेतृत्व में सरकार द्वारा नियुक्त गैस मूल्य समीक्षा पैनल ने 30 नवंबर, 2022 को सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी। इसमें 1 जनवरी, 2026 से पारंपरिक क्षेत्रों के लिए एक न्यूनतम और अधिकतम मूल्य (Floor and Ceiling price) तथा पूर्ण मूल्य निर्धारण स्वतंत्रता की सिफारिश की गई है। प्रमुख सिफ़ारिशें फिक्स प्राइसिंग बैंडः पुराने गैस फील्ड से गैस निकालने के लिए एक फिक्स प्राइसिंग बैंड (Fixed Pricing Band) की आवश्यकता है, जिसे एडमिनिस्ट्रेटिव प्राइस मैकेनिज्म (Administrative Price Mechanism) गैस कहा जाता है। मुक्त एवं बाजार-निर्धारित मूल्य निर्धारण प्रणालीः भारत द्वारा पारंपरिक क्षेत्रों से निकाली गई प्राकृतिक गैस के लिए पूरी तरह से
उर्वरक सब्सिडी
7 दिसंबर, 2022 को केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ- मनसुख मंडाविया ने नई दिल्ली में फर्टिलाइजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (Fertilizer Association of India-FAI) की वार्षिक संगोष्ठी-2022 का उद्घाटन किया। महत्वपूर्ण बिंदु डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में उर्वरक महत्वपूर्ण घटकों में से एक है तथा पिछले तीन वर्षों में उर्वरकों एवं कच्चे माल की कीमतों में बहुत अधिक वृद्धि हुई है। यह पाया गया है कि उच्च सरकारी सब्सिडी के कारण भारत में यूरिया (Urea) और डाई-अमोनियम फॉस्फेट (DAP) नामक दो उर्वरकों का अत्यधिक उपयोग हो रहा है। उर्वरक
भारत करेगा उपग्रह स्पेक्ट्रम की नीलामी
दिसंबर 2022 में भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) के अध्यक्ष पीडी वाघेला ने उपग्रह संचार पर इंडिया फोरम शिखर सम्मेलन (India Forum summit on Satellite Communication - SatCom) में कहा कि भारत उपग्रह संचार के लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी करने वाला पहला देश होगा। दूरसंचार के क्षेत्र में पृथ्वी पर विभिन्न बिंदुओं के मध्य संचार लिंक प्रदान करने के लिए कृत्रिम उपग्रहों (Artificial Satellites) के उपयोग को उपग्रह संचार कहा जाता है। उपग्रह संचार के लाभ दूरस्थ क्षेत्रः दुर्गम, पहाड़ी और दूरस्थ क्षेत्रों में उपग्रह संचार के माध्यम से इंटरनेट सेवाएं पहुंचाई जा सकती हैं। आपदाः आपदाओं के समय सामान्य संचार सेवाएं बाधित
जीआई टैग
दिसंबर 2022 में असम के गमोचा (Gamocha of Assam), तेलंगाना के तंदूर लाल चने (Tandur Red Gram Of Telangana), लद्दाख के रक्तसे कारपो खुबानी (Raktsey Karpo Apricot Of Ladakh), महाराष्ट्र के अलीबाग सफेद प्याज (Alibag White Onion Of Maharashtra) तथा केरल की कृषि उपज हेतु 5 क्षेत्रों के साथ कुल 9 नई वस्तुओं को प्रतिष्ठित जीआई टैग प्रदान किया गया है। भारत में कुल GI-Tag नवीन वस्तुओं के साथ भारत में GI-Tag की कुल संख्या 432 हो गई है। GI-Tag की अधिकतम संख्या वाले शीर्ष पांच राज्यों में कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और केरल के नाम शामिल हैं। कर्नाटक और तमिलनाडु सबसे
न्यूज बुलेट्स
ओडीओपी एवं डिस्ट्रिक्ट ऐज एक्सपोर्ट हब पहल का विलय
7 दिसंबर, 2022 को सरकार द्वारा ‘एक जिला एक उत्पाद’ (One District One Product - ODOP) तथा ‘डिस्ट्रिक्ट ऐज एक्सपोर्ट हब’ (DEH) योजनाओं का विलय कर दिया गया। डिस्ट्रिक्ट ऐज एक्सपोर्ट हब पहल को वाणिज्य मंत्रालय के विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। विलय के पश्चात उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) एक प्रमुख हितधारक के रूप में
यूपीआई में बदलाव
7 दिसंबर, 2022 को RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) प्लेटफार्म में अतिरित्तफ़ सुविधाओं को बढ़ाने की घोषणा की। वर्तमान समय में UPI में आवर्ती भुगतान और एकल-ब्लॉक भुगतान (Recurring payments and single-block payments) करने की कार्यक्षमता शामिल है। इसमें बदलाव किया जा रहा है जिससे ग्राहक विशिष्ट प्रकृति के कई भुगतानों के लिए अपने खातों में धनराशि एकत्र (Block funds in their accounts for multiple payments of specific nature) कर
भारत में विमानन सुरक्षा
अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) द्वारा जारी की गई नवीनतम रैंकिंग में, भारत की स्थिति वर्ष 2018 में 102वें स्थान से 48वें स्थान पर पहुंच गई है। इस रैंकिंग में 187 देशों को शामिल किया गया है, जिनकी विमानन सुरक्षा के संदर्भ में अलग-अलग समय में आकलन किए गए। वर्तमान रैंकिंग में सिंगापुर, यूएई तथा कोरिया गणराज्य को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त हुए
डिजिटल ऋण पर संशोधित दिशा-निर्देश
1 दिसंबर, 2022 से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी किए गए डिजिटल ऋण पर संशोधित दिशानिर्देश प्रभावी हो गए हैं। डिजिटल ऋण पर संशोधित दिशानिर्देशों का उद्देश्य ग्राहकों की अत्यधिक ब्याज दरों से सुरक्षा करना तथा अनैतिक ऋण वसूली प्रथाओं पर नियंत्रण रखना है। RBI ने डिजिटल ऋणदाताओं को तीन समूहों में वर्गीकृत किया हैः RBI द्वारा विनियमित एवं ऋण व्यवसाय करने की अनुमति वाली संस्थाएं, RBI के अतिरित्तफ़ अन्य वैधानिक या नियामक प्रावधानों के तहत अधिकृत संस्थाएं तथा किसी भी वैधानिक या नियामक प्रावधानों के दायरे से बाहर वाली
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम
15 दिसंबर, 2022 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 (सीरीज III) की घोषणा की। सरकार ने सोने की मांग को कम करने और घरेलू बचत के एक हिस्से (जिसका उपयोग स्वर्ण की खरीद के लिये किया जाता है) को वित्तीय बचत में बदलने के उद्देश्य से नवंबर, 2015 में सॉवरेन गोल्ड बॉण्ड (Sovereign Gold Bond) योजना की शुरुआत की थी। गोल्ड बॉण्ड सरकारी प्रतिभूति अधिनियम, 2006 के तहत भारत सरकार के स्टॉक के रूप में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किये जाते
जीएसटी के तहत अपराधों का विमुद्रीकरण
17 दिसंबर, 2022 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में 48वीं जीएसटी परिषद की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (GST) अधिनियम, 2017 की धारा 132 के तहत कुछ अपराधों को अपराध की श्रेणी से बाहर करने की सिफारिश की गई। बैठक में की गई अन्य सिफारिशों में व्यापारिक सुविधाओं को बढ़ावा देना, अभियोजन हेतु कर राशि की सीमा में वृद्धि करना तथा जीएसटी में चक्रवृद्धि राशि को कम करना (Reducing the compounding amount in GST) आदि शामिल

बैठक एवं सम्मेलन
17वीं एशिया और प्रशांत क्षेत्रीय बैठक
06-09 दिसंबर, 2022 के मध्य अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की 17वीं एशिया एवं प्रशांत क्षेत्रीय बैठक (APRM) आयोजित की गई। यह बैठक 9 दिसंबर, 2022 को सिंगापुर घोषणा के साथ संपन्न हुई। बैठक में अंतरराष्ट्रीय श्रमिक समूहों द्वारा चार नई श्रम संहिताओं (Four new labor codes) सहित भारत की श्रम नीतियों की आलोचना की गई। एशिया एवं प्रशांत क्षेत्रीय बैठक (APRM) विस्तारः इस बैठक के माध्यम से एशिया, प्रशांत और अरब देशों की सरकारों, नियोक्ताओं तथा श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों को एक साथ लाने का प्रयास किया जाता है। इसके चार प्रमुख विषयगत क्षेत्र मानव-केंद्रित समावेशी, टिकाऊ और लचीली (Human-centered Inclusive, Sustainable and
भारत के पड़ोसी देश
भारत-बांग्लादेश संयुक्त कार्य समूह
5 एवं 6 दिसंबर, 2022 को भारत तथा बांग्लादेश के बीच सुरक्षा और सीमा प्रबंधन पर संयुक्त कार्य समूह (Joint Working Group-JWG) की 18वीं बैठक आयोजित की गई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल तथा गृह मंत्रालय के अपर सचिव द्वारा किया गया। वहीं बांग्लादेश सरकार के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व बांग्लादेश सरकार के अतिरिक्त सचिव ए. के. मुखलेसुर रहमान ने किया। इस बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने सीमा प्रबंधन और सामान्य सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर बातचीत की। चर्चा के महत्वपूर्ण मुद्दे दोनों देश सुरक्षा और सीमा संबंधी मुद्दों पर आपसी सहयोग को गहरा एवं मजबूत करने पर सहमत हुए। बैठक में
संगठन एवं फोरम
भारत की जी-20 समूह की अध्यक्षता
1 दिसंबर, 2022 को भारत ने औपचारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की। भारत 30 नवंबर, 2023 तक इस समूह की अध्यक्षता करेगा। अध्यक्षता ग्रहण करने के अवसर पर भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा भारतीय अध्यक्षता की थीम का अनावरण किया गया। अध्यक्षता की थीमः ‘वसुधैव कुटुंबकम-एक पृथ्वी, एक परिवार एक भविष्य’ (One Earth, One Family, One Future)। वर्ष 2023 में जी-20 शिखर बैठक का आयोजन नई दिल्ली में किया जाएगा। महत्वपूर्ण बिंदु एजेंडाः भारतीय प्रधानमंत्री ने जी-20 में भारत के एजेंडे को ‘समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्रवाई उन्मुख’ (Inclusive, Ambitious, Action-Oriented) के रूप में वर्णित किया है। भारतीय अनुभवों को साझा करनाः जी-20 की अध्यक्षता
द्विपक्षीय संबंध
भारत-इजराइल संबंध
1 दिसंबर, 2022 को इजराइल के राष्ट्रपति इसाक हर्जोग ने ‘इजराइल संग्रहालय’ (Israel Museum) में आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेकर ‘बॉडी ऑफ फेथः स्कल्प्चर फ्रॉम द नेशनल म्यूजियम ऑफ इंडिया’ (Body Of Faith: Sculpture From The National Museum of India) नामक नई प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। येरुशलम के गीवट राम नामक स्थान पर एक पहाड़ी के ऊपर स्थित इस संग्रहालय की स्थापना 1965 में इजराइल के राष्ट्रीय संग्रहालय के रूप में की गई थी। इसके आस-पास ही इजराइल का सर्वाेच्च न्यायालय तथा हिब्रू विश्वविद्यालय भी स्थित है। महत्वपूर्ण बिंदु प्रदर्शनी का परिचयः हिब्रू में इस प्रदर्शनी का शाब्दिक अर्थ ‘पदार्थ के
अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम
अमेरिका का मुद्रास्फ़ीति न्यूनीकरण अधिनियम तथा यूरोपीय देशों की चिंताएं
हाल ही में यूरोपीय देशों ने अमेरिका के नवीन मुद्रास्फीति न्यूनीकरण अधिनियम (Inflation Reduction Act-IRA) पर व्यापक चिंता व्यक्त की है। अमेरिका द्वारा इस अधिनियम को 16 अगस्त, 2022 को कानून में हस्ताक्षरित किया गया था। यह अधिनियम जो बाइडेन की महत्वाकांक्षी ‘बिल्ड बैक बेटर योजना’ (Build Back Better Scheme) का एक लघु संस्करण है, जिसे 2021 के अंत में सीनेट की स्वीकृति नहीं मिल सकी थी। यूरोपीय देशों का मानना है कि मुद्रास्फीति न्यूनीकरण अधिनियम (IRA) गैर-अमेरिकी कंपनियों के लिए भेदभावपूर्ण है। अधिनियम के संदर्भ में परिचयः मुद्रास्फीति न्यूनीकरण अधिनियम (IRA) देश के संघीय खर्च, टैक्स ब्रेक, क्रेडिट और लेवी के संदर्भ में
वैश्विक न्यूनतम कर
दिसंबर, 2022 में यूरोपीय संघ के सदस्य, बड़े व्यवसायों (Big businesses) पर न्यूनतम 15% कर लागू करने के लिए सैद्धांतिक रूप से सहमत हुए। महत्वपूर्ण बिंदु परिचयः वैश्विक न्यूनतम कर (GMT) अंतरराष्ट्रीय समझौते के माध्यम से विश्व के अधिकांश देशों में कॉर्पोरेट आय पर कराधान की न्यूनतम दर लगाने का एक समझौता प्रस्ताव है। आरंभः वर्ष 2021 में रोम में आयोजित G-20 शिखर सम्मेलन में वैश्विक कॉर्पोरेट न्यूनतम कर (Global Corporate Minimum Tax) को मंजूरी दी गई थी। भारत के साथ 136 देश इस व्यवस्था को लागू करने के पक्ष में हैं। OECD की योजनाः बड़े व्यवसायों पर 15% की न्यूनतम कर दर
रिपोर्ट एवं सूचकांक
टर्निंग द टाइड ऑन इंटरनल डिस्प्लेसमेंटः ए डेवलपमेंट एप्रोच टू साल्युसंस
29 नवंबर, 2022 को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा ‘टर्निंग द टाइड ऑन इंटरनल डिस्प्लेसमेंटः ए डेवलपमेंट एप्रोच टू साल्युसंस’ (Turning the tide on internal displacement: A development approach to solutions) रिपोर्ट जारी की गई। यह पहली बार है कि वर्ष 2022 में 100 मिलियन से अधिक लोगों के मध्य अस्वाभाविक प्रवास (Unusual migration) देखने को मिला है। इसमें से अधिकांश प्रवासी आंतरिक रूप से विस्थापित (Internal Migration) हुए हैं। रिपोर्ट के महत्वपूर्ण बिंदु प्रवास के प्रमुख कारणः वर्ष 2021 के अंत में संघर्ष, हिंसा, आपदाओं और जलवायु परिवर्तन (Conflict, violence, disasters and climate change) के कारण लगभग 59 मिलियन से
कोविड-19 महामारी के पश्चात वैश्विक रोजगार परिदृश्य
हाल ही में अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) द्वारा दो रिपोर्टें जारी की गई है, जिसमें महामारी के पश्चात वैश्विक रोजगार परिदृश्य का मूल्यांकन किया गया है। प्रथम रिपोर्ट रिपोर्ट का नामः ‘वैश्विक मजदूरी रिपोर्ट 2022-23: वेतन और क्रय शक्ति पर मुद्रास्फीति एवं COVID-19 का प्रभाव’ (Global Wage Report 2022-23: The Impact of inflation and COVID-19 on wages and purchasing power)। चर्चा के विषयः इसके अंतर्गत दोहरे संकटों के रूप में मुद्रास्फीति तथा आर्थिक मंदी की चर्चा की गई है। मुख्य बिंदुः रिपोर्ट के अनुसार, इन संकटों के कारण वैश्विक स्तर पर वास्तविक मासिक वेतन (Real monthly wages) में ‘आश्चर्यजनक गिरावट’ (Striking fall) देखने को
अंतरराष्ट्रीय संघर्ष एवं विवाद
यूक्रेन की 10 सूत्री शांति योजना
26 नवंबर, 2022 को भारतीय प्रधानमंत्री के साथ टेलीफोन पर वार्ता के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने भारत से उसकी ‘10 सूत्री शांति योजना’ (10 point peace plan) पर समर्थन मांगा है। महत्वपूर्ण बिंदु यूक्रेन ने सर्वप्रथम नवंबर, 2022 में G-20 समूह के शिखर सम्मेलन में अपनी इस शांति योजना की घोषणा की थी। इस योजना में निम्नलिखित मांगों को शामिल किया गया हैः विकिरण और परमाणु सुरक्षाः यूक्रेन के जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Zaporizhzhya Nuclear Power Plant) के आस-पास सुरक्षा बहाल करना; यह यूरोप का सबसे बड़ा संयंत्र है तथा अब रूस के कब्जे में है। खाद्य सुरक्षाः विश्व के
संक्षिप्तिकी
भारत-मध्य एशिया के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक
6 दिसंबर, 2022 को प्रथम ‘भारत-मध्य एशिया के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक’ (India-Central Asia National Security Advisors meeting) आयोजित की गई। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने मध्य एशियाई देशों- कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के अपने समकक्षों के साथ हुई इस बैठक की मेजबानी की। महत्वपूर्ण बिंदु बैठक के संदर्भ में: यह बैठक जनवरी 2022 में आभासी रूप में आयोजित ‘भारत-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन’ (India-Central Asia Summit) का परिणाम थी; इस सम्मेलन की मेजबानी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा की गई थी। भागीदार देशः सम्मेलन में कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के नेताओं ने भाग लिया था
भारत-नेपाल संबंध
25 दिसंबर, 2022 को पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने नेपाल के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। ध्यान रहे कि वर्ष 2015-2016 तथा वर्ष 2018-2021 तक ओली के कार्यकाल के दौरान भारत-नेपाल संबंधों में कड़वाहट देखने को मिली थी। वर्ष 2021 में देउबा के प्रधानमंत्री बनने के पश्चात् भारत-नेपाल संबंधों में सुधार हुआ। भारत-नेपाल: सहयोग के क्षेत्र व्यापार एवं अर्थव्यवस्थाः भारत, नेपाल का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार देश है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय व्यापार लगभग 7 बिलियन अमेरिकी डॉलर को पार कर गया। नेपाल में कुल विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) स्टॉक में भारत की भागीदारी
अंतरराष्ट्रीय इलेक्ट्रोटेक्निकल कमीशन
नवंबर, 2022 में भारत ने वर्ष 2023-25 के कार्यकाल हेतु अंतरराष्ट्रीय इलेक्ट्रोटेक्निकल कमीशन (IEC) के उपाध्यक्ष और रणनीतिक प्रबंधन बोर्ड (SMB) की अध्यक्षता का पद प्राप्त किया है। महत्वपूर्ण बिंदु अंतरराष्ट्रीय इलेक्ट्रोटेक्निकल कमीशनः IEC एक वैश्विक एवं गैर-लाभकारी सदस्यता संगठन (Not-for-Profit Membership Organization) है, जो 170 से अधिक देशों को एक साथ लाने तथा विश्व भर के लगभग 20,000 विशेषज्ञों के मध्य कार्यों के समन्वय का कार्य करता है। विशेषता एवं कार्यः यह एक ‘अंतरराष्ट्रीय मानक-स्थापना निकाय’ (International standard-setting body) है जो सभी प्रकार की विद्युत, इलेक्ट्रॉनिक तथा संबंधित प्रौद्योगिकियों के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों का प्रकाशन करता है। मानकीकरण प्रबंधन बोर्डः SMB अंतरराष्ट्रीय इलेक्ट्रोटेक्निकल
जापान की नवीन परमाणु ऊर्जा नीति
19 दिसंबर, 2022 को जापान ने वैश्विक ऊर्जा संसाधनों की कमी के मध्य स्थिर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने तथा कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिये परमाणु ऊर्जा के अधिक उपयोग को बढ़ावा देने वाली एक नवीन नीति को अपनाया है। महत्वपूर्ण बिंदु वर्तमान नीति के विपरीतः जापान में वर्ष 2011 में फुकुशिमा संकट के पश्चात परमाणु फेज-आउट योजना (Nuclear phase-out plan) को अपनाया था। इसमें जापान ने चरणबद्ध रूप में परमाणु ऊर्जा के उपयोग में कमी करने तथा परमाणु संयंत्रों को बंद करने की योजना बनाई थी। नवीन नीति के प्रावधानः इसके अंतर्गत वर्तमान परमाणु रिएक्टरों को यथासंभव पुनः
मानचित्र के माध्यम से
ओकावांगो डेल्टा
हाल ही में यह पता चला है कि तेल कंपनियों द्वारा तेल खनन को बढ़ावा देने के कारण अफ्रीका के प्रतिष्ठित जैव विविधता हॉटस्पॉट-ओकावांगो डेल्टा (Okavango delta) के समक्ष अनेक खतरे उत्पन्न हो रहे हैं।इस डेल्टा का निर्माण अंगोला के ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों से निकलने वाली ओकावांगो नदी से होता है। इस डेल्टा में स्थायी दलदली भूमि और मौसमी बाढ़ ग्रस्त मैदान शामिल
न्यूज़ बुलेट्स
अंतरराष्ट्रीय ज्वार-बाजरा वर्ष-2023 का उद्घाटन समारोह
6 दिसंबर, 2022 को खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) के मुख्यालय-रोम (इटली) में अंतरराष्ट्रीय ज्वार-बाजरा वर्ष-2023 का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। कृषि और किसान कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती शोभा करंदलाजे ने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की सचिव श्रीमती शुभा ठाकुर के साथ भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। ध्यान रहे कि, भारत के प्रस्ताव पर 28 फरवरी 2021 को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय ज्वार-बाजरा वर्ष (International Year of Millets) घोषित किया गया
वासेनार अरेंजमेंट 26वीं वार्षिक बैठक
30 नवंबर से 1 दिसंबर 2022 के मध्य आस्ट्रिया की राजधानी वियना में ‘वासेनार अरेंजमेंट’ (Wassenaar Arrangement-WA) की 26वीं वार्षिक बैठक आयोजित की गई थी। वासेनार अरेंजमेंट (1996) 42 सदस्य देशों के साथ ‘बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्था’ (MECR) का भाग है। यह पारंपरिक हथियारों तथा दोहरे उपयोग वाली प्रणालियों एवं तकनीकों के हस्तांतरण में पारदर्शिता एवं उत्तरदायित्व को बढ़ावा देता है। MECR के अंतर्गत वासेनार अरेंजमेंट के साथ-साथ परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (NSG-1975), ऑस्ट्रेलिया समूह (AG-1985) तथा मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (MTCR-1987) व्यवस्थाओं को शामिल किया जाता है। भारत NSG को छोड़कर अन्य तीनों व्यवस्थाओं (MTCR, WA एवं AG) का सदस्य
जर्मनी की विदेश मंत्री की भारत यात्र
05-06 दिसंबर, 20222 को जर्मनी की विदेश मंत्री सुश्री अन्नालीना बेयरबॉक ने भारत की दो दिवसीय यात्र की। 05 दिसंबर, 2022 को भारत तथा जर्मनी के विदेश मंत्रियों ने द्विपक्षीय बैठक में प्रवासन और गतिशीलता समझौते (Migration and Mobility Agreement) पर हस्ताक्षर किए। इससे दोनों देशों के लोगों को एक-दूसरे के देश में अध्ययन, अनुसंधान तथा कार्य करने के लिए आसान पहुंच की सुविधा प्राप्त हो सकेगी। 06 दिसंबर, 2022 को जर्मनी की विदेश मंत्री ने भारतीय निर्वाचन आयोग का दौरा किया, जहां उन्होंने भारत की निर्वाचन प्रणाली के विषय में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। भारत और जर्मनी, दोनों इंटरनेशनल
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की अध्यक्षता
1 दिसंबर, 2022 को भारत ने वर्ष 2021-22 में परिषद के निर्वाचित सदस्य के रूप में अपने दो वर्ष के कार्यकाल में दूसरी बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की मासिक अध्यक्षता प्राप्त की है। इससे पहले, भारत ने अगस्त 2021 में UNSC की अध्यक्षता की थी। UNSC संयुक्त राष्ट्र के 6 प्रमुख अंगों (अन्य पांच- महासभा, ट्रस्टीशिप काउंसिल, आर्थिक और सामाजिक परिषद, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय और सचिवालय) में से एक है। UNSC 15 सदस्यों (5 स्थायी और 10 गैर-स्थायी) वाली एक परिषद है। इसके पांच स्थायी सदस्य अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन
भूजल पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन-2022
7-8 दिसंबर, 2022 को यूनेस्को (UNESCO) के मुख्यालय-पेरिस (फ्रांस) में भूजल पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन का आयोजन संयुक्त राष्ट्र-जल (UN-Water), यूनेस्को (UNESCO) और अंतरराष्ट्रीय भूजल संसाधन आकलन केंद्र (International Groundwater Resources Assessment Centre) द्वारा किया गया था। इसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर भूजल संरक्षण पर जागरूकता में वृद्धि करना था। सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र-जल (UN-Water) द्वारा 2022 में वर्ष भर चलाए गए ‘भूजल: अदृश्य को दृश्य बनाना’ (Groundwater: Making the invisible visible) अभियान के पूरा होने पर विशेष प्रकाश डाला
गोबलिन मोड
5 दिसंबर 2022 को ‘गोबलिन मोड’ (Goblin Mode) को वर्ष 2022 के लिए ‘वर्ड ऑफ द ईयर’ (Oxford's Word of the Year for 2022) घोषित किया गया है। यह एक ‘स्लैंग शब्द’ (Slang term) है। इसे सामान्य रूप से अनैतिक, आत्म-अनुग्रहकारी, आलसी, गंदे अथवा लालची अर्थ में प्रयुक्त किया जाता। इस श्रेणी में द्वितीय तथा तृतीय स्थान क्रमशः मेटावर्स (Metaverse) तथा रुआईस्टैंडविद (#IStandWith) को प्राप्त हुआ है। पिछले 12 महीनों में सर्वाधिक प्रयोग किए जाने वाले शब्द को प्रत्येक वर्ष ‘ऑक्सफोर्ड वर्ड ऑफ द ईयर’ के रूप में चुना जाता
अंतरराष्ट्रीय लुसोफोन महोत्सव-2022
03-06 दिसंबर, 2022 के मध्य अंतरराष्ट्रीय लुसोफोन महोत्सव (International Lusophone Festival)- 2022 का आयोजन विदेश मंत्रालय, भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद और गोवा सरकार के सहयोग से किया गया था। पुर्तगाली को अपनी आधिकारिक भाषा के रूप में प्रयोग करने वाले देशों (इनमें से अधिकांश देश पुर्तगाल के उपनिवेश थे) को लुसोफोन कहा जाता है। 30 करोड़ वक्ताओं के साथ, पुर्तगाली विश्व में छठी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। वर्ष 1996 में पुर्तगाली बोलने वाले देशों ने ‘पुर्तगाली भाषा देशों का समुदाय’ (CPLP) की स्थापना की। भारत जुलाई, 2021 में एक सहयोगी पर्यवेक्षक के रूप में CPLP में शामिल हुआ
ओपेक +
1 दिसंबर, 2022 को एक बैठक में ओपेक+ समूह ने अपने तेल उत्पादन लक्ष्यों पर बने रहने पर सहमति व्यक्त की। OPEC (1960): यह एक स्थायी एवं अंतर-सरकारी संगठन है। इसकी स्थापना ईरान, इराक, कुवैत, सऊदी अरब और वेनेजुएला द्वारा की गई थी। सदस्यः 14 देश- ईरान, इराक, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, अल्जीरिया, लीबिया, नाइजीरिया, गैबॉन, इक्वेटोरियल गिनी, कांगो गणराज्य, अंगोला, इक्वाडोर और वेनेजुएला। ओपेक+ (OPEC+): यह ओपेक सदस्यों तथा विश्व के 10 प्रमुख गैर-ओपेक तेल निर्यातक देशों का गठबंधन हैं।सदस्य (ओपेक देशों के अलावा): अजरबैजान, बहरीन, ब्रुनेई, कजाखस्तान, मलेशिया, मैक्सिको, ओमान, रूस, दक्षिण सूडान और
भारत-अमेरिका
12-13 दिसंबर, 2022 को नई दिल्ली में भारत-यूएसए काउंटर टेररिज्म संयुक्त कार्य दल (India-USA Counter Terrorism Joint Working Group) की 19वीं बैठक और भारत-यूएसए डेजिगनेशन डायलॉग (India-USA Designation Dialogue) का 5वां सत्र आयोजित किया गया। दोनों पक्षों ने आपसी सुरक्षा और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए अपनी गहन रणनीतिक साझेदारी की पुष्टि की। बैठक में यह दोहराया गया कि आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी संस्थाओं द्वारा उत्पन्न खतरों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। साथ ही, अल-कायदा, ISIS, लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अल
अंडमान-निकोबार तथा इंडोनेशिया के आचेह प्रांत के मध्य बैठक
19 दिसंबर, 2022 को पोर्ट ब्लेयर में अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह (एएनआई) तथा इंडोनेशिया के आचेह प्रांत के मध्य कनेक्टिविटी के विकास पर संयुक्त कार्य बल (Joint Task Force-JTF) की बैठक का दूसरा संस्करण आयोजित किया गया। दोनों देश इन क्षेत्रों के मध्य आपसी व्यापार, पर्यटन तथा लोगों के मध्य संपर्क को बढ़ावा देने के उपायों का प्रयास कर रहे हैं। JTF का दूसरा संस्करण 2019 में आयोजित किया गया था जबकि तीसरे संस्करण को वर्ष 2023 में आचेह प्रांत में आयोजित किया

नवीन प्रौद्योगिकी
फ्यूजन एनर्जी ब्रेकथ्रू
दिसंबर 2022 में संयुक्त राज्य अमेरिका के वैज्ञानिकों ने पहली बार परमाणु संलयन प्रतिक्रिया (Nuclear fusion reaction) से शुद्ध ऊर्जा लाभ (Net Energy Gain) हासिल किया है, वैज्ञानिक इसे भविष्य के लिए ऊर्जा का सर्वाधिक भरोसेमंद स्रोत मानते हैं। यह प्रयोग कैलिफोर्निया में लॉरेंस लिवरमोर नेशनल लेबोरेटरी (Lawrence Livermore National Laboratory) में किया गया। प्रयोग के संदर्भ में जड़त्वीय संलयन विधिः वैज्ञानिकों द्वारा व्यापक ऊर्जा तथा तापमान उत्पन्न करने के लिए जड़त्वीय संलयन (Inertial fusion) विधि का उपयोग किया गया। इसके अंतर्गत उच्च-ऊर्जा वाले लेजर बीम (High-energy laser beam) का उपयोग किया जाता है। चुंबकीय संलयन विधिः दक्षिणी फ्रांस में अंतरराष्ट्रीय सहयोग से
जैव प्रौद्योगिकी
कैंसर थेरेपी का एक नया रूप: बेस एडिञटग
दिसंबर 2022 में यूनाइटेड किंगडम के वैज्ञानिकों ने टी-सेल एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया (T-cell Acute Lymphoblastic Leukemia: T-ALL) से पीड़ित मरीज में कैंसर थेरेपी के एक नए रूप ‘बेस एडिटिंग’ (Base Editing) का पहली बार सफल परीक्षण किया है। टी-सेल एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया को कैंसर का एक रूप माना जाता है। एलिसिया नामक एक किशोरी लड़की ‘बेस एडिटिंग’ नामक एक नई तकनीक के तहत उपचार प्राप्त करने वाली पहली इंसान बन गई हैं। परीक्षण के संदर्भ में लंदन में स्थित ग्रेट ऑरमंड स्ट्रीट अस्पताल (Great Ormond Street Hospital) की एक टीम द्वारा एक स्वस्थ दाता से प्राप्त नमूने के माध्यम से एक नए प्रकार
संचार-प्रौद्योगिकी
भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशन उपग्रह प्रणाली- नाविक
अंतरिक्ष विभाग के केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने हाल ही में संसद में कहा कि भारत की नाविक (NavIC) प्रणाली के नागरिक उपयोग को बढ़ावा देने के लिए इसरो भविष्य के अपने सभी उपग्रहों में एल1 आवृत्ति (L1 frequency) की शुरुआत करेगा। नाविक (NavIC- Navigation with Indian Constellation) अमेरिकी जीपीएस के समान भारत की स्वायत्त क्षेत्रीय उपग्रह नेविगेशन प्रणाली है, जो सटीक रीयल-टाइम पोजिशनिंग और टाइमिंग सेवाएं प्रदान करती है। यह भारत और इसके आस-पास के 1,500 किमी. तक विस्तृत क्षेत्र को कवर करती है। महत्वपूर्ण बिंदु वर्तमान स्थितिः NavIC उपग्रह प्रणाली में 7 उपग्रहों द्वारा पोजिशनिंग डेटा (Positioning Data) प्रदान करने
मसौदा राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा रणनीति
14 दिसंबर, 2022 को लोक सभा में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (National Security Council Secretariat - NSCS) ने एक मसौदा रणनीति तैयार की है, जिसमें राष्ट्रीय साइबरस्पेस की सुरक्षा के मुद्दे को समग्र रूप से शामिल किया गया है। हालांकि इस रणनीति के कार्यान्वयन की समय-सीमा और अन्य विवरणों की जानकारी नहीं दी गई है। राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा रणनीति के संदर्भ में उद्देश्यः इसमें साइबरस्पेस के लिए एक पृथक विधायी ढांचे के निर्माण तथा खतरों, प्रतिक्रियाओं एवं शिकायतों को दूर करने के लिए एक शीर्ष निकाय
इंडिया इंटरनेट गवर्नेंस फ़ोरम
11 दिसंबर, 2022 को इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री ने ‘इंडिया इंटरनेट गवर्नेंस फोरम-2022’ [India Internet Governance Forum-2022 (IIGF-2022)] के समापन समारोह को संबोधित किया। इंडिया इंटरनेट गवर्नेंस फोरम-2022 की बैठक 9-11 दिसंबर, 2022 के मध्य आयोजित की गई। बैठक की थीमः "भारत के सशक्तीकरण के लिये प्रौद्योगिकी के दशक का उपयोगय् (Leveraging Techade for Empowering Bharat)। आयोजन का उद्देश्यः डिजिटलीकरण के रोडमैप पर चर्चा करना तथा इंटरनेट गवर्नेंस पर अंतरराष्ट्रीय नीति विकास में भारत की भूमिका को उजागर करना। IIGF के संदर्भ में आरंभः इसकी पहली बैठक वर्ष 2006 में आयोजित की गई थी। इसका गठन संयुक्त राष्ट्र
अंतरिक्ष/ब्रह्माण्ड विज्ञान
स्पेसटेक इनोवेशन नेटवर्क
6 दिसंबर, 2022 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation - ISRO) और सोशल अल्फा (Social Alpha) ने स्पेसटेक इनोवेशन नेटवर्क (Space Tech Innovation Network - SpIN) लॉन्च करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। ध्यान रहे कि सोशल अल्फा एक मल्टीस्टेज इनोवेशन क्यूरेशन और वेंचर डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म (Multistage Innovation Curation and Venture Development Platform) है, जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी से संबंधित गतिविधियों का समर्थन करता है। यह टाटा ट्रस्ट, भारत सरकार तथा अन्य शैक्षणिक, परोपकारी और कॉर्पोरेट भागीदारों के प्रायोजन के साथ, प्रौद्योगिकी और व्यापार ऊष्मायन बुनियादी ढांचे (Technology and Business Incubation Infrastructure) के एक
सतही जल एवं महासागर स्थलाकृति (SWOT) अंतरिक्ष उपग्रह
16 दिसंबर, 2022 को स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट (SpaceX Falcon 9 rocket) की सहायता से सतही जल एवं महासागर स्थलाकृति (Surface Water and Ocean Topography - SWOT) अंतरिक्ष उपग्रह लांच किया गया। SWOT उपग्रह के संदर्भ में निर्माण एवं प्रबंधनः SWOT उपग्रह को कनाडा की अंतरिक्ष एजेंसी (Canadian Space Agency - CSA) एवं यूनाइटेड किंगडम की अंतरिक्ष एजेंसी (United Kingdom Space Agency - UKSA) के योगदान से नासा (NASA) तथा फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी- नेशनल सेंटर फॉर स्पेस स्टडीज (National Center for Space Studies) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित और प्रबंधित किया गया है। उद्देश्यः यह उपग्रह पृथ्वी के सतही जल का सर्वेक्षण
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
स्टिफ़-पर्सन सिंड्रोम
हाल ही में फ्रांसीसी-कनाडाई गायिका सेलीन डायोन ने स्वयं के स्टिफ-पर्सन सिंड्रोम (Stiff-Person Syndrome - SPS) से पीड़ित होने की जानकारी दी। यह एक दुर्लभ न्यूरोलॉजिकल स्थिति है, जिसमें मांसपेशियों में अनियंत्रित रूप से ऐंठन होने लगती है। क्या है स्टिफ़-पर्सन सिंड्रोम? न्यूरोलॉजिकल रोगः यह एक दुर्लभ स्नायविक स्थिति (Neurological Condition) है, जिसके कारण अस्थिर एवं प्रगतिशील मांसपेशियों में अनियंत्रित रूप से ऐंठन (Fluctuating but Progressive muscle stiffness and spasm) होने लगती है। खोजः इस शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम 1920 के दशक में (‘स्टिफमैन सिंड्रोम’ के रूप में) किया गया था। इस बीमारी में रोगी का शरीर अत्यंत कठोर हो जाता है।
राष्ट्रीय दुर्लभ रोग नीति
हाल ही में राज्यसभा सांसद फौजिया खान ने दुर्लभ बीमारियों पर राष्ट्रीय नीति (National Policy of Rare Diseases - NPRD) के आरंभ होने के कई महीनों के बाद भी इसके लाभ दुर्लभ बीमारियों वाले किसी भी मरीज तक नहीं पहुंचने पर चिंता व्यक्त की। नीति के संदर्भ में आरंभः केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा मार्च 2021 में NPRD को अधिसूचित किया गया था। दुर्लभ रोगों का वर्गीकरणः इस नीति के तहत दुर्लभ रोगों को मुख्य रूप से तीन समूहों में वर्गीकृत किया गया हैः समूह 1: एक बार उपचार की आवश्यकता वाले रोग। समूह 2: दीर्घकालिक या आजीवन उपचार की आवश्यकता वाले रोग। समूह
रक्षा प्रौद्योगिकी
आईएनएस मोरमुगाओ भारतीय नौसेना में शामिल
18 दिसंबर, 2022 को परियोजना 15बी (Project 15B) वर्ग के दूसरे युद्धपोत आईएनएस मोरमुगाओ (INS Mormugao) को मुंबई में नौसेना डॉकयार्ड में कमीशन किया गया। इस श्रेणी के पहले जहाज आईएनएस विशाखापट्टनम (INS Visakhapatnam) को नवंबर 2021 में नौसेना में शामिल किया गया था। आईएनएस मोरमुगाओ के संदर्भ में आरंभ एवं समुद्री परीक्षणः वर्ष 2016 में इस युद्धपोत का जलावतरण तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर द्वारा किया गया था, जबकि इसका समुद्री परीक्षण गोवा मुक्ति के 60 वर्ष पूरे होने के अवसर पर वर्ष 2021 में शुरू किया गया था। विशेषताः यह एक स्टील्थ गाइडेड-मिसाइल विध्वंसक युद्धपोत (Stealth guided-missile destroyer) है, जो
अग्नि-5 का सफ़ल परीक्षण
15 दिसंबर, 2022 को भारत द्वारा सबसे लंबी दूरी की परमाणु-सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 (Nuclear-capable ballistic missile Agni-5) का रात्रि परीक्षण (Night Trials) सफलतापूर्वक किया गया। परीक्षण स्थलः इस मिसाइल को एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप, ओडिशा (APJ Abdul Kalam Island, Odisha) से सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। अग्नि-5 मिसाइल उन्नत बैलिस्टिक मिसाइलः अग्नि-5 एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (Integrated Guided Missile Development Programme - IGMDP) के तहत विकसित सतह-से-सतह पर मार करने वाली उन्नत बैलिस्टिक मिसाइल (Advanced ballistic missile) है। कार्यप्रणालीः यह दागो और भूल जाओ सिद्धांत (Fire and forgets theory) पर कार्य करती है, जिसे इंटरसेप्टर मिसाइल (Interceptor missile) के बिना रोका नहीं
रिपोर्ट एवं सूचकांक
विश्व मलेरिया रिपोर्ट, 2022
9 दिसंबर, 2022 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा विश्व मलेरिया रिपोर्ट-2022 (World Malaria Report-2022) जारी की गई। यह रिपोर्ट विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रतिवर्ष जारी की जाती है। इस रिपोर्ट में विश्व भर में मलेरिया नियंत्रण और उन्मूलन की दिशा में प्राप्त रुझानों का एक व्यापक और अद्यतन मूल्यांकन (Comprehensive and up-to-date assessment) प्रदान किया जाता है। रिपोर्ट के महत्वपूर्ण बिंदु दर्ज किए गए कुल मामले एवं मौतें: वर्ष 2021 में विश्व भर में मलेरिया के अनुमानित 24.7 करोड़ मामले दर्ज किए गए तथा इस बीमारी से लगभग 6,19,000 मौतें हुईं। कारणः दर्ज की गई मौतों में से लगभग दो-तिहाई मौतें महामारी के
संक्षिप्तिकी
डिजी यात्रा
1 दिसंबर, 2022 को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, नई दिल्ली से ‘डिजी यात्रा सुविधा केंद्र’ (Digi Yatra facility) की शुरुआत की। आरंभ में, इस तकनीक को देश के तीन हवाई अड्डों- नई दिल्ली, वाराणसी और बेंगलुरू पर लागू किया जा रहा है। डिजी यात्रा के संदर्भ में डिजी यात्रा क्या हैः ‘डिजी यात्रा’ की परिकल्पना ‘चेहरे की पहचान प्रौद्योगिकी’ (Facial recognition technology - FRT) पर आधारित हवाई अड्डों पर यात्रियों के संपर्क रहित, निर्बाध प्रसंस्करण को प्राप्त करने के लिए की गई है। उद्देश्यः डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग करके यात्रियों को सरल एवं आसान सुविधाएं
जोंबी वायरस
हाल ही में, फ्रांसीसी वैज्ञानिकों ने रूस के ‘याकुटिया प्रांत’ (Yakutia province) में युकेची अलास (Yukechi Alas) नामक स्थान पर एक जमी हुई झील (Frozen lake) यानी पर्माफ्रॉस्ट के नीचे 48,500 वर्ष पुराने ‘जोंबी वायरस’ (Zombie virus) की खोज की है। इस खोज ने वर्ष 2013 में साइबेरिया में इसी टीम द्वारा खोजे गए 30,000 वर्ष पुराने वायरस के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। पर्माफ्रॉस्ट क्या हैः उत्तरी गोलार्द्ध का लगभग एक चौथाई भाग स्थायी रूप से जमी हुई भूमि (Frozen Land) के रूप में है, जिसे पर्माफ्रॉस्ट (Permafrost) कहा जाता है। ज़ोंबी वायरस क्या है? ‘जोंबी वायरस’ नामक शब्द एक ऐसे
एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन
दिसंबर 2022 में गोपनीयता प्रयासों (Privacy effort) के एक भाग के रूप में एप्पल कंपनी (Apple Company) ने घोषणा की कि वह अब पूर्ण एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन प्रदान करेगी। एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के सन्दर्भ में अर्थ एवं अवधारणाः एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन एक संचार प्रक्रिया है, जो दो उपकरणों के बीच साझा किए जा रहे डेटा को एन्क्रिप्ट (Encrypts data) करती है। यह क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर्स (Cloud service providers), इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (ISPs) और साइबर क्रिमिनल्स (Cyber criminals) जैसे थर्ड पार्टीज से डेटा ट्रांसफर होने के दौरान उसे सुरक्षित रखता है। विशेषताएं: एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन की प्रक्रिया एक एल्गोरिथ्म का उपयोग करती है, जो मानक पाठ (Standard text)
न्यूज़ बुलेट
ओपन आई का चैट जीपीटी
दिसंबर 2022 में Open AI नामक कंपनी द्वारा ‘चैट जीपीटी’ (ChatGPT) नामक एक नया चैटबॉट पेश किया गया। यह एक ‘संवादात्मक’ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) है, जो मानव की भांति ही प्रश्नों का उत्तर देगा। चैटबॉट्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का ही एक रूप हैं, जिनका उपयोग मैसेजिंग ऐप में किया जाता है। ये स्वचालित प्रोग्राम होते हैं, जो ग्राहकों के साथ मानव की तरह बातचीत करते हैं और इसमें संलग्न होने के लिये नाममात्र/न के बराबर शुल्क का भुगतान करना होता है। अमेजॅन के एलेक्सा जैसे आभासी सहायकों के रूप में उपयोग किये जाने वाले चैटबॉट इसके प्रमुख उदाहरण
ई-संजीवनीः भारतीय राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन सेवा
6 दिसंबर, 2022 को सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार भारत सरकार की मुफ्त टेलीमेडिसिन सेवा ई-संजीवनी ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए आश्चर्यजनक तरीके से 8 करोड़ टेली-परामर्श प्रदान करने का आंकड़ा पार किया है। ई-संजीवनी देश के डॉक्टरों के मध्य संवाद हेतु एक टेलीमेडिसिन सेवा है, जो डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से पारंपरिक प्रत्यक्षतः परामर्श का विकल्प प्रदान करती है। ई-संजीवनी ‘आयुष्मान भारत डिजिटल स्वास्थ्य मिशन’ का महत्त्वपूर्ण अंग है। इसका सर्वाधिक उपयोग करने वाले 10 राज्यों में- आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, तेलंगाना और गुजरात शामिल
‘कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन का परिचय’ पर परामर्श पत्र
29 नवंबर, 2022 को भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) द्वारा दूरसंचार नेटवर्क में ‘कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) का परिचय’ पर एक परामर्श पत्र जारी किया गया। यह सुविधा कॉल किये गए व्यक्ति को कॉलिंग पार्टी [‘ट्रूकॉलर’ (Truecaller) ‘भारत कॉलर आईडी और एंटी-स्पैम’ के समान] के संदर्भ में जानकारी प्रदान करेगी। इसके पीछे विचार यह सुनिश्चित करना है कि टेलीफोन ग्राहक को आने वाली कॉल्स के संदर्भ में सही जानकारी उपलब्ध हो सके, जिससे वे अज्ञात अथवा स्पैम कॉलर्स द्वारा उत्पीड़न को रोकने में सक्षम हो
जेनेटिकली मोडिफ़ाइड (GM) सरसों
दिसंबर 2022 में जेनेटिकली मोडिफाइड (GM) सरसों ‘धारा मस्टर्ड हाइब्रिड-11’ (DMH-11) का परीक्षण किया गया और इसे अधिक उत्पादक पाया गया। परीक्षण के अनुसार DMH-11, मधुमकि्खयों के प्राकृतिक परागण को नकारात्मक रूप से प्रभावित नहीं करता है। भारत में अब तक केवल एक GM फसल BT कपास की व्यावसायिक खेती को मंजूरी प्राप्त है। किंतु, हाल ही में जेनेटिक इंजीनियरिंग मूल्यांकन समिति (GEAC) द्वारा व्यावसायिक उपयोग के लिये GM सरसों की सिफारिश की गई
संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण
दिसंबर 2022 में भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (IISER) भोपाल के शोधकर्त्ताओं ने बरगद (Ficus benghalensis) तथा पीपल (Ficus religiosa) की पत्ती के ऊतकों के नमूनों से संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण (Whole Genome Sequencing) सफलतापूर्वक किया। सभी जीवों का एक अद्वितीय आनुवंशिक कोड या जीनोम होता है, जो न्यूक्लियोटाइड बेस एडेनिन (A), थाइमिन (T), साइटोसिन (C) और गुआनिन (G) से निर्मित होता है। बेस के क्रम का निर्धारण अनुक्रमण कहलाता है। संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण एक प्रयोगशाला प्रक्रिया है, जो एक प्रक्रिया में जीव के जीनोम में बेस के क्रम को निर्धारित करती

नवीकरणीय ऊर्जा
वैश्विक नवीकरणीय क्षमता पर आईईए की रिपोर्ट
6 दिसंबर, 2022 को अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (International Energy Agency - IEA) द्वारा नवीनीकरण ऊर्जा पर जारी की गई वार्षिक रिपोर्ट-2022 में कहा गया है कि वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता (Global Renewable Energy Potential) के अगले 5 वर्षों में लगभग दोगुनी होने की संभावना है। रिपोर्ट के महत्वपूर्ण बिंदु वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जाः रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता वर्ष 2022-2027 की अवधि में 2,400 गीगावॉट (GW) तक बढ़ने की संभावना है। लाभः यदि ऐसा होता है तो वर्ष 2025 के आरंभ में ही नवीकरणीय स्रोतों से उत्पन्न बिजली का उत्पादन कोयले द्वारा उत्पन्न बिजली की मात्र (वर्तमान में सबसे बड़े स्रोत) से
भारत में सौर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थिति
केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (Ministry of New and Renewable Energy) के अनुसार, सरकार ने अब तक लगभग 39,000 मेगावाट की क्षमता वाली सौर परियोजनाओं के विकास को मंजूरी (Approval) प्रदान की है, किंतु अधिकांश परियोजनाओं की वास्तविक क्षमता को अधिकृत (Authorized) नहीं किया जा सका है। सरकार द्वारा इन सौर परियोजनाओं को ‘सोलर पार्क और अल्ट्रा मेगा सौर ऊर्जा परियोजनाओं के विकास हेतु योजना’ (Scheme for Development of Solar Parks and Ultra Mega Solar Power Projects) के तहत मंजूरी दी गई थी। सोलर पार्क और अल्ट्रा मेगा सौर ऊर्जा परियोजनाओं के विकास हेतु योजना आरंभः वर्ष 2014 नोडल मंत्रालयः नवीन एवं
ऊर्जा संरक्षण (संशोधन) अधिनियम, 2022
19 दिसंबर, 2022 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा ऊर्जा संरक्षण (संशोधन) अधिनियम, 2022 [Energy Conservation (Amendment) Act, 2022] हस्ताक्षरित किया गया। विधेयक के रूप में इसे 12 दिसंबर, 2022 को राज्य सभा द्वारा तथा 8 अगस्त, 2022 को लोक सभा द्वारा पारित किया गया था। संदर्भः यह संशोधन अधिनियम, ऊर्जा संरक्षण अधिनियम-2001 में संशोधन करता है, जिसे अंतिम बार वर्ष 2010 में संशोधित किया गया था। उद्देश्यः भारत को जलवायु परिवर्तन पर अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में सहायता करना। संशोधन के प्रमुख प्रावधान गैर-जीवाश्म ऊर्जा स्रोतों के उपयोग की बाध्यताः सरकार किसी निर्दिष्ट उपभोत्तफ़ा (विशेषकर कंपनी) से ऊर्जा खपत का एक
सूचकांक एवं रिपोर्ट
स्वच्छता एवं पेयजल का वैश्विक विश्लेषण तथा आकलन रिपोर्ट
14 दिसंबर, 2022 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) तथा यूएन वाटर (UN-Water) द्वारा ‘स्वच्छता एवं पेयजल का वैश्विक विश्लेषण तथा आकलन’ (Global Analysis And Assessment Of Sanitation And Drinking Water - GLAAS) नामक रिपोर्ट जारी की गई। रिपोर्ट के महत्वपूर्ण बिंदु मानव संसाधन की कमीः एक-तिहाई से भी कम देशों ने जल, स्वच्छता एवं साफ-सफाई (WASH) से संबंधित कार्यों के प्रबंधन हेतु आवश्यक मानव संसाधन बनाए रखने की सूचना प्रदान की है। राष्ट्रीय लक्ष्यः विश्व के लगभग 45% देश अपने पेयजल लक्ष्यों को पूरा करने की राह पर हैं, किंतु अभी तक केवल 25% देशों ने ही अपने स्वच्छता लक्ष्यों को पूरा
वैश्विक जल संसाधनों की स्थिति रिपोर्ट: विश्व मौसम विज्ञान संगठन
29 नवंबर, 2022 को ‘विश्व मौसम विज्ञान संगठन’ (World Meteorological Organization - WMO) द्वारा अपनी पहली वार्षिक वैश्विक जल संसाधनों की स्थिति रिपोर्ट-2021 (State of Global Water Resources Report - 2021) जारी की गई। रिपोर्ट के महत्वपूर्ण बिंदु प्रमुख क्षेत्रः यह रिपोर्ट मुख्य रूप से तीन क्षेत्रों पर केंद्रित है- 1. जल प्रवाह (Water Flow): यह किसी भी समय नदीय धारा के माध्यम से बहने वाले जल की मात्र को संदर्भित करता है। वर्ष 2021 में अफ्रीका में नाइजर, वोल्टा, नील एवं कांगो जैसी प्रमुख नदियों के साथ-साथ रूस, पश्चिमी साइबेरिया तथा मध्य-एशिया में प्रवाहित होने वाली नदियों में जल की मात्र औसत प्रवाह
काली मृदा की वैश्विक स्थिति रिपोर्टः खाद्य एवं वृळषि संगठन
5 दिसंबर, 2022 को खाद्य एवं कृषि संगठन (Food and Agriculture Organization - FAO) द्वारा ‘विश्व मृदा दिवस’ के अवसर पर काली मृदा की वैश्विक स्थिति रिपोर्ट (Global Status Of Black Soils Report) जारी की गई। महत्वपूर्ण बिंदु विश्व मृदा दिवसः 5 दिसंबर काली मृदा और खाद्य सुरक्षा के समक्ष खतराः रिपोर्ट के अनुसार, विश्व के अधिकांश क्षेत्रों में काली मृदा के कार्बनिक गुणों में गिरावट देखने को मिली है, ऐसी स्थिति में मृदा के साथ-साथ खाद्य सुरक्षा उपायों को भी खतरों का सामना करना पड़ सकता है। काली मृदा की विशेषताः इस मृदा में अंतर्निहित उर्वरता के कारण इसके क्षेत्रों को अनेक देशों
पर्यावरणीय अवनयन व प्रदूषण
वायु प्रदूषण पर विश्व बैंक की रिपोर्ट
14 दिसंबर, 2022 को विश्व बैंक द्वारा ‘स्वच्छ वायु के लिये प्रयास: दक्षिण एशिया में वायु प्रदूषण और सार्वजनिक स्वास्थ्य’ (Striving for Clean Air : Air Pollution and Public Health in South Asia) नामक एक रिपोर्ट जारी की गई है। रिपोर्ट के मुख्य महत्वपूर्ण बिंदु एयरशेड (Airsheds): विश्व बैंक, एयरशेड को सामान्य भौगोलिक क्षेत्र के रूप में परिभाषित करता है_ जहाँ प्रदूषक एकत्रित होकर समान वायु गुणवत्ता का निर्माण करते हैं। रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण एशिया में छः बड़े एयरशेड मौजूद हैं, जहाँ एक क्षेत्र की वायु गुणवत्ता दूसरे क्षेत्र की वायु गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है- पश्चिमी/मध्य भारतीय-गंगा का मैदानः पंजाब
कार्यक्रम एवं पहल
नमामि गंगे परियोजना संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष 10 पहलों में शामिल
13 दिसंबर, 2022 को मॉन्ट्रियल में संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता सम्मेलन (COP 15) के दौरान संयुक्त राष्ट्र में भारत की ‘नमामि गंगे परियोजना’ (Namami Gange Project) को प्राकृतिक दुनिया को बहाल (Restoring Natural World) करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली 10 प्रमुख पहलों में शामिल किया गया। इस दौरान, प्रस्तुत की गई एक रिपोर्ट में यह बताया गया कि जलवायु परिवर्तन, जनसंख्या वृद्धि, औद्योगीकरण और सिंचाई गतिविधियों के कारण गंगा नदी को हिमालय से बंगाल की खाड़ी तक 2,525 किलोमीटर लंबे अपने संपूर्ण प्रवाह मार्ग में अवक्रमण का सामना करना पड़ा है। वर्ल्ड रेस्टोरेशन फ्लैगशिप परिचयः पारिस्थितिक तंत्र बहाली पर संयुक्त राष्ट्र दशक
जैव-विविधता पर अंतरराष्ट्रीय आदिवासी मंच
7 से 19 दिसंबर, 2022 के मध्य कनाडा के मॉन्ट्रियल में आयोजित जैविक विविधता पर संयुक्त राष्ट्र अभिसमय (CBD) के पक्षकारों के 15वें सम्मेलन (COP-15) में अनेक अन्य आदिवासी समूहों के साथ ‘जैव-विविधता पर अंतरराष्ट्रीय आदिवासी मंच’ (International Tribal Forum on Biodiversity - ITFB) द्वारा जोर देकर कहा गया है कि ‘पोस्ट-2020 ग्लोबल बायोडायवर्सिटी फ्रेमवर्क’ (Post-2020 Global Biodiversity Framework) को आदिवासी लोगों एवं स्थानीय समुदायों (Tribal people and local communities) के अधिकारों का सम्मान, संवर्द्धन तथा समर्थन करने की दिशा में कार्य करना चाहिए। जैव-विविधता पर अंतरराष्ट्रीय आदिवासी मंच (ITFB) गठनः ITFB का गठन नवंबर, 1996 में अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में
वन्य जीव संरक्षण
वन्य जीव (संरक्षण) संशोधन अधिनियम, 2022
19 दिसंबर, 2022 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा वन्य जीव (संरक्षण) संशोधन अधिनियम, 2022 [Wild Life (Protection) Amendment Act, 2022] को हस्ताक्षित किया गया। विधेयक के रूप में इसे 2 अगस्त, 2022 को लोक सभा द्वारा तथा 8 दिसंबर, 2022 को राज्य सभा द्वारा पारित किया गया था। इस संशोधन अधिनियम के माध्यम से वन्य जीवों एवं वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों पर अंतरराष्ट्रीय व्यापार अभिसमय (Convention on International Trade on Endangered Species of Wild Fauna and Flora - CITES) के तहत भारत द्वारा उठाए जाने वाले कदमों को प्रभावी बनाने का प्रयास किया गया है। नवीन संशोधन अधिनियम के माध्यम से वन्य
पारिस्थितिकी
तटीय लाल बालुका स्तूप
हाल ही में वैज्ञानिकों ने आंध्र प्रदेश सरकार को विशाखापत्तनम के ग्लेशियल-काल के तटीय लाल बालुका स्तूपों (Coastal Red Sand Dunes) की रक्षा करने का सुझाव दिया है। महत्वपूर्ण बिंदु परिचयः विशाखापत्तनम शहर को कई भूगर्भीय महत्व के स्थलों से समृद्ध माना जाता है। इनमें लाल बालुका स्तूप भी प्रसिद्ध हैं, जिन्हें स्थानीय रूप में ‘एर्रा मैटी डिब्बालु’ (Erra Matti Dibbalu) के नाम से जाना जाता है। वितरण एवं प्रसारः इन लाल बालुका स्तूपों का वितरण मुख्य रूप से तट के सहारे तथा विशाखापत्तनम (Visakhapatnam) शहर से लगभग 20 किमी. उत्तर-पूर्व और भीमुनिपट्टनम (Bheemunipatnam) से लगभग 4 किमी. दक्षिण-पश्चिम में है। ‘एर्रा मैटी डिब्बालू’
संक्षिप्तिकी
लिसु व्रेन बैबलर
हाल ही में पक्षी अवलोकनकर्ताओं (Bird watchers) के एक दल ने पूर्वाेत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश में व्रेन बैबलर्स (Wren babblers) की एक नई प्रजाति की खोज की। महत्वपूर्ण बिंदु नामकरणः पक्षी अवलोकनकर्ताओं द्वारा इस सॉन्गबर्ड (Songbird) का नाम अरुणाचल प्रदेश के लिसु समुदाय के नाम पर लिसु व्रेन बैबलर (Lisu Wren Babbler) रखा है। सर्वेक्षणः उन्हें यह नई पक्षी प्रजाति तब मिली, जब वे दुर्लभ ग्रे-बेल्ड व्रेन बैबलर (Grey-bellied Wren Babbler) की तलाश में अरुणाचल प्रदेश की पहाड़ियों पर ट्रेकिंग कर रहे थे। प्रकाशनः उनकी खोज दक्षिण एशियाई पक्षी विज्ञान (South Asian ornithology) के प्रतिष्ठित जर्नल Indian BIRDS द्वारा प्रकाशित की गई है। इतिहासः
तीन हिमालयी औषधीय पौधे IUCN रेड लिस्ट में शामिल
हाल ही में हिमालय में पाए जाने वाली तीन औषधीय पादप प्रजातियों (मेइजोट्रोपिस पेलिटा, फ्रिटिलारिया सिरोसा, डैक्टाइलोरिजा हैटागिरिया) को मूल्यांकन के पश्चात ‘संकटग्रस्त प्रजातियों की IUCN रेड लिस्ट’ (IUCN Red List of Threatened Species) में शामिल किया गया है। प्रजातियों के संदर्भ में मेइजोट्रोपिस पेलिटा (Meizotropis pellita) परिचयः इसे आमतौर पर पटवा के रूप में जाना जाता है, यह वर्ष भर हरी-भरी रहने वाली एक प्रकार की झाड़ी (shrub) है, जो मुख्य रूप से उत्तराखंड राज्य में पाई जाती है। IUCN स्थितिः ‘गंभीर रूप से संकटग्रस्त’ (Critically Endangered-CR) महत्त्वः इस प्रजाति की पत्तियों से निकाले गए तेल में मजबूत एंटीऑक्सिडेंट (Strong Antioxidant) होते हैं इसे
ग्रेट बैरियर रीफ़
दिसंबर 2022 में आईयूसीएन (International Union for Conservation of Nature - IUCN) तथा यूनेस्को (United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization - UNESCO) के वर्ल्ड हेरिटेज सेंटर (World Heritage Centre) की एक संयुक्त रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि ग्रेट बैरियर रीफ (Great Barrier Reef) को वर्ल्ड हेरिटेज ऑफ डेंजर (World Heritage Of Danger) की सूची में शामिल किया जाना चाहिए, जिसका ऑस्ट्रेलिया ने विरोध किया है। ग्रेट बैरियर रीफ को वर्ष 1981 में विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किया गया था, किंतु यह वर्तमान में भी ‘लुप्तप्राय सूची’ में शामिल नहीं है। महत्वपूर्ण बिंदु ग्रेट बैरियर रीफ जलवायु परिवर्तन
राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की 10वीं अधिकारिता कार्य बल बैठक
8 दिसंबर, 2022 को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (NMCG) की 10वीं अधिकारिता कार्य बल बैठक की अध्यक्षता की गई, इस बैठक में केंद्रीय मंत्रालयों, विभागों तथा राज्य सरकारों द्वारा भाग लिया गया। पिछले कुछ समय से नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार स्वच्छता संबंधी प्रयासों की तुलना में गंगा नदी के संरक्षण, पर्यटन तथा आर्थिक विकास संबंधी गतिविधियों पर अधिक ध्यान दे रही है। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन में विभिन्न मंत्रालयों की भूमिका पर्यटन मंत्रालयः यह ‘अर्थ गंगा परियोजना’ के अनुरूप गंगा नदी के तटीय भागों में पर्यटन सर्किटों के विकास हेतु एक व्यापक
भारत के कूलिंग क्षेत्रों में जलवायु निवेश के अवसर रिपोर्टः विश्व बैंक
30 नवंबर, 2022 को विश्व बैंक द्वारा ‘भारत के कूलिंग क्षेत्रों में जलवायु निवेश के अवसर’ (Climate Investment Opportunities in India's Cooling Sector) नामक रिपोर्ट जारी की गई। रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु ग्रीष्म लहरों का प्रभावः वर्ष 2030 के पश्चात भारत में प्रति वर्ष लगभग 160 से 200 मिलियन लोगों के घातक ग्रीष्म लहर के संपर्क में आने की संभावना है। उत्पादकता में गिरावटः ग्रीष्म लहरों से उत्पन्न तनाव की स्थितियों में लोगों की कार्य उत्पादकता में गिरावट होगी। ऐसी स्थिति में लगभग 34 मिलियन भारतीयों को रोजगार के नुकसान का सामना करना पड़ेगा। शीतलन की मांग में वृद्धिः विश्व बैंक के अनुसार, वर्ष
लॉयन @ 47: विजन फ़ॉर अमृतकाल
22 दिसंबर, 2022 को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा ‘लॉयन / 47: विजन फॉर अमृतकाल’ (Lion @ 47: Vision for Amrutkal) शीर्षक से एक प्रोजेक्ट लायन दस्तावेज (Project Lion document) लॉन्च किया गया। महत्वपूर्ण बिंदु गुजरात का बर्दा वन्यजीव अभयारण्यः इसकी पहचान एशियाई शेरों (Asiatic lions) के संभावित दूसरे घर (Potential second home) के रूप में की गई है। यह पोरबंदर के पास स्थित है, जो गिर राष्ट्रीय उद्यान (Gir National Park) से लगभग 100 किलोमीटर दूर है। शेर के संदर्भ में: पृथ्वी पर जाने वाली सबसे बड़ी पशु प्रजातियों में से एक ‘शेर’ (Lion) को वैज्ञानिक रूप से ‘पैंथेरा लियो’ (Panthera
न्यूज़ बुलेट्स
फ़ार्मास्युटिकल प्रदूषण
दिसंबर 2022 में विज्ञान के प्रसिद्ध जर्नल ‘द लैंसेट’ द्वारा जारी किए गए एक शोध पत्र के अनुसार, लगातार नजरंदाज किये जाने वाले फार्मास्युटिकल प्रदूषण (Pharmaceutical Pollution) को नियंत्रित करने के लिए औषधि, स्वास्थ्य सेवा और पर्यावरण क्षेत्रों में एक समन्वित कार्रवाई किए जाने की आवश्यकता है। अध्ययन के अनुसार, विश्व की लगभग 43% नदियाँ सक्रिय फार्मास्युटिकल प्रदूषण (Active Pharmaceutical Pollution) से प्रभावित हैं, इसके व्यापक एवं विनाशकारी स्वास्थ्य प्रभाव हो सकते हैं। ध्यान रहे कि भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा फार्मास्यूटिकल्स उत्पादक है। देश में लगभग 3,000 औषधि कंपनियां तथा लगभग 10,500 विनिर्माण इकाइयां कार्यरत
पराली दहन पर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग का आकलन
5 दिसंबर, 2022 को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (Commission for Air Quality Management - CAQM) द्वारा जारी आकलन के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (National Capital Region - NCR) में पराली जलाने की घटना में वर्ष 2021 की तुलना में वर्ष 2022 में 31.5% की कमी आई है। वर्ष 2021 की तुलना में, वर्ष 2022 में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में पराली जलाने में क्रमशः 30%, 47.60% और 21.435% की कमी दर्ज की गई
स्टेट ऑफ़ फ़ाइनेंस फ़ॉर नेचर रिपोर्ट-2022
1 दिसंबर, 2022 को संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UN Environment Programme - UNEP) द्वारा जर्मनी के संघीय आर्थिक सहयोग और विकास मंत्रालय (BMZ), संयुक्त राष्ट्र मरुस्थलीकरण रोकथाम अभिसमय (United Nations Convention to Combat Desertification - UNCCD) और यूरोपीय आयोग के सहयोग से स्टेट ऑफ फाइनेंस फॉर नेचर रिपोर्ट का दूसरा संस्करण जारी किया गया। वर्तमान रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2022 के लिए प्रकृति आधारित समाधानों (NbS) हेत कुल वित्त प्रवाह 150 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 154 बिलियन अमेरिकी डॉलर प्रतिवर्ष हो गया
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक-2023
14 नवंबर, 2022 को जर्मनवॉच, न्यू क्लाइमेट इंस्टीट्यूट और क्लाइमेट एक्शन नेटवर्क द्वारा जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक-2023 (Climate Change Performance Index - 2023) जारी किया गया। वर्ष 2023 के इस सूचकांक में भारत 8वें स्थान पर है। वर्ष 2022 के CCPI में भारत का 10वाँ स्थान था। समग्र रैंकिंग में (शीर्ष तीन स्थान खाली रखे गए हैं) डेनमार्क, स्वीडन, चिली और मोरक्को को चौथे, पाँचवें, छठे और सातवें स्थान पर रखा गया है। G-20 देशों में भारत शीर्ष 10 में स्थान बनाने वाला एकमात्र देश

चर्चित व्यक्ति/ नियुक्ति
राजीव लक्ष्मण करंदीकर
2 दिसंबर, 2022 को भारत सरकार ने राजीव लक्ष्मण करंदीकर को 3 साल की अवधि के लिए भारत के राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग (National Statistical Commission) के अंशकालिक अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया है। राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के अध्यक्ष को भारत सरकार के राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त होता है। मुख्य बिंदु- करंदीकर चेन्नई गणितीय संस्थान (Chennai Mathematical Institute) में प्रोफेसर एमेरिटस (Emeritus) के रूप में कार्य में रहते हुए एक अतिरिक्त जिम्मेदारी के रूप में इस भूमिका को निभाएंगे। उन्होंने 2011 से 2021 तक चेन्नई गणितीय संस्थान के निदेशक के रूप में कार्य किया था। करंदीकर प्रायिकता सिद्धांत (Probability Theory) पर अपने 3
पीटी उषा
10 दिसंबर, 2022 को पूर्व एथलीट पीटी उषा को औपचारिक रूप से भारतीय ओलंपिक संघ (Indian Olympic Association) की पहली महिला अध्यक्ष के रूप में चुना गया है। मुख्य बिंदु- इन्हें ‘भारतीय ट्रैक और फील्ड की रानी’ कहा जाता है। 1981 में, इन्होंने 100 मीटर और 200 मीटर स्प्रिंट दोनों के लिए राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए थे। 1985 में जकार्ता में एशियाई चैंपियनशिप में, उन्होंने पांच स्वर्ण सहित छः पदक जीते। 1986 के सियोल एशियाई खेलों में चार और पदक प्राप्त की। नई दिल्ली में आयोजित 1982 के एशियाई खेलों में, इन्होंने 100 मीटर और 200 मीटर दौड़ दोनों में रजत पदक जीते। जुलाई
हंसराज गंगाराम अहीर
2 दिसंबर, 2022 को पूर्व केंद्रीय मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (National Commission for Backward Classes) के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया। ये संसदीय निर्वाचन क्षेत्र चंद्रपुर, (महाराष्ट्र) से चार बार सांसद चुने जा चुके हैं। इन्होंने कोयला एवं इस्पात पर संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया है। वह 16वीं लोकसभा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग गठनः इस आयोग का गठन राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग अधिनियम 1993 के अधीन एक सांविधिक निकाय के रूप में किया गया था,
जी. कमला वर्धन राव
29 दिसंबर, 2022 को जी- कमला वर्धन राव को भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) का मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। केरल कैडर के 1990 बैच के आईएएस अधिकारी राव पहले भारतीय पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक थे। इन्होंने लोक निर्माण विभाग में प्रमुख सचिव और केरल सरकार में वित्त एवं व्यय के प्रमुख सचिव के रूप में भी कार्य किया है। ये केरल पर्यटन के सचिव भी रहे थे। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 के तहत स्थापित एक स्वायत्त सांविधिक निकाय है। इसका संचालन भारत सरकार
संतोष कुमार यादव
26 दिसंबर, 2022 को कार्मिक मंत्रालय के एक आदेश के अनुसार वरिष्ठ नौकरशाह संतोष कुमार यादव को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। संतोष कुमार यादव उत्तर प्रदेश कैडर के 1995 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। ये वर्तमान में शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग में अतिरिक्त सचिव के पद पर कार्यरत
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण
इसका गठन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम 1988 के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास, अनुरक्षण और प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए किया गया था। इसके प्रमुख लक्ष्य केंद्रीय सरकार द्वारा सौंपे गए राष्ट्रीय राजमार्गों का विकास, अनुरक्षण एवं प्रबंध करना और राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहनों के प्रचालन को विनियमित, नियंत्रित करना तथा शुल्क संग्रहण करना
निधन
योगिंदर के. अलघ
6 दिसंबर, 2022 को प्रसिद्ध अर्थशास्त्री, अकादमिक और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रोफेसर योगिंदर के. अलघ का निधन हो गया। वे 83 वर्ष के थे। मुख्य बिंदु- उन्होंने 1980 के दशक के दौरान कृषि मूल्य आयोग (वर्तमान में कृषि लागत और मूल्य आयोग) के साथ-साथ औद्योगिक लागत और मूल्य ब्यूरो (Bureau of Industrial Costs and Prices) का नेतृत्व किया। 1979 में योजना आयोग टास्क फोर्स (Planning Commission Task Force) की अध्यक्षता की, जिसने पहली बार पोषण संबंधी आवश्यकताओं के आधार पर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रें के लिए अलग-अलग गरीबी रेखाएं निर्मित की थी, जो क्रमशः 2,400 कैलोरी तथा 2,100 कैलोरी थी। वे 1980-82
ब्राजील के दिग्गज फ़ुटबॉलर पेले
29 दिसंबर, 2022 को रिकॉर्ड 3 विश्व कप जीतने वाले ब्राजील के दिग्गज फुटबॉलर पेले का 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। मुख्य बिंदु- इनका वास्तविक नाम एडसन अरांतेस डो नैसिमेंटो (Edson Arantes do Nascimento) है। पेले ने 21 साल के करियर के दौरान 1,363 मैचों में 1,281 गोल करने का विश्व रिकॉर्ड बनाया है, जिसमें उन्होंने ब्राजील के लिए 92 मैचों में 77 गोल किये हैं। पेले 1958, 1962 और 1970 में विश्व कप जिताने वाले खिलाड़ी हैं। पेले को 2000 में फीफा के प्लेयर ऑफ द सेंचुरी का खिताब दिया गया था। ब्लैक पर्ल के नाम से
डॉमिनिक लापिएरे
हाल ही में ‘फ्रीडम एट मिडनाइट’ (Freedom at Midnight) के फ्रांसीसी लेखक डॉमिनिक लापिएरे का निधन हो गया है हैं। वे 91 वर्ष के थे। मुख्य बिंदु- भारत में वह कोलकाता पर केंद्रित ‘द सिटी ऑफ जॉय’ (The City of Joy) किताब के लिए मश्ाहूर थे। इन्हें वर्ष 2008 में पप्र भूषण से सम्मानित किया गया था। इन्होंने कोलकाता की मलिन बस्तियों से कुष्ठ रोग से पीड़ित बच्चों को बचाने के लिए एक मानवीय संघ की स्थापना की, जिसका नाम सिटी ऑफ जॉय फाउंडेशन था। 1991 में एड्स वायरस की खोज की महाकाव्य कहानी ‘बियॉन्ड लव’ (Beyond Love) प्रकाशित
पुरस्कार/सम्मान
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022
हाल ही में साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022 के विजताओं की घोषणा की गई है; जिसमें 23 साहित्यकारों को पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। मुख्य बिंदु- अनुराधा रॉय ने अपने उपन्यास ‘ऑल द लाइव्स वी नेवर लिव्ड’ के लिए अंग्रेजी भाषा में साहित्य अकादमी का पुरस्कार प्राप्त करेंगी। हिंदी साहित्य के लिए बद्री नारायण और मराठी साहित्य के लिए प्रवीण बांदेकर को दिया जाएगा। तमिल लेखक एम- राजेंद्रन, तेलुगू लेखक मधुरांतकम नरेंद्र और संस्कृत कवि जनार्दन प्रसाद पांडे ‘मणि’ को पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। उदय नाथ झा को पूर्वी क्षेत्र में शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य के क्षेत्र में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए
कमलादेवी चट्टोपाध्याय एनआईएफ़ पुस्तक पुरस्कार
हाल ही में इतिहासकार, कार्यकर्ता और लेखक शेखर पाठक को उनकी पुस्तक ‘द चिपको मूवमेंट’ के लिए ‘कमलादेवी चट्टोपाध्याय न्यू इंडिया फाउंडेशन पुस्तक पुरस्कार’ 2022 से सम्मानित किया गया है। मुख्य बिंदु- यह पुस्तक मूल रूप से हिंदी में लिखी गई थी और मनीषा चौधरी द्वारा अंग्रेजी में अनुवादित की गई थी। इसमें विजेता को 15 लाख रुपए नकद, एक ट्रॉफी और एक प्रशस्ति पत्र का पुरस्कार दिया जाता है। द चिपको आंदोलन पुस्तक में उन सामान्य पुरुषों एवं महिलाओं के बारे में वर्णन मिलता है, जिन्होंने पेड़ों और हिमालय की पारिस्थितिकी को बचाने के लिए चिपको आंदोलन में भाग लिया तथा इसे सफल
अर्थशॉट पुरस्कार 2022
हाल ही में तेलंगाना के स्टार्टअप ‘खेती’ (Kheyti) को वर्ष 2022 के प्रतिष्ठित अर्थशॉट पुरस्कार के 5 विजेताओं में से एक के रूप में नामित किया गया है। मुख्य बिंदु- यह पुरस्कार चल रहे जलवायु परिवर्तन संकट के लिए अभिनव समाधान प्रदान करने वाली परियोजनाओं को वित्तपोषित करके पृथ्वी ग्रह को बचाने के लिए प्रेरणा देने की दिशा में प्रिंस विलियम की एक पहल है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विजेता को 1 मिलियन पाउंड का पुरस्कार प्रदान किया जाता है। स्टार्टअप खेती ने प्रोटेक्ट एंड रिस्टोर नेचर (Protect and Restore Nature) श्रेणी में जीत हासिल की, जो स्थानीय छोटे किसानों के लिए लागत कम
2022 के पुरस्कारों के अन्य विजेता
केन्या के मुकुरु क्लीन स्टोव्स को स्वच्छ हमारी वायु श्रेणी में (Clean Our Air category); यूनाइटेड किंगडम से नोटप्ला को बिल्ड ए वेस्ट-फ्री वर्ल्ड श्रेणी में (Build a Waste-free World category); ऑस्ट्रेलिया की ग्रेट बैरियर रीफ की स्वदेशी महिलाओं को हमारे महासागरों को पुनर्जीवित करें श्रेणी में (Revive Our Oceans category) तथा ओमान से 44.01 को फिक्स आवर क्लाइमेट श्रेणी में (Fix Our Climate
मिसेज वर्ल्ड 2022
17 दिसंबर, 2022 को सरगम कौशल ने लास वेगास रिजॉर्ट एंड कसीनो में आयोजित समारोह में 63 देशों के प्रतियोगियों को हराकर मिसेज वर्ल्ड 2022 का खिताब जीत लिया है। अमेरिका की मिसेज वर्ल्ड 2021 शायलिन फोर्ड ने सरगम कौशल को मिसेज वर्ल्ड 2022 का ताज पहनाया था। इसी के साथ ही भारत के किसी महिला को 21 साल बाद यह खिताब प्राप्त हुआ है। मिसेज पोलिनेशिया को फर्स्ट रनर-अप और मिसेज कनाडा को सेकेंड रनर-अप घोषित किया गया। इससे पहले भारत की डॉ- अदिति गोवित्रिकर ने 2001 में मिसेज वर्ल्ड का खिताब जीता
रबींद्रनाथ टैगोर साहित्य पुरस्कार 2021-22
हाल ही में रबींद्रनाथ टैगोर साहित्य पुरस्कार 2021-22 सुदीप सेन और शोभना कुमार को संयुक्त रूप से प्रदान किया गया है। सुदीप सेन ने अपनी शैली एवं एंथ्रोपोसीन क्लाइमेट चेंज, कॉन्टैगियन, सांत्वना (पिप्पा रण बुक्स एंड मीडिया, 2021) और फॉर्मबेंडर एवं शोभना कुमार को उनके हाइबुन संग्रह ‘ए स्काई फुल ऑफ बकेट लिस्ट्स’ (रेड रिवर, 2021) के लिए प्रदान किया गया है। रबींद्रनाथ टैगोर साहित्य पुरस्कार 2018 में साहित्यिक और सामाजिक उपलब्धियों को सालाना मान्यता देने के लिए शुरू किया गया
युद्ध अभ्यास
संगम अभ्यास 2022
1 दिसंबर, 2022 से भारतीय नौसेना मार्काे और यूएस नेवी सील के बीच एक संयुक्त नौसेना विशेष बल अभ्यास ‘संगम अभ्यास’ का 7वां संस्करण गोवा में आयोजित किया गया। संगम अभ्यास पहली बार 1994 में आयोजित किया गया था। यह एक द्वि-पार्श्व अभ्यास (Bi-lateral exercise) है। यह दोनों देशों के बीच एक महत्वपूर्ण सैन्य और कूटनीतिक पहल है, जो उनके बीच विश्वास और दोस्ती को दर्शाता है। इसका उद्देश्य समुद्री विशेष संचालन के विभिन्न पहलुओं पर विचारों और अनुभवों का आदान-प्रदान करना
अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू
6 से 9 दिसंबर, 2022 के मध्य बांग्लादेश नौसेना द्वारा पहले अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू (International Fleet Review) का आयोजन किया गया। राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी मनाने एवं बांग्लादेश की स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती मनाने के लिए इस वर्ष बांग्लादेश नौसेना द्वारा अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू-22 का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में भारतीय नौसेना के कोच्चि, कवारत्ती और सुमेधा जहाजों ने भाग लिया। भारतीय नौसेना के जहाज कोच्चि, कवारत्ती और सुमेधा क्रमशः नवीनतम स्वदेशी रूप से डिजाइन एवं विकसित गाइडेड मिसाइल स्टील्थ डिस्ट्रॉयर, एंटी सबमरीन कार्वेट और ऑफ-शोर पेट्रोल वेसल
काजिंद-22 अभ्यास
15 से 28 दिसंबर 2022 तक इंडो-कजाकिस्तान संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास ‘काजिंद-22’ का छठा संस्करण उमरोई (मेघालय) में आयोजित किया गया है। इसका उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र शांति प्रवर्तन शासनादेश के तहत सकारात्मक सैन्य संबंध बनाना, एक-दूसरे की सर्वाेत्तम प्रथाओं को आत्मसात करना और अर्ध शहरी/जंगल परिदृश्य में काउंटर टेररिस्ट ऑपरेशन करते हुए एक साथ काम करने की क्षमता को बढ़ावा देना है। यह संयुक्त अभ्यास दोनों सेनाओं को संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना अभियानों में आने वाले संभावित खतरों को बेअसर करने के लिए संयुक्त सामरिक अभ्यासों की एकश्रृंखला को प्रशिक्षित करने, योजना बनाने और निष्पादित करने में सक्षम करेगा। इस अभ्यास
सूर्य किरण-2022
16 से 29 दिसंबर, 2022 तक भारत-नेपाल संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास ‘सूर्य किरण’ का 16वां संस्करण नेपाल आर्मी बैटल स्कूल, सलझंडी (नेपाल) में आयोजित किया गया। सूर्य किरण अभ्यास प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। इसका उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र के शासनादेश के तहत पहाड़ी इलाकों में जंगल युद्ध, आतंकवाद विरोधी अभियानों, मानवीय सहायता तथा आपदा राहत में अंतर को बढ़ाना है। इसके अंतर्गत दोनों देश अपने-अपने देशों में विभिन्न उग्रवाद विरोधी अभियानों के संचालन के दौरान प्राप्त अनुभवों को साझा करेंगे। इसका पहली बार आयोजन 2011 में और 15वां अभ्यास 2021 में उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में हुआ
विविध
शीर्ष 100 हथियार-उत्पादक तथा सैन्य सेवा कंपनियां
5 दिसंबर, 2022 को स्वीडिश थिंक-टैंक स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) ने ‘शीर्ष 100 हथियार-उत्पादक और सैन्य सेवा कंपनियां, 2021’ नामक एक रिपोर्ट जारी किया। मुख्य बिंदु- शीर्ष भरतीय कंपनियां: इस रिपोर्ट के अनुसार 100 हथियार उत्पादक कंपनियों की सूची में दो भारतीय रक्षा सार्वजनिक उपक्रम, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स (HAL) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) शामिल हैं। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड 42वें और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड 63वें स्थान पर है। शीर्ष पांच हथियार निर्माता कंपनियां: विश्व के शीर्ष पांच हथियार निर्माता कंपनियां लॉकहीड मार्टिन (Lockheed Martin), रेथियॉन टेक्नोलॉजीज (Raytheon Technologies), बोइंग (Boeing), नॉथ्रॉप ग्रुम्मन (Northrop Grumman) और जनरल डायनेमिक्स (General Dynamics) है और ये सभी
विश्व की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं की सूची
6 दिसंबर, 2022 को फोर्ब्स द्वारा विश्व की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं की सूची जारी की गई। मुख्य बिंदु- वर्ष 2022 में निर्मला सीतारमण सूची में 36वें स्थान पर रहीं, जबकि 2021 में उन्हें 37वीं रैंक मिली थी। एचसीएल टेक (HCL Tech) की युवा चेयरपर्सन रोशनी नादर मल्होत्र सूची में 53वें, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की अध्यक्ष, माधबी पुरी बुच 54वें, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Steel Authority of India) की पहली महिला चेयरपर्सन सोमा मंडल 67वें, किरण मजूमदार शॉ सूची में 77वें और न्याका (छलां) की सीईओ फाल्गुनी नायर को सूची में 89वें स्थान पर रखा गया है। इस सूची में
चर्चित पुस्तक
चर्चित पुस्तकें
‘भारत के बहादुर दिल, भारतीय इतिहास से विगनेट्स’ (Brave Hearts of Bharat, Vignettes from Indian History) - विक्रम संपत‘मिरेकल ऑफ फेस योगा’ (Miracles of Face Yoga) - मानसी गुलाटी‘द लाइट वी कैरीः ओवरकमिंग इन अनसर्टेन टाइम्स’ (The Light We Carry: Overcoming In Uncertain Times) - मिशेल ओबामा‘फिट एट एनी एज’ (Fit At Any Age) - एयर मार्शल पीवी अय्यर‘द इंडियन नेवी@75' (The Indian Navy@75) - कमोडोर रंजीत राय‘फोर्क्स इन द रोडः माई डेज एट आरबीआई एंड बियॉन्ड’ (Forks in the Road: My Days at RBI and Beyond) - सी. रंगराजन‘स्लीपिंग डॉग्स’ (Sleeping Dogs) - अर्चना सरत‘द स्ट्रगल फॉर नर्मदा’ (The
महत्वपूर्ण दिवस
2 दिसंबरः गुलामी के उन्मूलन के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस [2022 की थीमः ‘साहस की कहानियां: गुलामी का प्रतिरोध और जातिवाद के खिलाफ एकता’ (Stories of Courage: Resistance to Slavery and Unity against Racism)] 2 दिसंबरः राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस 3 दिसंबरः विकलांग व्यक्तियों के अंतरराष्ट्रीय दिवस ¹2022 की थीमः ‘समावेशी विकास के लिए परिवर्तनकारी समाधानः एक सुलभ और न्यायसंगत
करेंट अफ़ेयर्स वनलाइनर
हाल ही में किसे 2022-23 के लिए एडवरटाइजिंग एजेंसीज एसोसिएशन ऑफ इंडिया (Advertising Agencies Association of India) का अध्यक्ष चुना गया है, जो अनुप्रिया आचार्य की जगह लेंगे? - प्रशांत कुमार को1 दिसंबर, 2022 को किसने शास्त्री भवन नई दिल्ली में शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव के रूप में पदभार ग्रहण किया? - आईएएस संजय

चर्चित खेल व्यक्तित्व
ईशान किशन
10 दिसंबर, 2022 को भारत के बल्लेबाज ईशान किशन ने बांग्लादेश के खिलाफ 210 रनों की शानदार पारी खेलकर एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय इतिहास में सबसे तेज दोहरा शतक लगाया। मुख्य बिंदु- ईशान किशन ने दोहरा शतक तक पहुंचने के लिए सिर्फ 126 गेंदों का समय लिया था। इससे पहले न्यूजीलैंड की अमेलिया केर ने 2018 में आयरलैंड के खिलाफ 134 गेंदों में सबसे तेज दोहरा शतक लगाया था। पुरुषों का पिछला रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज क्रिस गेल का था, जिन्होंने 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ 138 गेंदों में दोहरा शतक लगाया था। यह नौवीं बार है, जब किसी बल्लेबाज ने पुरुषों के एकदिवसीय
आदित्य मित्तल
हाल ही में भारत के 16 वर्षीय आदित्य मित्तल स्पेन में चल रहे एक टूर्नामेंट के दौरान भारत के 77वें शतरंज ग्रैंडमास्टर बन गए हैं। मुख्य बिंदु- मुंबई के खिलाड़ी ने स्पेन में चल रहे एलोब्रेगेट ओपन टूर्नामेंट के छठे दौर के दौरान 2,500 ईएलओ (ELO) अंक का आंकड़ा पार कर लिया। इन्होंने यह उपलब्धि हासिल करने के लिए स्पेन के नंबर 1 फ्रांसिस्को वैलेजो पोंस के खिलाफ खेल ड्रॉ कराया। भरत सुब्रमण्यम, राहुल श्रीवास्तव, वी प्रणव वी और प्रणव आनंद के बाद मित्तल 2022 में ग्रैंडमास्टर खिताब हासिल करने वाले पांचवें भारतीय भी हैं। इन्होनें सर्बिया ओपन 2021 मास्टर्स में अपना पहला ग्रैंडमास्टर
क्रिकेट
विजय हजारे ट्रॉफ़ी 2022
2 दिसंबर, 2022 को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल में सौराष्ट्र ने महाराष्ट्र को 5 विकेट से पराजित करते हुए विजय हजारे ट्रॉफी 2022 को जीत लिया है। मुख्य बिंदु- पहले बल्लेबाजी करते हुए महाराष्ट्र ने 50 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 248 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए सौराष्ट्र ने पांच विकेट खोकर 21 गेंद शेष रहते लक्ष्य हासिल कर लिया। सौराष्ट्र ने दूसरी बार विजय हजारे ट्रॉफी में जीत हासिल की है। शेल्डन जैक्सन को फाइनल मैच में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया और रुतुराज गायकवाड़ को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया है। इस ट्रॉफी के
फुटबॉल
फ़ीफ़ा विश्व कप 2022
18 दिसंबर, 2022 को कतर के लुसैल स्टेडियम में खेले गये फाइनल मैच में अर्जेंटीना ने पेनल्टी शूटआउट के साथ फ्रांस को 4-2 से पराजित करते हुए अपना तीसरा विश्व कप खिताब जीत लिया है। इससे पहले 1978 और 1986 में अर्जेंटीना विश्व कप जीत चुका है। मुख्य बिंदु- फ्रांस के किलियन एम्बाप्पे ने 56 वर्षों के बाद फाइनल मैच में हैट्रिक बनाया है। इस विश्व कप में अर्जेंटीना विजेता, फ्रांस उपविजेता, क्रोएशिया तीसरे और मोरक्को चौथे स्थान पर रही। मेस्सी ने टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के रूप में 2014 के बाद अपना दूसरा गोल्डन बॉल पुरस्कार जीता, 2 बार पुरस्कार प्राप्त करने वाले
भारोत्तोलन
विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप 2022
7 दिसंबर, 2022 को टोक्यो ओलंपिक रजत पदक विजेता मीराबाई चानू ने कोलंबिया के बोगोटा में आयोजित विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप (World Weightlifting Championships) 2022 में महिलाओं के 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक प्राप्त किया। महत्वपूर्ण बिंदु- मीराबाई चानू ने 200 किग्रा (87 किग्रा स्नैच $113 किग्रा क्लीन एंड जर्क) का कुल वजन उठाया। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 की विजेता चीन की चैंपियन होउ झिहुआ को पराजित किया। मीराबाई ने झिहुआ के कुल 198 किग्रा की तुलना में 200 किग्रा का संयुक्त भार उठाया। विश्व चैंपियनशिप में मीराबाई का यह दूसरा पदक था, इससे पहले उन्होंने 2017 में 194 किलोग्राम भार के साथ स्वर्ण
बैडमिंटन
पैरा-बैडमिंटन इंटरनेशनल 2022
हाल ही में पेरू के लिमा में आयोजित पैरा-बैडमिंटन इंटरनेशनल (Para-Badminton International) 2022 में विश्व नंबर 3 खिलाड़ी सुकांत कदम ने स्वर्ण पदक प्राप्त किया। महत्वपूर्ण बिंदु- सुकांत ने चीन के खिलाड़ी हियोंग आंग को सीधे सेटों में 21-14 और 21-15 के स्कोर से पराजित करते हुए स्वर्ण पदक प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता में भारत ने कुल 14 पदक (6 स्वर्ण, 1 रजत और 7 कांस्य) प्राप्त किये। नेहल गुप्ता ने फ्रांस के मैथ्यू थॉमस को पराजित करते हुए स्वर्ण पदक प्राप्त किया। महिला वर्ग में निथ्याश्री सुमथी सिवन और मनदीप कौर ने एकल वर्गों में स्वर्ण पदक प्राप्त किया। निथ्या ने पेरू की गिउलियाना पोवेदा
मुक्केबाजी
महिला राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2022
हाल ही में 6ठी एलीट महिला राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप भोपाल में आयोजित की गई थी। इसमें लवलीना बोरगोहेन एवं निकहत जरीन जैसे खिलाड़ियों ने स्वर्ण पदक प्राप्त किये। महत्वपूर्ण बिंदु- तेलंगाना बॉक्सिंग स्टार एवं मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत जरीन और टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन ने महिला राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपने अलग-अलग फाइनल में स्वर्ण पदक जीते। असम की मुक्केबाज बोर्गोहेन ने सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड (Services Sports Control Board) की अरुंधति चौधरी को 75 किग्रा के फाइनल में 5-0 के अंतर से पराजित किया था। निकहत जरीन ने 50 किग्रा वर्ग में अनामिका को 4-1 के अंतर से पराजित
करेंट अफ़ेयर्स वनलाइनर
2 दिसंबर, 2022 को कौनसी महिला पुरुषों के फूटबाल विश्व कप मैच में रेफरी बनने वाली पहली महिला बन गई हैं, जिन्होंने जर्मनी और कोस्टा रिका के मध्य हुए मैच में रेफरी की भूमिका का निर्वहन किया था? - स्टेफनी फ्रापार्टहाल ही में बेल्जियम के किस खिलाड़ी ने कतर में विश्व कप से बेल्जियम के ग्रुप चरण से बाहर

महाराष्ट्र
महाराष्ट्र लोकायुक्त विधेयक, 2022
28 दिसंबर, 2022 को महाराष्ट्र विधानसभा ने लोकायुक्त विधेयक, 2022 पारित किया है। इसके साथ ही महाराष्ट्र इस तरह का कानून बनाने वाला पहला राज्य बन गया है। महत्वपूर्ण बिंदु- यह बिल मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद को भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल के दायरे में लाता है। मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई भी जांच शुरू करने और सदन के सत्र से पहले प्रस्ताव लाने से पहले लोकायुक्त को विधानसभा की मंजूरी लेनी होगी। इस तरह के प्रस्ताव के लिए महाराष्ट्र विधानसभा के कुल सदस्यों के कम से कम दो-तिहाई सदस्यों के अनुमोदन की आवश्यकता होगी। लोकायुक्त मुख्यमंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों से जुड़े मामलों की जांच नहीं
अलग दिव्यांग विभाग
3 दिसंबर, 2022 को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अंतरराष्ट्रीय विकलांग दिवस के अवसर पर विकलांग लोगों के कल्याण के लिए एक अलग दिव्यांग विभाग की स्थापना की घोषणा की है। महत्वपूर्ण बिंदु- पहला राज्यः महाराष्ट्र दिव्यांग विभाग की स्थापना करने वाला पहला राज्य बन गया है। अधिकारीः दिव्यांग विभाग के लिए सचिव स्तर के अधिकारी होंगे। कार्यः यह विभाग राज्य में दिव्यांग लोगों के कल्याण के लिए सभी कदम उठाएगी। यह हितधारकों के विचारों को ध्यान में रखते हुए विकलांगों के कल्याण के लिए नीतियां भी तैयार
हरियाणा
निरोगी हरियाणा योजना
हाल ही में भारत के राष्ट्रपति द्वारा हरियाणा में ‘निरोगी हरियाणा योजना’ की शुरूआत की गई है, जिसका प्रारंभिक चरण जिला अस्पताल, सेक्टर 6, पंचकूला में शुरू किया गया है। महत्वपूर्ण बिंदु- कवरः इस योजना के तहत शहरी सूचीबद्ध अंत्योदय आबादी को कवर किया जाएगा। लाभार्थीः सभी अंत्योदय सूचीबद्ध परिवार, जिनकी आय 1,80,000 प्रतिवर्ष से कम है, वे इस योजना के व्यापक मुफ्रत स्वास्थ्य जांच और आवश्यक उपचार के लाभार्थी होंगे। श्रेणियां: लाभार्थियों को आयु-वार छः श्रेणियों में विभाजित किया गया है। आयु श्रेणियां 0 से 6 महीने, 6 से 59 महीने, 6 से 18 साल, 18 से 40 साल, 40 से 60 साल
मुख्यमंत्री बाल गोपाल एवं निःशुल्क वर्दी वितरण योजना
29 नवंबर, 2022 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बहुप्रतीक्षित मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना और मुख्यमंत्री निःशुल्क वर्दी वितरण योजना का शुभारंभ किया। महत्वपूर्ण बिंदु- लागूः ये दोनों योजनाएं सरकारी स्कूलों में कक्षा 1-8 के लिए लागू होंगी। विशेषताः मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत मंगलवार और शुक्रवार को शासकीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों, मदरसों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को और मध्याह्न भोजन कार्यक्रम से लाभान्वित होने वाले विशेष प्रशिक्षण केंद्र में पाउडर दूध से तैयार 200 एमएल दूध उपलब्ध कराया जायेगा। शिक्षक, अभिभावक या स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्य स्वयं दूध का स्वाद चखेंगे और उसकी
मेघालय
मानसिक स्वास्थ्य एवं सामाजिक देखभाल नीति
29 नवंबर, 2022 को मेघालय के राज्य मंत्रिमंडल ने कैबिनेट की बैठक के बाद अपनी पहली मानसिक स्वास्थ्य एवं सामाजिक देखभाल नीति पारित की है। महत्वपूर्ण बिंदु- पारितः मेघालय, केरल और कर्नाटक के पश्चात ऐसी नीति पारित करने वाला पूर्वोत्तर का पहला और भारत का तीसरा राज्य बन गया है। उद्देश्यः इसका उद्देश्य विकलांगता, रुग्णता, मृत्यु दर और सामाजिक पीड़ा की सीमा को कम करना है और मानसिक अस्वस्थता के सामाजिक निर्धारकों को संबोधित करने का प्रयास करना है। दृष्टिकोणः इस नीति का दृष्टिकोण समग्र मानसिक स्वास्थ्य एवं कल्याण को बढ़ावा देना और उचित पहुंच तथा देखभाल के मार्ग को सुविधाजनक बनाना है। युवाओं और
तमिलनाडु
तमिलनाडु जलवायु परिवर्तन मिशन
9 दिसंबर, 2022 को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने राज्य में प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के अलावा उन्हें दीर्घकालिक आधार पर बहाल करने के लिए ‘तमिलनाडु जलवायु परिवर्तन मिशन’ (Tamil Nadu Climate Change Mission) की शुरुआत की है। महत्वपूर्ण बिंदु- प्रथम राज्यः तमिलनाडु जलवायु स्मार्ट राज्य बनाने के लिए अपना स्वयं का जलवायु परिवर्तन मिशन शुरू करने वाला भारत का पहला राज्य है। घोषणाः राज्य सरकार ने 2021-2022 के बजट के दौरान जलवायु परिवर्तन प्रबंधन और शमन गतिविधियों को शुरू करने के लिए 500 करोड़ रुपये के परिव्यय के लिए जलवायु परिवर्तन मिशन शुरू करने की घोषणा की थी। प्राथमिकताः यह मिशन
स्वच्छता श्रमिक विकास कार्यक्रम
9 दिसंबर, 2022 को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने राज्य भर में ‘स्वच्छता श्रमिक विकास कार्यक्रम’ (Sanitation Workers Development Programme) का शुभारंभ किया और कुछ श्रमिकों को सुरक्षा उपकरण वितरित किए। महत्वपूर्ण बिंदु- सफाई कर्मचारियों का सर्वेक्षणः इस योजना के अंतर्गत सफाई कर्मचारियों की पहचान के लिए एक सर्वेक्षण किया जाएगा और मोबाइल एप्लिकेशन पर विवरण अपलोड किया जाएगा। महत्वः इस योजना के माध्यम से सफाई कर्मचारियों के जीवन स्तर में सुधार होगा और अर्थव्यवस्था में सुधार किया जाएगा। लागू करनाः पहले चरण में यह योजना पांच शहरी स्थानीय निकायों में लागू की जाएगी और बाद में तमिलनाडु में अन्य सभी स्थानीय निकायों
करेंट अफ़ेयर्स वनलाइनर
4 नवंबर, 2022 को किस राज्य के मुख्यमंत्री ने राज्य की डेढ़ लाख महिलाओं को 2025 तक लखपति बनाने का लक्ष्य के साथ लखपति दीदी योजना की शुरुआत की है? - उत्तराखंड के31 अक्टूबर, 2022 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किस स्थान पर बनने वाले डाटा सेंटर पार्क में उत्तर भारत के पहले हाइपर-स्केल डेटा सेंटर (first

अति संवेदनशील वर्ग
गोंड जनजातीय समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा
24 दिसंबर, 2022 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा ‘संविधान (अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति) आदेश (द्वितीय संशोधन) अधिनियम, 2022’ हस्ताक्षरित किया गया। विधेयक के रूप में इसे 1 अप्रैल, 2022 को लोक सभा द्वारा तथा 14 दिसंबर, 2022 को राज्य सभा द्वारा पारित किया गया था। मुख्य बिंदु यह विधेयक उत्तर प्रदेश के 4 जिलों में गोंड समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने का प्रयास करता है। विधेयक का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के इन जिलों में गोंड समुदाय को अनुसूचित जाति की सूची (SC list) से अनुसूचित जनजाति की सूची (ST list) में स्थानांतरित करना है। उत्तर प्रदेश के ये 4
रिपोर्ट एवं सूचकांक
इंडिया इनइक्वेलिटी रिपोर्ट 2022: डिजिटल डिवाइड
ऑक्सफैम इंडिया द्वारा 5 दिसंबर, 2022 को ‘भारत असमानता रिपोर्ट 2022: डिजिटल डिवाइड’ (India Inequality Report 2022: Digital Divide) विषयक रिपोर्ट’ जारी की गई। यह रिपोर्ट सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) द्वारा जनवरी 2018 से दिसंबर 2021 तक आयोजित घरेलू सर्वेक्षण के प्राथमिक आंकड़ों का विश्लेषण करती है। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021 में जहां 61% पुरुषों के पास मोबाइल फोन थे, वहीं महिलाओं की मोबाइल फोन तक पहुंच सिर्फ 31% तक ही सीमित रही। रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष महिलाओं द्वारा इंटरनेट का उपयोगः रिपोर्ट के मुताबिक भारत में इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों में महिलाओं की संख्या महज एक तिहाई है। पुरुषों की
सामाजिक प्रगति सूचकांक
20 दिसंबर, 2022 को प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (EAC-PM) के अध्यक्ष डॉ- बिबेक देबरॉय द्वारा ‘सामाजिक प्रगति सूचकांक: भारत के राज्य एवं जिले’ (Social Progress Index: States and Districts of India) नामक रिपोर्ट जारी की गई। सूचकांक का विकासः यूएस-आधारित गैर- लाभकारी संस्था ‘सोशल प्रोग्रेस इम्पेरेटिव’ (Social Progress Imperative) तथा ‘इंस्टीटड्ढूट फॉर कॉम्पिटिटिवनेस’ द्वारा विकसित। सूचकांक के बारे में सामाजिक प्रगति सूचकांक, सामाजिक प्रगति के 3 महत्वपूर्ण आयामों- बुनियादी मानव आवश्यकताओं (Basic Human Needs), कल्याण के आधार (Foundations of Wellbeing) तथा अवसर (Opportunity) में 12 घटकों के आधार पर राज्यों और जिलों का आकलन करता है। सूचकांक एक व्यापक ढांचे का उपयोग
ग्लोबल पेंशन इंडेक्स 2022: 41वें स्थान पर भारत
हाल ही में जारी मर्सर सीएफए इंस्टीटड्ढूट ग्लोबल पेंशन इंडेक्स (MCGPI) 2022 के अनुसार भारत 44 देशों में 41वें स्थान पर है। वर्ष 2021 में 43 देशों में यह 40वें स्थान पर था। अमेरिकन कंसल्टिंग फर्म मर्सर द्वारा किये गए इस सर्वेक्षण में 44 देशों की पेंशन प्रणालियों को शामिल किया गया है, ये देश विश्व की 65% आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं। तीन मापदंडः यह सूचकांक तीन मानदंडों पर देशों को रैंकिंग प्रदान करता हैः पर्याप्तता (Adequacy): भविष्य के सेवानिवृत्त लोगों को क्या लाभ मिलने की संभावना है? स्थिरता (Sustainability): क्या जनसांख्यिकीय और वित्तीय चुनौतियों के बावजूद मौजूदा प्रणालियां अपना प्रदर्शन जारी रख
सामाजिक न्याय
वोक्कालिगा तथा लिंगायत समुदाय को आरक्षण
कर्नाटक मंत्रिमंडल ने 29 दिसंबर, 2022 को राज्य में दो प्रमुख समुदायों ‘वोक्कालिगा’ (Vokkaligas) और ‘लिंगायत’ (Lingayats) को ‘पिछड़े वर्ग’ की श्रेणी से ‘मध्यम रूप से पिछड़े वर्ग’ (moderately backward) के रूप में वर्गीकृत करने का निर्णय लिया। कर्नाटक सरकार का यह कदम अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के आरक्षण में उनकी हिस्सेदारी को बढ़ा सकता है। उल्लेखनीय है कि लिंगायत को राज्य में सबसे अधिक आबादी वाला समुदाय माना जाता है तथा इसके बाद वोक्कालिगा का स्थान आता है। मुख्य बिंदु कैबिनेट के फैसले के अनुसार वोक्कालिगा समुदाय, जो वर्तमान में 3ए श्रेणी (3A category) में है, को 4% आरक्षण के साथ नव-निर्मित 2सी
कार्यक्रम एवं पहल
पीएम स्वनिधि योजना की अवधि में विस्तार
भारत सरकार ने हाल ही में ‘प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (PM SVANidhi) योजना को मार्च 2022 से आगे बढ़ाते हुए दिसंबर 2024 तक के लिए विस्तारित किया। देश भर में पीएम स्वनिधि योजना के सभी लाभार्थियों के लिए इसके ‘स्वनिधि से समृद्धि’ घटक का भी विस्तार किया गया है। दिसंबर 2024 तक 42 लाख स्ट्रीट वेंडर्स को पीएम स्वनिधि योजना के तहत लाभ प्रदान किये जाने का लक्ष्य है। अभी तक की प्रगति 30 नवंबर, 2022 तक, 31.73 लाख स्ट्रीट वेंडर्स ने 10,000 ऋण के पहले ऋण का लाभ उठाया है; इनमें से 5.81 लाख ने 20,000 ऋण के दूसरे ऋण का लाभ उठाया
विविध
ओरान या पवित्र उपवनों का संरक्षण
हाल ही में ओरान (Orans) या पवित्र उपवनों (Sacred Groves) के संरक्षण की मांग को लेकर पश्चिमी राजस्थान के दूरदराज के गांवों और बस्तियों के लोगों की सहायता से एक अनूठी यात्र निकाली गई। इसमें भाग लेने वालों लोगों ने राजस्थान में रेगिस्तान के लिए जीवन रेखा के रूप में पवित्र उपवनों को संरक्षित करने की प्रतिज्ञा के साथ 225 किलोमीटर की यात्र की। पवित्र उपवन स्थानीय लोक देवताओं को समर्पितः पवित्र उपवनों में जंगल या प्राकृतिक वनस्पति के समूह शामिल होते हैं, जो आमतौर पर स्थानीय लोक देवताओं को समर्पित होते हैं। वर्जित क्रियाकलापः इन वनों के भीतर शिकार और लॉगिंग (Logging)
संक्षिप्तिकी
जबरन धर्मांतरण का मुद्दा
5 दिसंबर, 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले में कहा कि धर्मार्थ दान या उदारता (charity) स्वागत योग्य कदम है, लेकिन इस धर्मार्थ उदारता का उद्देश्य भोले-भाले लोगों को धर्मांतरित (Converts) करना नहीं होना चाहिए। यह फैसला सुप्रीम कोर्ट ने देश में जबरन या धोखे से धर्मांतरण के बेहद गंभीर मुद्दे की जांच के दौरान सुनाया था। मुख्य बिंदु सुप्रीम कोर्ट के अनुसार धर्मार्थ दान का उद्देश्य धर्मांतरण नहीं होना चाहिए। अदालत ने कहा कि वह भोजन, दवाई, उपचार आदि की पेशकश के माध्यम से किये जा रहे धर्म परिवर्तन के पीछे छिपी मंशा की भी जांच करेगा। सभी को अपना अलग धर्म
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय प्रशिक्षुता मेला
12 दिसंबर, 2022 को कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) द्वारा देश भर में 25 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के 197 स्थानों पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय प्रशिक्षुता मेला (PMNAM) आयोजित किया गया। इस मेले का आयोजन स्किल इंडिया मिशन के तहत किया गया था, जिसका उद्देश्य भारती युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देना था। PMNAM के संदर्भ में परिचयः राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन (National Skill Development Mission-NSDM) के तहत प्रत्येक महीने प्रशिक्षुता मेलों का आयोजन किया जाता है। उद्देश्यः मेलों के आयोजन का उद्देश्य कंपनियों को अधिक प्रशिक्षुओं को नियुक्त करने के लिये प्रोत्साहित करना है। साथ ही, इनके

व्यक्तित्व
पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती
25 दिसंबर, 2022 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जाने-माने विद्वान, शिक्षा सुधारक और राजनीतिज्ञ पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र को समृद्ध बनाने में उनके अविस्मरणीय योगदान की चर्चा की। जीवन परिचय संक्षिप्त परिचयः पं. मदन मोहन मालवीय एक महान स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ, शिक्षाविद तथा एक बड़े समाज सुधारक थे। जन्म एवं शिक्षाः पं. मदन मोहन मालवीय का जन्म 25 दिसंबर, 1861 को इलाहाबाद (वर्तमान में प्रयागराज) में हुआ था और उन्होंने ‘पाठशाला’ प्रणाली के तहत प्रारंभिक शिक्षा ली थी तथा वे संस्कृत में पारंगत थे। उपाधियां: उन्हें ‘महामना’ की उपाधि महात्मा गांधी द्वारा
डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि: 66वां महापरिनिर्वाण दिवस
6 दिसंबर, 2022 को 66वें महापरिनिर्वाण दिवस (66th Mahaparinirvan Divas) के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के लिए उनकी अनुकरणीय सेवा को याद करते हुए कहा कि भारत को इतना व्यापक संविधान देने के उनके प्रयासों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। महापरिनिर्वाण दिवस डॉ. भीमराव अम्बेडकर के व्यापक सामाजिक योगदान को देखते हुए उनकी पुण्यतिथि 6 दिसंबर को महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है। परिनिर्वाण (Parinirvan) बौद्ध धर्म के मूल सिद्धांतों में से एक है। संस्कृत में, ‘परिनिर्वाण’ का अर्थ है ‘मृत्यु
कला के विविध रूप
प्रागैतिहासिक शैल कला: रत्नागिरी ज्योग्लिफ्स
हाल ही में पुरातत्व संरक्षणवादियों ने महाराष्ट्र के रत्नागिरी (Ratnagiri) जिले के बारसू (Barsu) गांव में एक मेगा ऑयल रिफाइनरी की प्रस्तावित अवस्थिति पर चिंता व्यक्त की है। विशेषज्ञों का दावा है कि यह रिफाइनरी क्षेत्र में पाए जाने वाले प्रागैतिहासिक ज्योग्लिफ्स (prehistoric geoglyphs) को नुकसान पहुंचा सकती है। ज्योग्लिफ्स क्या हैं? ज्योग्लिफ्स (geoglyphs) प्रागैतिहासिक शैल कला (prehistoric rock art) का एक रूप हैं, जिन्हें लेटराइट पठारों (laterite plateaus) की सतह पर बनाया जाता है। इनका निर्माण चट्टान की सतह के एक भाग को काटकर, तराश कर या घिसकर अलग करके किया जाता है। वे शैल चित्रों, नक्काशी तथा गोलाकार अंगूठी के निशान के रूप
उत्सव एवं पर्व
कार्तिगई दीपम उत्सव
हाल ही में तमिलनाडु के विभिन्न मंदिरों में कार्तिगई दीपम उत्सव (Karthigai Deepam festival) मनाया गया। इस उत्सव के दौरान मंदिरों में बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ी तथा उन्होंने दीप प्रज्वलित किये। कार्तिगई उत्सव के बारे में कार्तिगई दीपम को तमिलनाडु में पारंपरिक त्योहार के रूप में मनाया जाता है। यह केरल, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक जैसे पड़ोसी राज्यों में भी मनाया जाता है। यह अत्यधिक प्राचीन उत्सव है तथा लोग इस शुभ उत्सव से काफी पहले से जुड़े हुए हैं। उत्तर भारत में मनाई जाने दीपावाली की ही तरह ही कार्तिगई दीपम भी रोशनी यानी प्रकाश का त्योहार है। कार्तिगई दीपम पर्व को
धनु यात्रा उत्सव
27 दिसंबर, 2022 को पश्चिमी ओडिशा के बरगढ़ शहर में विश्व का सबसे बड़ा ओपन-एयर थिएटर माने जाने वाले ‘धनु यात्रा उत्सव’ (Dhanu Yatra festival) की शुरुआत की गई। कोविड-19 महामारी के कारण 2 वर्ष के अंतराल के बाद आयोजित हो रहे इस उत्सव का समापन 6 जनवरी, 2023 को होना है। 11 दिवसीय इस उत्सव की शुरुआत पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राज्य के लोगों को बधाई दी गई। मुख्य बिंदु धनु यात्रा उत्सव, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, 1947-48 में देश की आजादी के जश्न के हिस्से के रूप में बरगढ़ में अस्तित्व में
नागालैंड का हॉर्नबिल फ़ेस्टिवल
1-10 दिसंबर, 2022 के मध्य देश के पूर्वोत्तर राज्य नागालैंड में हॉर्नबिल महोत्सव (Hornbill Festival) के 23वें संस्करण का आयोजन किया गया। इस महोत्सव में कुल 1,40,299 लोगों ने हिस्सा लिया, जिसमें 1,026 विदेशी पर्यटक भी शामिल हुए। हॉर्नबिल महोत्सव का उद्घाटन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा 1 दिसंबर, 2022 को नागालैंड की राजधानी कोहिमा के निकट नागा विरासत गांव ‘किसामा’ (Kisama) में किया गया था। हॉर्नबिल फ़ेस्टिवल महोत्सव का उद्देश्यः नागालैंड की समृद्ध संस्कृति को पुनर्जीवित करना व उसकी रक्षा करना तथा इसकी परंपराओं को प्रदर्शित करना। आयोजन का समयः नागालैंड सरकार प्रत्येक वर्ष दिसंबर के पहले सप्ताह में हॉर्नबिल महोत्सव आयोजित करती है। यह
विरासत
विश्व धरोहर स्थलों की संभावित सूची में भारत के 3 स्थल
गुजरात के वडनगर शहर, मोढेरा के प्रतिष्ठित सूर्य मंदिर तथा त्रिपुरा में स्थित उनाकोटी की रॉक कट मूर्तियों (rock cut sculptures of Unakoti) को हाल ही में यूनेस्को के विश्व विरासत स्थलों की संभावित सूची (Tentative List of UNESCO's World Heritage Sites) में शामिल किया गया है। इसके साथ ही भारत में विश्व विरासत स्थलों की संभावित सूची में शामिल स्थलों की संख्या 52 हो गई है। संभावित सूची में शामिल 3 स्थल मोढेरा का सूर्य मंदिर गुजरात के मेहसाणा में स्थित यह सूर्य मंदिर उन कुछ मंदिरों में से एक है, जो सूर्य भगवान को समर्पित है। यह मंदिर मोढेरा में पुष्पावती नदी
संक्षिप्तिकी
सिलचर-सिलहट महोत्सव-2022
असम के सिलहट में 2-4 दिसंबर, 2022 के मध्य सिलचर-सिलहट महोत्सव (Silchar-Sylhet Festival) का आयोजन किया गया। यह असम के बराक घाटी क्षेत्र (विशेषकर-सिलचर) तथा बांग्लादेश के सिलहट क्षेत्र के बीच भाषाई एवं सांस्कृतिक संबंधों का जश्न मनाने वाला पहला उत्सव है। इस उत्सव का आयोजन भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष और पाकिस्तान से बांग्लादेश की मुक्ति की 50वीं वर्षगांठ के साथ मेल खाता है। मुख्य बिंदु आयोजनः इस उत्सव का आयोजन ‘इंडिया फाउंडेशन’ (India Foundation) नामक स्वतंत्र शोध संस्थान द्वारा केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में ‘बांग्लादेश फाउंडेशन फॉर रीजनल स्टडीज’ के सहयोग से किया गया। उद्देश्यः अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से अलग हुए जुड़वां
न्यूज बुलेट्स
नटराज की मूर्ति
तमिलनाडु पुलिस ने 15 दिसंबर, 2022 को फ्रांस में ‘शिव नटराज’ की मूर्ति की नीलामी को सफलतापूर्वक रोक दिया। दुर्लभ किस्म की यह कांस्य मूर्ति आधी सदी पहले तमिलनाडु के थूथुकुडी जिले के कायथर से चोरी हुई थी। नटराज की मूर्ति, ब्रह्मांडीय नर्तक के रूप में हिंदू देवता शिव को संदर्भित करती है, यह विशेष तौर पर दक्षिण भारत के कई शैव मंदिरों में धातु या पत्थर की मूर्तियों के रूप में पाई जाती है। यह चोल मूर्ति कला की एक महत्वपूर्ण कृति
वीर बाल दिवस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 दिसंबर, 2022 को नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में ‘वीर बाल दिवस’ (Veer Bal Diwas) के ऐतिहासिक कार्यक्रम में भाग लिया। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा 9 जनवरी, 2022 को घोषणा की गई थी कि 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा, जो 10वें सिख गुरु गोबिंद सिंह के चार बेटों को श्रद्धांजलि के रूप में मनाया जाएगा, जिनकी हत्या मुगलों द्वारा कर दी गई

अंतरविषयी एवं तुलनात्मक दृष्टिकोण पर आधारित भारतीय इतिहास
संपादक की कलम से
प्रिय पाठक,क्रॉनिकल प्रकाशन समूह पिछले 30 वर्षों से सिविल सेवा के उम्मीदवारों को मार्गदर्शन प्रदान कर रहा है। इन तीन दशकों के दौरान, हमारा निरंतर यह प्रयास रहा है कि हम आपको व्यापक, प्रासंगिक और अद्यतन सामग्री प्रदान करें। हमारा एकमात्र उद्देश्य परीक्षा को उत्तीर्ण करने और अपने लक्ष्यों को
सभ्यता का विकास
पाषाण काल
पुरा पाषाण काल पुरातत्वविदों ने आरंभिक काल को पुरा पाषण काल कहा है, यह नाम पुरास्थलों से प्राप्त पत्थर के औजारों के महत्व को दर्शाता है। पुरा पाषाण काल को निम्न पुरापाषाण काल, मध्य पुरापाषाण काल तथा उच्च पुरापाषाण काल में विभाजित किया गया है। गंगा, यमुना एवं सिन्धु के कछारी मैदानों में
सिंधु घाटी सभ्यता
सिंधु घाटी सभ्यता लगभग 2500 ईस्वी पूर्व दक्षिण एशिया के पश्चिमी भाग में फैली हुई थी, जो कि वर्तमान में पाकिस्तान तथा पश्चिमी भारत के नाम से जाना जाता है। सिंधु घाटी सभ्यता मिस्र, मेसोपोटामिया, भारत और चीन की चार सबसे बड़ी प्राचीन नगरीय सभ्यताओं से भी अधिक उन्नत थी। भारतीय पुरातत्त्व
ताम्र-पाषाणिक सभ्यता
सिन्धु सभ्यता के नगरीय जीवन के बाद उत्तर भारत के कतिपय क्षेत्रों में पुनः ग्रामीण संस्कृतियां परिलक्षित होती हैं। इन ग्रामीण संस्कृतियों में पाषाण उपकरणों के साथ तांबे के उपकरणों का भी प्रयोग किया गया है। अतः पुरातत्त्वविद् इस संस्कृति को ‘ताम्र-पाषाणिक संस्कृति के नाम से अभिहित करते हैं। ताम्रपाषाण संस्कृतियों ने
वैदिक सभ्यता
सिंधु घाटी सभ्यता के पश्चात जिस नवीन सभ्यता का विकास हुआ, उसे ही आर्य सभ्यता अथवा वैदिक सभ्यता के नाम से जाना जाता है। यह मुख्यतः पशुचारण सभ्यता थी, जिसमें कृषि गौण व्यवसाय था। वैदिक संस्कृति को दो भागों में बांटा गया है ऋग्वैदिक संस्कृति (1500 ई.पू.-1000 ई.पू.) उत्तर वैदिक संस्कृति (1000 ई.पू.-600 ई.पू.) ऋग्वैदिक
भारतीय समाज
सामाजिक संरचना
नव पाषाणकालीन जीवनःइस काल में हुए आविष्कारों और परिवर्तनों ने मानव सभ्यता की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया। कृषि कार्य, पशुपालन, गृह निर्माण आदि से मनुष्य को अन्य मनुष्यों के सहयोग की भी आवश्यकता पड़ती थी। इस तरह ‘समाज’ का अंकुरण हुआ। कार्य विभाजन एवं आर्थिक कारणों ने समाज को वर्गों और
खान पान
पुरापाषाणकालीन जीवनः इस काल में मानव पूर्णतया प्रकृतिजीवी था। कृषि कार्यों से अपरिचित होने के कारण वह सहज रूप से उत्पन्न होने वाले फल-फूल और कन्द-मूल, आखेट में मारे गये पशुओं तथा नदियों और झीलों के तटों पर पकड़ी गई मछलियों से ही अपना पेट भरता था। मध्यपाषाणकालः इस काल में मनुष्य
वेश-भूषा
पाषाणकालः मध्यपाषाण युग की गुफा चित्रकारियों में कमर परिधानों को दर्शाने वाले उदाहरण प्राप्त हुए हैं।पूर्व पाषाणकालीन मनुष्य अपने शरीर को वृक्षों के पत्तों और छालों तथा पशुओं के चर्म से ढकता था, परन्तु उत्तरकालीन मनुष्य ने वस्त्र निर्माण करना भी सीख लिया था। उसने पौधों के रेशों तथा पशुओं
विवाह प्रणाली
वैदिक कालः मनु समेत अन्य स्मृतिकारों ने तथा गृह्यसूत्रों व पुराणों में 8 प्रकार की विवाह पद्धतियों का उल्लेख है- विवाह के 8 प्रकारों में से प्रथम चार प्रकार (ब्रह्म विवाह, दैव विवाह, आर्ष विवाह व प्रजापत्य विवाह) के विवाह उत्तम कोटि के विवाह माने जाते थे तथा बाद के चार
महिलाओं की स्थिति
सिन्धु घाटी सभ्यताः नारी की अतिसंख्यक मूर्तियों की प्राप्ति से आभास मिलता है कि सिंधु समाज मातृ प्रधान था। मातृ-प्रधान परिवार में नारी को सर्वोच्च स्थान प्राप्त था। मातृ देवी प्रमुख उपास्य थीं। उत्खनन में जितनी मानव आकृतियों के चित्रों की उपलब्धि हुई है, उनमें स्त्रियों के चित्र बहुसंख्यक हैं।अतः
जन्म-मृत्यु संस्कार
नवपाषाणकालः इस काल में अंत्येष्ठि संस्कार प्रचलित था। अस्थियों के साथ औजार एवं आभूषण भी रखे जाते थे। समाधि में एक से अधिक व्यक्तियों की अस्थियां रखी जा सकती थीं। ब्रह्मगिरि से इस प्रकार के साक्ष्य प्राप्त होते हैं। बुर्जहोम में मृतकों के साथ-साथ कुत्तों को भी दफनाए जाने के प्रमाण मिलते
दास प्रथा
हड़प्पा सभ्यताः इस सभ्यता के कुछ पुरातात्त्विक प्रमाणों की सहायता से विद्वानों ने विचार प्रकट किया है कि उस समय भी दास प्रथा प्रचलित थी। मोहनजोदड़ो में मिले दो-दो कोठरियों में सोलह मकान, जो तत्कालीन लोगों के निम्न जीवन स्तर के प्रमाण हैं, जिन्हें ‘पिगट’ महोदय ने ‘मजदूरों के मकान’ कहा
शिक्षा का विकास
भारत की प्राचीन शिक्षा पद्धति में अनौपचारिक तथा औपचारिक दोनों प्रकार के शैक्षणिक केन्द्रों का उल्लेख प्राप्त होता है। औपचारिक शिक्षा मन्दिर, आश्रमों और गुरुकुलों के माध्यम से दी जाती थी, जो उच्च शिक्षा के केन्द्र भी थे। जबकि परिवार, पुरोहित, पण्डित, संन्यासी और त्यौहार प्रसंग आदि के माध्यम
धर्म एवं दर्शन
प्राचीन भारतीय दर्शन
प्राचीन भारतीय दर्शन का आरम्भ वेदों से होता है। वेद भारतीय धर्म, दर्शन, संस्कृति, साहित्य आदि सभी के मूल स्रोत हैं। वर्तमान में भी धार्मिक एवं सांस्कृतिक कृत्यों के अवसर पर वेद-मंत्रों का गायन होता है। अनेक दर्शन-संप्रदाय वेदों को अपना आधार और प्रमाण मानते हैं। उत्तर वैदिक काल में रचित
धार्मिक व्यवस्था
हड़प्पा कालीन धार्मिक व्यवस्था हड़प्पा सभ्यता मुख्यतः लौकिक सभ्यता थी, जिसमें धार्मिक तत्व उपस्थित था, परंतु उसका वर्चस्व नहीं था। इस सभ्यता से मंदिर के साक्ष्य प्राप्त नहीं होते हैं, परन्तु जल पूजा प्रचलित थी। मोहनजोदड़ो से वृहद स्नानागार तथा पुरोहित आवास के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। इससे स्नान के महत्व
भक्ति आंदोलन
भक्ति आंदोलन का आरंभ दक्षिण भारत में सातवीं से 12वीं शताब्दी के मध्य हुआ, जिसके प्रथम प्रचारक शंकराचार्य को माना जाता है। भक्ति आंदोलन के कई संतों ने हिंदू-मुस्लिम एकता पर बल दिया, जिससे इन समुदायों में सहिष्णुता और सद्भाव की स्थापना हुई। भक्ति आंदोलन के प्रमुख संत रामानुजः ये विशिष्टाद्वैत के प्रतिपादक
प्रशासनिक विकास
स्थानीय प्रशासन
ऋग्वैदिक कालः इस काल में सभा, समिति और गण तथा विदथ जैसी परिषदों का उल्लेख मिलता है, जिसका मुख्य कार्य सैनिक एवं धार्मिक था। सभा श्रेष्ठ एवं अभिजात लोगों की संस्था थी तथा समिति सामान्य जन की प्रतिनिधि सभा थी, जिसे राजा की नियुक्ति और पद्च्युति का अधिकार था। विदथ आर्यों की
नगरीय प्रशासन
भारत में प्रशासनिक प्रणाली का विकास हड़प्पा सभ्यता से आरंभ होता है। आरंभिक मानव केवल खाद्य संग्राहक ही था। इस समय स्थाई जीवन का विकास नहीं हुआ था। नवपाषाण काल में स्थाई जीवन आरंभ हुआ, फिर भी इस काल में प्रशासनिक तत्व अनुपस्थित था। सिन्धु घाटी सभ्यताः सिन्धु घाटी सभ्यता में सर्वप्रथम
न्यायिक व्यवस्था
वैदिक कालः इस काल में अदालतों को सभा कहा जाता था। वे एक या एक से अधिक गांवों के विवादों का निपटारा अपने स्तर पर कर देती थीं। राजधानी में दो तरह की अदालतें होती थीं। राजा की अदालत सबसे बड़ी होती थी।राजा के नीचे भी एक न्यायालय होता था,
विभिन्न कालों में मुख्य अधिकारी
ऋग्वैदिक कालीन प्रमुख अधिकारी स्पशः गुप्तचर कुलपतिः परिवार का मुखिया विशपतिः विश का प्रधान ब्राजपतिः चारागाह का अधिकारी सेनानीः सेना का नेतृत्व करने वाला ग्रामिणीः ग्राम का प्रधान/युद्ध में ग्राम का नेतृत्व करने वाला उत्तरवैदिक कालीन अधिकारी सूतः राजा का सारथी प्रतिहारीः द्वारपाल संग्रहित्रीः कोषाध्यक्ष भागदुधः कर संग्रहकर्त्ता अक्षवापः पासे के खेल में राजा का सहयोगी पालागलः राजा का मित्र/संदेशवाहक गोविकर्तनः शिकार में राजा
गुप्तचर व्यवस्था
वैदिक कालः ऋगवेद में गुप्तचर के बारे में विस्तार से बताया गया है। अथर्ववेद में जल के देवता वरुण को सहस्रनेत्र कहा गया है, अर्थात वरुण के सहस्रों (हजारों) गुप्तचर थे। गुप्तचर ही राजा के नेत्र होते थे। स्त्री गुप्तचरों की परंपरा वैदिक काल में ही आरंभ हो गई थी।
भू-राजस्व प्रणाली
भारतीय इतिहास में भू-राजस्व तथा कर प्रणाली का व्यवस्थित रूप मौर्य साम्राज्य की स्थापना से अस्तित्व में आता है। इससे पहले हड़प्पा और वैदिक काल में व्यवस्थित भू-राजस्व और कर प्रणाली का पता नहीं चलता है। सैद्धांतिक रूप से प्रारंभ में जंगल साफ करके उसे कृषि योग्य बनाने वाला ही भू-खण्ड का
आर्थिक प्रणाली का विकास
कृषि का विकास
नवपाषाण काल नवपाषाण युग के मानव ने कृषि कर्म का ज्ञान प्राप्त किया था। कृषि हल की सहायता से होती थी अथवा नहीं, इस विषय में कुछ निश्चित रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है। यह सम्भव है कि काष्ठ-निर्मित होने के कारण तत्कालीन हल नष्ट हो गये हों और
आधुनिक भारत में कृषि का व्यावसायीकरण
भारतीय कृषि का व्यावसायीकरण 1813 के बाद शुरू हुआ, जब इंग्लैंड में औद्योगिक क्रांति का तेजी से प्रसार हो रहा था। कृषि के व्यावसायीकरण से केवल उन कृषि उत्पादों का उत्पादन हुआ, जिनकी या तो ब्रिटिश उद्योगों को आवश्यकता थी या यूरोपीय या अमेरिकी बाजार में अंग्रेजों को नकद वाणिज्यिक लाभ
औद्योगिक विकास
सिंधु घाटी सभ्यताः इस काल के लोग उद्योग एवं व्यापार में भी रुचि लेते थे। इस सभ्यता में अनेक प्रकार के उद्योगों का विकास हो गया था, जो इनके विज्ञान एवं तकनीकी की उन्नति को दर्शाता है। सुक्कुर एवं रोजदी में पत्थर के उपकरण बनाने के कारखाने के साक्ष्य मिले
घरेलू एवं विदेशी व्यापार
सिन्धु घाटी सभ्यताः यहां के लोगों ने व्यापार में भी गहरी रुचि ली। उनका आन्तरिक एवं बाह्य व्यापार दोनों ही समुन्नत दशा में था।वस्तुतः बड़े पैमाने पर व्यापार के बिना सैंधव नगरों का विकास सम्भव ही नहीं था। हड़प्पा तथा मोहनजोदड़ो व्यापार के भी प्रसिद्ध केन्द्र थे। दोनों नगर परस्पर
मुद्रद्रा एवं सिक्का
मुद्रा एवं सिक्कों में अपने समय का सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक इतिहास छिपा रहता है। भारत में सिक्कों का इतिहास लगभग 2,700 वर्ष पुराना है। हड़प्पा काल एवं वैदिक काल में सिक्कों का कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं प्राप्त होता है। हड़प्पा काल के लोग व्यापार में धातु सिक्कों का प्रयोग नहीं करते थे
व्यापार मार्ग
सिन्धु घाटी सभ्यताः इस काल में व्यापार जल एवं स्थल दोनों मार्गों से होता था।हड़प्पा तथा मोहनजोदड़ो व्यापार के भी प्रसिद्ध केन्द्र थे। दोनों नगर परस्पर व्यापारिक मार्गों द्वारा जुड़े हुए थे। यहां के व्यापारी मुख्यतः जलीय मार्ग से ही व्यापार किया करते थे। यद्यपि स्थलीय मार्ग अज्ञात नहीं थे।
प्रमुख बंदरगाह
सिन्धु घाटी सभ्यताः इस काल के लोथल, रंगपुर, प्रभास पाटन (सोमनाथ), बालाकोट, सुत्कागेंडोर एवं सुरकाकोह महत्वपूर्ण बन्दरगाह थे। लोथल एक ज्वारीय बन्दरगाह था। मेसोपोटामिया के प्रवेश के लिए प्रमुख बंदरगाह ‘उर’ था। मौर्य कालः इस युग के प्रमुख तटीय बंदरगाह भड़ौच, काठियावाड़, सोपारा और ताम्रलिप्ति आदि थे। विदेशी व्यापार के लिए इस काल
भारत में कला का विकास
प्राचीन भारत में मृदभांड
भारत में चौपानीमांडो से संसार में मृदभांड के प्रयोग के प्राचीनतम साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। हड़प्पा काल के मृदभांड भारत में मृदभांड हड़प्पा काल से ही प्राप्त होने शुरू हो जाते हैं। इस काल में मिले मृदभांड को दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है- सादे मृदभांड और चित्रित मृदभांड।
भित्ति चित्र
भित्ति चित्र का अर्थ है, ऐसा चित्र जो दीवार पर बनाया गया हो। इनकी शुरुआत नव-प्रस्तर मानव के उन प्रयासों के साथ हुई, जब उसने गुफाओं की दीवारों पर प्राकृतिक रंगों से अपने जीवन से जुड़े चित्र बनाए। भारतीय भित्ति-चित्रों का इतिहास 2वीं शताब्दी ईसा पूर्व से 8 वीं-10वीं शताब्दी ईस्वी
मूर्तिकला
भारतीय मूर्तिकला आरम्भ से ही यथार्थ रूप लिए हुए हैं। भारतीय मूर्तियों में पेड़-पौधों और जीव-जन्तुओं से लेकर असंख्य देवी देवताओं को चित्रित किया गया है। पाषाण काल में भी मनुष्य अपने पाषाण उपकरणों को कुशलतापूर्वक काट-छांटकर या दबाव तकनीक द्वारा आकार देता था, परंतु भारत में मूर्तिकला अपने वास्तविक रूप
चित्रकला
भारत में चित्रकला का इतिहास बहुत पुराना रहा है। पाषाण काल में ही मानव ने गुफा चित्रण करना शुरू कर दिया था। पाषाण कालीन चित्रकला भीमबेटका क्षेत्रों में कंदराओं और गुफाओं में मानव चित्रण के प्रमाण मिले हैं। इन चित्रों में शिकार, शिकार करते मानव समूहों, स्त्रियों तथा पशु-पक्षियों आदि को दीवारों
संगीत कला
भारत में प्रागैतिहासिक काल से ही संगीत की समृद्ध परम्परा रही है। सिंधु घाटी की सभ्यता में संगीत माना जाता है कि संगीत का प्रारम्भ सिंधु घाटी की सभ्यता के काल में हुआ, जिसका साक्ष्य हमे नृत्य बाला की मुद्रा में कांस्य मूर्ति एवं नृत्य, नाटक और संगीत के देवता की
नृत्य कला
ऋगवेद के अनेक श्लोकों में नृत्या शब्द का प्रयोग हुआ है। यजुर्वेद में भी नृत्य संबंधी सामग्री प्रचुर मात्र में उपलब्ध है। नृत्य को उस युग में व्यायाम के रूप में माना गया था। शरीर को अरोग्य रखने के लिये नृत्यकला का प्रयोग किया जाता था। पुराणों में भी नृत्य संबंधी
भारत की प्रमुख स्थानीय युद्ध कलाएं
भारत की विभिन्न संस्कृतियों में प्राचीन समय से ही युद्ध कलाएं प्रचलित रही हैं। भारत में विद्यमान कुछ महत्वपूर्ण युद्व कलाएं निम्नलिखित हैः कलारीपयट्टू ऐसा माना जाता है कि इसकी उत्पत्ति तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व से दूसरी शताब्दी ईस्वी के दौरान केरल में हुई थी। वर्तमान में यह केरल और तमिलनाडु
रंगमंच (Theater)
रंगमंच का विकास सर्वप्रथम भारत में ही हुआ। ऋग्वेद के कतिपय सूत्रों में यम और यमी, पुरुरवा एवं उर्वशी आदि के कुछ संवाद हैं। भरत मुनि कृत नाट्यशास्त्र भारतीय रंगमंच पर प्रकाश डालने वाला सर्वप्रथम कृति है। नाट्यशास्त्र में मंडप कोटि की नाट्य शालाओं का उल्लेख मिलता है। अन्य संस्कृत ग्रंथों में
स्थापत्य का विकास
गुहा स्थापत्य
भारत की गुहा कला शैली अभूतपूर्व समृद्धि तथा विविधता से परिपूर्ण है। भारत में सर्वप्रथम मानव निर्मित गुफाओं का निर्माण दूसरी शताब्दी ई.पू. के आसपास हुआ माना जाता था। एक ओर भीमबेटका जैसी गुफाओं की विशेषता दैनिक जीवन के विषयों पर आधारित चित्रकारियां हैं; वहीं दूसरी ओर मौर्योत्तरकालीन गुहा स्थापत्य कला रीति-रिवाजों
चैत्य, विहार एवं स्तूप
बौद्ध और जैन दोनों ही धर्मों में पूजा-अर्चना के लिए चैत्य, विहारों एवं स्तूप का निर्माण किया जाता था। चैत्य एक प्रकार का पूजा कक्ष होता था, विहार निवास कक्ष और स्तूप बौद्ध प्रार्थना स्थल होता था। शवदाह के पश्चात् बचे हुए अवशेषों को भूमि में दबाकर उनके ऊपर जो समाधियां
मंदिर निर्माण शैली
भारत में मंदिर निर्माण की प्रक्रिया का आरंभ मौर्य काल से ही शुरू हो गया था, किंतु आगे चलकर उसमें सुधार हुआ और गुप्त काल में मंदिरों की विशेषताओं में वृद्धि देखी जाती है। भारत में मंदिरों का निर्माण मुख्यतः तीन शैलियों में किया जाता था, जो निम्नलिखित हैं- नागर शैली यह शैली
पल्लव, चालुक्य एवं चोल स्थापत्य
पल्लवपल्लवों ने वास्तुकला को कन्दरा कला तथा काष्ठकला से मुक्त किया। चट्टानों को काटकर मंदिर बनाने की प्रक्रिया पल्लवों के काल में आरम्भ हुई। पल्लव कला को चार भागों में बांटा गया है- महेंद्र वर्मन शैलीः इस शैली में मंदिर मंडप आकार के होते थे, जिनके बरामदे स्तम्भ युक्त हैं। इन्हीं के समय
दिल्ली सल्तनतकालीन स्थापत्य
सल्तनत काल में स्थापत्य कला के क्षेत्र में जिस शैली का विकास हुआ, वह भारतीय तथा इस्लामी शैलियों का सम्मिश्रण थी। इसलिए इस शैली को ‘इण्डो इस्लामिक’ शैली कहा गया। कुछ विद्वानों ने इसे ‘इण्डो-सरसेनिक’ शैली कहा है। फर्ग्यूसन महोदय ने इसे पठान शैली कहा है, किन्तु यह वास्तव में भारतीय
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का विकास
प्राचीन काल में शल्य चिकित्सा एवं आयुर्वेद
भारतीय चिकित्सा पद्धति के विषय में सर्वप्रथम लिखित ज्ञान ‘अथर्ववेद’ में मिलता है। आयुर्वेद में धन्वंतरि संप्रदाय और सुश्रुत संप्रदाय शल्य चिकित्सा के प्रतीक माने जाते हैं। वैदिक काल वैदिक काल में वैदिक पुजारी पूजा-पाठ के साथ-साथ आयुर्वेद चिकित्सा के माध्यम से वैद्य का काम भी किया करते थे। उस काल
गणित एवं ज्यामिति
ज्यामिति ज्यामिति के बारे में सर्वप्रथम जानकारी भीमबेटका की गुफाओं से प्राप्त चित्रों से होता है। यहां से प्राप्त रेखांकित मानवाकृति तत्कालीन समय में ज्यामिति के उपयोग को दर्शाती है। हड़प्पा सभ्यताः ज्यामिति का ज्ञान हडप्पाकालीन संस्कृति के लोगों को भी था। हड़प्पा काल की नगर योजना से पता चलता है कि उस
खगोल विज्ञान
भारतीय खगोल विज्ञान का इतिहास चार हजार साल से अधिक पुराना है। भारतीय खगोल विज्ञान की शुरुआती जड़ें सिंधु घाटी सभ्यता या उससे पहले की अवधि की हो सकती है। वैदिक युग में खगोल विज्ञान भारतीय खगोल विज्ञान के इतिहास के कुछ शुरुआती संदर्भ ‘ऋग्वेद’ में पाए जा सकते हैं। प्राचीन भारतीय
पारंपरिक चिकित्सा
पारम्परिक चिकित्सा मानव पीढ़ियों द्वारा विकसित वे ज्ञान प्रणालियां होती हैं, जिनका प्रयोग आधुनिक चिकित्सा प्रणाली से भिन्न तरीके से शारीरिक व मानसिक रोगों की पहचान, रोकथाम, निवारण और इलाज करने के लिए किया जाता है। भारत में इसे अक्सर प्रथाओं और उपचारों जैसे कि योग, आयुर्वेद, सिद्ध के रूप
सामाजिक-धार्मिक सुधार आंदोलन
प्रमुख समाज सुधारक एवं उनके कार्य
19वीं शताब्दी के पूर्वार्द्ध में भारतीय समाज कठोर जातिगत बंधनों में जकड़ा हुआ था। ईस्ट इण्डिया कम्पनी की पाश्चात्य शिक्षा पद्धति से आधुनिक तत्कालीन युवा मन चिन्तनशील हो उठा तथा सभी लोग इस विषय पर सोचने के लिए मजबूर हुए। पाश्चात्य शिक्षा से प्रभावित लोगों ने हिन्दू सामाजिक रचना, धर्म, रीति-रिवाज
धार्मिक सुधार आंदोलन
आर्य समाज एवं शुद्धि आंदोलन आर्य समाजः 1875 में दयानंद सरस्वती ने बंबई में आर्य समाज की स्थापना की थी। इसका उद्देश्य देश में व्याप्त धार्मिक और सामाजिक बुराइयों को दूर कर वैदिक धर्म की पुनः स्थापना करना था। दयानंद सरस्वती एक ईश्वर में विश्वास करते थे तथा इनके द्वारा ‘वेदों की ओर
ब्रिटिश कालीन रूढ़िगत प्रथा उन्मूलक कानून
बंगाल सती विनियमन, 1829 इसे गवर्नर-जनरल की काउंसिल द्वारा पारित किया गया था। यह ब्रिटिश भारत में सती प्रथा पर रोक लगाने से सम्बंधित प्रथम विनियम था। पारित करने में योगदानः इस विनियम को पारित करने में तत्कालीन गवर्नर-जनरल लॉर्ड विलियम बेंटिक एवं राजा राममोहन राय का विशेष योगदान है। प्रावधानः सती
विद्रोह एवं आंदोलन
किसान आंदोलन
ब्रिटिश की औपनिवेशिक नीति के तहत विभिन्न आर्थिक, सामाजिक एवं प्रशासनिक नीतियों ने भारत में किसान समूह को व्यापक तौर पर प्रभावित किया। इसके परिणामस्वरूप कृषकों ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ आन्दोलन किया। किसानों पर होने वाले अत्याचार, अवैध करारोपण, अवैतनिक श्रम, उच्च लगान, मनमानी बेदखली एवं भू-राजस्व आदि के कारण
जनजातीय आंदोलन
कोल विद्रोह (1831-32) यह विद्रोह 1831 में छोटानागपुर में हुआ था। इस विद्रोह का प्रमुख कारण कोल आदिवासियों की जमीन गैर-आदिवासियों को दे देना था। इस आंदोलन के प्रमुख नेता बुद्धो भगत थे। इस विद्रोह का स्वरूप आर्थिक व राजनैतिक था। यह विद्रोह मुख्य रूप से रांची, हजारीबाग, पलामू, मानभूम और सिंह भूमि
प्रमुख राष्ट्रीय आंदोलन
स्वदेशी आन्दोलन बंगाल विभाजनः 20 जुलाई, 1905 को तत्कालीन वाइसराय लार्ड कर्जन के द्वारा बंगाल विभाजन का आज्ञापत्र जारी किया गया था। यह अंग्रेजों की ‘फूट डालो और शासन करो’ वाली नीति का ही एक अंग था। एक मुस्लिम बहुल प्रान्त का सृजन करने के उद्देश्य से ही भारत के बंगाल
स्वतंत्रता संघर्ष की क्रांतिकारी गतिविधियां
क्रांतिकारी आंदोलन का जन्म महाराष्ट्र में हुआ था, लेकिन कालांतर में इसका प्रधान केन्द्र बंगाल बन गया। भारत के अन्य प्रांतों तथा विदेशों में भी भारतीय क्रांतिकारी सक्रिय थे। बंगाल में क्रांतिकारी आन्दोलन बंगाल के क्रांतिकारी नेता बरीन्द्र कुमार घोष और भूपेन्द्र नाथ दत्त थे। इन दोनों ने युगांतर तथा संध्या नामक
संवैधानिक विकास
1773 का रेग्युलेटिंग एक्ट
इस अधिनियम के माध्यम से ब्रिटिश सरकार द्वारा ईस्ट इंडिया कंपनी के कार्यों को नियमित और नियंत्रित करने की दिशा में प्रथम प्रयास किया गया था। इसके द्वारा बंगाल के गवर्नर को बंगाल का गवर्नर जनरल बना दिया गया। मद्रास तथा बम्बई के गवर्नर बंगाल के गवर्नर के अधीन रखा
1784 का पिट्स इंडिया एक्ट
इस एक्ट के अंतर्गत भारत में कंपनी के अधीन क्षेत्र को पहली बार ब्रिटिश आधिपत्य का क्षेत्र कहा गया। इस अधिनियम के माध्यम से ब्रिटिश सरकार का कंपनी के कार्यों और प्रशासन पर पूर्ण नियंत्रण हो गया। इसके द्वारा बोर्ड ऑफ कण्ट्रोल की स्थापना की गयी, जिसके माध्यम से
1813 का चार्टर अधिनियम
इसके माध्यम से कंपनी का भारतीय व्यापार पर एकाधिकार समाप्त कर दिया गया। ईसाई धर्म प्रचारकों को भारत में धर्म प्रचार करने की अनुमति प्रदान की गई। सभी ब्रिटिश व्यापारियों को भारत से व्यापार करने की छूट प्रदान कर दी गई। कंपनी की आय से भारतीयों की शिक्षा
1833 का चार्टर अधिनियम
इसके माध्यम से बंगाल के गवर्नर-जनरल को भारत का गवर्नर-जनरल कहा जाने लगा। भारत के प्रथम गवर्नर जनरल लॉर्ड विलियम बेंटिक बने। यह अधिनियम ब्रिटिश भारत में केंद्रीकरण की दिशा में अंतिम कदम था। अधिनियम के रूप में भारत के लिए एक केंद्रीय विधायिका की शुरुआत ने बंबई और मद्रास
1853 का चार्टर अधिनियम
इसके माध्यम से गवर्नर-जनरल की परिषद के विधायी और कार्यकारी कार्यों को अलग कर दिया गया। इस अधिनयम के अंतर्गत पहली बार भारतीय केंद्रीय विधान परिषद् में स्थानीय प्रतिनिधित्व प्रारंभ किया गया था। केंद्रीय विधान परिषद में 6 सदस्य को शामिल किया गया। छः में से चार सदस्य मद्रास,
1858 का भारत सरकार अधिनियम
इसके माध्यम से कंपनी के शासन को भारत में क्राउन के शासन द्वारा प्रतिस्थापित किया गया था। इसके तहत भारत में बोर्ड ऑफ कंट्रोल और कोर्ट ऑफ डायरेक्टर को समाप्त कर दिया गया। अतः द्वैध शासन समाप्त हो गया। ब्रिटिश साम्राज्ञी की ओर से भारतीय प्रशासन का संचालन राज्य सचिव
1861 का भारतीय परिषद अधिनियम
इसने वायसराय की कार्यकारी और विधायी परिषद जैसी संस्थाओं में पहली बार भारतीय प्रतिनिधित्व की शुरुआत की, जिसके माध्यम से 3 भारतीयों ने विधान परिषद में प्रवेश किया। केंद्र और प्रांतों में विधान परिषदों की स्थापना की गई। वायसराय की कार्यकारी परिषद में विधायी कार्यों का संचालन करते समय गैर-आधिकारिक
1892 का भारत परिषद अधिनियम
इसके माध्यम से अप्रत्यक्ष चुनाव की शुरुआत की गई और विधान परिषदों का आकार बढ़ाया गया। विधान परिषदों के कार्यों का विस्तार किया और उन्हें बजट पर चर्चा करने तथा कार्यपालिका से प्रश्नों को संबोधित करने की शक्ति प्रदान की
1909 का भारतीय परिषद अधिनियम
इसे मॉर्ले-मिंटो सुधार के रूप में भी जाना जाता है। इसने विधान परिषदों के लिए प्रत्यक्ष चुनाव की शुरुआत की। इसने सेंट्रल लेजिस्लेटिव काउंसिल का नाम बदलकर इम्पीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल कर दिया। केंद्रीय विधान परिषद के सदस्यों की संख्या 16 से बढ़ाकर 60 कर दी गई। ‘पृथक निर्वाचक मंडल’ की
1919 का भारत सरकार अधिनियम
इसे मांटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार के नाम से भी जाना जाता है। इसके माध्यम से केंद्रीय विषयों का सीमांकन किया गया और उन्हें प्रांतीय विषयों से अलग किया गया। प्रांतीय विषयों में द्वैध शासन की योजना और ‘द्वैध शासन’ की शुरुआत की गई थी। आरक्षित विषयों पर राज्यपाल विधान परिषद के प्रति
1935 का भारत सरकार अधिनियम
इसमें प्रांतों और रियासतों को इकाइयों के रूप में शामिल करके एक अखिल भारतीय संघ की स्थापना के लिए प्रावधान किया गया था, हालांकि यह संघ कभी अस्तित्व में नहीं आया। इसमें संघीय सूची, प्रांतीय सूची और समवर्ती सूची बनाई गई। अवशिष्ट शक्तियां गवर्नर-जनरल में निहित थीं। अधिनियम ने प्रांतों
तालिकावार परीक्षोपयोगी तथ्य
आधुनिक भारत में विभिन्न संगठन एवं उनके नेता
प्रमुख संगठन महत्वपूर्ण विवरण लैंडहोल्डर्स सोसायटी इसे जमींदारी एसोसिएशन के नाम से भी जाना जाता है, जिसे आधुनिक भारत का पहला राजनीतिक संघ माना जाता है। इसे औपचारिक रूप से मार्च 1838 में कलकत्ता में शुरू किया गया था। इसकी स्थापना बिहार बंगाल तथा उड़ीसा के जमींदारों के हितों की रक्षा के लिए की
कांग्रेस के महत्वपूर्ण अधिवेशन
सत्र वर्ष, स्थान और अध्यक्ष महत्वपूर्ण विवरण 1 1885 बॉम्बे, डब्ल्यू. सी. बनर्जी गोकुलदास तेजपाल संस्कृत कॉलेज में कांग्रेस का प्रथम अधिवेशन आयोजित हुआ था। इसमें कांग्रेस ने 9 प्रस्ताव पारित किये, जिनमें ब्रिटिश नीतियों
गवर्नर जनरल एवं वायसराय तथा उनके कार्य
गवर्नर जनरल एवं वायसराय महत्वपूर्ण कार्य एवं कार्यकाल के दौरान महत्वपूर्ण गतिविधियां वॉरेन हेस्टिंग्स (1773-1785) यह बंगाल के प्रथम गवर्नर जनरल था। इसके समय में रेग्युलेटिंग एक्ट के तहत 1774 में कलकत्ता में उच्च न्यायालय की स्थापना की गयी।
समिति, आयोग एवं प्रस्ताव
समिति, आयोग एवं प्रस्ताव महत्वपूर्ण विवरण लॉटरी समिति (1817) इसने कलकत्ता में नगर नियोजन के कार्य में सरकार की सहायता की। इस समिति ने सार्वजनिक लॉटरी के माध्यम से शहर में सुधार के लिए धन जुटाया था। लॉटरी समिति ने कलकत्ता को एक व्यापक तस्वीर प्रदान करने के लिए एक नए शहर के नक्शे का