Question : भारत में नगरीय पर्यावरण के विभिन्न पक्षों की व्याख्या कीजिए तथा नगरीय पर्यावरण पर नगरीय विकास कार्यक्रमों के प्रभाव का मूल्यांकन कीजिए।
(2005)
Answer : भारत में नगरीय संरचना, ग्रामीण संरचना से पूर्णतः भिन्न होता है, फिर भी इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि भारत में नगरीय पर्यावरण हाल के कुछ वर्षों में प्रवजन और औद्योगिकीकरण के कारण प्रभावित हुआ है। भारत में नगरीय पर्यावरण के विभिन्न पक्षों के अंतर्गत हम विभिन्न पर्यावरणीय समस्याओं का आकलन कर सकते हैं। ये हैं- मकान एवं गन्दी बस्तियां भीड़ और निर्वैयक्तिकरण, जल आपूर्ति और जल निकास परिवहन एवं यातायात ....
Question : भारत में आधुनिकीकरण की प्रक्रिया का वर्णन कीजिए। उन कारकों की विवेचना कीजिए, जिन्होंने इसे अवरोधित किया है।
(2003)
Answer : आधुनिकीकरण एक ऐसी स्थिति है जिसमें प्रत्येक व्यक्ति उत्पादन या आय में वृद्धि करने के लिए प्राकृतिक साधनों पर नियंत्रण तथा नवीन प्रौद्योगिकी के उपभोग को विशेष महत्व देता है। संरचनात्मक विशेषताएं एवं सामाजिक- सांस्कृतिक विशेषताओं का अनुकरण सामाजिक विशेषताओं में आर्थिक विशेषीकरण, नगरीकरण, गतिशीलता में वृद्धि, शिक्षा का विस्तार राजनीतिक सत्ता का विकेंद्रीकरण जीवन के सभी पाठकों में राजनीति का प्रवेश परंपरागत अभिजात वर्ग की शक्ति में कमी, जनसामान्य की राजनीतिक सहभागिता में वृद्धि, ....
Question : भारतीय समाज पर जन-संचार माध्यमों के प्रभाव का परीक्षण कीजिए। क्या जन-संचार माध्यमों में से मंथर गति से प्रवेश करता हुआ पश्चिमी उपभोक्तावाद और भौतिकवादी संस्कृति पर विपरीत प्रभाव डाल रहे हैं?
(2002)
Answer : किसी समाज पर जनसंचार के साधनों से जैसे पुस्तकें, रेडियो, समाचारपत्र, फिल्म या सिनेमा, रिकार्ड और वीडियो का गहरा प्रभाव पड़ता है जनसंचार के ये साधन विशेष रूप से फिल्म, रेडियो टी.वी. एक साथ राष्ट्रव्यापी श्रोताओं को संदेश पहुंचाते हैं। इन साधनों ने सभी सीमाओं को समाप्त कर दिया है, जैसे-भारतीय नेशनल नेटवर्क पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक जैसे-महाभारत, रामायण एवं वर्तमान में प्रसारित हो रहा धारावाहिक ‘शक्तिमान’ एवं ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी, ....
Question : क्या आप इस विचार से सहमत हैं कि गंदी बस्तियां अंधकार और निराशा के क्षेत्र होते हैं? अपने उत्तर के समर्थन में कारण बताइए।
(2000)
Answer : वर्तमान में औद्योगिक केंद्रों में जनसंख्या की तीव्र वृद्धि हुई है एवं उसी के अनुपात में मकानों का निर्माण नहीं हो पाने के कारण वहां अनेक गंदी बस्तियां बन गयी है। विश्व के प्रत्येक प्रमुख नगर के पांचवें भाग से लेकर आधे भाग तक की जनसंख्या गन्दी बस्तियां अथवा उसी के समान दशाओं वाले मकानों में रहती हैं। नगरों की कैन्सर के समान इस वृद्धि को विद्वानों ने ‘पत्थर का रेगिस्तान’ व्याधिकी नगर, ‘नरक की ....
Question : गंदी बस्तियां सामाजिक पटल पर क्षत्चिन्ह हैं। इन क्षत्चिह्नों को किस प्रकार दूर किया जा सकता है?
(1999)
Answer : वर्तमान में औद्योगिक केंद्रों में जनसंख्या की तीव्र वृद्धि हुई है। एवं उसी के अनुपात मे मकानों का निर्माण नहीं हो पाने के कारण वहां अनेक गंदी बस्तियां बन गयी हैं। विश्व के प्रत्येक नगर में पांचवें भाग से लेकर आधे भाग तक की जनसंख्या गन्दी बस्तियों अथवा उसी के समान दशाओं वाले मकानों में रहती है। नगरों की फैन्सर के समान इस वृद्धि को विद्वानों ने ‘पत्थर का रेगिस्तान’व्याधिकी नगर, ‘नरक की संक्षिप्त रूप ....
Question : आधुनिकीकरण किस प्रकार परिवर्तन का कारण है? इसके सकारात्मक एवं नकारात्मक पक्षों की विवेचना करें।
(1999)
Answer : वर्तमान समय में आधुनिकीकरण सामाजिक परिवर्तन का एक सशक्त कारण है। इस तथ्य की पुष्टि डब्ल्यु- मूर, मैकलीलैंड एवं आधुनिकीकरण सिद्धांत के आलोचकों ने की है। विलबर्ट मूर ने अनुसार सामाजिक परिवर्तन परम्परागत और पूर्व आधुनिक समाज का प्रोद्योगिकी पर आधारित सामाजिक संगठनों जैसे कि आर्थिक रूप से विकसित एवं तुलनात्मक रूप से राजनीतिक स्थायित्व वाले पश्चिमी विश्व के राष्ट्रों में पूर्ण रूपांतरण है। उसने औद्योगीकरण जिसके अंतर्गत मूल्यों, संस्थाओं, संगठनों एवं प्रेरणाओं में परिवर्तन ....
Question : ग्रामीण और शहरी आबादी के बीच बढ़ती आर्थिक असमानताएं
(1998)
Answer : नगरीय एवं ग्रामीण आर्थिक जीवन में बहुत अंतर है। सिम्स लिखते हैं, जीविकोपार्जन की दो मौलिक रूप से भिन्न रीतियों ने ग्रामीण और नगरीय संसार को अलग कर दिया है। गांव मुख्य रूप से कृषि पर निर्भर हैं तो नगर व्यवसायों पर। गांववासियों का जीवन-स्तर नगर वासियों की तुलना में निम्न होता है। नगर के लोग गांव वालों की अपेक्षा अधिक खर्चीले होते हैं। रॉस ने सही कहा है कि ‘ग्रामीण जीवन सुझाव देता है ....
Question : अनियोजित शहरी वृद्धि के सामाजिक परिणाम।
(1998)
Answer : अनियोजित शहरी वृद्धि के फलस्वरूप निम्नांकित सामाजिक परिणाम हुए हैं-