‘कोलकाता में दुर्गा पूजा’ यूनेस्को मानवता अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में शामिल

‘अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (ICH) की सुरक्षा के लिए यूनेस्को की वर्ष 2003 के कन्वेंशन’ की अंतरसरकारी समिति ने पेरिस में आयोजित अपने 16वें सत्र की बैठक में 15 दिसंबर, 2021 को ‘कोलकाता में दुर्गा पूजा’ को अपनी ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ की प्रतिनिधि सूची में शामिल किया है।

महत्वपूर्ण तथ्यः यह ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ के रूप में मान्यता प्राप्त करने वाला एशिया का पहला त्योहार है।

  • यूनेस्को की अमूर्त संस्कृति की सूची एक वार्षिक सूची है, जो प्रदर्शन कला के उन रूपों पर केंद्रित है, जो उत्कृष्ट मूल्य के हैं, लेकिन समर्थन की कमी के कारण कमजोर हैं।
  • कोलकाता की दुर्गा पूजा को शामिल करने के बाद, भारत की अब 14 अमूर्त सांस्कृतिक विरासत ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ की प्रतिष्ठित यूनेस्को प्रतिनिधि सूची में शामिल हो गए हैं।

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