चौथा राज्य स्वास्थ्य सूचकांक 2019-20

नीति आयोग ने 27 दिसंबर, 2021 को ‘चौथा राज्य स्वास्थ्य सूचकांक 2019-20’ (fourth State Health Index 2019-20) जारी किया।

महत्वपूर्ण तथ्यः ‘हेल्दी स्टेट्स, प्रोग्रेसिव इंडिया’ (Healthy States, Progressive India) शीर्षक वाली यह रिपोर्ट राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों को स्वास्थ्य परिणामों में साल-दर-साल वृद्धिशील प्रदर्शन के साथ-साथ उनकी समग्र स्थिति के आधार पर रैंक करती है।

  • यह रिपोर्ट केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और विश्व बैंक के सहयोग से नीति आयोग द्वारा संकलित की गई है।
  • स्वास्थ्य सूचकांक स्कोर संकेतकों के एक बड़े समूह में राज्यों के प्रदर्शन के आधार पर तैयार किया जाता है, जो तीन व्यापक डोमेन-स्वास्थ्य परिणाम, शासन और सूचना, और प्रमुख इनपुट/प्रक्रियाओं पर आधारित हैं।
  • इसमें 19 बड़े राज्यों, 8 छोटे राज्यों और 7 केंद्र-शासित प्रदेशों का सर्वेक्षण किया गया है। पर्याप्त डेटा की अनुपलब्धता के कारण इसमें पश्चिम बंगाल और लद्दाख को शामिल नहीं किया गया।
  • समग्र सूची में केरल लगातार चौथी बार शीर्ष स्थान पर है।

बड़े राज्यः बड़े राज्यों में, केरल और तमिलनाडु सूची में सबसे ऊपर हैं, जबकि तेलंगाना तीसरे स्थान पर है।

  • उत्तर प्रदेश रैंकिंग में सबसे नीचे है। हालांकि, यह वृद्धिशील प्रदर्शन के मामले में शीर्ष पर है। इसने 43 संकेतकों में से 33 पर अपने प्रदर्शन में सुधार किया है।
  • वार्षिक वृद्धिशील प्रदर्शन के मामले में उत्तर प्रदेश, असम और तेलंगाना शीर्ष तीन रैंकिंग वाले राज्य हैं।

छोटे राज्यः छोटे राज्यों में मिजोरम सबसे अच्छा और नागालैंड सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्यों के रूप में उभरा।

केंद्र-शासित प्रदेशः दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव सूची में सबसे ऊपर और अंडमान और निकोबार सबसे नीचे है।

  • दिल्ली और जम्मू और कश्मीर समग्र प्रदर्शन में केंद्र-शासित प्रदेशों में सबसे निचले स्थान पर रहे, लेकिन वृद्धिशील प्रदर्शन में सूची में सबसे ऊपर थे।

राष्ट्रीय परिदृश्य