महाराष्ट्र के ज्योतिर्लिंगम मंदिर

पर्यटन मंत्रलय ने 11 दिसंबर, 2021 को ‘देखो अपना देश’शृंखला के तहत ‘महाराष्ट्र के ज्योतिर्लिंगम मंदिर’ (Jyotirlingam Temples of Maharsahtra) पर वेबिनार का आयोजन किया।

महत्वपूर्ण तथ्यः महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में लोकप्रिय और प्रतिष्ठित धार्मिक और आध्यात्मिक स्थल हैं, जो बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

  • त्रियंबकेश्वर (त्रयंबकेश्वर), भीमाशंकर, परली वैजनाथ, घृष्णेश्वर और औंधा नागनाथ महाराष्ट्र राज्य के प्रमुख ज्योतिर्लिंग हैं।
  • इन मंदिरों में भगवान शिव ‘ज्योतिर्लिंगम’ के रूप में प्रतिष्ठापित हैं और भारत की धार्मिक मान्यताओं में पुरातन काल से श्रद्धेय रहे हैं।

महाराष्ट्र के प्रमुख ज्योतिर्लिंगः त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंगम नासिक से लगभग 28 किमी- दक्षिण पश्चिम में स्थित है और यह उन चार स्थानों में से एक है, जहाँ सिंहस्थ मेला (कुंभ मेला) आयोजित किया जाता है।

  • भीमाशंकर मंदिर पुणे जिले में स्थित महाराष्ट्र के सह्याद्रीशृंखला में एक प्राचीन शिव मंदिर है।
  • परली वैजनाथ के ज्योतिर्लिंगम मंदिर को ‘वैद्यनाथ’ भी कहा जाता है और इसका जीर्णाेद्धार रानी अहिल्याबाई होल्कर ने करवाया था। इस मंदिर का निर्माण एक पहाड़ी पर पत्थरों से किया गया है।
  • घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंगम औरंगाबाद में स्थित है, मंदिर का निर्माण अहिल्याबाई होल्कर ने करवाया था। इसे ‘घुश्मेश्वर’ के नाम से भी जाना जाता है। महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में औंधा नागनाथ 13वीं शताब्दी का मंदिर है। ‘नागनाथ’ का मंदिर वास्तुकला की ‘हेमाडपंती शैली’ में बनाया गया है।

जीके फ़ैक्ट

  • 12 ज्योतिर्लिंगों में से, सुदूर दक्षिण का ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु के रामेश्वरम में, जबकि सुदूर उत्तर का ज्योतिर्लिंग हिमालय में उत्तराखंड के केदारनाथ में स्थित है।

राष्ट्रीय परिदृश्य