बेरोजगारी के कारण आत्महत्या

गृह मंत्रालय द्वारा 9 फरवरी, 2022 को राज्य सभा में दी गई जानकारी के अनुसार 2018 और 2020 के बीच 16,000 से अधिक लोगों ने दिवालियापन या ऋणग्रस्तता के कारण आत्महत्या की, जबकि 9,140 लोगों ने बेरोजगारी के कारण अपना जीवन समाप्त किया।

महत्वपूर्ण तथ्य: बेरोजगारी के कारण अपना जीवन समाप्त करने वाले मामलों की सबसे अधिक संख्या 2020 में 3,548 दर्ज की गई।

  • ज्ञात हो कि वर्ष 2020 में देश में कोविड-19 के कारण लॉकडाउन लगाया गया था और कई क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर नौकरियां गंवाने और आर्थिक मंदी की सूचना मिली थी।
  • दिवालियापन या कर्ज के कारण वर्ष 2020 में 5,213 लोगों ने आत्महत्या की, जबकि 2019 में 5,908 और 2018 में 4,970 लोगों ने दिवालियेपन या कर्ज के कारण आत्महत्या की।
  • 2020 में बेरोजगारी के कारण कुल 3,548 लोगों ने आत्महत्या की, जबकि 2019 में 2,851 और 2018 में 2,741 लोगों ने बेरोजगारी के कारण आत्महत्या की।

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