सिविल सर्विसेज क्रॉनिकल अक्टूबर 2020

राष्ट्रीय परिदृश्य

इन फोकस

संसदीय समिति के प्रकार तथा उनके दायित्व

किसी विशेष राजनीतिक दल के कुछ राजनेताओं पर हेट स्पीच के नियम लागू नहीं करने के आरोपों का सामना कर रहे सोशल मीडिया मंच फेसबुक को कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अध्यक्षता वाली सूचना प्रौद्योगिकी पर संसद की स्थायी समिति ने इस मुद्दे पर चर्चा हेतु 2 सितंबर, 2020 को उपस्थित होने के लिए समन जारी किया है. संसदीय समिति द्वारा फेसबुक के अलावा इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के प्रतिनिधियों को भी प्रस्तावित बैठक में उपस्थित रहने को कहा गया है. बैठक में नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा और ऑनलाइन सोशल मीडिया मंचों के दुरुपयोग पर रोक लगाने संबंधी

राष्ट्रीय मुद्दे

पैतृक संपत्ति पर बेटियों का समान अधिकार

11 अगस्त, 2020 को दिए एक ऐतिहासिक फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने माना कि बेटों की तरह बेटियों को भी संयुक्त हिंदू परिवार की संपत्ति को विरासत में प्राप्त करने का समान अधिकार है। जस्टिस अरुण मिश्रा की अध्यक्षता वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ ने फैसला दिया कि संशोधित हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम, जो बेटियों को पैतृक संपत्ति का समान अधिकार प्रदान करता है, पूर्वव्यापी प्रभाव (retrospective effect) से लागू होगा। मामला क्या था? वर्ष 2015 के एक फैसले के खिलाफ दायर याचिकाओं पर दिया गया यह फैसला इस प्रश्न से संबंधित था कि क्या पैतृक संपत्ति में बेटियों को समान अधिकार प्रदान

ईडब्ल्यूएस कोटा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका

5 अगस्त, 2020 को सुप्रीम कोर्ट ने 103वें संविधान संशोधन अधिनियम, 2019 को चुनौती देने वाली याचिकाओं को यह कहते हुए पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ को सौंप दिया कि इसमें विधि का सारवान प्रश्न (substantial question of law) निहित है। 103वां संविधान संशोधन अधिनियम, 2019 आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (EWS) के लिए नौकरियों और प्रवेश परीक्षाओं में 10 प्रतिशत आरक्षण देने से संबंधित है। न्यायालय ने अपने निर्णय में 103वां संविधान संशोधन अधिनियम के कार्यान्वयन को रोकने से इनकार कर दिया। प्रधान न्यायाधीश शरद ए. बोबडे की अगुवाई वाली तीन-न्यायाधीशों की पीठ ने कहा कि संविधान पीठ के समक्ष प्राथमिक प्रश्न

महिलाओं के लिए विवाह की न्यूनतम आयु

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 74वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को अपने संबोधन के दौरान कहा कि केंद्र सरकार ने महिलाओं के लिए विवाह की न्यूनतम आयु पर पुनर्विचार करने के लिए एक समिति का गठन किया है। उल्लेखनीय है कि महिलाओं के लिए विवाह की न्यूनतम आयु (Minimum Age of Marriage) हमेशा से एक विवादास्पद मुद्दा रहा है। न्यूनतम आयु क्या? बाल विवाह और नाबालिगों के दुर्व्यवहार को रोकने के लिए भारतीय कानून में विवाह की न्यूनतम आयु निर्धारित की गई है। विवाह से संबंधित विभिन्न धर्मों के व्यक्तिगत कानून भी हैं। हिंदुओं के लिए, हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 की धारा 5 (iii) लड़की

एनडीआरएफ से अलग है पीएम केयर्स फंड का उद्देश्य

उच्चतम न्यायालय ने 18 अगस्त, 2020 को सेंटर फॉर पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन (CPIL) द्वारा दायर एक याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें पीएम केयर्स फंड (PM CARES Fund) से राष्ट्रीय आपदा राहत कोष (NDRF) को फंड ट्रांसफर करने की मांग की गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पीएम केयर्स फंड के तहत कोरोनावायरस महामारी के लिए एकत्र धनराशि को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (NDRF) में स्थानांतरित करने की आवश्यकता नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा कि पीएम केयर्स फंड के अंतर्गत प्राप्त फंड धर्मार्थ ट्रस्ट के लिए हैं, इसका उद्देश्य एनडीआरएफ से पूरी तरह से अलग है। सरकार आपदा

कला एवं संस्कृति

महाराष्ट्र की प्रसिद्ध वारली चित्रकला

भारतीय लोक कला को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, उर्वरक विभाग के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र के एक उपक्रम नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड (NFL) ने नोएडा स्थित अपने कॉर्पोरेट कार्यालय की बाहरी दीवारों को महाराष्ट्र की प्रसिद्ध वारली पेंटिंग (Warli Paintings) से सजाया है। अभी तक वारली पेंटिंग या तो महाराष्ट्र के गांवों में बनाई जाती थी या केवल बड़ी प्रदर्शनियों में ही देखने को मिलती थी। एनएफएल के इस प्रयास से इस लोक कला के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ेगी। वारली जनजाति: महाराष्ट्र में वारली एक बहुत बड़ी जनजाति है जो पश्चिमी भारत के मुम्बई शहर के उत्तरी बाह्मंचल में बसी

सूचकांक एवं रिपोर्ट

डिजिटल क्वालिटी ऑफ लाइफ इंडेक्स, 2020

ऑनलाइन प्राइवेसी सॉल्यूशंस प्रोवाइडर- सर्फशर्क (SurfShark) द्वारा हाल ही में डिजिटल क्वालिटी ऑफ लाइफ इंडेक्स, 2020 (Digital Quality of Life Index, 2020) जारी की गई। सूचकांक की समग्र रैंक में भारत ने 85 देशों में से 57वां स्थान प्राप्त किया। यह डिजिटल स्वास्थ्य की गुणवत्ता पर 85 देशों (वैश्विक जनसंख्या का 81%) में किया गया एक वैश्विक शोध है। शीर्ष रैंकिंग: स्कैंडिनेवियाई देशों डेनमार्क और स्वीडन ने इस सूचकांक में प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त किया तथा कनाडा तीसरे स्थान पर रहा। डिजिटल क्वालिटी ऑफ लाइफ इंडेक्स मापदंड: यह सूचकांक जीवन की डिजिटल गुणवत्ता को परिभाषित करने वाले निम्नलिखित 5 मापदंडों के आधार पर

कार्यक्रम एवं पहल

राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र का शुभारंभ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अगस्त, 2020 को नई दिल्ली के राजघाट स्थित गांधी स्मृति और दर्शन समिति में 'राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र' (Rashtriya Swachhata Kendra) नामक स्वच्छ भारत मिशन पर एक परस्पर संवादात्मक (इंटरैक्टिव) अनुभव केंद्र का उद्घाटन किया। महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी समारोह के अवसर पर, गांधीजी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र (RSK) की घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहली बार 10 अप्रैल, 2017 को की गई थी। आरएसके में डिजिटल और आउटडोर इंस्टॉलेशन के संतुलित मिश्रण से स्वच्छता एवं संबंधित पहलुओं के बारे में विभिन्न सूचनाएं, जागरूकता

राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी की स्थापना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सरकारी भर्ती प्रक्रिया में एक बड़ा बदलाव करते हुए 19 अगस्त, 2020 को 'राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी' (National Recruitment Agency- NRA) की स्थापना के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी द्वारा सरकार के गैर-राजपत्रित पदों एवं सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में भर्ती के लिए सामान्य योग्यता परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत पंजीकृत सोसायटी होगी। सरकार के सचिव के रैंक के अधिकारी इस राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी के अध्यक्ष होंगे। इसमें रेल मंत्रालय, वित्त मंत्रालय / वित्तीय सेवा विभाग, एसएससी, आरआरबी और आईबीपीएस के

विविध

थुंबीमहोत्सवम 2020

डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया (WWF-India), सोसाइटी फॉर ओडोनेट स्टडीज (Society for Odonate Studies) तथा थुंबिपुरनम के साथ मिलकर केरल में पहली बार राज्य ड्रैगनफ्लाई महोत्सव (State Dragonfly Festival) का आयोजन करेगा। इस महोत्सव को थुंबीमहोत्सवम 2020 (Thumbimahotsavam 2020) का नाम दिया गया है। इस ड्रैगनफ्लाई महोत्सव का आधिकारिक शुभंकर 'पंतलू' (Pantalu) है। मुख्य बिंदु यह राज्य उत्सव, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया, बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी तथा इंडियन ड्रैगनफ्लाई सोसाइटी द्वारा आयोजित राष्ट्रीय ड्रैगनफ्लाई उत्सव का एक भाग है। इसका आयोजन राष्ट्रीय जैव विविधता बोर्ड, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP), संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) तथा आईयूसीएन (IUCN) के पर्यावरण संरक्षण केंद्र के सहयोग से किया

योजना-परियोजना

अंडमान-निकोबार ऑप्टिकल फाइबर केबल

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 10 अगस्त, 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह को भारत की मुख्यभूमि से जोड़ने वाली ‘समुद्र सतहीय ऑप्टिकल फाइबर केबल’ (Submarine Optical Fibre Cable) की शुरुआत की और उसे राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने 30 दिसंबर, 2018 को पोर्ट ब्लेयर में इस परियोजना की आधारशिला रखी थी। उद्घाटन के साथ ही ऑप्टिकल फाइबर केबल की सेवाएं चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर, पोर्ट ब्लेयर से लिटिल अंडमान और पोर्ट ब्लेयर से स्वराज द्वीप तक प्रमुख द्वीपों पर शुरू हो गईं। संबंधित मुख्य बिंदु 2,313 किलोमीटर लंबी सबमरीन ओएफसी केबल तकरीबन 1,224 करोड़ रुपये

नेशनल ट्रांजिट पास सिस्टम

पर्यावरण मंत्रालय ने लकड़ी, बांस और अन्य वन उपज हेतु पारगमन परमिट जारी करने के लिए 23 जुलाई, 2020 को नेशनल ट्रांज़िट पास सिस्टम (NTPS) नामक एक ऑनलाइन प्रणाली की शुरुआत की। साथ ही मंत्रालय द्वारा इंटर-स्टेट/इंट्रा-स्टेट मूवमेंट ऑफ टिम्बर (लकड़ी), बांस और अन्य वन उपज के लिए एक राष्ट्रीय पोर्टल को भी लॉन्च किया गया। मुख्य बिंदु यह पायलट परियोजना फिलहाल मध्य प्रदेश और तेलंगाना में लागू होगी, और फिर देश भर में लागू किया जाएगा। इस प्रणाली के द्वारा वनोपज के हस्तांतरण के लिए मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से ई-पास जारी किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि लकड़ी, बांस और अन्य

संक्षिप्तिकी

राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन

लाल किले प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान 15 अगस्त, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन' [National Digital Health Mission (NDHM)] की घोषणा की। मिशन के अनुसार प्रत्येक भारतीय के पास एक स्वास्थ्य आईडी (health ID) होगी। पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन हेल्थ कार्ड के माध्यम से सहज स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करेगा। एनडीएचएम को हाल ही में कैबिनेट से सैद्धांतिक मंजूरी भी मिली थी। एनडीएचएम प्लेटफ़ॉर्म में स्वास्थ्य आईडी, व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड, डिजी डॉक्टर (Digi Doctor) और एक स्वास्थ्य सुविधा रजिस्ट्री (health facility registry) शामिल होगी। शुभारंभ के बाद इस प्लेटफॉर्म

ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए राष्ट्रीय परिषद

ट्रांसजेंडर व्यक्तियों (अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 2019 की धारा 16 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए केंद्र सरकार ने ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए एक राष्ट्रीय परिषद (National Council for Transgender Persons) का गठन किया है जिसकी अधिसूचना 21 अगस्त, 2020 को जारी की गई है। परिषद की संरचना केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री इसके अध्यक्ष (पदेन) और केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री इसके उपाध्यक्ष (पदेन) होंगे। परिषद के अन्य सदस्यों में विभिन्न मंत्रालयों / विभागों के प्रतिनिधि, ट्रांसजेंडर समुदाय के पांच प्रतिनिधि, एनएचआरसी और एनसीडब्ल्यूके प्रतिनिधि, राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों

पीआईबी कॉर्नर

पीआईबी कॉर्नर

सशस्त्र बल न्यायाधिकरण: एएफटी (Armed Forces Tribunal) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति राजेंद्र मेनन ने 26 अगस्त, 2020 को सशस्त्र बल न्यायाधिकरण की सभी 10 क्षेत्रीय न्यायपीठों के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई का उद्घाटन किया। एएफटी की कुल 11 पीठों (मुख्य न्यायपीठ व 10 क्षेत्रीय न्यायपीठ) के लिए सरकार द्वारा 34 न्यायिक और प्रशासनिक सदस्यों को मंजूरी प्रदान की गई है। हालांकि, वर्तमान समय में मुख्य न्यायपीठ में केवल चार सदस्य ही कार्यरत हैं, एक न्यायिक सदस्य और दो प्रशासनिक सदस्य क्रमश चंडीगढ़, मुंबई और चेन्नई की न्यायपीठ में कार्यरत हैं।पीएम स्वनिधि ऑनलाइन डैशबोर्ड: केंद्र सरकार ने 28

आर्थिक परिदृश्य

इन फोकस

अर्थव्यवस्था में ऐतिहासिक गिरावट: कारण, निहितार्थ व आगे की राह

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा 31 अगस्त, 2020 को जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून तिमाही) में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में रिकॉर्ड 23.9% की गिरावट के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था ने दशकों में अपना सबसे खराब संकुचन (Contraction) दर्ज किया है। पिछले 40 साल में पहली बार जीडीपी में ऋणात्मक वृद्धि दर्ज की गई। इससे पूर्व वर्ष 1979-80 में आर्थिक संकुचन दर्ज किया गया था, जब जीडीपी में 5.2% की गिरावट आई थी। वर्ष 1996 से त्रैमासिक आंकड़े प्रकाशित होने के बाद यह सबसे तीव्र संकुचन है। हालांकि आर्थिक विश्लेषकों का दावा है कि आजादी के

योजना एवं पहल

खादी अगरबत्ती आत्म-निर्भर मिशन

केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में अगरबत्ती उत्पादन में भारत को आत्म-निर्भर बनाने के लिए खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) द्वारा प्रस्तावित ‘खादी अगरबत्ती आत्म-निर्भर मिशन’ (Khadi Agarbatti Aatmanirbhar Mission) नामक एक अद्वितीय रोजगार सृजन कार्यक्रम को मंजूरी दे दी। उद्देश्य: देश के विभिन्न हिस्सों में बेरोजगारों और प्रवासी श्रमिकों के लिए रोजगार पैदा करना और घरेलू अगरबत्ती उत्पादन में पर्याप्त तेजी लाना तथा कारीगरों का साथ देना व स्थानीय अगरबत्ती उद्योग की मदद करना। मुख्य बिंदु इस योजना के तहत, केवीआईसी सफल निजी अगरबत्ती निर्माताओं के माध्यम से कारीगरों को अगरबत्ती बनाने की

रिपोर्ट एवं सूचकांक

वैश्विक नवाचार सूचकांक 2020

विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO), कॉर्नेल यूनिवर्सिटी (Cornell University) तथा इन्सीड बिजनेस स्कूल (INSEAD Business School) द्वारा संयुक्त रूप से 2 सितंबर, 2020 को वैश्विक नवाचार सूचकांक 2020 (Global Innovation Index 2020) जारी किया गया। वैश्विक नवाचार सूचकांक में भारत ने पहली बार शीर्ष 50 देशों के समूह में प्रवेश करते हुए 48वां स्थान प्राप्त किया। वर्ष 2019 के नवाचार सूचकांक में भारत ने 52वां स्थान प्राप्त किया था। ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स, नवीनतम वैश्विक नवाचार रुझानों तथा 131 अर्थव्यवस्थाओं की वार्षिक नवाचार रैंकिंग प्रस्तुत करता है। वर्ष 2020 की नवाचार रैंकिंग में स्विट्जरलैंड ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया, वहीं स्वीडन, अमेरिका, ब्रिटेन और

वित्तीय शिक्षा के लिए राष्ट्रीय कार्यनीति: 2020-2025

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा 20 अगस्त, 2020 को 'वित्तीय शिक्षा के लिए राष्ट्रीय कार्यनीति: 2020-2025' (National Strategy for Financial Education (NSFE): 2020-2025) नामक दस्तावेज़ जारी किया गया। यह आने वाले पांच वर्षों के लिए एक रणनीतिक योजना है। विजन (Vision): आर्थिक रूप से जागरूक और सशक्त भारत (A financially aware and empowered India)। यह कार्यनीति कई क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी, जिसमें शिकायत निवारण के लिए अधिकारों, कर्तव्यों और सिद्धांतों के बारे में ज्ञान प्रदान करना तथा वित्तीय शिक्षा में प्रगति का आकलन करने के लिए अनुसंधान और मूल्यांकन के तरीकों में सुधार करना शामिल है। वर्ष 2020-2025 की अवधि के लिए

कृषि एवं संबंधित क्षेत्र

आईसीएआर का डेटा रिकवरी केंद्र: कृषि मेघ

सरकार के प्रमुख अनुसंधान निकाय आईसीएआर (ICAR) के कीमती डेटा की सुरक्षा के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 11 अगस्त, 2020 को हैदराबाद में एक डेटा रिकवरी सेंटर- 'कृषि मेघ' (Krishi Megh) की शुरुआत की। कृषि मंत्री द्वारा इस अवसर पर केवीसी एल्युनेट (कृषि विश्वविद्यालय छात्र एल्युम्नी नेटवर्क) तथा उच्च कृषि शिक्षण संस्थानों के लिए ऑनलाइन प्रत्यायन प्रणाली (एचईआई) का भी शुभारम्भ किया गया। केवीसी एल्युनेट, कृषि विश्वविद्यालयों के पूर्व छात्रों के लिए सोशल नेटवर्किंग के विचार का परिणाम है। इससे 74 कृषि विश्वविद्यालयों के सभी पूर्व छात्र एक दूसरे से जुड़ने में सक्षम होंगे। मुख्य

उद्योग एवं व्यापार

बिजनेस रिस्पॉन्सिबिलिटी रिपोर्टिंग समिति

कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा 11 अगस्त, 2020 को ‘व्यापार जवाबदेही रिपोर्टिंग से संबंधित समिति’ (Committee on Business Responsibility Reporting) की रिपोर्ट जारी की गई। बिजनेस रिस्पॉन्सिबिलिटी रिपोर्टिंग (BRR) पर यह समिति कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के संयुक्त सचिव ज्ञानेश्वर कुमार सिंह की अध्यक्षता में गठित की गई थी। बीआरआर क्या है? बिजनेस रिस्पॉन्सिबिलिटी रिपोर्टिंग द्वारा संबंधित हितधारकों को किसी सूचीबद्ध कंपनी द्वारा अपनाई गई जिम्मेदार व्यावसायिक प्रथाओं का पता चलता है। यह विनिर्माण, सेवाओं सहित सभी प्रकार की कंपनियों पर लागू होती है। प्रमुख सिफारिशें समिति ने गैर-वित्तीय मापदंडों पर रिपोर्टिंग के उद्देश्य और दायरे को

संक्षिप्तिकी

नवाचार एवं कृषि उद्यमिता विकास कार्यक्रम

केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (Rashtriya Krishi Vikas Yojana) के अंतर्गत एक घटक के रूप में, ‘नवाचार एवं कृषि उद्यमिता विकास कार्यक्रम’ (Innovation and Agri-entrepreneurship Development Programme) शुरू किया गया है। नवाचार और कृषि उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए इस कार्यक्रम को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी तथा ऊष्मायन पारिस्थितिक तंत्र (incubation ecosystem) को पोषित किया जाएगा। ऊष्मायन पारिस्थितिक तंत्र से संबंधित ये स्टार्ट-अप्स विभिन्न श्रेणियों जैसे कृषि प्रसंस्करण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल कृषि, कृषि यंत्रीकरण, वेस्ट टू वेल्थ, डेयरी, मत्स्य पालन आदि में हैं। स्टार्ट-अप्स को भारत भर में फैले 29 कृषि व्यवसाय इनक्यूबेशन

पीएसएल दिशानिर्देशों में संशोधन

भारतीय रिज़र्व बैंक ने 4 सितंबर, 2020 को प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को ऋण देने (Priority Sector Lending) से संबंधित दिशानिर्देशों को संशोधित किया, जिसमें नवीकरणीय ऊर्जा, स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे और किसान उत्पादक संगठनों के लिए ऋण सीमा को बढ़ाया गया है। दिशानिर्देशों में संशोधन के बाद अब सौर ऊर्जा की स्थापना के लिए तथा संपीडित बायो-गैस (CBG) संयंत्रों की स्थापना हेतु स्टार्टअप्स तथा किसानों को दिए जाने वाले ऋणों को वित्त के लिए पात्र श्रेणियों के रूप में शामिल किया गया है। संभावित लाभ आरबीआई ने कहा कि संशोधित पीएसएल दिशानिर्देश से ऋण की कमी वाले क्षेत्रों में बेहतर ऋण प्रवेश तथा

संस्थान एवं निकाय

कर्नाटक में मूल्य निगरानी और संसाधन इकाई की स्थापना

रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के औषध विभाग के अधीन राष्ट्रीय औषध मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) के तत्वावधान में कर्नाटक में हाल ही में ‘मूल्य निगरानी और संसाधन इकाई’ (Price Monitoring and Resource Unit-PMRU) की स्थापना की गई है। पीएमआरयू सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम के तहत पंजीकृत सोसायटी है जिसके अपने नियम (मेमोरंडम ऑफ एसोसिएशन) हैं। पीएमआरयू की शासी परिषद (Board of Governors) में केंद्र सरकार और राज्य सरकार के प्रतिनिधि तथा अन्य हितधारक शामिल हैं। पीएमआरयू के कार्य राज्य स्तर पर पीएमआरयू एनपीपीए की पहुँच बढ़ाने के लिए राज्य औषध नियंत्रक (State Drug Controller) की प्रत्यक्ष देख-रेख में कार्य करेगा। पीएमआरयू का प्राथमिक

नौसेना नवोन्मेषण एवं स्वदेशीकरण संगठन

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 13 अगस्त, 2020 को एक ऑनलाइन वेबिनार के जरिये ‘नौसेना नवोन्मेषण एवं स्वदेशीकरण संगठन’ (Naval Innovation and Indigenisation Organisation- NIIO) का शुभारंभ किया। एनआईआईओ आत्म-निर्भर भारत के विजन को ध्यान में रखते हुए रक्षा क्षेत्र में आत्म-निर्भरता के लिए नवोन्मेषण (innovation) एवं स्वदेशीकरण (indigenisation) को प्रेरित करने की दिशा में शिक्षा क्षेत्र और उद्योग के साथ परस्पर संवाद हेतु अंतिम उपयोगकर्ताओं के लिए समर्पित संरचनाओं का निर्माण करता है। लॉन्च कार्यक्रम के दौरान भारतीय नौसेना ने निम्नलिखित के साथ सहमति ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये: उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय (RSU), गुजरात मेकर

पीआईबी कॉर्नर

पीआईबी कॉर्नर

राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन डैशबोर्ड: वित्त एवं कारपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने 10 अगस्त, 2020 को राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन (NIP) ऑनलाइन डैशबोर्ड का शुभारम्भ किया। यह डैशबोर्ड वैश्विक निवेशकों के लिए भारत में निवेश के सर्वश्रेष्ठ अवसरों के प्रदर्शन के लिए एक संवादात्मक और गतिशील ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। इसे इन्वेस्ट इंडिया, द नेशनल इन्वेस्टमेंट प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन एजेंसी द्वारा विकसित किया गया है।किसान रेल: केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 7 अगस्त, 2020 को ‘देवलाली-दानापुर किसान रेल’ का शुभारम्भ किया। केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने आम बजट, 2020-21 में कहा था कि

अंतरराष्ट्रीय संबंध एवं संगठन

इन फोकस

इज़राइल-यूएई समझौता तथा इसका भू-राजनीतिक प्रभाव

हाल ही में इज़राइल और संयुक्त अरब अमीरात ने अब्राहम एकॉर्ड ( The Abraham Accord) के तहत एक ऐतिहासिक समझौते की घोषणा की। यह समझौता दोनों देशों के मध्य पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित करेगा तथा ईरान से लेकर फिलिस्तीन तक पश्चिमी एशिया की राजनीति को नया रूप देगा। समझौते के मुख्य बिंदु यह एक त्रिपक्षीय समझौता है जो हाल में इजरायल, संयुक्त अरब अमीरात तथा अमेरिका के मध्य हुई लंबी वार्ताओं के परिणामस्वरूप संपन्न हुआ है। यह समझौता अब्राहम एकॉर्ड ( The Abraham Accord) जिसे इज़राइल-यूएई शांति समझौता (Israel-UAE Peace Deal) के रूप में भी जाना जाता है। राजनयिक संबंधों की स्थापना (Build

भारत के पड़ोसी देश

चीन द्वारा कैलाश मानसरोवर पर मिसाइल साइट का निर्माण

हाल ही में भारत-चीन सीमा विवाद के चलते चीन द्वारा कैलाश-मानसरोवर झील के पास भूमि से हवा में मार करने वाली मिसाइल साइट का निर्माण किया जा है। प्रमुख बिन्दु विशेषज्ञों के अनुसार मिसाइल की तैनाती चीन की ओर से जारी आक्रामक उकसावे का हिस्सा है। इससे दोनों देशों के बीच सीमा विवाद और जटिल हो सकता है। भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव अभी जारी है। दोनों देशों की सेनाएं पूर्वी लद्दाख में आमने-सामने खड़ी हैं। चीन द्वारा तिब्बत के अधिक सैन्यीकरण के लिए कैलास-मानसरोवर के पास DF-21 नाम की मिसाइल तैनात की गई है। यह मध्यम रेंज

द्विपक्षीय संबंध

पाकिस्तान और सऊदी अरब मतभेद एवं भारत के निहितार्थ

हाल ही में पाकिस्तान के सेना प्रमुख के नेतृत्त्व में एक प्रतिनिधिमंडल सऊदी अरब के दौरे पर गया जिसे सऊदी क्राउन प्रिंस के साथ बैठक की अनुमति नहीं प्राप्त हो सकी जिसने पिछले कुछ समय से दोनों देशों के बीच बढ़ते मतभेदों को और अधिक स्पष्ट कर दिया है। प्रमुख बिंदु जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान और सऊदी अरब के मध्य मतभेद है, ऐसे में भारत घटनाक्रम पर विशेष नज़र रख रहा है। कश्मीर मुद्दे पर भारत के खिलाफ पाकिस्तान को सऊदी अरब का समर्थन नहीं प्राप्त हो सका था। सऊदी क्राउन प्रिंस के साथ बैठक संभव नहीं होने के बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्री

सप्लाई चैन रेज़ीलिएंस इनीशिएटिव

हाल ही में जापान ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के साथ कोविड-19 संकट और आर्थिक और तकनीकी परिदृश्य में हाल में वैश्विक स्तर पर आए बदलावों के मद्देनजर इंडो पैसेफिक क्षेत्र में आपूर्ति श्रृंखलाओं के लचीलेपन को बढ़ाने की आवश्यकता और संभावना पर बल दिया। प्रमुख बिंदु कोरोना वायरस (COVID-19) के तीव्र प्रसार तथा अमेरिका और चीन के मध्य बढ़ते तनाव के कारण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के समक्ष एक बड़ी बाधा उत्पन्न हो गई है। भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने चीन के आक्रामक राजनीतिक और सैन्य व्यवहार के मद्देनज़र चीन पर अपनी निर्भरता को कम करने के लिये एक त्रिपक्षीय पहल सप्लाई चैन रेज़ीलिएंस

संगठन एवं फोरम

अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम

हाल ही में प्रारंभिक चरण के उद्यम पूंजी कोष (Early-sate venture capital fund) के एंडिया पार्टनर्स फंड-II (Endiya Partners Fund II) में वर्ल्ड बैंक ग्रुप के सदस्य इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन (International Finance Corporation– IFC) ने 75 करोड़ रुपये (लगभग 10 मिलियन डॉलर) निवेश करने की घोषणा की है। प्रमुख बिन्दु आईएफसी ने एंडिया फंड- II के साथ प्रत्यक्ष सह-निवेश के लिए एक अतिरिक्त 10 मिलियन की प्रतिबद्धता दोहराई है। जो बौद्धिक संपदा के क्षेत्र में भारतीय स्टार्टअप के उत्पाद का नेतृत्व करता है जो वैश्विक स्तर पर प्रासंगिकता रखते हैं। आईएफसी के साथ साझेदारी एंडिया पोर्टफोलियो कंपनियों को वित्तीय और रणनीतिक समर्थन

अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन

हाल ही में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के 8वें आर्थिक और व्यापारिक मंत्री सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित किया गया। सम्मेलन में विभिन्न पक्षों ने अर्थव्यवस्था और समाज पर कोविड-19 महामारी का प्रभाव दूर करने के लिए सहयोग मजबूत करने पर बल दिया। प्रमुख बिंदु पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के आर्थिक मामले के मंत्रियों की बैठक में शामिल सभी भागीदारों ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी के प्रसार को रोकने के लिये लागू किये गए उपायों से वैश्विक और क्षेत्रीय आपूर्ति श्रृंखलाओं में अनावश्यक अवरोध या व्यवधान उत्पन्न नहीं होने चाहिये। आसियान के सभी

वैक्सीन राष्ट्रवाद एवं कोविड-19 से लड़ाई पर इसका प्रभाव

हाल ही में विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए असरदार वैक्सीन विकसित करने के प्रयासों के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने वैक्सीन राष्ट्रवाद (Vaccine nationalism) के ख़तरे के प्रति सचेत किया है। इस तरह की प्रथा महामारी को और गंभीर बना सकती है। प्रमुख बिन्दु कई अमीर देश कोविड-19 वैक्सीन निर्माताओं के साथ अंतिम चरण के मानव परीक्षणों या विनियामक अनुमोदन के अंत से पहले पूर्व-खरीद समझौते कर रहे हैं जिससे वैक्सीन राष्ट्रवाद को बढ़ावा मिल रहा है। ऐसी आशंकाएं हैं कि ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और अमेरिका जैसे धनी देशों द्वारा किए गए अग्रिम समझौते शुरुआती कुछ टीकों को सभी

मिशन एवं युद्धाभ्यास

विविध

ब्रिक्स समूह की एंटी-ड्रग वर्किंग ग्रुप की बैठक

हाल ही में रूस की अध्यक्षता में ब्रिक्स एंटी-ड्रग वर्किंग ग्रुप (BRICS Anti-Drug Working Group) की बैठक का आयोजन किया गया; इस दौरान भारतीय दल का नेतृत्त्व नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (Narcotics Control Bureau-NCB) के महानिदेशक राकेश अस्थाना ने किया। प्रमुख बिंदु ब्रिक्स देशों में मादक पदार्थों की स्थिति, मादक पदार्थों की अवैध तस्करी से संबंधित अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय रुझान और मादक पदार्थों की तस्करी की स्थिति पर विभिन्न आंतरिक और बाहरी कारकों के प्रभाव आदि विषयों पर बैठक के दौरान चर्चा की गई। ब्रिक्स के सदस्य देशों के मध्य वास्तविक समय पर जानकारी साझा (Real Time Information Sharing) करने की आवश्यकता पर बल

विश्व सौर प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन

अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन 8 सितम्बर, 2020 को वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर पहली विश्व सौर प्रौद्योगिकी शिखर बैठक (World Solar Technology Summit) का आयोजन करेगा; प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस शिखर बैठक का उद्घाटन करेंगे। प्रमुख बिन्दु उद्देश्य: इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य ऊर्जा को सस्ती बनाने हेतु चुनौतियों का समाधान करने के लिए दुनिया के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को एक साथ लाना है। यह उम्मीद की जा रही है कि शिखर सम्मेलन के दौरान अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन महासभा में विश्व सौर बैंक का विचार प्रस्तुत किया जायेगा। अगले पाँच वर्षों में इस बैंक का आकार 15 बिलियन अमरीकी डॉलर के बराबर

संक्षिप्तिकी

भारत-वियतनाम संयुक्त आयोग की 17वीं बैठक

हाल ही में भारत-वियतनाम संयुक्त आयोग की 17वीं बैठक का आयोजन हुआ। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक की सह-अध्यक्षता भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और वियतनाम के उपप्रधानमंत्री व विदेश मामलों के मंत्री फाम बिन्ह मिन्ह ने की। प्रमुख बिन्दु इस बैठक में दोनों देशों के बीच व्यापार, आर्थिक, वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग पर चर्चा हुई। दोनों पक्षों ने भारत वियतनाम समग्र सामरिक गठजोड़ में हाल के घटनाक्रमों की समीक्षा और व्यापक सम्पर्को की भविष्य की दिशा के बारे में चर्चा की। दोनों देशों ने आर्थिक और रक्षा संबंधों को नयी गति प्रदान करने पर सहमति व्यक्त की तथा असैन्य परमाणु ऊर्जा,

आसियान-भारत नेटवर्क थिंक टैंक का छठा गोलमेज सम्मेलन

20-21 अगस्त, 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आसियान-भारत नेटवर्क ऑफ थिंक टैंक (AINTT) का छठा गोलमेज सम्मेलन आयोजित किया। प्रमुख बिन्दु रिसर्च एंड इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर डेवलपमेंट कंट्रीज़ (RIS) का आसियान-इंडिया सेंटर (AIC) और बैंकॉक का आसियान स्टडीज़ सेंटर (ASC) गोलमेज सम्मेलन के आयोजन भागीदार थे। गोलमेज सम्मेलन का विषय आसियान-भारत: महामारी के बाद की दुनिया में सहभागिता का सुदृढ़ीकरण था। गोलमेज सम्मेलन में वैश्विक व्यवस्था का बदलता परिदृश्य और कोविड -19 के बाद की दुनिया में आसियान-भारत संबंध; उभरती मूल्य श्रृंखला: कोविड -19 के बाद की दुनिया में आसियान और भारत के लिए अवसर; आसियान-भारत भागीदारी और भविष्य में

श्रीलंका की इंडिया फर्स्ट नीति

हाल ही में श्रीलंका द्वारा इंडिया फर्स्ट नीति की घोषणा करने के बाद नए नियुक्त कैबिनेट मंत्रियों ने कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त द्वारा आयोजित रात्रिभोज में भाग लिया; यह दोनों देशों के मध्य संबंधों को जोड़ने के नए प्रयासों के संकेत है। प्रमुख बिंदु श्रीलंका की सामरिक सुरक्षा नीति में इंडिया फर्स्ट दृष्टिकोण चीन के साथ उसकी भू-राजनीतिक स्थितियों को बदल देगा। क्योंकि चीन हिंद महासागर क्षेत्र में अपने रणनीतिक स्थान के लिए श्रीलंका पर प्रभुत्व कायम करने की कोशिश कर रहा है। बेल्ट ऐंड रोड इनिशिएटिव (BRI) के नाम पर चीन दक्षिण एशियाई देशों को कर्ज जाल में फंसा रहा है और

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

स्वास्थ्य विज्ञान

दिल्ली, मुंबई और अहमदाबाद में कोविड-19 सेरो-सर्वेक्षण

हाल ही में सरकार द्वारा दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद सहित 11 शहरों में कोविड-19 से संबन्धित सेरो-सर्वेक्षण करवाए गए| जिनमें से दिल्ली, मुंबई और अहमदाबाद के सेरो- सर्वेक्षण के नतीजे सरकार द्वारा जारी कर दिये गए हैं| इसके अनुसार दिल्ली में लगभग 23% व्यक्तियों और अहमदाबाद में 17% लोगों में कोविड-19 के एंटीबॉडी पाये गये हैं। मुंबई के अधिकारियों ने बताया कि झुग्गी-झोपड़ियों के 57% और अन्य आवासीय क्षेत्रों में लगभग 16% लोगों में कोविड-19 के एंटीबॉडी पाये गये हैं। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कोविड-19 के सही प्रसार का पता लगाने के लिए सरकार को सेरो-सर्वेक्षण करने की सलाह दी

भांग के औषधीय गुणों पर नया शोध

वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद की लखनऊ स्थित प्रयोगशाला केंद्रीय सगंध पौधा संस्थान (सीमैप) के वैज्ञानिकों द्वारा संचालित एक शोध परियोजना के तहत कैनाबिडिओल (सीबीडी), टेट्रा हाइड्रोकैन्नाबिनॉल (टीएचसी) और कैनबिनोइड्स टरपीन से युक्त भांग की प्रजातियों की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि ये तत्व अवसाद, घबराहट और दौरे जैसी स्थिति के उपचार में प्रभावी हो सकते हैं। अवसाद, घबराहट और दौरे जैसी बीमारियों के उपचार से संबन्धित सिंथेटिक और रासायनिक दवाओं के उपयोग के गंभीर दुष्प्रभाव होते हैं| इनके प्राकृतिक विकल्प पर शोध कर ऐसी बीमारियों के जूझ रहे लोगों को बिना दुष्प्रभाव

तपेदिक और चिकनगुनिया रोधी फ्लेवोनॉइड अणुओं का सिंथेटिक संश्लेषण

भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के एक स्वायत्त संस्थान अगरकर अनुसंधान संस्थान (एआरआई), पुणे के वैज्ञानिकों ने तपेदिक और चिकनगुनिया के उपचार से संबंधित फ्लेवोनॉइड अणुओं के निर्माण के लिए पहला सिंथेटिक मार्ग खोजा है। कोविड-19 की संभावित उपचार प्रतिक्रिया के संबंध में इसमें प्रारंभिक संकेत देखे गए हैं। रगोसाफ्लेवोनॉइड, पोडोकारफ्लेवोन और आइसोफ्लेवोन जैसे फ्लेवोनॉइड अणु जिन्हें तपेदिक और चिकनगुनिया रोधी पाया गया है, उन्हें अब तक पौधों से पृथक किया गया था। अब पहली बार वैज्ञानिकों ने प्रयोगशाला में इन अणुओं को संश्लेषित करने के लिए मार्ग प्रकट किया है, जिससे जिन औषधीय पौधों में इन्हें पाया

अंतरिक्ष/ब्रह्माण्ड विज्ञान

दो आकाशगंगाओं के बीच टकराव और तीव्र तारा निर्माण

आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज़) के खगोलविदों ने नैनीताल के पास 1.3 मीटर के देवस्थल फास्ट ऑप्टिकल टेलीस्कोप (डीएफओटी) और जायंट मीटर वेव रेडियो टेलीस्कोप (जीएमआरटी) का उपयोग करके बड़े तारों के गठन में बौनी आकाशगंगा विपथन के पीछे के रहस्य का पता लगाया है| खगोलविदों के अनुसार, अत्यधिक तीव्र गति से तारों के निर्माण के लिए आकाशगंगाओं में हाइड्रोजन के बहुत ऊंचे घनत्व की ज़रूरत होती है। आकाशगंगाओं की अच्छी तरह से परिभाषित कक्षाओं में हाइड्रोजन का लगभग सममित वितरण पाया जाता है| बौनी आकाशगंगाओं में हाइड्रोजन अनियमित पाया जाता है और कभी-कभी अच्छी तरह से परिभाषित कक्षाओं में

नैनो प्रौद्योगिकी

गाड़ियों में कंपन कम करने के लिए कार्बन नैनोट्यूब कंपोजिट

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास के शोधकर्ता कार्बन नैनोट्यूब कंपोजिट पर काम कर रहे हैं, जो गाड़ियों में कंपन कम कर सकते हैं| शोधकर्ताओं के अनुसार, कंपन कम होने का प्रभाव स्वाभाविक रूप से मल्टी-वॉल्ड कार्बन नैनोट्यूब की प्रकृति पर निर्भर करता है। इस प्रकार, कंपन के तंत्र की बेहतर समझ पैदा होने से ऑटोमोबाइल्स के कंपन-रोधी डिजाइन तैयार किए जा सकेंगे। अध्ययन में शोधकर्ताओं ने मल्टी-वॉल्ड कार्बन नैनोट्यूब का संश्लेषण विभिन्न विधियों से किया है और उन्हें एपॉक्सी पॉलिमर्स के माध्यम से संयोजित किया है। मल्टी-वॉल्ड कार्बन नैनोट्यूब कार्बन की संकेंद्रित नलिकाओं से बनी होती हैं। इसकी परतों के बीच

जैव प्रौद्योगिकी

गैर-इनवेसिव रूप से कैंसर कोशिकाओं का पता लगाना

एसएन बोस नेशनल सेंटर फॉर बेसिक साइंसेज, साहा इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर फिजिक्स और बोस इंस्टीट्यूट, कोलकाता के शोधकर्ताओं ने एक बायोमार्कर का उपयोग करके कोलन कैंसर कोशिकाओं की पहचान करने के लिए एक विधि का विकास किया है; यह विधि शारीरिक तरल पदार्थों से कैंसर का पता लगाने में सक्षम है। कैंसर कोशिकाओं से कुछ खास कम्पाउन्ड का स्राव अंतर-कोशिकीय क्षेत्र (inter-cellular region) में होता है जो रक्त, मूत्र या मल जैसे शारीरिक तरल पदार्थों में मिलकर शरीर से बाहर निकलते हैं। शोध में वैज्ञानिक शारीरिक तरल पदार्थों में ऐसे ‘रेड फ्लैग’ की खोज कर रहे थे जो घातक ट्यूमर के

ऑस्टियोआर्थराइटिस के लिए माइक्रोपार्टिकल फॉर्मुलेशन

भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी), बंगलुरू के वैज्ञानिकों ने ऐसा माइक्रोपार्टिकल फॉर्मुलेशन तैयार किया है जो पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के इलाज में उपयोग होने वाली दवा का प्रवाह निरंतर बनाए रखने में मददगार हो सकता है। शरीर में दवा के निरंतर प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए वैज्ञानिकों ने एक विशिष्ट पॉलिमर मैट्रिक्स डिजाइन किया है, जो पॉली (लैक्टिक-को-ग्याकोलिक एसिड) पीएलजीए नामक जैविक सामग्री से बनाया गया है। ड्रग डिलिवरी में बड़े पैमाने पर पीएलजीए का उपयोग होता है। अंगों के प्रत्यारोपण के दौरान शरीर द्वारा प्रत्यारोपित अंग को नकारने की आशंका से निपटने के लिए रैपामाइसिन का उपयोग प्रतिरक्षा प्रणाली को नियंत्रित करने

महत्वपूर्ण स्वास्थ्य मापदंडों की निगरानी के लिए टैटू सेंसर

भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरू के नैनो विज्ञान और इंजीनियरिंग केंद्र (सीईएनएसई) से जुड़े शोधकर्ता ऐसे बियरेबल सेंसर पर काम कर रहे हैं जो टैटू के समान शरीर पर लगाए जा सकते हैं। इस सेंसर से त्वचा के जरिये शरीर से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी हासिल की जा सकती है। टीम ने लगभग 20 माइक्रोन मोटी त्वचा के अनुरूप टैटू सेंसर का निर्माण किया है। सेंसर से एक व्यक्ति के महत्वपूर्ण स्वास्थ्य पैरामीटर की निरंतर निगरानी की जा सकती है; मसलन पल्स रेट, श्वसन दर और सरफेस इलेक्ट्रोमोग्राफी आदि। खास बात यह है कि इस लेजर का उपयोग करके सेंसर

सार्स-कोव-2 की पहली संपूर्ण भारत 1000 जीनोम सेक्वेंसिंग

भारत द्वारा सार्स-कोव-2 की पहली संपूर्ण भारत 1000 जीनोम सेक्वेंसिंग के सफल समापन की घोषणा की गई है। सेक्वेंस डेटा को दुनिया भर में शोधकर्ताओं के उपयोग के लिए ‘ग्लोबल इनिशिएटिव ऑन शेयरिंग ऑल इंफ्लुएंजा डेटा (जीआईएसएआईडी) में जारी किया जाएगा। जीनोम सेक्वेंसिंग सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया पहलों को बेहतर बनाएगा एवं कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम में सहायक होगा| जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) ने इस वर्ष मई में संपूर्ण भारत 1000 सार्स-कोव-2 आरएनए जीनोम सेक्वेंसिंग प्रोग्राम लॉन्च किया था जिसे राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं एवं क्लिनिकल संगठनों के सहयोग से डीबीटी के स्वायत्तशासी संस्थानों द्वारा किया जाना है। राष्ट्रीय जैव चिकित्सा जीनोमिक्स संस्थान (एनआईबीएमजी-कल्याणी),

कृत्रिम बुद्धिमत्ता

नई पीढ़ी के उपकरणों हेतु एआई आधारित कंप्यूटिंग चिप

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) हैदराबाद के शोधकर्ता अगली पीढ़ी के नैनो-मैग्नेटिक कंप्यूटिंग चिप विकसित कर रहे हैं जो ‘मैग्नेटिक क्वांटम डॉट सेलुलर ऑटोमेशन’ तकनीक पर आधारित है। यह कंप्यूटिंग चिप डिजाइन कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित नई पीढ़ी के उपकरणों के विकास में उपयोगी हो सकती है। इसके साथ ही शोधकर्ता नैनो-मैग्नेटिक कंप्यूटिंग आर्किटेक्चर की डिजाइन पद्धति भी विकसित कर रहे हैं। नैनो-मैग्नेटिक कंप्यूटिंग आर्किटेक्चर बाइनरी योजक (Binary Adder) के उपयोग के लिए विकसित किये जा रहे हैं| बाइनरी योजक एक प्रकार का डिजिटल सर्किट होता है जो सभी तरह के डिजिटल लॉजिक सर्किट का एक प्रमुख घटक होता है| बाइनरी योजक का

फसल निगरानी में मशीन लर्निंग तकनीक

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बॉम्बे और कनाडा के एग्रीकल्चर एंड एग्री-फूड विभाग के शोधकर्ताओं ने फसलों की वृद्धि की निगरानी के लिए मशीन लर्निंग तकनीक का उपयोग किया है। इस संयुक्त अध्ययन में शोधकर्ताओं ने उपग्रह से प्राप्त रडार डेटा का उपयोग उन मापदंडों का अनुमान लगाने के लिए किया है, जो सोया और गेहूं के विकास को निर्धारित करते हैं। शोधकर्ताओं ने लीफ एरिया इंडेक्स, बायोमास और प्लांट की ऊंचाई जैसे तीन जैव-भौतिकीय मापदंडों का आकलन किया है। लीफ एरिया इंडेक्स, जैसा कि नाम से पता चलता है, प्रति इकाई जमीन की सतह पर आकाश के संपर्क में पत्तियों के

विविध

मक्के की भूसी से सुपरकैपेसिटर का विकास

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) हैदराबाद और हैदराबाद के ही इंटरनेशनल एडवांस्ड रिसर्च सेंटर फॉर पाउडर मेटलर्जी एंड न्यू मैटेरियल्स (एआरसीआई) के शोधकर्ताओं ने एक ताजा अध्ययन में मक्के की भूसी (Corn Husk) से ‘सक्रिय कार्बन इलेक्ट्रॉड’ मैटेरियल प्राप्त करने की तकनीक विकसित की है| इस तकनीक का उपयोग हाई-वोल्टेज सुपरकैपेसिटर बनाने में हो सकता है। सक्रिय कार्बन इलेक्ट्रॉड बनाने के लिए मक्के की भूसी का उपयोग कार्बनीकरण और पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड एक्टिवेशन के जरिये किया गया है। सक्रिय कार्बन इलेक्ट्रॉड के नमूनों की स्टोरेज क्षमता का मूल्यांकन करने पर पाया गया कि इस इलेक्ट्रॉड में परंपरागत सुपरकैपेसिटर्स के मुकाबले बेहतर विद्युत रासायनिक

संक्षिप्तिकी

जल में फ्लोराइड आयन का पता लगाने हेतु तकनीक

नैनो विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (आईएनएसटी) के वैज्ञानिकों ने पीने के पानी में फ्लोराइड आयन का पता लगाने की उपकरण मुक्त पेपर-स्ट्रिप आधारित तकनीक का विकास किया है। यह फ्लोरोसिस-आधारित विकारों से बचाने में घरेलू उपयोग के लिए विकसित किया गया है जिसमें किसी विशेषज्ञ की जरूरत नहीं होगी। विकसित की गई तकनीक में एक पुश-पुल क्रोमोफोर शामिल है जो फ्लोराइड आयन के संपर्क में आने पर रंग बदलता है। पीने के पानी/खाद्य उत्पादों/ औद्योगिक प्रदूषण के माध्यम से लंबे समय तक फ्लोराइड के अधिक सेवन के कारण शरीर के कठोर और नरम ऊतकों में फ्लोराइड्स का जमाव होता है। इससे

पीआईबी कॉर्नर

पीआईबी कॉर्नर

सौर ऊर्जा उत्पादन: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (IIT मद्रास) के शोधकर्ताओं ने एक नई सामग्री की खोज की है, जो सौर ऊर्जा की उपस्थिति में जल को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में प्रभावी ढंग से विभाजित कर सकती है। इस नए पदार्थ का उपयोग सौर ईंधन (solar fuel) के उत्पादन में किया जा सकता है। सौर ईंधन एक सिंथेटिक रासायनिक ईंधन होता है जो सौर ऊर्जा से उत्पन्न होता है। सौर ईंधन को फोटोकेमिकल, फोटोबोलॉजिकल, थर्मोकेमिकल और इलेक्ट्रोकेमिकल प्रतिक्रियाओं के माध्यम से उत्पादित किया जा सकता है।काइरल अणुओं को अलग करने की विधि: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली एवं आरआईकेईएन, वाको-शी

पर्यावरण एवं जैवविविधता

इन फोकस

आर्द्रभूमि का महत्त्व एवं संरक्षण के उपाय

हाल ही में किए गए एक अध्ययन के अनुसार वैश्विक स्तर पर जिस तेजी से विकास हो रहा है, उसी तेजी से पर्यावरण का भी हनन भी हो रहा है। तीव्र आधुनिक विकास ने मानव के जीवन में कुछ सुविधाएं तो प्रदान की हैं किन्तु इससे सबसे अधिक नुकसान पर्यावरण और आर्द्रभूमि (Wetland) को हुआ है। आर्द्रभूमि (Wetland) रामसर कन्वेंशन के अनुसार आर्द्रभूमि के अंतर्गत दलदली भूमि, पीटलैंड बाढ़ के मैदान, नदियाँ, झीलें, मैंग्रोव, प्रवाल भित्तियाँ और अन्य समुद्री क्षेत्र(जो कम ज्वार पर 6 मीटर से अधिक गहरे नहीं) सम्मिलित हैं। आर्द्रभूमि प्राकृतिक अथवा कृत्रिम, स्थायी अथवा अस्थायी, पूर्णकालीन आर्द्र अथवा

मानव-हाथी संघर्ष के कारण एवं संरक्षण संबंधी दिशानिर्देश

12 अगस्त, 2020 को विश्व हाथी दिवस के अवसर पर पर्यावरण मंत्रालय ने मानव–हाथी संघर्ष प्रबंधन के सर्वोत्तम उपायों का संकलन कर दिशानिर्देश जारी किए है ताकि मानव और हाथी दोनों के मध्य टकराव को कम करने और दोनों के मूल्यवान जीवन को बचाने के लिए मानव-हाथी सह-अस्तित्व को मजबूत किया जा सके। दिशानिर्देश संबंधी प्रमुख बिन्दु मानव-हाथी संघर्ष को रोकने और उसे कम करने के लिए राज्य वन विभागों द्वारा विभिन्न पैमानों पर लागू करने के लिए कई प्रकार की प्रबंधन रणनीतियों और प्रथाओं को विकसित और अनुकूलित किया गया है। इन सर्वोत्तम उपायों पर कई श्रेणियों के तहत

जैव-विविधाता

प्रोजेक्ट लायन एवं प्रोजेक्ट डॉल्फिन

हाल ही में प्रधानमंत्री ने प्रोजेक्ट डॉल्फिन और प्रोजेक्ट लायन के शुभारंभ की घोषणा की है ताकि प्राकृतिक आवासों में इन प्रजातियों की समग्र रूप से रक्षा की जा सके। प्रोजेक्ट लायन इसमें समग्र रूप से एशियाई शेर और उसके परिदृश्य का संरक्षण शामिल होगा। यह परियोजना मानव-वन्यजीव संघर्ष को भी संबोधित करेगी और इसमें शेर के परिदृश्य के आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले स्थानीय समुदायों को शामिल किया जाएगा और आजीविका के अवसर भी प्रदान किए जाएंगे। एशियाई शेर यह गुजरात के सौराष्ट्र जिले में गिर राष्ट्रीय उद्यान और उसके आसपास के प्राकृतिक क्षेत्र तक सीमित हैं। IUCN की रेड लिस्ट में संकटग्रस्त(Endangered) तथा

एशियाई जंगली कुत्ता: ढोल

हाल ही में वाइल्डलाइफ़ कंज़र्वेशन सोसाइटी-इंडिया, फ्लोरिडा विश्वविद्यालय, वन्यजीव संरक्षण ट्रस्ट और राष्ट्रीय जैविक विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों द्वारा संयुक्त रूप से किए गए अध्ययन के अनुसार कर्नाटक, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश भारत में लुप्तप्राय ढोल (Dhole) के संरक्षण में शीर्ष स्थान पर हैं। प्रमुख बिन्दु इस अध्ययन में पाया कि कर्नाटक, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश राज्यों ने अपने यहाँ पर्याप्त रूप से वन अभयारण्यों को समेकित करने और एशियाई जंगली कुत्ता या ढोल के शिकार को रोकने पर पर्याप्त रूप से ध्यान दिया है। इसके अतिरिक्त इन राज्यों ने ढोल की आबादी को बढ़ाने के लिए उपयुक्त नीतियों को

संरक्षण

पर्यावरण प्रभाव आकलन अधिसूचना 2020

केंद्र सरकार ने पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 के तहत प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए पर्यावरण प्रभाव आकलन मसौदा (Environmental Impact assessment Draft), 2020 की अधिसूचना जारी की। पर्यावरणविदों और विशेषज्ञों का कहना है कि यह पर्यावरणीय प्रभाव आकलन अधिसूचना, 2006 में बदलाव करने के लिये लाया गया यह नया मसौदा पर्यावरण विरोधी है तथा पर्यावरण प्रभाव आकलन के मूल प्रावधानों को कमज़ोर करता है। पृष्ठभूमि पर्यावरणीय प्रभाव आकलन भारत की पर्यावरणीय निर्णय लेने की प्रक्रिया का एक महत्त्वपूर्ण घटक है, जिसमें प्रस्तावित परियोजनाओं के संभावित प्रभावों का विस्तृत अध्ययन किया जाता है। पर्यावरण प्रभाव आकलन को भारत में वैधानिक रूप

अगत्ती द्वीप पर नारियल के पेड़ों की कटाई पर रोक

हाल ही में राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (National Green Tribunal-NGT) द्वारा लक्षद्वीप के अगत्ती द्वीप पर समुद्र तट के किनारे रोड बनाने के उद्देश्य से नारियल के पेड़ों की कटाई पर अंतरिम रोक लगा दी गयी है। प्रमुख बिन्दु NGT का यह निर्णय समुद्र तट पर सड़क निर्माण के उद्देश्य से काटे जा रहे नारियल के वृक्षों की कटाई को देखते हुए एक स्थानीय व्यक्ति द्वारा याचिका दायर करने के बाद आया है। याचिकाकर्त्ता का तर्क है कि सड़क निर्माण के लिये बड़े पैमाने पर नारियल के वृक्षों के कटने के कारण स्थानीय निवासियों की आजीविका प्रभावित हुई है। इसके अतिरिक्त यह पर्यावरण को

भारत का पहला हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र

हाल ही में उत्तराखंड सरकार ने उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में देश के पहले हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र बनाने की घोषणा की। इसे उत्तराखंड वन विभाग और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम(United Nations Development Programme-UNDP) द्वारा विकसित किया जाना है। प्रमुख बिन्दु इसके द्वारा वन्यजीवों की लुप्त हो रही प्रजातियों का संरक्षण और विंटर टूरिज्म को बढ़ावा देने की सरकार की योजना है। लक्ष्य: इस केंद्र की स्थापना का प्रमुख लक्ष्य हिमालयी पारिस्थितिक तंत्र का संरक्षण, पुनर्स्थापना और स्थानीय लोगों के लिए आजीविका का निर्माण करना है। उद्देश्य: परियोजना का उद्देश्य हिम तेंदुओं के साथ अन्य लुप्तप्राय प्रजातियों का भी संरक्षण करना

प्रदूषण

विश्व के एक तिहाई बच्चे सीसा विषाक्तता से प्रभावित: यूनिसेफ

हाल ही में संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) तथा प्रदूषण संबंधी अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी संगठन, प्योर अर्थ (Pure Earth) द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गयी। इसके अनुसार विश्व के एक तिहाई अथवा 80 करोड़ बच्चे सीसा विषाक्तता से प्रभावित हैं, जिसमें 2.7 करोड़ बच्चे भारत से थे। प्रमुख बिन्दु इस रिपोर्ट का शीर्षक है- “विषाक्त सच: बच्चों का सीसा-प्रदूषण से संपर्क एक समूची पीढ़ी की क्षमताओं को प्रभावित करता है” (The Toxic Truth: Children’s exposure to lead pollution undermines a generation of potential)। सीसा विषाक्तता (Lead poisoning) बच्चों को व्यापक स्तर पर प्रभावित कर रही है। वैश्विक स्तर पर प्रत्येक 3 में से 1

आपदा प्रबंधन

ओडिशा के 2 समुदायों को सुनामी तैयारी समुदाय की मान्यता

हाल ही में ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Odisha State Disaster Management Authority-OSDMA) ने ओडिशा के दो गांवों नोलियाशाही और वेंकटरायपुर में सुनामी तैयारी (Tsunami Ready) कार्यक्रम को लागू कर दिया है। प्रमुख बिन्दु राष्ट्रीय बोर्ड के दिशानिर्देशों तथा सिफारिशों के आधार पर UNESCO-IOC ने वेंकटरायपुर और नोलियाशाही के दोनों समुदायों को संयुक्त रूप से आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम में सुनामी तैयारी समुदाय के रूप में मान्यता प्रदान करने की मंजूरी दे दी है। इस मान्यता के साथ भारत हिंद महासागर क्षेत्र में सुनामी तैयारी को लागू करने वाला पहला देश और ओडिशा पहला राज्य बन गया है। सुनामी तैयारी कार्यक्रम

विविध

गैलापागोस द्वीपसमूह

हाल ही में मछली पकड़ने वाले चीनी मछुआरों के जहाजी बेड़े को गैलापागोस द्वीपसमूह के पास देखा गया था, इसके बाद से इक्वाडोर और चीन के मध्य कूटनीतिक तनाव उत्पन्न हो गया है। प्रमुख तथ्य अगस्त के समय दक्षिण प्रशांत महासागर में ठंडी हम्बोल्ट धारा अपवेलिंग द्वारा समुद्री पोषक तत्वों को ऊपर लाती है। जिससे समुद्री प्रजातियों की संख्या में काफी वृद्धि हो जाती है। जिसके कारण चीनी मछुआरे प्रतिवर्ष इस मौसम में इक्वाडोर के जलीय क्षेत्र का अतिक्रमण करते हैं। गैलापागोस द्वीपसमूह दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप से लगभग 1,000 किमी दूर प्रशांत महासागर में स्थित 19 द्वीपों और आसपास के समुद्री रिजर्व

संक्षिप्तिकी

केन्या के तट पर समुद्री घास पर संकट: यूएनईपी

हाल ही में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें केन्या के तट पर मछली पकड़ने वाले ट्रॉलर (Fishing trawlers), समुद्री शैवाल की खेती (Seaweed farming) और पर्यटन के कारण समुद्री घास (Seagrass) के अस्तित्व पर संकट उत्पन्न हो गया है। प्रमुख बिन्दु समुद्री घास (Seagrass): ये समुद्री पौधे हैं जो समुद्री परिस्थितियों में जीवित रहने के लिए अनुकूलित हो गए हैं। ये ज्यादातर उथले रेतीले तल में पाये जाते है और घने व्यापक घास का मैदान का निर्माण करते हैं। वैश्विक स्तर पर लगभग 72% समुद्री प्रजातियां हैं जो समशीतोष्ण और उष्णकटिबंधीय महासागरों में वितरित

पीआईबी कॉर्नर

पीआईबी कॉर्नर

माउंट सिनाबंग: (Mount Sinabung): इंडोनेशिया के उत्तरी सुमात्रा द्वीप पर स्थित माउंट सिनाबंग ज्वालामुखी लगभग 400 वर्षों की निष्क्रियता के बाद पुन: सक्रिय हो गया है। यह ज्वालामुखी इंडोनेशिया में रिंग ऑफ़ फायर अथवा परिप्रशांत महासागरीय मेखला (Circum-Pacific Belt) क्षेत्र में अवस्थित है। परिप्रशांत महासागरीय मेखला प्रशांत महासागर के चारों ओर विस्तृत क्षेत्र है। जहां विश्व के लगभग 75 प्रतिशत ज्वालामुखी तथा कुल भूकंपीय क्षेत्र का 90% भाग आता है।अफ्रीकी चीता: हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के एन वान डाइक चीता केंद्र (Ann Van Dyke Cheetah Centre) से तीन अफ्रीकी चीतों को मैसूर चिड़ियाघर में लाया गया। हैदराबाद चिड़ियाघर के

लघु संचिका
खेल परिदृश्य
राज्यनामा

संसद प्रश्नोत्तरी

विशेष

Content Index