भारत की निर्यात प्रतिस्पर्धात्मकता
अधिक व्यापार विविधीकरण, बढ़ते वैश्विक मूल्य शृंखला एकीकरण और उत्पादन-संबंधी प्रोत्साहनों के माध्यम से भारत की निर्यात प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार हुआ है। हालाँकि, उच्च रसद लागत, सीमित बाजार पहुँच और क्षेत्रीय संकेंद्रण अभी भी सतत विकास में बाधा डालते हैं, जिसके लिए वैश्विक व्यापार हिस्सेदारी और लचीलेपन को बढ़ावा देने के लिए रणनीतिक सुधारों की आवश्यकता है।
हालिया प्रगति
- भारत सरकार ने व्यापार सुविधा बढ़ाने के लिए 30 जून 2025 तक 5,892 अधिकृत आर्थिक ऑपरेटर (एईओ) प्रमाणपत्र जारी किए हैं।
- 29 जुलाई 2025 को, 2024-25 में कृषि उत्पादों का समग्र निर्यात 51.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।
- भारत-ब्रिटेन ने 24 जुलाई, 2025 को ....
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- 29 फसल विविधीकरण: चुनौतियाँ और तकनीकी अवसर
- 30 बागवानी एवं संबद्ध क्षेत्र
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- 32 प्राकृतिक खेती के विकास की चुनौतियाँ
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- 57 देखभाल अर्थव्यवस्था (Care Economy) बनाम मौद्रिक अर्थव्यवस्था
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