एफडीआई प्रवाह: क्षेत्रीय वितरण और सुधार

प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) भारत की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिसका प्रमुख प्रवाह सेवा, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर, व्यापार, दूरसंचार और निर्माण जैसे क्षेत्रों में होता है। हाल के नीतिगत सुधारों का उद्देश्य अनुमोदन प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना, निवेशकों का विश्वास बढ़ाना और उभरते एवं रणनीतिक क्षेत्रों में एफडीआई आकर्षित करना है।

हालिया प्रगति

  • भारत का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) प्रवाह वित्त वर्ष 2013-14 के 36.05 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 में 81.04 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 14% की वृद्धि है।
  • सेवा क्षेत्र 19% हिस्सेदारी के साथ ....
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