खाद्य प्रसंस्करण उद्योग

खाद्य प्रसंस्करण उद्योग कच्चे कृषि उत्पादों को विपणन योग्य खाद्य उत्पादों में परिवर्तित करता है। इसमें प्राथमिक प्रसंस्करण (सफाई, छंटाई, ग्रेडिंग) से लेकर द्वितीयक और तृतीयक प्रसंस्करण (तैयार भोजन, पेय पदार्थ, डेयरी उत्पाद आदि बनाना) तक सब कुछ शामिल है।

  • यह फसल कटाई के बाद होने वाले नुकसान को कम करने, मूल्य संवर्धन को बढ़ाने, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसानों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, साथ ही रोजगार और निर्यात में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है।

हालिया प्रगति

  • भारत का खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र 2025 तक 535 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जो 15.2% की चक्रवृद्धि ....
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