देखभाल अर्थव्यवस्था (Care Economy) बनाम मौद्रिक अर्थव्यवस्था
भारत की देखभाल अर्थव्यवस्था में घरेलू और देखभाल से जुड़ा ऐसा कार्य शामिल है जो या तो बिना भुगतान के किया जाता है या बहुत कम भुगतान पर किया जाता है—जिसमें अधिकांश कार्य महिलाएं करती हैं। इसका अनुमानित मूल्य सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 15–17% है। इसके विपरीत, मौद्रिक अर्थव्यवस्था में औपचारिक, भुगतान वाला, और बाजार आधारित कार्य शामिल होता है। यह अंतर महिलाओं की श्रम भागीदारी और औपचारिक नौकरियों के सृजन को प्रभावित करता है।
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