भारत में समावेशी विकास

भारत में समावेशी विकास एक आर्थिक विकास दृष्टिकोण है जिसका उद्देश्य आर्थिक प्रगति के लाभों को समाज के सभी वर्गों तक व्यापक रूप से पहुँचाना है, जिससे अवसरों, संसाधनों और बुनियादी सेवाओं तक समान पहुँच सुनिश्चित हो सके। इसका उद्देश्य गरीबी कम करना, असमानताओं को कम करना और हाशिए पर पड़े समुदायों को सशक्त बनाना है, जिससे मज़बूत जीडीपी विस्तार के साथ-साथ एक अधिक न्यायसंगत और टिकाऊ समाज का निर्माण हो सके।

हालिया प्रगति

  • भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखती है।
  • इस वृद्धि के साथ-साथ गरीबी ....
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