सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल: आधारभूत संरचना, राजमार्ग, रेलवे स्टेशन

सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल अवसंरचना विकास में निजी निवेश और कार्यकुशलता को सक्षम बनाते हैं। ये मॉडल राजमार्गों, रेलवे और शहरी परियोजनाओं में व्यापक रूप से उपयोग किए जाते हैं। PPP सार्वजनिक भार को कम करते हैं और परियोजनाओं की समयबद्ध पूर्ति सुनिश्चित करते हैं। BOT (Build-Operate-Transfer) जैसे मॉडल और स्टेशन पुनर्विकास परियोजनाएं गुणवत्तापूर्ण सेवाएं, जोखिम साझेदारी और नवाचार सुनिश्चित करती हैं, जो भारत के अवसंरचना-आधारित और समावेशी आर्थिक विकास एजेंडे का समर्थन करती हैं।

हालिया प्रगति

  • मार्च 2025 में, इंदौर ने स्वच्छ भारत मिशन–शहरी के अंतर्गत भारत का पहला PPP आधारित ग्रीन वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट शुरू किया, जिससे इंदौर ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रारंभिक विशेष