सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थानों के लिए राष्ट्रीय मानक

18 जुलाई, 2022 को केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने नई दिल्ली स्थित क्षमता निर्माण आयोग (Capacity Building Commission) मुख्यालय में सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थानों के लिए राष्ट्रीय मानकों की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य उनकी गुणवत्ता और क्षमता को बढ़ाना है।

महत्वपूर्ण तथ्यः सिविल सेवकों के लिए क्षमता निर्माण तंत्र को संस्थागत रूप दिया है, जो शासन के महत्वपूर्ण उपकरण हैं।

  • सीबीसी द्वारा सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थानों के लिए राष्ट्रीय मानक को विकसित किया गया है, ताकि केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थानों के लिए उनकी वर्तमान क्षमता, उनकी गुणवत्ता और प्रशिक्षण वितरण की क्षमता को बढ़ाने तथा प्रशिक्षण के लिए मानकों के सामंजस्य के लिए एक आधार तैयार किया जा सके।
  • भारत दुनिया का पहला देश बन गया है, जिसने सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थानों के लिए मानक बनाने के लिए एक अनूठा मॉडल तैयार किया है।
  • जितेंद्र सिंह ने लॉन्च इवेंट के हिस्से के रूप में राष्ट्रीय मानकों के लिए एक वेब पोर्टल और दृष्टिकोण पत्र का भी उद्घाटन किया।

क्षमता निर्माण आयोग

  • केंद्र सरकार ने 31 मार्च, 2021 को सभी स्तरों पर सिविल सेवकों को प्रशिक्षित करने के लिए ‘राष्ट्रीय सिविल सेवा क्षमता विकास कार्यक्रम’ (National Programme for Civil Services Capacity Building-NPCSCB) के तहत एक ‘क्षमता विकास आयोग’ (Capacity Building Commission) का गठन किया।
  • क्षमता निर्माण आयोग की स्थापना सभी सरकारी कार्यालयों व प्रशिक्षण संस्थानों के समन्वय और पर्यवेक्षण, योजनाओं के कार्यान्वयन की निगरानी और मूल्यांकन तथा शासन में सुधार के लिए साझा संसाधन का निर्माण करने के लिए की गई है।
  • यह सहयोग और आपस में साझा करने के आधार पर क्षमता-निर्माण इकोसिस्टम के प्रबंधन तथा विनियमन के लिए एक सुसंगत दृष्टिकोण भी सुनिश्चित करता है।

राष्ट्रीय परिदृश्य