चकमा जनजाति
हाल ही में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission) ने अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग जिले के उपायुक्त से चकमा जनजाति के कुछ ग्रामीणों के उत्पीड़न और झूठे मुकदमे का आरोप लगाने वाली एक शिकायत पर कार्रवाई रिपोर्ट (Action Taken Report) जमा करने को कहा है।
चकमा जनजाति के बारे में: चकमा जनजाति भारत के पूर्वी क्षेत्रों का एक आदिवासी समूह है।
- वे मुख्य रूप से बांग्लादेश चीन और म्यांमार के चटगांव पहाड़ी इलाकों में निवास करते हैं। ये लोगमिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा और असम में भी रहते हैं।
- चकमा जनजाति के लोग मुख्य रूप से बौद्ध हैं। बिझू त्योहार चकमा जनजाति का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है।
राष्ट्रीय परिदृश्य
- 1 केन्द्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण
- 2 एससीओ की पहली सांस्कृतिक और पर्यटन राजधानी
- 3 ब्रिक्स
- 4 उत्तर अटलांटिक संधि संगठन
- 5 साइबर सुरक्षा के संबंध में बिम्सटेक दल की बैठक
- 6 खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग
- 7 वन लाइनर समसामयिकी
- 8 असंसदीय शब्द तथा इससे संबंधित नियम
- 9 परिवार न्यायालय (संशोधन) विधेयक 2022
- 10 मनोरंजन उद्योग तथा बाल संरक्षण
- 11 भारत संचार निगम लिमिटेड का पुनरुद्धार
- 12 भारतीय ध्वज संहिता संशोधन
- 13 अन्य पिछड़े वर्ग के लिए 27% आरक्षण
- 14 चौथा सिनर्जी सम्मेलन
- 15 बोनालू त्योहार
- 16 सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थानों के लिए राष्ट्रीय मानक
- 17 डिजीयात्रा परियोजना
- 18 भारतीय अंटार्कटिक विधेयक 2022
- 19 नामसाई घोषणा
- 20 देवघर हवाई अड्डे का उद्घाटन
- 21 प्रसार भारती का नया लोगो
- 22 राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण
- 23 उत्तरी क्षेत्रीय परिषद की 30वीं बैठक
- 24 संग्रहालयों और विरासत भवनों का आपदा प्रबंधन
- 25 बीआरओ कैफे
- 26 स्वच्छ प्रमाणन प्रोटोकॉल
- 27 पोलैंड सरकार द्वारा महाराजाओं का सम्मान
- 28 प्रथम पशु स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन 2022
- 29 भारत की 15वीं राष्ट्रपतिः श्रीमती द्रौपदी मुर्मू
- 30 डिजिटल इंडिया वीक
- 31 अखिल भारतीय शिक्षा समागम
- 32 स्टेच्यू ऑफ़ पीस