उत्तर अटलांटिक संधि संगठन

28 जून, 2022 को नाटो मुख्यालय में, स्वीडन और फिनलैंड ने परिग्रहण प्रोटोकॉल (Accession Protocols) पर हस्ताक्षर किए।

उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो): यह एक ‘अंतर-सरकारी सैन्य गठबंधन’ है। इसे ‘वाशिंगटन संधि’ द्वारा स्थापित किया गया था। इस संधि पर 4 अप्रैल, 1949 को हस्ताक्षर किया गया था।

  • नाटो में यूरोप और उत्तरी अमेरिका के 30 सदस्य देश (28 यूरोपीय राज्य, अमेरिका और कनाडा) शामिल हैं।
  • इससे पूर्व समूह में शामिल होने वाला अंतिम देश उत्तर मैसेडोनिया था जिसने वर्ष 2020 में इसकी सदस्यता ग्रहण की थी। नाटो का मुख्यालय ब्रुसेल्स, बेल्जियम में है तथा इस समूह में सभी निर्णय सर्वसम्मति से लिए जाते हैं।
  • नाटो का उद्देश्य राजनीतिक और सैन्य साधनों (Political and Military Means) के माध्यम से अपने सदस्यों को सुरक्षा की गारंटी प्रदान करना है।
  • इस संगठन की स्थापना उत्तरी अटलांटिक संधि (North Atlantic Treaty) के माध्यम से हुई थी, जिसके अनुच्छेद 5 के अनुसार, यूरोप अथवा उत्तरी अमेरिका में किसी भी नाटो सदस्य के खिलाफ सशस्त्र हमले को सभी नाटो सदस्यों के खिलाफ हमला माना जाएगा।
  • नाटो के प्रत्येक सदस्य के पास वास्तविक वीटो है। कोई भी देश नाटो में तभी शामिल हो सकता है जब उसके सभी सदस्य देश (30) उसकी सदस्यता का समर्थन करें।
  • शीत युद्ध के दौरान सोवियत संघ के कल्पित खतरे पर नाटो ने एक नियंत्रण के रूप में कार्य किया था।
  • नाटो के पास एक एकीकृत सैन्य कमान संरचना है। नाटो को उसके सदस्यों द्वारा वित्त पोषित किया जाता है। इसके बजट में अमेरिका का योगदान सर्वाधिक है।

राष्ट्रीय परिदृश्य