प्रथम रोहिणी नैय्यर पुरस्कार

नागालैंड के पूर्वी हिस्से में किसानों के विकास की दिशा में काम करने वाले एक चालीस वर्षीय सेथरिकेम संगतम को ग्रामीण विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए पहला रोहिणी नैय्यर पुरस्कार मिला है।

  • सेथरीचेम संगतम ‘बेटर लाइफ फाउंडेशन’ के नाम से एक एनजीओ का संचालन करते हैं। जो पूर्वी नागालैंड में किसानों के साथ काम करता है।
  • इसका उद्देश्य पारंपरिक कृषि पद्धतियों को बदलने के लिए स्थायी कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना है।
  • पुरस्कार में एक प्रशस्ति पत्र, एक ट्रॉफी और 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है।

रोहिणी नैय्यर पुरस्कार

  • ग्रामीण विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए रोहिणी नैय्यर पुरस्कार सामाजिक और आर्थिक प्रयोजन के लिए नैय्यर फाउंडेशन द्वारा रोहिणी नैय्यर की स्मृति में प्रदान किया जाता है।
  • वह एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री थीं, इन्होंने करीब दो दशक तक पूर्ववर्ती योजना आयोग में काम किया था। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की मनरेगा योजना का श्रेय उन्हें ही दिया जाता है।
  • आयोग में शामिल होने से पहले, उन्होंने उत्तर प्रदेश में गरीबी और भूमिहीनता तथा ग्रामीण बिहार में गरीबी और असमानता पर अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन के लिए शोध किया।

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