
पश्चिम एशिया की परिवर्तनशील भू-राजनीति: भारत एवं विश्व के लिए निहितार्थ - डॉ. अमरजीत भार्गव
वर्ष 1942 में 'निकोलस स्पाइकमैन' ने वैश्विक राजनीतिक केंद्र बिंदुओं के संदर्भ में प्रतिपादित 'मैकाइंडर' के 'हार्टलैंड सिद्धांत' (Heartland theory) के प्रत्युत्तर में अपना 'रिमलैंड सिद्धांत' (Rimland Theory) प्रस्तुत किया था। 'हार्टलैंड सिद्धांत' जहां उत्तर-पूर्वी साइबेरियाई क्षेत्र को विश्व राजनीति की धुरी मानता था तो वहीं दूसरी तरफ 'रिमलैंड सिद्धांत' में पश्चिमी तथा मध्य एशियाई क्षेत्र को वैश्विक राजनीति का केंद्र बिंदु माना गया है। दोनों सिद्धांतों का मत है
भारतीय रुपये का अंतरराष्ट्रीयकरण: भारत के वैश्विक दर्जे की प्रगति की दिशा में एक कदम - महेंद्र चिलकोटी
मुद्रा का अंतरराष्ट्रीयकरण एक नीतिगत मुद्दा है तथा यह इसे जारी करने वाले देश के व्यापक आर्थिक उद्देश्यों पर निर्भर करता है। इसमें पूंजी खाता उदारीकरण की सीमा जैसे विभिन्न नीतिगत मुद्दे शामिल हैं। व्यवहार में उदारीकरण के दृष्टिकोण में सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। वृहत् आर्थिक असंतुलन की स्थिति में पूंजी खाता उदारीकरण से उतना ही नुकसान होने की संभावना है जितना लाभ होने की। इसलिए पूंजी खाता
सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में भारत का प्रदर्शन: चुनौतियां एवं भावी कार्यनीति का रोडमैप - नवीन चंदन
सतत विकास लक्ष्य, पर्यावरण संरक्षण और विकास के बीच संतुलन स्थापित करने पर जोर देते हैं, ताकि वर्तमान पीढ़ियों की आवश्यकता पूर्ति के साथ ही भविष्य की पीढ़ियों की जरूरतों को भी पूरा किया जा सके। ये आर्थिक विकास और सामाजिक न्याय की स्थापना करने में भी सहायक हैं। भारत द्वारा वर्ष 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए विभिन्न पहलें आरंभ की गई हैं तथा देश

मानव जीनोम एडिटिंग : नैतिक एवं उत्तरदायित्वपूर्ण उपयोग हेतु उचित विनियमन आवश्यक
6-8 मार्च, 2023 के मध्य यूनाइटेड किंगडम के लंदन में स्थित फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट में 'मानव जीनोम एडिटिंग पर तीसरा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन' (3rd International Summit on Human Genome Editing) आयोजित हुआ। वाशिंगटन डीसी (2015) और हांगकांग (2018) में आयोजित पिछले सम्मेलनों के आधार पर इस सम्मेलन में 'कायिक और जर्मलाइन मानव
भारत-जापान द्विपक्षीय संबंध : आर्थिक एवं रणनीतिक सहयोग के परिवर्तनशील आयाम
19-21 मार्च, 2023 तक जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) ने भारत की आधिकारिक यात्रा की तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 'भारत-जापान शिखर सम्मेलन-2023' में भाग लिया। इस दौरान, भारतीय वित्त मंत्रालय के सचिव रजत कुमार मिश्रा तथा भारत में जापान के राजदूत सुजुकी हिरोशी के मध्य आशय पत्र
इंडस्ट्री 4.0 एवं भारत : संभावित लाभ, तैयारी एवं रोडमैप
हाल ही में, रॉकवेल ऑटोमेशन (Rockwell Automation) द्वारा ‘स्टेट ऑफ स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग रिपोर्ट (State of Smart Manufacturing Report) प्रस्तुत की गई, जिसके अनुसार भारतीय कंपनियां, उद्योग 4.0 या चतुर्थ औद्योगिक क्रांति को तेजी से अपना रही हैं तथा इसके माध्यम से भारतीय कंपनियां वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता प्राप्त करने का प्रयास कर
भारत में ऊर्जा सुरक्षा : चुनौतियां एवं प्रयास
2-3 अप्रैल, 2023 के मध्य गुजरात के गांधीनगर में भारत की G20 अध्यक्षता के तहत दूसरी एनर्जी ट्रांज़िशन वर्किंग ग्रुप मीटिंग (ETWG) आयोजित की गई। बैठक में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) की ओर से कहा गया कि विविधीकृत और चक्रीय नवीकरणीय ऊर्जा तथा महत्वपूर्ण खनिज आपूर्ति श्रृंखलाएं भारत

संविधान
7वीं अनुसूची के मूल्यांकन पर रिपोर्ट
हाल ही में प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (EAC-PM) ने "संविधान की 7वीं अनुसूची के मूल्यांकन" (An Appraisal of the Seventh Schedule of the Indian Constitution) पर एक वर्किंग पेपर जारी किया। इस वर्किंग पेपर में 7वीं अनुसूची की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि तथा इसके विकास से संबंधित संवैधानिक पहलुओं के साथ-साथ इसमें सुधार हेतु कुछ सुझाव भी प्रस्तुत किये गए हैं। वर्किंग पेपर द्वारा सुझाए गए परिवर्तन 7वीं अनुसूची पर मदवार चर्चा के लिए एक उच्च शक्ति आयोग गठित करने की राजमन्नार समिति की सिफारिश पर विचार किया जाना चाहिए। समवर्ती सूची की व्यवहार्यता पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए तथा इसे स्थानीय निकाय की सूची
राजव्यवस्था
प्रस्तावित डिजिटल इंडिया ऐक्ट, 2023
9 मार्च, 2023 को केंद्र सरकार ने प्रस्तावित डिजिटल इंडिया अधिनियम, 2023 (proposed Digital India Act, 2023) पर पहली परामर्श बैठक आयोजित की, जिसमें उद्योग और नीति से जुड़े विभिन्न हितधारकों ने भाग लिया। सरकार का मानना है कि मौजूदा आईटी अधिनियम 2000 इंटरनेट से जुड़ी समकालीन चुनौतियों को संबोधित नहीं करता, इसीलिये सरकार वर्तमान आईटी अधिनियम को नए प्रस्तावित डिजिटल इंडिया अधिनियम के साथ प्रतिस्थापित करना चाहती है। हितधारकों के साथ आगामी दो परामर्श बैठकों के बाद डिजिटल इंडिया अधिनियम का मसौदा तैयार किया जाएगा। यह मसौदा अप्रैल 2023 में जारी होने की संभावना है। सूचना प्रौद्योगिकी विनियमन हेतु नए कानून
न्यायपालिका
चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय
2 मार्च, 2023 को सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने एक ऐतिहासिक फैसले में निर्देश दिया कि राष्ट्रपति द्वारा मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) तथा अन्य चुनाव आयुक्तों (ECs) की नियुक्ति 3 सदस्यीय उच्च-स्तरीय समिति की सलाह पर की जाएगी। उच्च-स्तरीय समिति: इस समिति में प्रधानमंत्री, लोक सभा में विपक्ष के नेता [विपक्ष के नेता के उपलब्ध न होने की स्थिति में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के नेता] तथा भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) शामिल होंगे। यह निर्देश तब तक लागू रहेगा जब तक कि संसद द्वारा इस संबंध में कोई कानून नहीं बना दिया जाता। वाद का शीर्षक: अनूप बरनवाल बनाम भारत संघ
अनुकंपापूर्ण नियुक्ति, मृतक आश्रितों का निहित अधिकार नहीं
उच्चतम न्यायालय ने 3 मार्च, 2023 को अपने एक फैसले में कहा कि ‘अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति’ (Compassionate Appointment), मृत कर्मचारी के आश्रितों का निहित अधिकार नहीं है। न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी एवं न्यायमूर्ति बीवी नागरत्ना की पीठ ने 'अनुकंपापूर्ण नियुक्ति' से संबंधित याचिकाओं को खारिज करते हुए यह बात कही; ये याचिकाएं पश्चिम बंगाल में मृत सरकारी कर्मचारियों के आश्रितों द्वारा दायर की गई थीं। वाद का शीर्षक: पश्चिम बंगाल राज्य बनाम देबब्रत तिवारी व अन्य (State of West Bengal Vs Debabrata Tiwari & Ors.)। अनुकंपापूर्ण नियुक्ति क्या है? अनुकंपापूर्ण नियुक्ति की अवधारणा राज्य के नीति निदेशक सिद्धांतों के तहत संविधान के
सील्ड कवर न्याय-प्रक्रिया, निष्पक्ष न्याय की मूल प्रक्रिया के खिलाफ
20 मार्च, 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने भूतपूर्व सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन (OROP) के बकाये के भुगतान के संबंध में केंद्र सरकार के सीलबंद कवर नोट को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। सीजेआई डी. वाई. चंद्रचूड़ की अगुआई वाली पीठ ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में इस सील्ड कवर न्याय-प्रक्रिया की प्रथा को समाप्त करने की जरूरत है। सील्ड कवर न्यायशास्त्र (Sealed Cover Jurisprudence) का यह सिद्धांत निष्पक्ष न्याय की मूल प्रक्रिया के विपरीत है। इसके पूर्व, फरवरी 2023 में शीर्ष अदालत ने अडानी समूह-हिंडनबर्ग विवाद में एक विशेषज्ञ पैनल गठित करने के मामले में भी केंद्र के सुझाव
महाराष्ट्र राजनीतिक संकट पर फैसला सुरक्षित
16 मार्च, 2023 को सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने महाराष्ट्र राजनीतिक संकट से संबंधित उद्धव ठाकरे और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट की याचिकाओं पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। अगस्त 2022 में भारत के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना के नेतृत्व वाली 3 न्यायाधीशों की पीठ ने इन याचिकाओं को संविधान पीठ के पास स्थानांतरित किया था। संविधान पीठ में चीफ जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़, जस्टिस एमआर शाह, जस्टिस कृष्ण मुरारी, जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस पीएस नरसिम्हा शामिल हैं। मुख्य बिंदु संविधान पीठ ने आश्चर्य जताया कि क्या किसी पार्टी के भीतर विधायकों के बीच मतभेद राज्यपाल के लिए फ्लोर
बैठक एवं सम्मलेन
आपदा जोखिम न्यूनीकरण हेतु राष्ट्रीय मंच की बैठक
10-11 मार्च, 2023 के मध्य नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 'आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए राष्ट्रीय मंच' [National Platform for Disaster Risk Reduction (NPDRR)] के तीसरे सत्र की बैठक का आयोजन किया गया। आयोजनकर्ता: इस बैठक का आयोजन केंद्रीय गृह मंत्रालय, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) तथा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (NIDM) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। मुख्य विषय-वस्तु (Theme): "बदलती जलवायु में स्थानीय लचीलेपन का निर्माण" (Building Local Resilience in a Changing Climate)। यह थीम एक ऐसे समय में आपदा जोखिम प्रबंधन के स्थानीयकरण की आवश्यकता पर बल देती है, जब आपदा जोखिमों में न
भू-आधार के कार्यान्वयन पर राष्ट्रीय सम्मेलन : भूमि संवाद-IV
17 मार्च, 2023 को नई दिल्ली में विशिष्ट भूमि पार्सल पहचान संख्या (ULPIN) अथवा भू-आधार परियोजना के कार्यान्वयन पर भूमि संवाद-IV (Bhumi Samvaad-IV) नामक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। यह देश में 'भूमि शासन एवं प्रशासन' पर संवाद हेतु भूमि-संवाद शृंखला के तहत आयोजित चौथा सम्मेलन था। मुख्य बिंदु सम्मेलन की थीम: भू-आधार (ULPIN) की सहायता से भारत का डिजिटलीकरण और भू-संदर्भीकरण [Digitizing and Geo-referencing India with Bhu-Aadhaar (ULPIN)]। आयोजनकर्ता: भू-संसाधन विभाग (Department of Land Resources), ग्रामीण विकास मंत्रालय। सहभागिता: सम्मेलन में राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों, शिक्षाविदों, अनुसंधान संस्थानों, व्यापारिक समुदाय तथा नागरिक समाज सहित अन्य हितधारकों जैसे भू-स्थानिक समुदाय, स्टार्टअप्स
राष्ट्रीय सुरक्षा
अंतर-सेवा संगठन विधेयक, 2023
15 मार्च, 2023 को लोक सभा में 'अंतर-सेवा संगठन (कमांड, नियंत्रण एवं अनुशासन) विधेयक, 2023' [Inter-services Organisations (Command, Control and Discipline) Bill, 2023] पेश किया गया। देश की विभिन्न रक्षा सेवाओं के मध्य समन्वय को बढ़ाने तथा युद्ध के समय त्वरित निर्देशन एवं संसाधनों के बेहतर उपयोग को संभव बनाने के लिए एकीकृत थिएटर कमांड बनाने की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है, इसी प्रयास के तहत रक्षा मंत्रालय ने लोकसभा में यह विधेयक पेश किया है। उल्लेखनीय है कि वर्तमान समय में देश में सिर्फ एक थिएटर कमांड है, इसकी स्थापना 8 अक्टूबर 2001 को अंडमान-निकोबार में की गई
कार्यक्रम एवं पहल
एटीएल सारथी का शुभारंभ
नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन (AIM) ने 14 मार्च 2023 को अटल टिंकरिंग लैब्स (ATL) के वृद्धिशील इकोसिस्टम को सुदृढ़ करने के लिए एक व्यापक स्व-निगरानी ढांचे 'एटीएल सारथी' (ATL Sarthi) का शुभारंभ किया। मुख्य बिंदु अटल नवाचार मिशन, अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं (ATLs) के प्रदर्शन को बढ़ाने और वांछित उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए उपकरण और रूपरेखा विकसित करके इसके इकोसिस्टम को लगातार मजबूत कर रहा है। एटीएल सारथी इसी दिशा में एक पहल है। एटीएल सारथी अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं (ATLs) को दक्ष और प्रभावी बनाएगा। इस पहल के तहत नियमित प्रक्रिया में सुधार के माध्यम से एटीएल के प्रदर्शन में
पीएम आवास योजना-शहरी पर स्थायी समिति की रिपोर्ट
20 मार्च, 2023 को आवास एवं शहरी मामलों की संसदीय स्थायी समिति ने प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी (PMAY-U) के कार्यान्वयन पर लोक सभा में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस रिपोर्ट में आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय से प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) का मूल्यांकन करने के लिए कहा गया है। लोक सभा सांसद राजीव रंजन सिंह की अध्यक्षता वाली इस स्थायी समिति ने चिंता व्यक्त की है कि पात्रता मानदंड व अन्य बाधाओं के कारण कुछ लोग इस योजना के लाभ से वंचित रहे हैं। समिति के अनुसार अधिकांश शहरी "बेघर" लोग "भूमिहीन" हैं तथा शहरी क्षेत्र में भूमि का एक टुकड़ा खरीदना उस
सूचकांक एवं रिपोर्ट
एनएसएसओ का बहु संकेतक सर्वेक्षण, 2020-21
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने हाल ही में बहु संकेतक सर्वेक्षण, 2020-21 (Multiple Indicator Survey, 2020-21) नामक रिपोर्ट जारी की। यह रिपोर्ट देश भर में राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (NSSO) द्वारा किये गए 78वें दौर के बहु संकेतक सर्वेक्षण (MIS) के निष्कर्षों पर आधारित है। बहु संकेतक सर्वेक्षण क्या है? एनएसएसओ के इस सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य कुछ महत्वपूर्ण एसडीजी संकेतकों पर देश में विकासशील अनुमानों के संबंध में जानकारी एकत्र करना था। इसके अंतर्गत अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह को छोड़कर सम्पूर्ण भारत का सर्वेक्षण किया गया। अखिल भारतीय स्तर पर, सर्वेक्षण किए गए परिवारों की कुल संख्या 2,76,409 थी, जिसमें ग्रामीण
विविध
गृह मंत्रालय द्वारा शत्रु संपत्तियों की बिक्री एवं बेदखली
हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा शत्रु संपत्तियों (Enemy Properties) को खाली कराने और उनकी बिक्री की प्रक्रिया शुरू की गई। पाकिस्तान और चीन की नागरिकता लेने वाले लोगों द्वारा छोड़ी गई अचल संपत्तियों को ही शत्रु संपत्ति कहा जाता है। देश में ऐसी कुल 12,611 शत्रु संपत्तियां हैं, जिनकी कीमत लगभग 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है। शत्रु संपत्ति क्या है? शत्रु संपत्ति, वह अचल सम्पति हैं, जो विभाजन के दौरान तथा 1962 एवं 1965 के युद्धों के बाद भारत छोड़कर पाकिस्तान व चीन की नागरिकता लेने वाले लोगों द्वारा पीछे छोड़ दी गई है। ये संपत्तियां
संक्षिप्तिकी
सिटी फाइनेंस रैंकिंग 2022 का शुभारंभ
20 मार्च, 2023 को आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने शहरी स्थानीय निकायों के वित्तीय स्वास्थ्य के मूल्यांकन के लिए 'सिटी फाइनेंस रैंकिंग 2022' () का शुभारंभ किया तथा रैंकिंग से संबंधित पोर्टल को लाइव किया। रैंकिंग में भाग लेने की अंतिम तिथि 31 मई, 2023 है तथा अंतिम रैंकिंग जुलाई, 2023 में घोषित किए जाने की उम्मीद है। मुख्य बिंदु सूचकांक का उद्देश्य: देश भर के नगर निकायों का उनके वर्तमान वित्तीय स्वास्थ्य की गुणवत्ता और समय के साथ वित्तीय प्रदर्शन में सुधार के आधार पर मूल्यांकन एवं पहचान करना तथा उन्हें पुरस्कृत करना। मापदंड एवं संकेतक: रैंकिंग में भाग लेने
पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान (पीएम विकास) योजना
11 मार्च, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान' [PM VIshwakarma KAushal Samman (PM VIKAS)] योजना पर बजट पश्चात आयोजित एक वेबिनार को संबोधित किया। कारीगरों एवं शिल्पकारों हेतु पीएम विकास योजना की घोषणा केंद्रीय बजट 2023-24 में की गई थी। योजना का उद्देश्य: कारीगरों/शिल्पकारों को घरेलू और वैश्विक मूल्य शृंखलाओं के साथ एकीकृत करके उत्पादों/सेवाओं की गुणवत्ता, पैमाने और पहुंच में सुधार करना। संबोधन के मुख्य बिंदु प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि छोटे कारीगर व शिल्पकार जैसे- बढ़ई, लोहार, मूर्तिकार, राजमिस्त्री आदि स्थानीय शिल्प के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पीएम विश्वकर्मा योजना इन्हीं शिल्पकारों को सशक्त
न्यूज़ बुलेट्स
ऑपरेशन त्रिशूल
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पिछले एक वर्ष में 'ऑपरेशन त्रिशूल' (Operation Trishul) के तहत विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में शामिल 33 भगोड़े अपराधियों का प्रत्यर्पण किया है। ऑपरेशन त्रिशूल के अंतर्गत इंटरपोल के 'स्टार ग्लोबल फोकल प्वाइंट नेटवर्क' का तथा इंटरपोल के चैनलों का उपयोग किया जाता है। सीबीआई भारत की नोडल एजेंसी है, जो विदेश में छिपे भगोड़े अपराधियों लोगों को वापस लाने के लिए इंटरपोल के साथ समन्वय में कार्य करती है। ऑपरेशन त्रिशूल का उद्देश्य इन अपराधियों के समर्थन नेटवर्क को खत्म करना तथा शेल कंपनियों, धोखाधड़ी वाले लेनदेन और विश्व स्तर पर स्थित सह-अभियुक्तों पर आपराधिक
वायुलिंक प्रणाली
भारतीय वायु सेना द्वारा हाल ही में स्वदेशी 'वायुलिंक' (Vayulink) प्लेटफॉर्म विकसित किया गया है, जो पायलटों को खराब मौसम से निपटने में मदद करेगा तथा उन्हें बेस स्टेशन के साथ जैमर-प्रूफ निर्बाध संचार भी प्रदान करेगा। वायुलिंक, डेटा संचार के सिग्नल कम होने पर बेस स्टेशन पर रेडियो संचार भेजने के लिए भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (IRNSS) जिसे नाविक (NAVIC) भी कहा जाता है, का उपयोग करता है। वायलिंक सिस्टम को भारतीय वायुसेना द्वारा हाल ही में बेंगलुरू में आयोजित एयरो इंडिया 2023 में प्रदर्शित किया गया। वायुलिंक प्रणाली को भारतीय वायु सेना (IAF) के एक हेलीकॉप्टर पायलट
वाणिज्यिक न्यायालय
दिल्ली उच्च न्यायालय ने 17 मार्च, 2023 को राष्ट्रीय राजधानी में 42 और वाणिज्यिक अदालतें स्थापित करने का निर्देश देने के अनुरोध वाली एक याचिका पर अपने प्रशासनिक पक्ष, दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार से जवाब मांगा। याचिका में कहा गया है कि इन अतिरिक्त वाणिज्यिक अदालतों की स्थापना से दिल्ली में स्थित वाणिज्यिक मामलों का त्वरित निवारण सुनिश्चित हो सकेगा। वाणिज्यिक न्यायालय अधिनियम, 2015 (Commercial Courts Act, 2015) में न्यूनतम एक करोड़ रुपये के मूल्य के वाणिज्यिक विवादों का न्यायनिर्णय करने के लिए वाणिज्यिक अदालतों तथा उच्च न्यायालयों के कमर्शियल डिवीजन के गठन का प्रावधान किया गया
कुदुम्बश्री मिशन
17 मार्च, 2023 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने केरल राज्य गरीबी उन्मूलन मिशन 'कुदुम्बश्री' (Kudumbashree) के रजत जयंती समारोह का उद्घाटन किया। कुदुम्बश्री मिशन का शुभारंभ 17 मई 1998 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी द्वारा केरल के मलप्पुरम (Malappuram) में किया गया था। यह विश्व में महिलाओं के सबसे बड़े स्वयं सहायता नेटवर्क में से एक है, जो जीवन के सभी क्षेत्रों से महिलाओं को उनके सशक्तीकरण अधिकारों हेतु लड़ने के लिए एक साथ लाता है। इसे राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (SRLM) के रूप में मान्यता प्राप्त
भूजल पर संसदीय समिति की रिपोर्ट
जल संसाधन पर संसदीय स्थायी समिति ने 20 मार्च, 2023 को संसद में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। रिपोर्ट का शीर्षक है, "भूजल : एक मूल्यवान परन्तु ह्रासमान संसाधन" (Groundwater: A Valuable but Diminishing Resource)। रिपोर्ट में कहा गया है कि पंजाब, हरियाणा, तेलंगाना और तमिलनाडु जैसे राज्य पूरी तरह से मुफ्त बिजली देते हैं, जिसके कारण भूजल दोहन बढ़ता है। इसके अनुसार भूजल के अत्यधिक दोहन का प्राथमिक कारण पानी की खपत करने वाले धान और गन्ने की फसलों की व्यापक खेती है, जिन्हें "व्यापक प्रोत्साहन" दिया जाता है। संसदीय स्थायी समिति ने कहा है कि इलेक्ट्रिक पंपों के इस्तेमाल
आधार के लिए नई द्वि-स्तरीय सुरक्षा प्रणाली
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने हाल ही में आधार-आधारित फिंगरप्रिंट प्रमाणीकरण के लिए एक नई द्वि-स्तरीय सुरक्षा प्रणाली की शुरुआत की है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग (AI/ML) द्वारा समर्थित यह द्वि-चरणीय सुरक्षा सत्यापन तंत्र आधार कार्ड सत्यापन प्रक्रिया के दौरान उंगलियों के निशान को प्रमाणित करेगा तथा स्पूफिंग से संबंधित प्रयासों का पता लगाएगा। यूआईडीएआई, एक सांविधिक प्राधिकरण है, जिसे 'आधार (वित्तीय एवं अन्य सब्सिडी, लाभ और सेवाओं के लक्षित वितरण) अधिनियम, 2016' के प्रावधानों के तहत स्थापित किया गया
नागालैंड एवं अरुणाचल में अफस्पा का विस्तार
24 मार्च, 2023 को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) अधिनियम, 1958 के तहत "अशांत क्षेत्र" का दर्जा 6 महीने के लिए बढ़ा दिया। 1958 में AFSPA क़ानून अशांत क्षेत्रों में भारतीय सशस्त्र बलों को विशेष अधिकार प्रदान करता है। अशांत क्षेत्र (Disturbed Area) वह क्षेत्र होता है जिसे AFSPA की धारा 3 के तहत अधिसूचना द्वारा ऐसा क्षेत्र घोषित किया गया हो। इस क़ानून के तहत, सशस्त्र बलों के पास उस क्षेत्र में 5 या अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने पर रोक लगाने का अधिकार है, यदि उन्हें लगता है

नीति एवं योजना
विदेश व्यापार नीति 2023
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने 31 मार्च, 2023 को विदेश व्यापार नीति 2023 [Foreign Trade Policy (FTP) 2023] का अनावरण किया। नई नीति का उद्देश्य प्रोत्साहन के बजाए 'छूट और पात्रता आधारित व्यवस्था' (remission and entitlement based' regime) को अपनाकर देश के निर्यात को वर्ष 2030 तक 2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाना है। यह नई नीति विदेश व्यापार नीति 2015 के स्थान पर लागू की गई है। लक्ष्य: निर्यातकों के व्यवसाय करने की सुगमता के लिए प्रोसेस रि-इंजीनियरिंग तथा ऑटोमेशन पर ध्यान केंद्रित करना। नीति दृष्टिकोण से संबंधित स्तंभ नीति का दृष्टिकोण निम्नलिखित 4 स्तंभों पर आधारित है: प्रोत्साहनों से छूट की ओर
कृषि एवं संबंधित क्षेत्र
बांस क्षेत्र के विकास पर राष्ट्रीय कार्यशाला
9-10 मार्च, 2023 के दौरान नई दिल्ली में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, इन्वेस्ट इंडिया और केरल राज्य बांस मिशन द्वारा ‘बांस क्षेत्र के विकास पर राष्ट्रीय कार्यशाला’ (National Workshop of Bamboo Sector Development) आयोजित की गई। मुख्य बिंदु इस कार्यशाला के दौरान, सभी भागीदारों के द्वारा कुल 58 स्टालों को लगाया गया तथा अधिकारियों, कारीगरों, बांस विशेषज्ञों और उद्यमियों के मध्य वार्ता का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में त्रिपुरा, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मेघालय, हिमाचल प्रदेश और सिक्किम सहित राज्य बांस मिशनों की भागीदारी देखी गई। इस कार्यशाला में विभिन्न सार्वजनिक एवं निजी संस्थानों की भी भागीदारी
प्याज की मूल्य स्थिरता से संबंधित पहल
हाल ही में, केंद्र सरकार ने भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (National Agricultural Cooperative Marketing Federation of India Limited - NAFED) तथा भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ लिमिटेड (National Consumers Cooperative Federation of India Limited - NCCF) को लाल प्याज (Red Onion) की खरीद को बढ़ाने से संबंधित निर्देश दिया है। मुख्य बिंदु सरकार ने यह निर्देश देश में लाल प्याज की अच्छी उपज होने और इसकी कीमतों में गिरावट की खबरों को देखते हुए लिया गया है। सरकार के इस कदम का उद्देश्य लाल प्याज की खरीद को बढ़ाकर देश भर में फैले खपत केंद्रों तक उन्हें उसी समय
विनियम एवं दिशा-निर्देश
खतरनाक वस्तुओं की ढुलाई से संबंधित दिशा-निर्देश
हाल ही में, भारतीय मानक ब्यूरो (Bureau of Indian Standards - BIS) ने खतरनाक वस्तुओं (Dangerous Goods) की ढुलाई से संबंधित नए सुरक्षा दिशा-निर्देश प्रकाशित किए हैं। इन्हें बीआईएस की परिवहन सेवा अनुभागीय समिति (Transport Services Sectional Committee), एसएसडी 01 (SSD 01) के तहत तैयार किया गया है। दिशा-निर्देश से संबंधित मुख्य बिंदु नामकरण: इन दिशा-निर्देशों को 'आईएस 18149:2023 - खतरनाक वस्तुओं की ढुलाई दिशा-निर्देश' (IS 18149:2023 - Transportation of Dangerous Goods Guidelines) के रूप में जाना जाएगा। ढुलाई: 'आईएस 18149:2023, खतरनाक वस्तुओं की भूमि, समुद्र, जलमार्ग, रेल या वायु मार्ग से ढुलाई से संबंधित दिशा-निर्देश प्रदान करता है। यह ढुलाई के दौरान वस्तुओं
उद्योग एवं व्यापार
मैस्मेराइज 2023
6 मार्च, 2023 को नई दिल्ली में मैस्मेराइज 2023 (Massmerize 2023) वार्ता का आयोजन किया गया। इसके उद्घाटन सत्र को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने संबोधित किया। इस वार्ता में खुदरा, ई-कॉमर्स क्षेत्र, वित्तीय संस्था आदि से संबंधित विभिन्न पदाधिकारी शामिल हुए। मुख्य बिंदु गुणवत्ता मानक: पीयूष गोयल के द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार, सरकार एफएमसीजी वस्तुओं (FMCG Goods) से संबंधित यथोचित सख्त और व्यावहारिक गुणवत्ता मानकों को लाने पर विचार कर रही है। इसे अगले दो या तीन वर्षों में सरकार द्वारा लागू किया जाएगा। वर्तमान प्रतिस्पर्धा: वर्तमान में भारतीय विनिर्माण उद्योग निम्न गुणवत्ता वाले तथा सस्ते विदेशी
भारत-यूएसए वाणिज्यिक संवाद एवं सीईओ फोरम
10 मार्च, 2023 को नई दिल्ली के वाणिज्य भवन में 5वीं भारत-अमेरिका वाणिज्यिक संवाद बैठक (5th India-US Commercial Dialogue Meeting) का आयोजन किया गया। इसमें दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश के नए अवसरों पर व्यापक चर्चा की गई। भारत की तरफ से भारत-यूएसए वाणिज्यिक संवाद और सीईओ फोरम में प्रतिनिधित्व वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने किया, वहीं अमेरिका की तरफ से वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो (Gina Raimondo) प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुई। इस 5वीं संवाद बैठक से पूर्व, भारत-यूएसए वाणिज्यिक संवाद का आयोजन फरवरी 2019 में किया गया था। कोरोना महामारी के कारण दोनों देशों के मध्य
विविध
स्वायत्त पहल तथा जीईएम की सफलता
हाल ही में 'स्वायत्त' पहल की सफलता के उपलक्ष्य में नई दिल्ली में एक समारोह का आयोजन किया गया। कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय में सचिव श्री राधा एस. चौहान इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। स्वायत्त पहल परिचय: 'स्वायत्त' पहल सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) पर ई-ट्रांजेक्शंस के माध्यम से स्टार्टअप्स, महिलाओं और युवाओं को प्रोत्साहन देने की योजना है। लाभार्थी: स्वायत्त सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GeM) पर ई-लेनदेन के माध्यम से स्टार्ट-अप, महिलाओं एवं युवाओं के लाभ को प्रोत्साहित करने हेतु एक सरकारी पहल है। पृष्ठभूमि: स्वायत्त पहल को फरवरी 2019 में सरकारी ई-विपणन स्थल मार्केटप्लेस (गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस/GeM) प्लेटफॉर्म पर विमोचित किया गया था। नोडल मंत्रालय: स्वायत्त योजना
संक्षिप्तिकी
वित्तीय सेवाओं की दक्षता बढ़ाने पर वेबिनार
7 मार्च, 2023 को ‘विकास अवसरों की रचना के लिये वित्तीय सेवाओं की दक्षता बढ़ाना’ (Enhancing Efficiency of the Financial Services for Creating Growth Opportunities) विषय पर पर बजट-उपरांत वेबिनार का आयोजन किया गया जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सम्बोधित किया। मुख्य बिंदु केंद्रीय बजट 2023 में घोषित होने वाली पहलों के कारगर क्रियान्वयन के लिये 12 बजट-उपरांत वेबिनार (post-budget webinar) आयोजित किये जाने वाले हैं जिसमें से यह दसवां वेबिनार है। इसके माध्यम से सरकार द्वारा सुझाव और विचार आमंत्रित किये जा रहे हैं। भारतीय प्रधानमंत्री के अनुसार, सरकार बजट-उपरांत वेबिनारों के माध्यम से हितग्राहियों के विचारों और सुझावों को आमंत्रित
देश का पहला वातानुकूलित कंडेन्सर
1 मार्च, 2023 को झारखंड के उत्तरी कर्णपुरा में भारत का पहला वातानुकूलित कंडेन्सर वाला सुपर क्रिटिकल प्लांट चालू किया है। इसके माध्यम से एनटीपीसी ने रिड्यूस, रीयूज और रीसायकल के माध्यम से जल संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया हिया। मुख्य बिंदु इस परियोजना की परिकल्पना एयर कूल्ड कंडेन्सर (Air cooled condenser) के साथ की गई है, जिसमें पारंपरिक वाटर कूल्ड कंडेन्सर (Water Cooled Condenser - WCC) की तुलना में लगभग 1/3 वाटर फुटप्रिंट है। इसके माध्यम से एक वर्ष में लगभग 30.5 एमसीएम (Million Cubic Meter) पानी की बचत होगी और इस प्रकार से इस क्षेत्र में वार्षिक
न्यूज बुलेट्स
एग्जीक्यूटिव एमबीए इन कॉर्पोरेट अफेयर्स एंड मैनेजमेंट
6 मार्च, 2023 को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स (Indian Institute of Corporate Affairs - IICA) ने जम्मू स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (Indian Institute of Management - IIM)के सहयोग से एक नया कार्यक्रम एग्जीक्यूटिव एमबीए इन कॉर्पोरेट अफेयर्स एंड मैनेजमेंट शुरू किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कॉर्पोरेट मामलों, कॉर्पोरेट गवर्नेंस, नियामक अनुपालन, प्रबंधन और उद्योगों के सामाजिक उत्तरदायित्व की सविस्तार शिक्षा प्रदान करना है। राष्ट्रीय महत्व के दो संस्थानों के बीच यह सहयोग वर्तमान अस्थिर, अनिश्चित, जटिल और अस्पष्ट (Volatile, Uncertain, Complex and Ambiguous - VUCA) समय में मौजूद कॉर्पोरेट क्षेत्र के समकालीन मुद्दों और प्रबंधन शिक्षा विशेषज्ञता का
रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म पर क्षेत्रीय कार्यशाला
हाल ही में, पर्यटन मंत्रालय (एमओटी) ने भारतीय पर्यटन और यात्रा प्रबंधन संस्थान (आईआईटीटीएम), संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) और रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म सोसाइटी ऑफ़ इंडिया (आरटीएसओआई) के सहयोग से हैदराबाद में स्थायी और विख्यात पर्यटन स्थलों के विकास पर तीसरी क्षेत्रीय कार्यशाला आयोजित की। कार्यशाला में वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और दक्षिणी क्षेत्र के राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों जैसे आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप, पुडुचेरी, तमिलनाडु और तेलंगाना के पर्यटन उद्योग के हितधारकों की व्यापक भागीदारी देखी
आईसीएएस का 47वां स्थापना दिवस
1 मार्च, 2023 को भारतीय सिविल लेखा सेवा (आईसीएएस) का 47वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी मुख्य अतिथि थे। केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी के अनुसार, वित्तीय प्रबंधन प्रणाली के स्वचालन में अग्रणी भूमिका निभाने और अंतिम छोर के लाभार्थियों तक धन के सुचारु प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए भारतीय सिविल लेखा सेवा ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। महामारी के दौरान चुनौतियों का सामना करने में इस सेवा नेसार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन के क्षेत्र में एक परिवर्तनकारी भूमिका निभाई
मसाला बोर्ड की 36वीं वर्षगांठ
हाल ही में, केरल के कोच्चि में मसाला बोर्ड की 36वीं वर्षगांठ (36th Anniversary of Spices Board ) समारोह का आयोजन किया गया। वाणिज्य मंत्रालय द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार, भारत निर्यात बाजारों का विविधीकरण और मसाला सेक्टर में ब्रांड भारत के सृजन का प्रयास कर रहा है। यह भारत को मसालों के निर्यात में अधिक टिकाऊ और गतिशील बनाने में सहायता करेगा। भारत सरकार 2030 तक मसालों के निर्यात में 10 बिलियन डॉलर अर्जित करने के लिए कार्यनीति बना रही है

द्विपक्षीय संबंध
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा
8-11 मार्च, 2023 के मध्य ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री 'एंथनी अल्बानीज' (Anthony Albanese) ने भारत की चार दिवसीय की यात्रा की। यात्रा के दौरान व्यापार, निवेश और महत्वपूर्ण खनिजों सहित सहयोग के अनेक द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की गई। मई 2022 में प्रधानमंत्री बनने के पश्चात यह उनकी पहली आधिकारिक यात्रा थी और 6 वर्षों में किसी ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री की पहली भारत यात्रा थी। मुख्य बिंदु हस्ताक्षरित समझौते: दोनों पक्षों के बीच द्विपक्षीय वार्ता के पश्चात् निम्नलिखित समझौतों पर हस्ताक्षर किये गए- ऑडियो-विजुअल सह-उत्पादन हेतु समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर। खेल के क्षेत्र में सहयोग हेतु समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 'सोलर
भारत एवं इटली द्वारा रणनीतिक साझेदारी पर सहमति
2-3 मार्च, 2023 तक इटली के प्रधानमंत्री 'जियोर्जिया मेलोनी' ने भारत की यात्रा की। इस दौरान दोनों देश अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी (Strategic Partnership) तक बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। 75वीं वर्षगांठ: भारत और इटली अपने द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इससे पूर्व, भारत और इटली ने बेहतर साझेदारी के लिए 2020-24 कार्य योजना को अपनाया था। साथ ही, ऊर्जा संक्रमण के क्षेत्र में रणनीतिक भागीदारी की शुरुआत की थी। द्विपक्षीय वार्ता के प्रमुख परिणाम रक्षा सहयोग: दोनों राष्ट्र भारत में सह–विकास और सह-उत्पादन के माध्यम से रक्षा सहयोग को मजबूत करने पर सहमत हुए हैं। साथ ही, सशस्त्र बलों
बैठक एवं सम्मेलन
बिम्सटेक एनर्जी सेंटर के शासकीय बोर्ड की बैठक
27 फरवरी, 2023 को भारत ने बेंगलुरू स्थित 'शांगी-ला होटल' में बिम्सटेक ऊर्जा केंद्र (BIMSTEC Energy Centre: BEC) के गवर्निंग बोर्ड की पहली बैठक की मेजबानी की। इस बैठक में बिम्सटेक सचिवालय के साथ सभी बिम्सटेक देशों यानी बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड द्वारा अपनी सक्रिय भागीदारी की गई। बिम्सटेक एनर्जी सेंटर के संदर्भ में गठन: वर्ष 2006 में आयोजित बिम्सटेक ऊर्जा मंत्रियों के प्रथम सम्मेलन में बिम्सटेक एनर्जी सेंटर (BEC) के गठन पर सहमति बनी थी। BEC के गठन का उद्देश्य ऊर्जा क्षेत्र में सुधार, पुनर्संरचना, विनियमन और सर्वोत्तम प्रथाओं से प्राप्त अनुभवों को साझा करना था। कार्य: BEC बिम्सटेक देशों
5वां आसियान-भारत व्यापार सम्मेलन
6 मार्च, 2023 को 5वां आसियान-भारत व्यापार शिखर सम्मेलन कुआलालंपुर के 'बेर्जया टाइम्स स्क्वायर होटल' (Berjaya Times Square Hotel) में आयोजित किया गया। इसे विदेश मंत्रालय के आर्थिक कूटनीति प्रभाग और मलेशियाई सरकार के अंतरराष्ट्रीय व्यापार और उद्योग मंत्रालय के माध्यम से भारत सरकार की सहायता से आयोजित किया गया था। मुख्य बिंदु थीम: 'रणनीतिक व्यापार साझेदारी के लिए आसियान-भारत आर्थिक संबंधों को मजबूत करना और आगे बढ़ाना' (Strengthening and Moving Forward Asean–India Economic Relations for the Strategic Business Partnership)। भारत का पक्ष: भारत की ओर से 'इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी' तथा 'कौशल विकास एवं उद्यमिता' राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सम्मेलन को संबोधित
8वां रायसीना डायलॉग
2-4 मार्च, 2023 तक नई दिल्ली में 8वें रायसीना डायलॉग का आयोजन किया गया। रायसीना संवाद भारत का प्रमुख विदेश नीति सम्मेलन है। इस सम्मेलन में इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया। वर्ष 2023 के लिए थीम: 'उकसावा, अनिश्चितता, अशांति : तूफान में प्रकाश स्तंभ' (Provocation, Uncertainty, Turbulence: Lighthouse in the Tempest)। रायसीना डायलॉग के संदर्भ में आरंभ: रायसीना डायलॉग की शुरुआत 2016 से हुई थी। आयोजक: विदेश मंत्रालय और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से इसका आयोजन किया जाता है। नामकरण: भारतीय विदेश मंत्रालय का मुख्यालय रायसीना पहाड़ी (नई दिल्ली) में स्थित होने
चुनावों की सत्यनिष्ठा पर तीसरा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन
9 मार्च, 2023 को भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) ने वर्चुअल प्रारूप में 'समावेशी चुनाव और चुनावों की सत्यनिष्ठा' (Inclusive Elections and Integrity Of Elections) विषय पर तीसरे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी की। ECI 'चुनावी सत्यनिष्ठा पर समूह' (Group on Electoral Integrity) का नेतृत्व कर रहा है। इसे दिसंबर, 2021 में वर्चुअल रूप से आयोजित 'लोकतंत्र के लिए शिखर सम्मेलन' (Summit for Democracy) के अनुवर्ती रूप में स्थापित किया गया था। सम्मेलन के संदर्भ में प्रतिभागी: इस सम्मेलन में 25 चुनाव प्रबंधन निकायों (EMB)/देशों ने भाग लिया। सह-नेतृत्वकर्ता: इस सम्मेलन में ECI के साथ मॉरीशस, ग्रीस तथा ‘इलेक्टोरल सिस्टम्स के लिए इंटरनेशनल फाउंडेशन’ (International Foundation
अल्प विकसित देशों पर 5वां संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन
5-9 मार्च, 2023 के मध्य दोहा (कतर) में अल्प विकसित देशों पर '5वां संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन' (5th United Nations Conference on Least Developed Countries: LDC5) आयोजित किया गया। सम्मेलन में वैश्विक नेताओं द्वारा 'दोहा राजनीतिक घोषणा-पत्र' (Doha Political Declaration) को अपनाया गया। पांचवें संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन की थीम 'संभावना से समृद्धि तक' (From Possibility to Prosperity) थी। साथ ही, यह 'दोहा राजनीतिक घोषणा' LDC5 सम्मेलन के दूसरे भाग का परिणाम है। दोहा कार्ययोजना 'दोहा कार्ययोजना' (Doha Programme of Action: DPoA) विश्व के 46 सबसे कमज़ोर देशों के लिये 'सतत् विकास लक्ष्यों' (Sustainable Development Goals: SDG) को प्राप्त करने हेतु 10 वर्षीय (2022-2031)
मानचित्र के माध्यम से
ईस्टर द्वीप
वैज्ञानिकों ने ईस्टर द्वीप की एक सूखी हुई झील के तल में मोई (Moai) की प्रतिमा की खोज की है। 'मोई' एकाश्म पत्थर से निर्मित मानव आकृतियां हैं। इन्हें 'रापा नुई' नामक मूल निवासियों द्वारा निर्मित किया गया है। ईस्टर द्वीप दक्षिण-पूर्वी प्रशांत महासागर में स्थित है। यह चिली देश का एक भाग है। इस द्वीप का निर्माण तीन विलुप्त ज्वालामुखीयों- पोईके, रानो काऊ और तेरेवका से से हुआ है। यह ओशिनिया के 'पोलिनेशियन ट्रायंगल' का एक हिस्सा है। वर्ष 1995 में, यूनेस्को द्वारा ईस्टर द्वीप को 'विश्व धरोहर स्थल' (WHS) सूची में शामिल किया गया था। इस द्वीप समूह के अधिकतर
अभिसमय एवं प्रोटोकॉल
राजनयिक संबंधों पर वियना कन्वेंशन
20 मार्च, 2023 को भारत सरकार ने नई दिल्ली स्थित ब्रिटिश उप-उच्चायोग के वरिष्ठ राजनयिक को तलब करते हुए लंदन में खालिस्तान के समर्थन में किए गए विरोध प्रदर्शन पर अपना कड़ा विरोध दर्ज किया। ध्यातव्य है कि खालिस्तान समर्थक नारे लगाने वालों लोगों के एक छोटे समूह द्वारा लंदन में भारतीय उच्चायोग में भारतीय ध्वज को नीचे उतारने का प्रयास किया गया था। भारत ने घटना के समय, ब्रिटिश सुरक्षा कर्मियों के नदारद रहने पर स्पष्टीकरण की मांग की है। भारत द्वारा ब्रिटिश राजनयिक को वियना कन्वेंशन के तहत ब्रिटिश सरकार के बुनियादी दायित्वों को भी याद दिलाया गया है। विएना कन्वेंशन
वैश्विक पहल
अफगानिस्तान पर प्रथम भारत-मध्य एशिया संयुक्त कार्य समूह
7 मार्च, 2023 को नई दिल्ली में अफगानिस्तान पर 'भारत-मध्य एशिया संयुक्त कार्य समूह' (India-Central Asia Joint Working Group) की पहली बैठक आयोजित की गई। इसमें भारत, कजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के विशेष दूतों और वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में भारत ने निर्णय लिया है कि वह चाबहार बंदरगाह के माध्यम से तालिबान शासन के तहत अफगानिस्तान को सहायता के रूप में गेहूँ की अपनी अगली खेप भेजेगा। ध्यान रहे कि, भूमि मार्ग से गेहूँ के भेजने हेतु पाकिस्तान के साथ समझौते की समाप्ति के बाद इस व्यवस्था को नवीनीकृत करने के प्रयास असफल रहे हैं। महत्वपूर्ण बिंदु पृष्ठभूमि: संयुक्त कार्य
आईबीएसए एवं डिजिटल गवर्नेंस रिफॉर्म
हाल ही में, जिनेवा स्थित डिप्लोफाउंडेशन (DiploFoundation) ने जारी अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि त्रिपक्षीय 'भारत-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका फोरम' (IBSA Forum) ऐसे समय में जब डिजिटल भू-राजनीतिक तनाव बढ़ रहा है, डिजिटल प्रशासन में सुधार की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। भारत-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका (IBSA) फोरम IBSA दक्षिण-दक्षिण सहयोग और विनिमय को बढ़ावा देने के लिये भारत, ब्राज़ील एवं दक्षिण अफ्रीका के बीच एक विकासात्मक त्रिपक्षीय पहल है। स्थापना: 6 जून, 2003 को ब्रासीलिया (ब्राज़ील) में तीन देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के समय 'ब्रासीलिया घोषणा-पत्र' के माध्यम से इस समूह को औपचारिक रूप प्रदान करते हुए इसका नाम 'आईबीएसए
रिपोर्ट एवं सूचकांक
विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट-2023
हाल ही में यूएन सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशंस नेटवर्क (UN Sustainable Development Solutions Network) द्वारा 'वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट-2023' (World Happiness Report-2023) जारी की गई, इस रिपोर्ट में देशों को खुशहाली के आधार पर रैंक प्रदान की जाती है। रिपोर्ट के संदर्भ में प्रकाशन: विश्व खुशहाली रिपोर्ट को सर्वप्रथम वर्ष 2012 में प्रकाशित किया गया था और तब से इसे प्रत्येक वर्ष 20 मार्च के आस-पास 'इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस सेलिब्रेशन' (International Day of Happiness Celebration) के एक भाग के रूप में प्रकाशित किया जाता है। कवरेज: यह रिपोर्ट विभिन्न देशों में किए गए लोगों के सर्वेक्षण से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर वैश्विक स्तर
वैश्विक आतंकवाद सूचकांक 2023
इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (IEP) द्वारा हाल ही में जारी किए गए 'वैश्विक आतंकवाद सूचकांक' (Global Terrorism Index-GTI) में भारत को 13वां स्थान प्राप्त हुआ है। सूचकांक के अनुसार, हमलों और मृत्यु में कमी के बावजूद अफगानिस्तान लगातार चौथे वर्ष भी आतंकवाद से सबसे ज़्यादा प्रभावित देश बना हुआ है। सूचकांक के संदर्भ में सूचकांक को टेररिज़्म ट्रैकर (Terrorism Tracker) और अन्य स्रोतों के डेटा का उपयोग करके थिंक टैंक 'इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस' (Institute for Economics and Peace-IEP) द्वारा तैयार किया गया है। 'टेररिज़्म ट्रैकर' 1 जनवरी, 2007 से वैश्विक स्तर पर आतंकवादी हमलों एवं घटनाओं से संबंधित रिपोर्ट एवं आंकड़े
संक्षिप्तिकी
भारत द्वारा हथियारों का आयात
हाल ही में, स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) द्वारा 'ट्रेंड्स इन इंटरनेशनल आर्म्स ट्रांसफर-2022' रिपोर्ट जारी की गई। भारत द्वारा हथियार आयात रिपोर्ट के अनुसार, भारत वर्ष 2018 से 2022 तक विश्व का सबसे बड़ा हथियार आयातक था, इसके पश्चात सऊदी अरब और यूक्रेन जैसे देशों का स्थान था। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि वर्ष 2013-17 और 2018-22 के मध्य भारत के हथियारों के आयात में 11% की गिरावट आई है। रूस का भारत के आयात में 45% हिस्सा है, जिसके बाद फ्रांस (29%) और अमेरिका (11%) का स्थान है। ग्लोबल आर्म्स ट्रांसफर 2013-17 और 2018-22 के बीच पाकिस्तान द्वारा हथियारों के
रुसी राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ वारंट
हाल ही में, अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। ICC द्वारा जारी किये गए इस वारंट के लिए 'रूस यूक्रेन-युद्ध' में हुए बच्चों के अधिकारों के हनन को आधार बनाया गया है। मुख्य बिंदु पुतिन पर आरोप: ICC ने कहा है कि पुतिन युद्ध अपराध के अंतर्गत जनसंख्या के अवैध निर्वासन, यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्रों से आबादी का रूसी संघ में अवैध हस्तांतरण तथा व्यापक नर-संहार के लिए व्यक्तिगत आपराधिक जिम्मेदारी वहन करते हैं। वारंट के निहितार्थ: मानवाधिकार समूहों ने यूक्रेन में रूसी युद्ध अपराधों के लिए इस दण्ड का स्वागत किया
सीजेआई की SCO सदस्य देशों से न्यायिक सहयोग की अपील
10-11 मार्च, 2023 को नई दिल्ली में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों के सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों/चेयरपर्सन की 18वीं बैठक नई दिल्ली में भारत के मुख्य न्यायाधीश 'डी. वाई. चंद्रचूड़' की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में, जेलों में कैदियों की अत्यधिक संख्या, गुणवत्तापूर्ण कानूनी प्रतिनिधित्त्व तक पहुँच, आधुनिक सार्वजनिक न्यायिक सेवा, न्यायिक कार्यवाही का बोझ, सीमित न्यायिक संसाधन, लंबित मामलों की अधिकता और पर्याप्त बुनियादी सुविधाओं की आवश्यकता जैसे विभिन्न मुद्दों पर प्रकाश डाला गया। बैठक में भारत की अपील स्मार्ट और अभिगम्य न्यायपालिका: भारत के मुख्य न्यायाधीश ने न्यायिक प्रक्रियाओं को सरल बनाने और आम लोगों के लिये
वैश्विक खुफिया प्रमुखों का सम्मेलन
1 मार्च, 2023 को विश्व भर के 26 देशों के खुफिया और सुरक्षा प्रमुखों के दूसरे सम्मेलन का आयोजन नई दिल्ली में किया गया। भारत के प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) ने इसे संबोधित किया। आयोजन: इसका प्रथम आयोजन रायसीना डायलॉग के आरंभ से 1 दिन पूर्व अप्रैल 2022 में किया गया था। इस वर्ष का आयोजन भी इसी कड़ी का एक भाग है। परिचय: सुरक्षा सम्मेलन का आयोजन, रायसीना डायलॉग के एक भाग के रूप में देश की बाहरी खुफिया एजेंसी, 'रिसर्च एंड एनालिसिस विंग' (R&AW) एवं राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (NSCS) द्वारा किया जाता है। उद्देश्य: यह
न्यूज़ बुलेट्स
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद संकल्प 2396
संयुक्त राज्य अमेरिका के 'ब्यूरो ऑफ काउंटरटेररिज्म' ने 'कंट्री रिपोर्ट ऑन द टेररिज्म 2021' शीर्षक से एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। इस रिपोर्ट में वर्ष 2021 में आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों का पता लगाने, उन्हें रोकने और कम करने के प्रयासों के लिए भारत की प्रशंसा की गई है। आतंकवाद के खिलाफ क्षेत्रीय और वैश्विक नेतृत्व की भूमिका निभाते हुए भारत ने 'संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद संकल्प 2396' (UNSCR 2396) को लागू किया है। UNSCR 2396, सदस्य देशों से सीमा नियंत्रण, अपराधिक न्याय एवं सूचना साझाकरण तथा आतंकवाद रोधी उपायों के माध्यम से 'विदेशी आतंकवादी लड़ाको' (FTFs) द्वारा उत्पन्न खतरे
यंग प्रोफेशनल्स स्कीम
हाल ही में, भारत द्वारा यूनाइटेड किंगडम के निवासियों के लिए 'युवा पेशेवर योजना' हेतु आवेदन करने के लिए आवेदन पत्र जारी किए गए हैं। इस योजना के तहत दोनों देशों के 18 से 30 वर्ष की आयु के लगभग 3000 डिग्री धारक नागरिकों को 2 साल की अवधि के लिए भारत और यूनाइटेड किंगडम में रहने का काम करने की अनुमति दी
सैन्य अभ्यास फ्रिंजेक्स-2023
07-08 मार्च, 2023 को भारतीय थल सेना और फ्रांसीसी सेना के मध्य प्रथम संयुक्त सैन्य अभ्यास 'फ्रिंजेक्स-23' (Frinjex-2023) केरल में तिरुवनंतपुरम के 'पैंगोड मिलिट्री स्टेशन' में आयोजित किया गया। उद्देश्य: संयुक्त सैन्य अभ्यास का उद्देश्य सामरिक स्तर पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच अंतर-संचालन, समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देना

नैनो प्रौद्योगिकी
लिक्विड नैनो-डाई अमोनियम फास्फेट उर्वरक
4 मार्च, 2023 को केंद्र सरकार ने नैनो–डाई अमोनियम फास्फेट (DAP) उर्वरक को बाजार में लाने की मंजूरी दी। कृषि मंत्रालय ने IFFCO (सहकारी संगठन) और कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड को 3 वर्ष के लिए नैनो-DAP का उत्पादन शुरू करने की अनुमति दी है। यह उर्वरक 2023 के खरीफ मौसम से बाजार में उपलब्ध होगा। नैनो–डाई अमोनियम फास्फेट (DAP) उर्वरक नैनो-DAP एक अगली पीढ़ी का उर्वरक है। इसे नाइट्रोजन और फास्फोरस के नैनोकणों से उत्पादित किया जाता है। नैनोकण एक सूक्ष्म कण होता है, जिसका आकार 1 से 100 नैनोमीटर के बीच होता है। वर्ष 2021 में इफको (IFFCO) ने नैनो-यूरिया (Nano-Urea) लॉन्च किया
डीएनए टीका
भारत के प्रथम एवं एकमात्र डेंगू-रोधी डीएनए टीका (DNA Vaccine) का विकास वर्ष 2019 से बेंगलुरू स्थित 'नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल साइंसेज' (National Center for Biological Sciences) में किया जा रहा है। पूर्व में, विश्व के प्रथम DNA आधारित टीके ZyCoV-D को वर्ष 2021 में कोविड-19 के विरुद्ध आपातकालीन उपयोग की मंजूरी प्रदान की गई थी। DNA टीका तथा RNA टीका के मध्य अंतर DNA टीका शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को लड़ने में सक्षम बनाने के लिए रोगजनक (वायरस अथवा बैक्टीरिया) के एक हिस्से (बाहरी या स्पाइक प्रोटीन) के अनुवांशिक अनुक्रम की एक प्रति का उपयोग करता है। इसे विशेष रूप से 'प्लाज़्मिड'
जैव प्रौद्योगिकी
बायो-कंप्यूटर
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी (JHU) के वैज्ञानिकों ने हाल ही में "ऑर्गेनाइड इंटेलिजेंस" (Organoid Intelligence) नामक अनुसंधान के एक नए संभावित क्षेत्र के लिए एक योजना की रूपरेखा तैयार की है, जिसका उद्देश्य बायो-कंप्यूटर का निर्माण करना है। मुख्य बिंदु बायो-कंप्यूटर के अंतर्गत प्रयोगशाला में विकसित ‘मस्तिष्क संवर्धन’ (Brain Cultures) को वास्तविक दुनिया के सेंसर और इनपुट/आउटपुट उपकरणों से जोड़ा जाएगा। वैज्ञानिकों द्वारा उम्मीद की जा रही है कि यह प्रौद्योगिकी, मस्तिष्क की प्रसंस्करण शक्ति (Processing Power) का उपयोग करेगी और मानव अनुभूति, सीखने और विभिन्न तंत्रिका संबंधी विकारों के जैविक आधार को समझने मे मदद करेगी। ऑर्गेनाइड (Organoid) क्या हैं? ये प्रयोगशाला में विकसित ऊतक
स्वास्थ्य विज्ञान
दुर्लभ रोगों की दवाओं के आयात पर सीमा शुल्क में राहत
30 मार्च, 2023 को केंद्र सरकार द्वारा घोषणा की गई कि 1 अप्रैल 2023 से दुर्लभ रोगों के उपचार के लिए, व्यक्तिगत उपयोग हेतु आयातित सभी दवाओं पर सीमा शुल्क से पूर्ण छूट प्रदान की जाएगी। महत्वपूर्ण बिंदु आवश्यकता: दुर्लभ रोगों के उपचार के लिये दवाएं या विशेष खाद्य सामग्रियां बहुत महंगी हैं तथा उन्हें आयात करने की जरूरत होती है। सरकार को ऐसे कई प्रतिवेदन मिल रहे थे, जिनमें अन्य दुर्लभ रोगों के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवाओं और औषधियों के लिये सीमा शुल्क में राहत का अनुरोध किया गया था। सरकारी कदम: केंद्र सरकार ने सामान्य छूट अधिसूचना के माध्यम से,
अंतरिक्ष/ब्रह्माण्ड विज्ञान
लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान
हाल ही में, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की वाणिज्यिक शाखा 'न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड' (NSIL) ने घोषणा की है कि उसका लक्ष्य वर्ष 2026 तक 10 वाणिज्यिक उपग्रह प्रक्षेपण यान प्रक्षेपित करना है। महत्वपूर्ण बिंदु NSIL उपग्रहों के लिए 'एंड टू एंड एसएसएलवी (SSLV) प्रक्षेपण सेवाए' प्रदान करने वाली एकमात्र नोडल एजेंसी है। NSIL की इस योजना का उद्देश्य लघु उपग्रहों को LEOs में प्रक्षेपित करने की उभरती बाजार की मांग को पूरा करना है। SSLV के माध्यम से भारत 360 बिलियन डॉलर की वैश्विक अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाकर 10% से अधिक कर सकता है। वर्तमान में यह
मेघा-ट्रॉपिक्स-1 उपग्रह
7 मार्च, 2023 को पहली बार इसरो द्वारा मिशन पूरा कर चुके 'मेघा-ट्रॉपिक्स-1' (MT-1) उपग्रह का 'नियंत्रित पुन: प्रवेश परीक्षण' (Controlled Re-Entry Experiment) सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। मेघा-ट्रॉपिक्स-1 के संदर्भ में 1000 किलोग्राम वाले इस उपग्रह का प्रक्षेपण भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) तथा फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी (CNES) द्वारा उष्णकटिबंधीय मौसम और जलवायु का अध्ययन करने के लिए किया गया था। इसे वर्ष 2011 में PSLV के माध्यम से 3 वर्षों के लिए प्रक्षेपित किया गया था। इस उपग्रह ने लगभग एक दशक तक उष्ण कटिबंध में जल चक्र और ऊर्जा विनिमय पर डेटा प्रदान करके अपनी सेवाएं दी हैं। भूमध्य रेखा पर 20 डिग्री
वनवेब इंडिया-2 मिशन
26 मार्च, 2023 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा ‘वनवेब इंडिया-2 मिशन’ के अंतर्गत LVM3 प्रक्षेपण रॉकेट से वनवेब के 36 उपग्रहों को निम्न-भू कक्षा में स्थापित किया गया। यह LVM3 की छठी उड़ान थी। वनवेब के संदर्भ में वनवेब एक यूके आधारित कंपनी है, जिसका उद्देश्य दुनिया भर में ब्रॉडबैंड उपग्रह इंटरनेट प्रदान करना है। यह सरकारों, व्यवसायों और समुदायों के लिए कनेक्टिविटी को सक्षम बनाता है। वनवेब ग्रुप कंपनी द्वारा निम्न पृथ्वी कक्षा में 72 उपग्रहों को प्रक्षेपित करने के लिए इसरो की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) के साथ एक वाणिज्यिक अनुबंध पर हस्ताक्षर किये गए थे। इस अनुबंध
नवीन प्रौद्योगिकी
स्वास्थ्य क्षेत्र में AI के उपयोग हेतु दिशा-निर्देश
हाल ही में, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research-ICMR) ने 'जैव चिकित्सा अनुसंधान और स्वास्थ्य देखभाल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्रियान्वयन हेतु नैतिक दिशा-निर्देश' शीर्षक से एक मार्गदर्शक दस्तावेज़ जारी किया है। उल्लेखनीय है कि भारत में कई कानून एवं नियम हैं जो स्वास्थ्य सेवा के साथ तकनीकी प्रगति से मेल खाते हैं। इनमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति (2017); स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम-2018 तथा डिज़िटल सूचना सुरक्षा एवं चिकित्सा उपकरण नियम-2017 आदि शामिल हैं। निर्दिष्ट 10 मार्गदर्शक सिद्धांत इस दस्तावेज में स्वास्थ्य क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमता (Artificial Intelligence) के क्रियान्वयन के लिये 'रोगी-केंद्रित' 10 प्रमुख नैतिक सिद्धांतों की रूपरेखा निर्दिष्ट की
6G टेस्ट बेड का शुभारंभ
22 मार्च, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई-स्पीड 6G संचार सेवाओं को शुरू करने के लिये भारत 6G विजन डॉक्यूमेंट (Bharat 6G Vision Document) का अनावरण किया तथा अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी की पहचान एवं अनुसंधान के लिये 6G अनुसंधान एवं विकास टेस्ट बेड (6G R&D Test Bed) का शुभारंभ किया। भारत 6G प्रोजेक्ट परिचय: भारत 6G प्रोजेक्ट (Bharat 6G project) को दो चरणों- पहला चरण वर्ष 2023 से 2025 तक और दूसरा चरण वर्ष 2025 से 2030 तक कार्यान्वित किया जाएगा। प्रस्तावित परिषद: सरकार द्वारा परियोजना की देख-रेख और मानकीकरण करने, 6G उपयोग के लिये स्पेक्ट्रम की पहचान करने और उपकरणों
रक्षा प्रौद्योगिकी
निर्देशित ऊर्जा व हाइपरसोनिक हथियार
21 मार्च, 2023 को वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी ने कहा कि भारतीय रक्षा उद्योग को उन्नत 'निर्देशित ऊर्जा और हाइपरसोनिक हथियारों' (Directed Energy and Hypersonic Weapons) पर काम करने की आवश्यकता है। निर्देशित ऊर्जा व हाइपरसोनिक हथियारों के संदर्भ में निर्देशित-ऊर्जा हथियार (Directed Energy Weapons:DEWs): निर्देशित-ऊर्जा हथियार, लेज़र, माइक्रोवेव अथवा कण बीम (Laser, Microwave or Particle Beam) के माध्यम से केंद्रित ऊर्जा का उपयोग करके अपने लक्ष्य को नष्ट करता है। माइक्रोवेव हथियार, लेज़र हथियार, ड्रोन रक्षा प्रणाली आदि इसके प्रमुख उदाहरण हैं। हाइपरसोनिक हथियार: ऐसा हथियार, जो ध्वनि की गति से पाँच से दस गुना (मैक 5 से
रिपोर्ट एवं सूचकांक
प्रौद्योगिकी एवं नवाचार रिपोर्ट-2023
हाल ही में, व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (United Nations Conference on Trade and Development- UNCTAD) द्वारा 'प्रौद्योगिकी और नवाचार रिपोर्ट-2023' (Technology and Innovation Report-2023) जारी की गई। रिपोर्ट के अनुसार, विकसित देश विकासशील देशों की तुलना में हरित प्रौद्योगिकियों (Green Technologies) से अधिक लाभान्वित हो रहे हैं, इससे वैश्विक आर्थिक असमानता (Global Economic Inequality) में और अधिक वृद्धि हो सकती है। रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष विकसित देशों से हरित प्रौद्योगिकियों का कुल निर्यात वर्ष 2018 के लगभग 60 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर वर्ष 2021 में 156 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया है। जबकि, इस दौरान विकासशील देशों
विविध
जैव-परिवर्तन प्रौद्योगिकी
हाल ही में, यूनाइटेड किंगडम स्थित एक स्टार्टअप ने 'जैव-परिवर्तन प्रौद्योगिकी' (Biotransformation Technology) विकसित करने का दावा किया है, जो प्लास्टिक की अवस्था को बदलकर उसका जैव निम्नीकरण करने में सक्षम है। तकनीकी आवश्यकता क्यों? भारत वार्षिक रूप से 3.5 अरब किलोग्राम प्लास्टिक अपशिष्ट पैदा कर रहा है और पिछले पाँच वर्षों में प्रति व्यक्ति प्लास्टिक अपशिष्ट का उत्पादन भी दोगुना हो गया है। इसमें से एक-तिहाई प्लास्टिक पैकेजिंग उद्योग से आता है। जर्मनी की स्टेटिस्टा कंपनी के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2019 में ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा उत्पन्न प्लास्टिक पैकेजिंग कचरे की वैश्विक मात्रा एक अरब किलोग्राम से अधिक थी। हमारे आस-पास भारी मात्रा
सफेद फास्फोरस बम
हाल ही में, रूस-यूक्रेन संघर्ष में 'सफेद फास्फोरस हथियारों' (White Phosphorus Munitions) के उपयोग संबंधी तथ्य उजागर हुए हैं। सफेद फास्फोरस क्या होता है? सफेद फास्फोरस (White Phosphorus) एक रंगहीन, मोम जैसा ठोस पदार्थ होता है। खुली वायु के संपर्क में आने पर इसका रंग श्वेत/सफ़ेद या पीला हो जाता है। उपस्थिति: 'फास्फोरस' का यह अपरूप प्रकृति में स्वाभाविक रूप से नहीं पाया जाता है। और इसे फॉस्फेट चट्टानों से निर्मित किया जाता है। अनुप्रयोग: 'सफेद फास्फोरस' का मुख्य रूप से सेना में उपयोग किया जाता है। अन्य अनुप्रयोगों के रूप में इसका उपयोग उर्वरक, खाद्य योजक और सफाई यौगिकों में एक घटक के
संक्षिप्तिकी
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस
प्रतिवर्ष 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन किया जाता है। वर्ष 1928 में इसी दिन नोबेल पुरस्कार विजेता एवं भौतिक विज्ञानी सी.वी. रमन ने 'रमन प्रभाव' (Raman Effect) की खोज की घोषणा की थी, रमन प्रभाव को 'रमन स्कैटरिंग' (Raman Scattering) भी कहा जाता है। वर्ष 2023 के लिए थीम: 'वैश्विक कल्याण के लिए वैश्विक विज्ञान' (Global Science for Global Wellbeing)। सी.वी. रमन पुरस्कार: वर्ष 1923 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार तथा वर्ष 1954 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया। वे विज्ञान में नोबेल पुरस्कार पाने वाले प्रथम एशियाई एवं प्रथम अश्वेत व्यक्ति थे। अन्य
ब्रह्मोस मिसाइल
5 मार्च, 2023 को भारतीय नौसेना ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा डिजाइन किए गए स्वदेशी सीकर और बूस्टर के साथ जहाज से लॉन्च की गई ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया। इससे पूर्व, भारतीय वायुसेना ने भी SU-30 MKI विमान से ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। ब्रह्मोस के संदर्भ में विकासकर्ता: ब्रह्मोस रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (The Defence Research and Development Organisation-DRDO) तथा रूस के 'वैज्ञानिक उत्पादन संघ' (NPOM) का एक संयुक्त उद्यम है। नामकरण: इसका नाम भारत की ब्रह्मपुत्र नदी और रूस की मास्को नदी के नाम पर रखा गया है। विशेषताएं: यह दो चरणों वाली
लेविस सुपर एसिड
हाल ही में, पैडरबोर्न विश्वविद्यालय (जर्मनी) के शोधकर्ता 'लेविस सुपर-एसिड' (Lewis Super Acids) नामक उत्प्रेरक (Catalyst) का एक अनूठा वर्ग बनाने में सक्षम हुए हैं। लेविस सुपर एसिड के संदर्भ में लेविस सुपर-एसिड, लेविस एसिड (Lewis Acids) से प्राप्त होते हैं, जिसका नाम रसायन वैज्ञानिक 'जीएन लेविस' के नाम पर रखा गया है। लेविस सुपर एसिड्स को रसायन विज्ञान में प्रतिक्रियाओं को तेज करने के लिए उत्प्रेरक (Catalyst) के रूप में उपयोग किया जाता है। ये यौगिक हैं जो गैर-बंध वाले इलेक्ट्रॉनों (Non-Bonding Electrons) की एक जोड़ी को स्वीकार कर सकते हैं और मजबूत रासायनिक बंधनों को तोड़ने और प्रतिक्रियाओं को गति देने के
रेडमैटर
हाल ही में, अमेरिका के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि उनके द्वारा एक ऐसे नए अतिचालक (Superconductor) का निर्माण किया गया है, जो पहले खोजे गए सुपरकंडक्टिंग पदार्थों (Superconducting substances) की तुलना में कम तापमान एवं कम दाब पर कार्य कर सकता है। वैज्ञानिकों ने इसे रेडमैटर (Reddmatter) नाम दिया है। इसे लुटेशियम (Lutetium) नामक एक दुर्लभ 'भू-धातु' को हाइड्रोजन और नाइट्रोजन के साथ मिश्रित करके बनाया गया है। यह 21 डिग्री सेल्सियस और लगभग 10,000 वायुमंडलीय दाब पर बिना प्रतिरोध के विद्युत प्रवाहित कर सकता है। सुपरकंडक्टर के संदर्भ में सुपरकंडक्टर्स (Superconductors) ऐसे पदार्थ होते हैं, जो क्रांतिक ताप (Critical Temperature:CT)
न्यूज़ बुलेट
चंद्रयान-3 का प्रमुख रॉकेट इंजन
24 फरवरी, 2023 को तमिलनाडु के महेंद्रगिरि में इसरो के प्रणोदन परिसर में CE-20 क्रायोजेनिक इंजन का उड़ान स्वीकार्य ताप परीक्षण का आयोजन किया गया। यह इंजन चंद्रयान-3 मिशन को प्रक्षेपित करने वाले LVM3 यान के क्रायोजेनिक ऊपरी चरण को शक्ति प्रदान करेगा। क्रायोजेनिक इंजन/क्रायोजेनिक चरण, अंतरिक्ष प्रक्षेपण यानों का अंतिम चरण होता है। यह अत्यधिक कम तापमान पर प्रणोदक का उपयोग करता है। क्रायोजेनिक इंजन में प्रणोदक के रूप में तरल ऑक्सीजन (LOX) और तरल हाइड्रोजन (LH2) का उपयोग किया जाता
प्रिसीजन अटैक लोइटरिंग म्यूनिशन 400
हाल ही में भारतीय सेना ने पोखरण में 'प्रिसीजन अटैक लोइटरिंग म्यूनिशन 400' (PALM 400) ड्रोन का सफल परीक्षण किया है। PALM 400 एक सशस्त्र रीमोटली पायलेटेड व्हीकल (RPV) है, इसे एविजन सिस्टम द्वारा निर्मित किया गया है। यह एक कनस्तर से प्रक्षेपित होने वाला 'हाई प्रिसीजन लोटरिंग सिस्टम' है। इसकी गति 90-260 किमी प्रति घंटा है। यह जमीन से 3000-4000 फीट ऊपर उड़ान भर सकता
शिकायत अपील समिति
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 'शिकायत अपील समिति' (GAC) नाम से एक नया डिजिटल प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। इसका अनावरण 'सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशा निर्देश और डिजिटल मीडिया आधार संहिता) नियम, 2021 के तहत किया गया है। GAC एक ऑनलाइन विवाद समाधान तंत्र है। यह बड़े और छोटे सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को डिजिटल नागरिकों के प्रति जवाबदेह बनाएगा। GAC सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स द्वारा लिए गए निर्णय के खिलाफ अपील करने का अधिकार देती है। GAC तक कॉमन सर्विस सेंटर के जरिए आसानी से पहुंचा जा सकता है। यह 30 दिनों के भीतर उपयोगकर्ताओं
वातानुकूलित संघनित्र
राष्ट्रीय तापीय विद्युत निगम (NTPC) ने झारखंड के उत्तरी कर्णपुरा में सुपरक्रिटिकल प्लांट में भारत के प्रथम वातानुकूलित संघनित्र (Air Conditioning Condenser-ACC) की स्थापना की है। ACC को एक प्रत्यक्ष शुष्क शीतलन प्रणाली के रूप में जाना जाता है। इसमें भाप को वायु-शीतित फिन्ड ट्यूब (Air-cooled finned tube) के भीतर संघनित किया जाता है। पारंपरिक जल-संघनित्र (Water Conditioning Condenser-WCC) की तुलना में ACC में लगभग एक तिहाई वॉटर फुटप्रिंट होता है। इससे वार्षिक रूप से लगभग 30.5 मिलियन क्यूबिक मीटर (MCM) जल की बचत होगी।
हबल स्पेस टेलीस्कोप
हाल ही में 'हबल स्पेस टेलीस्कोप' (HST) द्वारा सैट्स नक्षत्र में 'जेली फिश गैलेक्सी' J0201 की तस्वीर ली गई है। जेलीफिश आकाशगंगाए उन आकाशगंगाओं को कहा जाता है, जो अपने केंद्र से विस्तारित लंबी, पतली एवं टेंटिकल जैसी संरचनाओं को प्रदर्शित करती हैं। मजबूत गुरुत्वाकर्षण बल के कारण यह आकाशगंगा गैस-विहीन बन गई है। नासा एवं यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा वर्ष 1990 में HST को निम्न भू-कक्षा में प्रक्षेपित किया गया था। यह एक अंतरिक्ष आधारित वेधशाला है। ब्रह्मांड को दृश्य-प्रकाश, पराबैंगनी और निकट-अवरक्त प्रकाश स्पेक्ट्रम में देखने में सक्षम बनाता
मानव जीनोम की खोज
हाल ही में, स्पेन में सबसे पुराना मानव जीनोम (23,000 वर्ष पुराना) खोजा गया है। जीनोम, एक कोशिका में पाए जाने वाले डीएनए (DNA) निर्देशों का पूरा सेट होता है। एक जीनोम में व्यक्ति के विकास और संचालन से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मौजूद होती है। मनुष्य में, जीनोम में गुणसूत्रों के 23 जोड़ें होते हैं। यह गुणसूत्र कोशिका के केंद्रक में होते हैं। कुछ गुणसूत्र मानव कोशिका के भीतर स्थित माइटोकॉन्ड्रिया में भी पाए जाते हैं।

सूचकांक एवं रिपोर्ट
मीथेन ग्लोबल ट्रैकर रिपोर्ट
हाल ही में, अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (International Energy Agency’s – IEA) द्वारा मीथेन ग्लोबल ट्रैकर रिपोर्ट 2023 जारी की गई। इस रिपोर्ट में वैश्विक स्तर पर जीवाश्म ईंधन कंपनियों (Fossil Fuel Companies) के मीथेन उत्सर्जन को रोकने में विफलता पर प्रकाश डाला गया है। रिपोर्ट के मुख्य बिंदु उत्सर्जन: इस रिपोर्ट के अनुसार, जीवाश्म ईंधन कंपनियों ने 2022 में वातावरण में 120 मिलियन मीट्रिक टन मीथेन का उत्सर्जन किया। मानव गतिविधि से उत्पादित होने वाले कुल मीथेन उत्सर्जन का लगभग 40 प्रतिशत ऊर्जा क्षेत्र से संबंधित तेल और प्राकृतिक गैस कंपनियों द्वारा किया जाता है। उत्सर्जन कमी: जीवाश्म ईंधन कंपनियां मीथेन उत्सर्जन को कम
IPCC की छठी आकलन रिपोर्ट का अंतिम भाग प्रकाशित
हाल ही में, जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल (Intergovernmental Panel on Climate Change) द्वारा छठी आकलन रिपोर्ट (Sixth Assessment Report - AR6) की चौथा और अंतिम अंश (instalment) जारी की गई। रिपोर्ट के महत्वपूर्ण निष्कर्ष जोखिम: IPCC की वर्तमान रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक तापन (Global Warming) के बढ़ने तथा जलवायु परिवर्तन के कारण जोखिम और प्रतिकूल प्रभाव बढ़ेंगे। वैश्विक तापन: ग्रीन हाउस गैस (GreenHouse Gas- GHG) उत्सर्जन से वैश्विक तापन बढ़ेगी, और संभावना है कि यह 2030 और 2035 के बीच 1.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। वर्तमान जलवायु नीतियों को जारी रखने से 2100 तक ग्लोबल वार्मिंग के 3.2 डिग्री सेल्सियस तक
आपदा प्रबंधन
भारत का भू-स्खलन एटलस
हाल ही में, हैदाराबाद स्थित इसरो के नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर (ISRO’s National Remote Sensing Centre - NRSC) द्वारा भारत का एक भू-स्खलन एटलस जारी किया गया है। यह भारत के लिए विशेष महत्व का है, क्योंकि भारत वैश्विक स्तर पर शीर्ष पांच भूस्खलन-प्रवण देशों में से एक है। मुख्य बिंदु रिपोर्ट का आधार: भारत में मुख्य रूप से हिमालय और पश्चिमी घाट भूस्खलन से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र है अतः इस एटलस को तैयार करने में इस क्षेत्र में आने वाले भूस्खलन को मुख्यतः आधार बनाया गया है। उपग्रह: इसरो ने भूस्खलन का अध्ययन करने के लिए रिसोर्ससैट-1 और 2 आदि के माध्यम
आकाशीय बिजली को प्राकृतिक आपदा घोषित करने की मांग
10 से 11 मार्च, 2023 के दौरान आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए राष्ट्रीय मंच (National Platform for Disaster Risk Reduction - NPDRR) के तीसरे सत्र का आयोजन किया गया। इस दौरान कुछ भारतीय राज्यों द्वारा आकाशीय बिजली गिरने (lightning) को प्राकृतिक आपदा मानने की मांग की गई। मुख्य बिंदु क्षति: भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department - IMD) के अनुसार, बिजली गिरने से हर साल करीब 2,500 लोगों की मौत होती है। सर्वाधिक प्रभावित: आकाशीय बिजली गिरने की परिघटना से सर्वाधिक प्रभावित किसान होते हैं और बारिश के मौसम में मौतें अधिक होती हैं। उत्पन्न समस्या: इसके कारण से हृदयाघात और गंभीर
अपशिष्ट प्रबंधन
NGT द्वारा केरल सरकार पर जुर्माना
22 मार्च, 2023 को राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (National Green Tribunal - NGT) की मुख्य पीठ (Principal Bench) ने केरल सरकार पर 10 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना ‘प्रदूषक द्वारा भुगतान के सिद्धांत' (Polluter Pays Principle) के आधार पर लगाया गया है। मुख्य बिंदु कारण: यह जुर्माना केरल सरकार द्वारा वेम्बनाड और अष्टमुडी झीलों में प्रदूषण को रोकने में असफलता के कारण लगाया गया है। दोनों झीलें रामसर साइटों के रूप में सूचीबद्ध हैं। NGT द्वारा पाया गया है कि कानूनी और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा वैध अपशिष्ट निस्तारण से संबंधित उचित कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे वेम्बनाड और अष्टमुड़ी झीलों
पर्यावरणीय अवनयन व प्रदूषण
एंटीबायोटिक्स का मृदा पर प्रभाव
हाल ही में, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) के सेंटर फॉर इकोलॉजिकल साइंसेज (CES) के वैज्ञानिकों के शोध में पाया गया है कि शाकाहारी वन्यजीवों द्वारा घास के मैदानों में चराई की तुलना में पालतू पशुओं द्वारा चरने से मृदा में कार्बन का भंडारण कम होता है। मुख्य बिंदु शामिल क्षेत्र एवं पशु: यह अध्ययन हिमालय के स्पीति क्षेत्र में किया गया और भेड़,याक और आइबेक्स आदि पशुओं को शामिल किए गया| इन पशुओं के चरने से मिट्टी के कार्बन स्टॉक पर प्रभाव का अध्ययन किया गया है। मिट्टी में कार्बन की कमी का कारण तथा प्रक्रिया: पशुओं की उत्पादकता बढ़ाने सहित विभिन्न
जैव-विविधाता
मोरे ईल की नई प्रजाति की खोज
हाल ही में, अंतरराष्ट्रीय सहकर्मी-समीक्षा पत्रिका "ज़ूसिस्टमैटिक्स एंड इवोल्यूशन" (Zoosystematics and Evolution) के नवीनतम अंक में तमिलनाडु के जलीय क्षेत्र से मोरे ईल (Moray Eel) की एक नई प्रजाति की खोज से संबंधित शोध-पत्र प्रकाशित किया गया है। मुख्य बिंदु प्राप्ति स्थल: इस ईल को तमिलनाडु के कुड्डालोर तट (Cuddalore coast) से मुदासलोदाई मछली लैंडिंग सेंटर (Mudasalodai fish landing centre) में की है। शामिल शोधकर्ता: इस शोध में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-नेशनल ब्यूरो ऑफ फिश जेनेटिक रिसोर्सेज (Agricultural Research-National Bureau of Fish Genetic Resources - NBFGR) और भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (Zoological Survey Of India) के शोधकर्ता शामिल हैं। वैज्ञानिक नाम: ईल
ग्रेट सीहॉर्स
हाल ही में, बेरहामपुर विश्वविद्यालय के समुद्री विज्ञान विभाग और बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी के समुद्री संरक्षण विभाग द्वारा किये गए अध्ययन में पाया गया है कि कोरोमंडल तट पर बड़े पैमाने पर मछली पकड़ने से ग्रेट सीहॉर्स (Great Seahorse) या समुद्री घोड़े को ओडिशा तट की ओर पलायन होने पर मजबूर होना पड़ सकता है। अध्ययन के मुख्य निष्कर्ष वर्तमान पर्यावास तथा संकट: ग्रेट सीहॉर्स की प्रजाति आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु राज्य से संलग्न कोरोमंडल तट में प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, लेकिन इस क्षेत्र में मछली पकड़ने की अत्यधिक गतिविधि के कारण इनके समक्ष अस्तित्व का संकट उत्पन्न हो
वन्य जीव संरक्षण
हॉर्सशू क्रैब
हाल ही में, भारतीय वैज्ञानिकों ने हॉर्सशू क्रैब (Horseshoe Crab) को ओडिशा के बालासोर जिले में चांदीपुर और बलरामगढ़ी तट पर विलुप्त होने से बचाने के लिए ओडिशा सरकार तथा केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय से आग्रह किया है। हॉर्सशू क्रैब परिचय: हॉर्सशू क्रैब, लिमुलिडे (Limulidae) परिवार के आर्थ्रोपोड (Arthropods) जीव हैं जो समुद्री और खारे पानी में रहते हैं। यह शिफोसुरा (Xiphosura) क्रम के एकमात्र जीवित सदस्य हैं। अवधि: हॉर्सशू क्रैब लगभग 300 मिलियन से अधिक वर्षों से भारतीय तट पर पाए जाते हैं, इस तरह ये डायनासोर से भी अधिक समय से निवास कर रहे हैं। संरक्षण स्थिति: हॉर्सशू क्रैब भारत के वन्यजीव संरक्षण
जलवायु परिवर्तन
ला नीना के कारण अधिक ठंड
हाल ही में, किए गए एक अध्ययन के अनुसार, ला नीना की मौसमी परिघटना द्वारा उत्प्रेरित उत्तर-दक्षिण सर्दियों के प्रवाह (North-South Winter Flow) के कारण भारत में सामान्य से अधिक ठंड महसूस की जा रही है। ला नीना ला-नीना (La Nina) एक मौसमी परिघटना है, जिसके दौरान मध्य और पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर के सतहीय तापमान में असामन्य रूप से कमी आती है और इसके साथ ही उष्णकटिबंधीय वायुमंडलीय परिसंचरण अर्थात् हवाओं, वायु दाब और वर्षा में व्यापक रूप से परिवर्तन होता है। ला-नीना का मौसम और जलवायु पर एल निनो के ठीक विपरीत प्रभाव पड़ता है। एल निनो दक्षिणी दोलन (El Nino
संक्षिप्तिकी
लैंडफिल में आग
हाल ही में, केरल के कोच्चि लैंडफिल साइट में आग लगने की घटना को दर्ज किया गया जिससे इसके आस-पास के वातावरण में विभिन्न प्रदूषक गैसों तथा पार्टिकुलेट मैटर का स्तर बढ़ गया। साइट के आसपास रहने वाले लोगों को घर के अंदर रहने और आग बुझने तक N95 मास्क पहनने की सलाह दी गई। लैंडफिल में आग क्यों लगती है? भारत की नगर पालिकाएं शहरों में उत्पन्न कचरे का 95% से अधिक एकत्र कर रही हैं, लेकिन अपशिष्ट-प्रसंस्करण की दक्षता 30-40% ही है। भारतीय नगरपालिका ठोस अपशिष्ट में लगभग 60% बायोडिग्रेडेबल सामग्री, 25% ऑन-बायोडिग्रेडेबल सामग्री और 15% निष्क्रिय सामग्री, जैसे कि गाद
इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस
हाल ही में, भारत ने 100 मिलियन डॉलर के निवेश के साथ इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस (International Big Cat Alliance) नामक वैश्विक गठबंधन शुरू करने का प्रस्ताव दिया है। मुख्य बिंदु प्रस्तावित गठबंधन 800 करोड़ रुपये से अधिक की गारंटीकृत धनराशि (Guaranteed Amount) के साथ पांच वर्षों तक सुनिश्चित समर्थन प्रदान करेगा। इस वैश्विक पहल के द्वारा बाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ, प्यूमा, जगुआर और चीता के संरक्षण की दिशा में काम किया जाएगा। गठबंधन की सदस्यता 97 "रेंज" देशों के लिए खुली होगी, जिसमें पशुओं की इन प्रजातियों के प्राकृतिक आवास के साथ-साथ अन्य इच्छुक राष्ट्र, अंतरराष्ट्रीय संगठन आदि शामिल होंगे। IBCA की गतिविधियाँ
सैंड बैटरी
हाल ही में, फिनलैंड के एक शहर कंकनपा(Kankaanpää) में विश्व की पहली ‘सैंड बैटरी’ (Sand Battery) स्थापित की गई है। यह बैटरी विभिन्न माध्यम से उत्पन्न हरित ऊर्जा का भंडारण करने तथा वर्ष भर आपूर्ति करने में सहायक हो सकती हैं। मुख्य बिंदु सैंड बैटरी’ अपने भंडारण माध्यम के रूप में रेत या रेत जैसी सामग्री का उपयोग करता है। यह रेत में ऊर्जा को ऊष्मा के रूप में संग्रहीत करता है। उद्देश्य: इसका मुख्य उद्देश्य पवन और सौर ऊर्जा के लिए उच्च शक्ति और उच्च क्षमता वाले जलाशय के रूप में काम करना है। महत्व: अंतर-सरकारी संगठन इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी (IEA) के
महाराष्ट्र पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
हाल ही में, जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल (IPCC) की एक रिपोर्ट में जलवायु परिवर्तन द्वारा महाराष्ट्र के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों को प्रस्तुत किया गया है। मुख्य बिंदु रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण महाराष्ट्र सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्यों में से एक होगा। महाराष्ट्र को निम्नलिखित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है- अरब सागर तट पर स्थित होने के कारण, राज्य को उच्च तापमान के साथ-साथ पानी की कमी और तेजी से जलवायु परिवर्तन के कारण बड़े पैमाने पर बाढ़ की दोहरी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। रिपोर्ट में बाढ़ की आवृत्ति में वृद्धि
गहरे समुद्र पर संयुक्त राष्ट्र संधि
हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों ने पहली बार गहरे समुद्र में जैव विविधता की रक्षा के लिए एक एकीकृत संधि पर सहमति व्यक्त की है। ग्लोबल वार्मिंग का नब्बे प्रतिशत समुद्र में होता है, जो समुद्री जीवन को गहराई से प्रभावित करता है। मुख्य बिंदु इस संधि पर 1982 के संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानून संधि (United Nations Convention on Laws of the Sea - UNCLOS) के तहत सहमति बनी है, जो समुद्री संसाधनों के संबंध में देशों के अधिकारों को नियंत्रित करता है। दुनिया के दो-तिहाई महासागरों को वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय जल/उच्च समुद्र (International Waters/High Seas) माना जाता है, लेकिन अब
न्यूज़ बुलेट्स
माइमुसेमिया सीलोनिका
तमिलनाडु के शोधकर्ताओं ने भारत में पहली बार कलाक्कड़-मुंडनथुराई टाइगर रिजर्व (KMTR) के बफर जोन में एक दुर्लभ कीट प्रजाति देखी है, जिसे माइमुसेमिया सीलोनिका (Mimeusemia ceylonica) नाम दिया गया है। कीट की इस प्रजाति को आखिरी बार 127 साल पहले श्रीलंका के त्रिंकोमाली में 1893 में देखा गया था। माइमुसेमिया सीलोनिका एक कीट प्रजाति है, जो उपप्रजाति अग्रिस्टिना (Agaristinae) और परिवार नोक्टुइडे (Noctuidae) से संबंधित
वन प्रमाणन
हाल के वर्षों में, वनों की कटाई विश्व स्तर पर एक गंभीर रूप से संवेदनशील मुद्दा बन गया है और वनों के प्रमाणन की अधिक आवश्यकता है। वन प्रमाणन एक बहु-स्तरीय लेखा परीक्षा प्रणाली है, जो लकड़ी, फर्नीचर, हस्तकला, कागज और लुगदी, रबर और कई अन्य वन-आधारित उत्पादों की उत्पत्ति और वैधता को प्रमाणित करने का प्रयास करता है। प्रमाणीकरण किसी भी उत्पाद की खपत से बचने के लिए किया जाता है, जो वनों की कटाई या अवैध कटाई का परिणाम हो सकता
यूरेशियन ओटर
हाल ही में, जम्मू के वैज्ञानिकों ने चिनाब नदी की एक सहायक नदी में यूरेशियन ओटर का एक फोटोग्राफिक रिकॉर्ड प्राप्त किया। यह अर्ध-जलीय मांसाहारी स्तनपायी हैं जिनमें 13 प्रजातियां शामिल हैं। ये ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका को छोड़कर हर महाद्वीप में पाए जाते हैं। भारत, चीन और नेपाल जैसे देशों में की आबादी भोजन और खाल के शिकार, निवास स्थान के नुकसान, प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के कारण घट गई
विश्व गौरैया दिवस
हर साल 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस के रूप में मनाया जाता है। विश्व गौरैया दिवस की शुरुआत फ्रांस के इको-एसआईएस एक्शन फाउंडेशन के सहयोग से नेचर फॉरएवर सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा की गई थी। पहला विश्व गौरैया दिवस 20 मार्च 2010 को मनाया गया था। इसका उद्देश्य गौरैया की आबादी में गिरावट और उनके संरक्षण की आवश्यकता के बारे में जागरूकता पैदा करना था। विश्व गौरैया दिवस 2023 की थीम "मुझे गौरैया से प्यार है" की निरंतरता है, जो गौरैया संरक्षण में व्यक्तियों और समुदायों की भूमिका पर जोर देती
पन्ना टाइगर रिजर्व हेतु भू-दृश्य प्रबंधन योजना
हाल ही में, पन्ना टाइगर रिजर्व (पीटीआर) और आसपास के क्षेत्रों के लिए एक व्यापक एकीकृत भू-दृश्य प्रबंधन योजना (आईएलएमपी) तैयार की गई है। यह केन-बेतवा लिंक परियोजना (केबीएलपी) का एक हिस्सा है, जो वन्य जीवों और जैव विविधता के संरक्षण में सहायक होगा। योजना विशेष रूप से वन-निर्भर समुदायों में जैव विविधता संरक्षण और मानव कल्याण के लिए परिदृश्य को समग्र रूप से समेकित करने में मदद करेगी। पन्ना टाइगर रिजर्व, भारत में मध्य प्रदेश के पन्ना और छतरपुर जिलों में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है। इसे 1994 में भारत का बाइसवां टाइगर रिजर्व और मध्य प्रदेश में पांचवां
IQAIR रिपोर्ट
भारत 2022 में दुनिया के सबसे प्रदूषित देशों में आठवें स्थान पर है। इस रिपोर्ट में दुनिया के सबसे ज्यादा 20 प्रदूषित शहरों में 14 भारतीय शहर हैं। इसमें राजस्थान के भिवाड़ी तीसरा तथा दिल्ली चौथा सर्वाधिक प्रदूषित शहर है। दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित देशों में चाड ने प्रथम, इराक ने द्वितीय तथा पाकिस्तान ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है। ऑस्ट्रेलिया, एस्टोनिया, फ़िनलैंड, ग्रेनाडा, आइसलैंड और न्यूज़ीलैंड में PM2.5 का स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानकों के अनुरूप पाया गया

चर्चित व्यक्ति/ नियुक्ति
एस.एस. दुबे : भारत के महालेखा नियंत्रक (CGA)
6 मार्च 2023 को एस.एस. दुबे ने महालेखा नियंत्रक [Controller General of Accounts (CGA)] के रूप में कार्यभार संभाला। वे वित्त मंत्रालय, भारत सरकार के 28वें महालेखा नियंत्रक (CGA) हैं। भारत सरकार के द्वारा महालेखा नियंत्रक के पद पर उनकी नियुक्ति 6 मार्च 2023 से प्रभावी है। सीजीए के रूप में कार्यभार संभालने से पहले, श्री दुबे अतिरिक्त महालेखा नियंत्रक, सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (PFMS) के पद पर थे। महालेखा नियंत्रक (CGA) का पद महालेखा नियंत्रक, भारत सरकार के प्रधान लेखा सलाहकार (Principal Accounting Adviser) हैं और तकनीकी रूप से समर्थ प्रबंधन लेखांकन प्रणाली की स्थापना और उसके अनुरक्षण के लिए उत्तरदायी हैं। महालेखा
मीराबाई चानू
6 मार्च, 2023 को भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने 2022 के लिए बीबीसी इंडियन स्पोर्ट्सवुमन ऑफ द ईयर का पुरस्कार जीता है। महत्वपूर्ण बिंदु इससे पहले मीराबाई चानू ने 2021 में भी बीबीसी इंडियन स्पोर्ट्सवुमन ऑफ द ईयर का पुरस्कार प्राप्त किया था| इसी के साथ ये दो बार सम्मान प्राप्त करने वाली पहली महिला खिलाडी बन गई है। मीराबाई चानू टोक्यो ओलंपिक 2022 खेलों में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय भारोत्तोलन खिलाडी बनी थीं। उन्होंने 2022 में विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप में रजत पदक भी जीता। उन्हें खेल में उनके योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
सलीमा टेटे : AHF एथलीट एंबेसडर
भारतीय महिला हॉकी टीम की मिडफील्डर सलीमा टेटे (Salima Tete) को 25 मार्च 2023 से 25 मार्च 2025 के बीच दो वर्ष की अवधि के लिए भारत से AHF एथलीट एंबेसडर (AHF Athletes Ambassador) के रूप में नियुक्त किया गया है। 23 मार्च 2023 को दक्षिण कोरिया के मुंगयोंग में आयोजित एशियन हॉकी फेडरेशन (AHF) कांग्रेस के दौरान सलीमा टेटे द्वारा नियुक्ति से संबंधित प्रमाण पत्र स्वीकार किया गया। दक्षिण अफ्रीका के पॉचेफस्ट्रूम (Potchefstroom) में 2021 एफआईएच महिला जूनियर विश्व कप में भारतीय महिला जूनियर हॉकी टीम का नेतृत्व करने वाली सलीमा टेटे इस पद के लिए एशिया
मनमीत के नंदा : इन्वेस्ट इंडिया की सीईओ
20 मार्च 2023 को इन्वेस्ट इंडिया की 32वीं बोर्ड बैठक में बोर्ड ने पश्चिम बंगाल कैडर की 2000 बैच की आईएएस अधिकारी मनमीत के नंदा (Manmeet K Nanda) को इन्वेस्ट इंडिया (Invest India) के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ (अतिरिक्त प्रभार) के रूप में नियुक्त किया गया। नंदा ने दीपक बागला का स्थान लिया है, जिन्होंने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इन्वेस्ट इंडिया भारत की राष्ट्रीय निवेश संवर्धन और सुविधा एजेंसी' (National Investment Promotion and Facilitation Agency) है, जिसे वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग के तत्वावधान में एक गैर-लाभकारी उद्यम के रूप में स्थापित
दीपक मोहंती : PFRDA के चेयरमैन
केंद्र सरकार ने 14 मार्च, 2023 को दीपक मोहंती (Deepak Mohanty) को पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (PFRDA) का अध्यक्ष नियुक्त किया है। उन्होंने सुप्रतिम बंद्योपाध्याय का स्थान लिया, जिनका कार्यकाल जनवरी में समाप्त हुआ। मोहंती कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, इस पद पर बने रहेंगे। इससे पहले, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के पूर्व कार्यकारी निदेशक मोहंती ने PFRDA के सदस्य के रूप में कार्य किया है। पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (PFRDA) यह राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) के व्यवस्थित विकास को विनियमित करने, बढ़ावा देने और
सुरेखा यादव
13 मार्च, 2023 को सुरेखा यादव वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने वाली पहली महिला लोको पायलट बन गई है। महत्वपूर्ण बिंदु इसी के साथ सुरेखा यादव वंदे भारत ट्रेन चलाने वाली एशिया की पहली महिला लोको पायलट बन गईं है। सुरेखा यादव ने 13 मार्च को मुंबई में सोलापुर स्टेशन और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाई थी। 1988 में, वह भारत की पहली महिला ट्रेन ड्राइवर बनीं और उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया
अरुण सुब्रमण्यन
संयुक्त राज्य अमेरिका की सीनेट ने भारतीय-अमेरिकी अरुण सुब्रमण्यन को न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के जिला न्यायाधीश (District Judge) के रूप में नियुक्त किया। इसके साथ ही न्यूयॉर्क में जिला जज बनने वाले पहले दक्षिण एशियाई व्यक्ति बन गए हैं। सुब्रमण्यन का जन्म 1979 में अमेरिका के पेंसिल्वेनिया के पिट्सबर्ग में हुआ था। उनके माता-पिता 1970 के दशक की शुरुआत में भारत से अमेरिका चले गए
निधन
ए.एम. अहमदी
2 मार्च, 2023 को भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश ए.एम. अहमदी का निधन हो गया। महत्वपूर्ण बिंदु ए.एम. अहमदी 1994 से 1997 तक भारत के मुख्य न्यायाधीश रहे थे। इन्होने अहमदाबाद में एक सिटी सिविल और सत्र न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में अपने न्यायिक करियर की शुरुआत की थी। वह भारत के एकमात्र मुख्य न्यायाधीश थे, जिन्होंने भारतीय न्यायपालिका के उच्चतम पद तक पहुंचने के लिए बहुत कम रैंक से शुरुआत की थी। न्यायमूर्ति अहमदी को विशेष परियोजनाओं का नेतृत्व करने के लिए UNO और विश्व बैंक सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा आमंत्रित किया गया था। वह अमेरिकन इन लॉज़ और मिडिल टेम्पल
चंद्रशेखर दासगुप्ता
2 मार्च, 2023 को पूर्व भारतीय राजनयिक और पद्म भूषण प्राप्तकर्ता चंद्रशेखर दासगुप्ता का 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया। महत्वपूर्ण बिंदु उन्होंने यूरोपीय संघ, बेल्जियम, लक्ज़मबर्ग और चीन में राजदूत के रूप में कार्य किया था। वह 1962 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुए। वह 1981 और 1984 के बीच सिंगापुर और 1984 और 1986 के बीच तंजानिया के उच्चायुक्त थे। दासगुप्ता जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन की तैयारी समितियों के उपाध्यक्ष भी रहे। 1993 और 1996 के बीच, उन्होंने चीन में भारतीय राजदूत के रूप में कार्य किया। 1996 और 2000 के बीच, वह बेल्जियम, लक्ज़मबर्ग
सतीश कौशिक
8 मार्च, 2023 को दिग्गज बॉलीवुड अभिनेता सतीश कौशिक का 67 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। महत्वपूर्ण बिंदु सतीश चंद्र कौशिक एक अभिनेता, निर्देशक, निर्माता, कॉमेडियन और पटकथा लेखक थे। उन्होंने किरोड़ीमल कॉलेज से स्नातक किया और ये राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय एवंभारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान के पूर्व छात्र भी थे। उन्होंने राम लखन, साजन चले ससुराल, जाने भी दो यारो जैसी फिल्मों में अभिनय किया है। उन्होंने रूप की रानी चोरों का राजा, हम आपके दिल में रहते हैं, तेरे नाम, क्यों की, और कागज़ जैसी कई फिल्मों का निर्देशन किया है। इनकी आखिरी फिल्म छत्रीवाली थी। उनकी आने
इनोसेंट वारीद थेक्केथला
'इनोसेंट' के नाम से मशहूर वयोवृद्ध मलयालम अभिनेता इनोसेंट वारीद थेक्केथला (Innocent Vareed Thekkethala) का 26 मार्च को कोच्चि में 75 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने विभिन्न भाषाओं में 500 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया तथा अपने प्रदर्शन के लिए तीन केरल राज्य फिल्म पुरस्कारों सहित कई प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त किए। अभिनेता से नेता बने इनोसेंट ने 2014 से 2019 तक केरल की चालकुडी निर्वाचन क्षेत्र (Chalakudy constituency) का प्रतिनिधित्व करने वाले लोक सभा सदस्य के रूप में भी काम किया और लगभग 15 वर्षों तक एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स (AMMA) के अध्यक्ष
षष्ठीपाद चट्टोपाध्याय
प्रसिद्ध बंगाली उपन्यासकार और लघु कथाकार षष्ठीपाद चट्टोपाध्याय का 82 वर्ष की आयु में हावड़ा में निधन हो गया। चट्टोपाध्याय ने 1961 में 'दैनिक बसुमती' में अपनी पहली साहित्यिक कृति 'कामाख्या भ्रमण' (कामाख्या की यात्रा) प्रकाशित की। चट्टोपाध्याय उसी वर्ष आनंदबाजार पत्रिका में शामिल हुए। पश्चिम बंगाल सरकार ने 2017 में उन्हें बाल साहित्य में उनके योगदान के लिए 'बांग्ला अकादमी पुरस्कार' से सम्मानित
पुरस्कार/सम्मान
95वें अकादमी पुरस्कार
12 मार्च, 2023 को 95वें अकादमी पुरस्कार (ऑस्कर पुरस्कार) का आयोजन लॉस एंजिल्स के डॉल्बी थिएटर में 2022 में रिलीज होने वाली फिल्मों का सम्मान करने के लिए किया गया। 95वीं ऑस्कर सेरेमनी में पहली बार भारत को दो अवॉर्ड मिले हैं। फिल्म RRR के गाने नाटू-नाटू ने बेस्ट ओरिजनल सॉन्ग का अवॉर्ड जीता। वहीं, द एलिफेंट व्हिस्परर्स बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म बनी। हालांकि, डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्म ऑल दैट ब्रीथ्स रेस से बाहर हो गई है। ऑस्कर अवॉर्ड में इन तीन कैटेगरी में भारत को नॉमिनेशन मिला था। नाटू-नाटू को इससे पहले गोल्डन ग्लोब्स अवॉर्ड में बेस्ट ओरिजनल
32वां व्यास सम्मान
हाल ही में प्रसिद्ध हिंदी लेखक डॉ ज्ञान चतुर्वेदी के 2018 के व्यंग्य उपन्यास पागलखाना को 32वें व्यास सम्मान 2022 के लिए चुना गया है। महत्वपूर्ण बिंदु प्रख्यात साहित्यकार प्रोफेसर रामजी तिवारी की अध्यक्षता वाली एक चयन समिति ने प्रतिष्ठित व्यास सम्मान के लिए डॉ चतुर्वेदी के पागलखाना (मानसिक शरण) को चुना। व्यास सम्मान पिछले 10 वर्षों के दौरान प्रकाशित एक उत्कृष्ट हिंदी साहित्यिक कृति को दिया जाता है। इसमें 4 लाख रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है। डॉ. चतुर्वेदी को 2015 में भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री भी प्राप्त हुआ है। उन्होंने व्यंग्य और निबंध के क्षेत्र
पोर्टर पुरस्कार 2023
3 मार्च, 2023 को केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को पोर्टर पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया गया है। महत्वपूर्ण बिंदु इस पुरस्कार की घोषणा स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में द इंडिया डायलॉग के दौरान की गई। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को यह पुरस्कार COVID-19 के प्रबंधन में सरकार की रणनीति के लिए प्रदान किया गया है। पोर्टर पुरस्कार का नाम अर्थशास्त्री माइकल ई. पोर्टर के नाम पर रखा गया
सरस्वती सम्मान 2022
15 मार्च, 2023 को केके बिड़ला फाउंडेशन ने घोषणा की कि तमिल लेखक शिवशंकरी को उनके 2019 के संस्मरण सूर्य वंशम के लिए सरस्वती सम्मान 2022 से सम्मानित किया जाएगा। महत्वपूर्ण बिंदु शिवशंकरी 36 उपन्यासों, 48 उपन्यासों, 150 लघु कथाओं, 15 यात्रा-वृत्तांतों, निबंधों के सात संग्रहों और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर 3 जीवनियों की लेखिका हैं। शिवशंकरी की कई रचनाओं का कई भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी, जापानी और यूक्रेनी में अनुवाद किया गया है। सरस्वती सम्मान सरस्वती सम्मान 1991 में फाउंडेशन द्वारा स्थापित तीन साहित्यिक पुरस्कारों में से एक है। सरस्वती सम्मान एक वार्षिक पुरस्कार है, जो भारतीय नागरिक को संविधान की अनुसूची
जम्मू एवं कश्मीर की आलिया मीर को वन्यजीव संरक्षण पुरस्कार
जम्मू एवं कश्मीर की एक महिला 'आलिया मीर' (Alia Mir) को उनके संरक्षण प्रयासों के लिए केंद्रशासित प्रदेश प्रशासन द्वारा वन्यजीव संरक्षण पुरस्कार (Wildlife Conservation Award) से सम्मानित किया गया है। जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया। आलिया मीर, यह पुरस्कार प्राप्त करने वाली केंद्र शासित प्रदेश की पहली महिला हैं। आलिया मीर कश्मीर की पहली महिला भी हैं, जो चैरिटी वाइल्डलाइफ एसओएस (Wildlife SOS) नामक संगठन के लिए काम करती हैं, जो वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम का हिस्सा है। आलिया को वन्यजीव संरक्षण के सभी पहलुओं में उनकी उपलब्धियों के
लुइस कैफेरेली को 2023 का एबेल पुरस्कार
हाल ही में अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्सास के प्रोफेसर अर्जेंटीनियाई-अमेरिकी 'लुइस कैफेरेली' (Luis Caffarelli) को गणित के लिए 2023 के एबेल पुरस्कार (2023 Abel Prize) से सम्मानित किया गया। लुइस कैफरेली को यह पुरस्कार "गैर-रेखीय आंशिक अंतर समीकरणों के लिए नियमितता सिद्धांत" (regularity theory for nonlinear partial differential equations) में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया। विभेदक समीकरण (Differential equations) वे उपकरण हैं जिनका उपयोग वैज्ञानिक भौतिक संसार के व्यवहार की भविष्यवाणी करने के लिए करते हैं। ये समीकरण एक या एक से अधिक अज्ञात कार्यों और उनके व्युत्पन्नों से संबंधित हैं। एबेल पुरस्कार यह पुरस्कार नॉर्वेजियन एकेडमी ऑफ साइंस एंड लेटर्स द्वारा
चिल्ड्रेन्स चैंपियन अवार्ड 2023
विशेष और ऑटिस्टिक बच्चों की देखभाल करने वाले असम स्थित एक गैर सरकारी संगठन 'तपोबन' (Tapoban) ने स्वास्थ्य और पोषण श्रेणी में चिल्ड्रेन्स चैंपियन अवार्ड 2023 (Children’s Champion Award 2023) जीता है। वर्ष 2022 में दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा स्थापित यह पुरस्कार, शिक्षा, न्याय, स्वास्थ्य, पोषण, खेल और कलात्मक अभिव्यक्ति में बच्चों के लिए कार्य करने वाले व्यक्तियों और संस्थानों को प्रदान किया जाता है। आयोग को देश भर के संगठनों और व्यक्तियों से 1,100 नामांकन प्राप्त हुए थे। ओडिशा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एस. मुरलीधर ने 25 मार्च, 2023 को नई दिल्ली में तपोबन की
प्रित्ज़कर आर्किटेक्चर पुरस्कार 2023
हाल ही में ब्रिटिश वास्तुकार और शहरी योजनाकार 'सर डेविड चिपरफ़ील्ड' (Sir David Chipperfield) को 2023 के प्रित्ज़कर आर्किटेक्चर पुरस्कार (2023 Pritzker Architecture Prize) देने की घोषणा की गई। यह वास्तुकारों के लिए सर्वोच्च अंतरराष्ट्रीय सम्मान है, जिसे अक्सर 'वास्तुकला का नोबेल' (Nobel of architecture) कहा जाता है। यूरोप, उत्तरी अमेरिका और एशिया में चार दशक तक किये गए उनके कार्य के लिए उन्हें यह पुरस्कार मई 2023 में एथेंस में आयोजित एक समारोह में प्रदान किया जाएगा। प्रित्जकर आर्किटेक्चर पुरस्कार यह किसी जीवित वास्तुकार को उसके विश्वस्तरीय उल्लेखनीय योगदान हेतु प्रतिवर्ष दिया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय शीर्ष स्तर का पुरस्कार है। जे. ए. प्रित्जकर और
चर्चित पुस्तक
चर्चित पुस्तकें
‘द बुक ऑफ़ बिहारी लिटरेचर’ (The Book of Bihari Literature) - अभय के 'बिपिन: द मैन बिहाइंड द यूनिफॉर्म' (Bipin: The Man Behind the Uniform) - रचना बिसवत रावत 'एज़ गुड एज़ माई वर्ड' (As Good as My Word) - केएम चंद्रशेखर 'मुंडकोपनिषद : द गेटवे टू इटरनिटी' (Mundaka Upanishad: The Gateway to Eternity) - डॉ. कर्ण सिंह 'इंडियाज स्ट्रगल फॉर इंडिपेंडेंस - गांधीयन एरा' (India’s Struggle for Independence – Gandhian Era) - पी. ज्योतिमणि 'स्नेक इन द गंगा : ब्रेकिंग इंडिया 2.0' (Snakes in the Ganga : Breaking India 2.0) - राजीव मल्होत्रा और विजया विश्वनाथन 'वॉर एंड वीमेन'
चर्चित दिवस
चर्चित दिवस
1 मार्च: शून्य भेदभाव दिवस 2023 (Zero Discrimination Day 2023) [वर्ष 2023 की थीम- सेव लाइव्स: डिक्रिमिनलाइज (Save lives: Decriminalize)] 4 मार्च: विश्व मोटापा दिवस 2023 (World Obesity Day 2023) 5 मार्च: अंतरराष्ट्रीय निरस्त्रीकरण एवं अप्रसार जागरूकता दिवस 2023 (International Day for Disarmament and Non-Proliferation Awareness 2023) 8 मार्च: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2023 [वर्ष 2023 की थीम- डिजिटऑल: लैंगिक समानता के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकी (DigitALL: Innovation and technology for gender equality)] 15 मार्च: विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस 2023 (World Consumer Rights Day 2023) 15 मार्च: इस्लामोफोबिया 2023 का मुकाबला करने के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस (International Day to Combat

चर्चित खेल व्यक्तित्व
डी. गुकेश
1 मार्च, 2023 को भारतीय ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश को एशियाई शतरंज महासंघ (Asian Chess Federation - ACF) द्वारा प्लेयर ऑफ द ईयर (Player-of-the-Year) पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इनको यह पुरस्कार अबुधाबी में आयोजित एशियाई शतरंज शिखर सम्मेलन (Asian Chess Summit) में प्रदान किया गया| 44वें शतरंज ओलंपियाड को अगस्त 2022 में महाबलीपुरम में आयोजित किया गया था जिसमें 9/11 के रिकॉर्ड स्कोर के साथ इन्होने स्वर्ण पदक जीता था। मार्च 2022 में गुकेश 2700 एलो-रेटिंग मार्क (Elo-rating Mark) को तोड़ने वाले केवल छठे भारतीय बने, और 2700 से ऊपर की रेटिंग वाले देश के सबसे कम उम्र के
रोहन बोपन्ना
43 वर्षीय भारतीय टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना एटीपी मास्टर्स 1000 का टाइटल जीतने वाले दुनिया के सबसे उम्रदराज़ खिलाड़ी बन गए हैं| रोहन बोपन्ना, ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू एब्डेन के साथ मिलकर इस प्रतियोगिता का पुरुष युगल ख़िताब जीता है। इससे पूर्व यह रिकॉर्ड कनाडा के टेनिस खिलाड़ी डेनियल नेस्टोर के पास था, जिन्होंने 2015 में 42 वर्ष की उम्र यह उपलब्धि प्राप्त की थी। इन दोनों खिलाड़ियों ने फाइनल मैच में नील स्कप्सकी और वेस्ले कूलहॉफ की जोड़ी को 6-3, 2-6, 10-8 से हराया| बोपन्ना अब तक 24 एटीपी टाइटल जीत चुके हैं, जिसमें पांच एटीपी मास्टर्स 1000 शामिल हैं।
पंकज आडवाणी
हाल ही में, कतर के दोहा में एशियाई बिलियर्ड्स चैम्पियनशिप का आयोजन किया गया, इसमें भारत के पंकज आडवाणी ने बृजेश दमानी को 5-1 से हराकर 100-अप प्रारूप में एशियाई बिलियर्ड्स खिताब (Asian Billiards title in the 100-up format) जीता। इसका फाइनल क़तर बिलियर्ड्स एंड स्नूकर फेडरेशन (atar Billiards and Snooker Federation - QBSF) अकादमी में खेला गया, जिसमें पंकज आडवानी ने दमानी को100(51)-18, 100(88)-9, 86(54)-101(75), 100-26, 100(66)-2, 101(64)-59 के स्कोर से हराया। आडवाणी का यह नौवां एशियाई बिलियर्ड्स खिताब है| इसके अलावा इनके द्वारा 25 बार इंटरनेशनल बिलियर्ड्स एंड स्नूकर फेडरेशन (International Billiards and Snooker Federation) द्वारा आयोजित की
मुक्केबाजी
2023 आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप
15 से 26 मार्च 2023 के दौरान नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (International Boxing Association - IBA) महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप का 13वां संस्करण आयोजित किया गया| इस प्रतियोगिता में चार भारतीय महिला बॉक्सर अलग-अलग वजन श्रेणियों में स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे। सावित्री बूरा, नीतू घंघास, निखत ज़रीन और लवलीना बोरगोहेन ने अपनी अपनी श्रेणियों में शीर्ष स्थान प्राप्त कर स्वर्ण पदक जीता है| वर्तमान संस्करण का आयोजन अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) द्वारा किया गया था। महिंद्रा (Mahindra) कंपनी को भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने इस प्रतियोगिता का टाइटल प्रायोजक बनाया है जबकि
क्रिकेट
ईरानी कप 2022-23
1 से 5 मार्च 2023 के बीच ईरानी कप 2022-23 का मुकाबला मध्यप्रदेश और शेष भारत (Rest of India) की टीम के बीच खेला गया, जिसे शेष भारत की टीम ने मध्य प्रदेश को 238 रन से हराकर अपना 30वां ख़िताब जीत लिया। इस प्रतियोगिता का आयोजन ग्वालियर के कप्तान रूप सिंह स्टेडियम में किया गया था| यशस्वी जायसवाल ने दोनों पारी में शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया तथा इन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ घोषित किया गया। ईरानी कप, 1928-1970 तक बीसीसीआई से जुड़े रहे ज़ेड आर ईरानी के नाम पर रखा गया है, रणजी ट्रॉफी के 25 वर्ष पूर्ण
डब्ल्यूपीएल 2023
4-26 मार्च, 2023 के बीच महिला प्रीमियर लीग (Women’s Premier League - WPL) 2023 का आयोजन किया गया| 5 फ्रेंचाइची टीमों के बीच लीग मुकाबले 21 मार्च तक चला तथा फाइनल मुकाबला मुंबई के ब्राबोर्न स्टेडियम में खेला गया जिसमें मुंबई इंडियंस ने महिला प्रीमियर लीग (WPL) के फाइनल में दिल्ली कैपिटल्स को सात विकेट से हराया। पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन के कारण मेग लेनिंग को WPL 2023 का ऑरेंज कैप प्रदान किया गया। लेनिंग ने नौ मैचों में कुल 345 रन बनाए और उनका औसत 49.29 तथा स्ट्राइक रेट 139.11 था। मुंबई इंडियंस की खिलाड़ी हेली मैथ्यूज ने
हॉकी
रानी रामपाल के नाम पर हॉकी स्टेडियम
हाल ही में, ‘एमसीएफ रायबरेली’ द्वारा रायबरेली के हॉकी स्टेडियम का नाम बदलकर ‘रानीज गर्ल्स हॉकी टर्फ’ (Rani’s Girls Hockey Turf) कर दिया है। ऐसा भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी रानी रामपाल के सम्मान में किया गया है| इस प्रकार वह भारत की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं जिन्हें इस प्रकार का सम्मान दिया गया है। रानी रामपाल ने केवल 15 वर्ष की उम्र में 2010 के हॉकी वर्ल्ड कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। वह वर्तमान समय में भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान हैं। रानी रामपाल ने अपने इंटरनेशनल करियर में खेले गए 212 मुकाबलों
जियानी इन्फेंटिनो फीफा के अध्यक्ष पुनः निर्वाचित
16 मार्च, 2023 को रवांडा में 73वीं कांग्रेस (211 सदस्य संघों का) में जियानी इन्फेंटिनो (Gianni Infantino) को फीफा का अध्यक्ष के रूप में पुनः निर्वाचित किया गया है, इस तरह इनका कार्यकाल 2027 तक होगा। 2016 में इन्फेंटिनो को प्रथम बार फीफा का अध्यक्ष निर्वाचित किया गया था| इनके अध्यक्ष बनाए जाने के समय फीफा पर भ्रष्टाचार के मामले सामने आए थे तथा फीफा की वित्तीय स्थिति भी अच्छी नहीं थी| इन्फेंटिनो के इस पद को सँभालने के पश्चात फीफा को प्राप्त होने वाले वार्षिक फंडिंग में तेजी से बढोतरी दर्ज की गई। फीफा (Fédération Internationale de Football
फुटबॉल
76वां संतोष ट्रॉफी
5 मार्च 2023 को रियाद (सऊदी अरब) के किंग फहद इंटरनेशनल स्टेडियम में 76वां संतोष ट्रॉफी का फाइनल मैच मेघालय तथा कर्नाटक के बीच खेला गया| इस मैच में मेघालय पर कर्नाटक ने 3-2 से जीत दर्ज की है। इस टूर्नामेंट के ग्रुप स्टेज के मैच भारत में ही खेले गए थे, जबकि नॉकआउट मुकाबले सऊदी अरब में 01 से 04 मार्च के बीच खेले गए| इस टूर्नामेंट में कुल 36 टीमों ने भाग लिया था जिसमें संबंधित राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और सरकारी संस्थानों की टीमें शामिल थी| एक राज्य के रूप में कर्नाटक के लिए यह पहली ट्रॉफी है,
एथलेटिक्स
एएफआई राष्ट्रीय कूद प्रतियोगिता
1-2 मार्च, 2023 के दौरान कर्नाटक के बेल्लारी में दूसरी एएफआई राष्ट्रीय कूद प्रतियोगिता (Second AFI National Jumps Competition) का आयोजन किया गया| इस प्रतियोगिता में तमिलनाडु के जेसविन एल्ड्रिन (Jeswin Aldrin) ने 8.42 मीटर के साथ पुरुषों की लंबी कूद में एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है। केरल के मोहम्मद अनीस याहिया 7.85 मीटर के साथ दूसरे स्थान पर रहे। प्रतियोगिता में पदक प्राप्त प्रमुख खिलाड़ी वर्ग नाम परिणाम पुरुषों की लंबी कूद जेसविन एल्ड्रिन (तमिलनाडु) 8.42m मुहम्मद अनीस याहिया (केरल) 7.85m ऋषभ ऋषिश्वर (यूपी) 7.77m महिलाओं की पोल वॉल्ट जी. सिंधुश्री (केटीके) 3.50m विभा श्रीनिवास (कर्नाटक) 3.20m ऊंची कूद अभिनय शेट्टी (कर्नाटक) 1.73m रुबीना यादव (यूपी) 1.73m लंबी कूद एल. स्रुथीलक्ष्मी

उत्तराखंड
4-मीटर इंटरनेशनल लिक्विड मिरर टेलीस्कोप
21 मार्च, 2023 केंद्रीय परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा उत्तराखंड के देवस्थल में एशिया के सबसे बड़े 4-मीटर अंतरराष्ट्रीय लिक्विड मिरर टेलीस्कोप (4-meter International Liquid Mirror Telescope) का उद्घाटन किया गया। आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (Aryabhatta Research Institute of Observational Sciences - AREES) के अनुसार, यह विश्व स्तरीय 4-मीटर इंटरनेशनल लिक्विड मिरर टेलीस्कोप है जो सुदूर आकाशीय पिंडों का पता लगाने के लिये तैयार किया गया है। एआरईईएस, भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत स्वायत्त संस्थान है| यह टेलीस्कोप उत्तराखंड (भारत) के नैनीताल ज़िले में 2450 मीटर की ऊँचाई पर वेधशाला
रेशम कीट बीमा कार्यक्रम
हाल ही में, उत्तराखंड के कृषि मंत्री द्वारा राज्य के रेशम उत्पादकों की सुरक्षा के लिए देश का पहला “रेशम कीट बीमा” कार्यक्रम शुरू किया गया है। पायलट परियोजना के तौर पर पहले चरण में देहरादून, हरिद्वार, उधम सिंह नगर, और नैनीताल के पांच ब्लॉकों के 200 रेशम उत्पादकों को बीमा प्रदान किया गया। इस बीमा पहल द्वारा राज्य सरकार किसानों को जलवायु परिवर्तन के नुकसान से बचाने के साथ ही पानी की कमी और अन्य खतरों के प्रभाव से बचाना चाहती है। इस पायलट प्रोजेक्ट कार्यक्रम के लिए कृषि मंत्रालय और भारतीय कृषि बीमा कंपनी (Agriculture Insurance Company of
राज्य आंदोलनकारियों व आश्रितों के लिए 10% आरक्षण
हाल ही में, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में सरकार द्वारा राज्य सरकार के विभिन्न पदों पर राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों के लिए 10% क्षैतिज आरक्षण को मंजूरी प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। अलग राज्य के लिए आन्दोलनकर्ताओं के लिए आरक्षण पर निर्णय इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि पूर्व में राज्यपाल ने इन लोगों के 10 प्रतिशत आरक्षण देने वाले विधेयक को वापस कर दिया था। राज्य के लिए आन्दोलनकर्ताओं को विगत 12 वर्षों से सरकारी नौकरियों में आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा है। तत्संबंधित 10 प्रतिशत आरक्षण का मामला लंबे
राजस्थान
राजस्थान में नए जिले बनाने की घोषणा
हाल ही में, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा राज्य में 19 नए जिले बनाने की घोषणा की गई है| इसके साथ ही तीन नए संभाग भी बनाए जाएंगे, जिनमें सीकर, पाली और बांसवाड़ा शामिल हैं। नए 19 जिलों में अनूपगढ़ (श्रीगंगानगर), बालोतरा (बाड़मेर), ब्यावर (अजमेर), डीग (भरतपुर), डीडवाना-कुचामनसिटी (नागौर), दूदू (जयपुर), गंगापुर सिटी (सवाईमाधोपुर), जयपुर-उत्तर, जयपुर-दक्षिण, जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम, केकड़ी (अजमेर), कोटपूतली-बहरोड़ (जयपुर), खैरथल (अलवर) नीम का थाना (सीकर), फलोदी (जोधपुर), सलूंबर (उदयपुर), सांचोर (जालोर) और शाहपुरा (भीलवाड़ा) है। इस प्रकार राजस्थान में अब 50 जिले हो गए है वहीं राजस्थान में अब 10 संभाग हो गए
तमिलनाडु
तमिलनाडु का 18वां वन्यजीव अभयारण्य
20 मार्च, 2023 को तमिलनाडु सरकार द्वारा थानथाई पेरियार वन्यजीव अभयारण्य (Thanthai Periyar Wildlife Sanctuary) को राज्य का 18वां वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया गया है। यह अभयारण्य इरोड वन प्रभाग (Erode Forest Division) के अंथियूर और गोबिचेट्टिपालयम तालुकों में 80,567 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करता है| इसमें अंथियूर (Anthiyur), बारगुर (Bargur), थट्टकराई (Thattakarai) और चेन्नम्पट्टि (Chennampatti) रिजर्व वन क्षेत्र शामिल है। तंथै पेरियार वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र में बाघ, हाथी, तेंदुआ, जंगली सूअर, गौर और हिरण जैसे विभिन्न जंगली जानवरों को पाया जाता है। यह अभयारण्य सत्यमंगलम टाइगर रिजर्व (एसटीआर) के पश्चिमी भाग में, कोल्लेगल वन प्रभाग (Kollegal forest division)
केरल
अट्टुकल पोंगल
हाल ही में केरल में 10 दिनों तक चलने वाला अट्टुकल पोंगल उत्सव मनाया गया| इस उत्सव के नौवें दिन 7 मार्च, 2023 को केरल के तिरुवनंतपुरम स्थित अटुकल भगवती मंदिर (Attukal Bhagavathy Temple) में हजारों महिला भक्त एकत्रित हुई | अट्टुकल पोंगल एक महिला केंद्रित उत्सव है जिसे केरल के तिरुवनंतपुरम शहर या अटुकल भगवती मंदिर में बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। अट्टुकल पोंगल के दौरान महिलाएं तिरुवनंतपुरम शहर में और मंदिर के आसपास सड़कों के किनारे ईंटों के चूल्हा बनाकर पोंगल (जैसे खीर/पायसम – चावल, गुड़, स्क्रैप्ड नारियल, इलायची का मिश्रण) तैयार करती हैं। यह
मध्य प्रदेश
लाडली बहना योजना
5 मार्च, 2023 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लाडली बहना योजना का अनावरण किया गया| इस योजना के तहत योग्य महिलाओं को हर महीने 1,000 रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी। इस योजना के तहत लाभ प्रदान करने के लिए आवेदन स्वीकार करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और लाभार्थियों को आवेदन जमा करने के लिए 30 अप्रैल तक का समय दिया गया है। लाडली बहना योजना 23 से 60 वर्ष की आयु के बीच की महिलाओं को लाभान्वित करती है जिनके पास 5 एकड़ से कम भूमि है या सालाना 2.5 लाख से कम
पश्चिम बंगाल
कोलकाता में ‘वर्ल्ड ट्रेड सेंटर’ का निर्माण
21 मार्च, 2023 को कोलकाता के साल्ट लेक क्षेत्र में 'वर्ल्ड ट्रेड सेंटर' स्थापित करने से संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर किया गया है। संबंधित समझौता पर हस्ताक्षर एशिया प्रशांत क्षेत्र के विश्व व्यापार केंद्र संघ [Asia-Pacific Region of World Trade Center Association (WTCA)] के उपाध्यक्ष स्कॉट वांग, और मर्लिन ग्रुप के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुशील मोहता द्वारा किया गया। विश्व व्यापार केंद्र की यह शाखा 3.5 मिलियन वर्ग फुट क्षेत्र में विस्तृत होगी तथा प्रस्तावित ढांचा 1,500 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा| इसमें 30 लाख नौकरियां सृजित करने की क्षमता होगी तथा यह पूर्वी भारत में
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र सरकार की महिलाओं से संबंधित विभिन्न पहलें
हाल ही में, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र की विधान परिषद को सूचित किया कि राज्य द्वारा चौथी महिला नीति पेश की जाएगी ताकि सभी समूहों की महिलाओं को अधिक अवसर प्रदान किया जा सके। महाराष्ट्र सरकार द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार, राज्य की सर्व समावेशी महिला नीति की घोषणा चालू सत्र में की जाएगी। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विधान परिषद की उपाध्यक्ष नीलम गोरहे ने सभी क्षेत्रों में महिलाओं को समान और सम्मानजनक स्थान प्रदान करने का प्रस्ताव पेश किया। उपमुख्यमंत्री ने यह घोषणा की कि सरकार अनाथालय से 18 वर्ष से अधिक
नागालैंड
नेफ्यू रियो नागालैंड के मुख्यमंत्री के रूप में पांचवें कार्यकाल
हाल ही में, नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के नेता नेफ्यू रियो ने नगालैंड के मुख्यमंत्री के रूप में अपने पांचवें और लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली। नेफ्यू रियो गृह निर्वाचन क्षेत्र उत्तरी अंगामी-द्वितीय से निर्वाचित हुए। एनडीपीपी-भाजपा गठबंधन ने संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में राज्य विधानसभा की 60 सीट में से 37 सीट पर जीत हासिल की। रियो पहली बार 2003 में राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद वह 2008 और 2013 में मुख्यमंत्री बने, लेकिन 2014 में इस्तीफा दे दिया और लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए। इसके बाद, 2018 में फिर से मुख्यमंत्री बने।
सिक्किम
गो ग्रीन, गो ऑर्गेनिक
हाल ही में, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और सिक्किम के मंत्रियों के द्वारा डाक विभाग का एक अनूठा कवर ‘गो ग्रीन, गो ऑर्गेनिक’ (Go Green, Go Organic) जारी किया गया। श्री वैष्णव ने कहा कि विशेष कवर जैविक खेती और प्रगति में राज्य की उपलब्धियों को मान्यता प्रदान करता है और पूरे देश के लिए सतत विकास के महत्व की याद दिलाता है। ध्यान रहे कि, सिक्किम राज्य को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (लंदन) द्वारा जैविक राज्य के रूप में मान्यता प्राप्त करने वाला दुनिया का पहला राज्य बनने की उपलब्धियों प्राप्त है। ‘गो ग्रीन, गो ऑर्गेनिक’ कवर डाक विभाग
ओडिशा
ओडिशा के तीन जिलों में सोने के भंडार
हाल ही में, ओडिशा के इस्पात और खान मंत्री प्रफुल्ल कुमार मलिक ने राज्य विधानसभा में प्रदान की गई सूचना के अनुसार, देवगढ़, क्योंझर और मयूरभंज जिलों में विभिन्न स्थानों पर सोने के भंडार पाए गए हैं। दरअसल, ओडिशा विधानसभा में ढेंकनाल से विधायक सुधीर कुमार सामल ने राज्य में सोने के भंडार से जुड़ा एक सवाल किया था। राज्य सरकार द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार, राज्य खान और भूविज्ञान निदेशालय और भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) प्रारंभिक सर्वेक्षण 1970 और 80 के दशक में किए गए थे| हालाँकि तब इसके परिणाम सार्वजनिक नहीं किए गए थे। स्वर्ण

सामाजिक मुद्दे
मृत्युदंड देने के वैकल्पिक तरीकों पर विचार
21 मार्च, 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने फांसी के अतिरिक्त कैदियों को मृत्युदंड देने के ऐसे वैकल्पिक तरीकों के संबंध में केंद्र सरकार से डेटा प्रदान करने के लिए कहा जो कम दर्दनाक, सामाजिक रूप से अधिक स्वीकार्य तथा गरिमापूर्ण हों। मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ तथा न्यायमूर्ति पी.एस. नरसिम्हा की पीठ ने मृत्युदंड की वर्तमान प्रक्रिया की समीक्षा के लिए एक विशेषज्ञ समिति गठित करने का भी सुझाव दिया। न्यायालय के अनुसार इस विशेषज्ञ समिति में राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञ, क़ानून के प्रोफ़ेसर, डॉक्टर तथा वैज्ञानिकों को शामिल किया जाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत में मृत्युदंड के
रिपोर्ट एवं सूचकांक
विमेन एंड मेन इन इंडिया रिपोर्ट 2022
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) ने 15 मार्च, 2023 को "भारत में महिला एवं पुरुष 2022" (Women and Men in India 2022) नामक रिपोर्ट जारी की। यह इस रिपोर्ट का 24वां संस्करण था। यह रिपोर्ट एक व्यापक और व्यावहारिक दस्तावेज है, जो शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और राजनीतिक भागीदारी जैसे विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला पर डेटा प्रदान करता है। यह लिंग, शहरी-ग्रामीण विभाजन और भौगोलिक क्षेत्र के आधार पर अलग-अलग डेटा प्रस्तुत करता है, जो महिलाओं और पुरुषों के विभिन्न समूहों के बीच मौजूद असमानताओं को समझने में हमारी मदद करता है। प्रमुख निष्कर्ष विवाह के समय औसत आयु: वर्ष 2020 में
विषय आधारित क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2023
उच्च शिक्षण संस्थानों का मूल्यांकन करने वाली ब्रिटिश कंपनी क्वाक्करेली साइमंड्स (QS) ने 22 मार्च, 2023 को विषय आधारित क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2023 (QS World University Rankings by Subject 2023) जारी की। भारत ने इस रैंकिंग में अपनी स्थिति में सुधार किया है तथा भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों द्वारा विभिन्न विषयों में पेश किए जाने वाले 44 पाठ्यक्रमों (courses) को वैश्विक स्तर पर शीर्ष 100 में शामिल किया गया है, जबकि पिछले वर्ष 35 भारतीय कार्यक्रमों ने शीर्ष 100 में जगह बनाई थी। वैश्विक स्तर पर शीर्ष 100 में शामिल 44 भारतीय पाठ्यक्रमों के अंतर्गत सर्वाधिक प्रविष्टियां (27) दिल्ली विश्वविद्यालय की हैं,
सामाजिक न्याय
कर्नाटक द्वारा ओबीसी आरक्षण मानदंडों में बदलाव
हाल ही में कर्नाटक सरकार ने अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) श्रेणी के अंतर्गत मुस्लिमों के लिए 4% आरक्षण समाप्त करते हुए इसे वीरशैव-लिंगायत तथा वोक्कालिगा समुदाय के बीच समान रूप से वितरित कर दिया। ओबीसी की श्रेणी 2बी के तहत मुस्लिमों को यह आरक्षण वर्ष 1995 से प्राप्त था। अब इसकी जगह वोक्कालिगा और वीरशैव-लिंगायत को प्राप्त आरक्षण में 2-2% की वृद्धि की गई है। वोक्कालिगा तथा वीरशैव-लिंगायत के लिए ओबीसी के अंतर्गत नई श्रेणियां (क्रमशः 2C और 2D) बनाई गई हैं। परिवर्तन के बाद 'वोक्कालिगा एवं अन्य' के समूह को प्राप्त आरक्षण 4% से बढ़कर 6% हो जाएगा तथा 'वीरशैव-लिंगायत एवं
अति संवेदनशील वर्ग
समलैंगिक विवाह को कानूनी रूप से मान्यता देने की मांग
13 मार्च, 2023 को सर्वोच्च न्यायालय ने समलैंगिक विवाह को कानूनी रूप से मान्यता देने की मांग करने वाली याचिकाओं को 5 न्यायाधीशों की संविधान पीठ के समक्ष विचार के लिए स्थानांतरित कर दिया। याचिकाकर्ताओं का तर्क है कि वर्ष 2018 में नवतेज सिंह जौहर मामले में अदालत के फैसले ने समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से बाहर करते हुए भागीदारों के चयन के व्यक्तिगत अधिकार को भी बरकरार रखा था। इन याचिकाओं पर अंतिम सुनवाई 18 अप्रैल, 2023 से शुरू होगी। मामले का स्थानान्तरण : संवैधानिक आधार मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पी.एस. नरसिम्हा तथा न्यायमूर्ति जे.बी. पारदीवाला की तीन-न्यायाधीशों की
डीएनटी समुदाय तथा इसके कल्याण हेतु प्रयास
हाल ही में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने राज्य सभा में एक लिखित प्रश्न के उत्तर में 'डीएनटी समुदायों के आर्थिक सशक्तीकरण की स्कीम (सीड) [Scheme for Economic Empowerment of DNTs (SEED)] के संबंध में जानकारी प्रदान की। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 16 फरवरी, 2022 को 'डीएनटी समुदायों के आर्थिक सशक्तीकरण की स्कीम' (SEED) आरंभ की गई थी। अगले 5 वर्षों के लिए इस योजना का कुल परिव्यय 200 करोड़ रुपए है। डीएनटी समुदाय के बारे में विमुक्त, घुमंतू एवं अर्ध-घुमंतू जनजातियां [De-notified, Nomadic and Semi Nomadic Tribes (DNTs)], वे जनजातियाँ हैं, जिन्हें ब्रिटिश औपनिवेशिक सरकार द्वारा 'आपराधिक
कार्यक्रम एवं पहल
ग्रामीण विकास मंत्रालय की कैप्टिव एम्प्लॉयमेंट पहल
28 मार्च, 2023 को केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने ग्रामीण गरीब युवाओं को कुशल बनाने में उद्योग समुदाय की भागीदारी का मार्ग प्रशस्त करते हुए दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना (DDU-GKY) के तहत 'कैप्टिव रोजगार पहल' (Captive Employment initiative) की शुरुआत की। इस पहल के तहत 19 कैप्टिव नियोक्ताओं ने ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। समझौते के तहत ये कैप्टिव नियोक्ता 31,000 से अधिक ग्रामीण गरीब युवाओं को प्रशिक्षण देंगे तथा प्रशिक्षित युवाओं को अपनी कंपनी या सहायक कंपनी में रोजगार मुहैया कराएंगे। कैप्टिव एम्प्लॉयमेंट पहल क्या है? यह अपनी तरह की पहली पहल
संक्षिप्तिकी
बाल अधिकार संरक्षण आयोग का 18वां स्थापना दिवस
2 मार्च 2023 को नई दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री संग्रहालय में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने "बालिकाओं को सशक्त बनाना" नामक थीम के साथ अपना 18वां स्थापना दिवस मनाया। इस कार्यक्रम के लिए एनसीपीसीआर ने देश भर के 75 जिलों के सीमावर्ती गांवों की बालिकाओं को आमंत्रित किया। केंद्रीय मंत्री ने इस अवसर पर एनसीपीसीआर की वेबसाइट पर बाल अधिकार साक्षरता को समर्पित फीचर "चाइल्ड राइट्स चैंपियंस वर्ल्ड" लॉन्च किया। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) बाल अधिकारों की सार्वभौमिकता तथा अनुल्लंघनीयता के सिद्धांत पर जोर देता है तथा बच्चों से संबंधित देश की सभी नीतियों में
एडीआईपी योजना के तहत सामाजिक अधिकारिता शिविर
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा मध्य प्रदेश के दतिया जिले में 25 मार्च, 2023 को एडीआईपी योजना के तहत 'दिव्यांगजनों' को सहायता और सहायक उपकरण देने के लिए 'सामाजिक अधिकारिता शिविर' का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में देश भर के 13000 से अधिक दिव्यांगजन लाभार्थियों ने भाग लिया। एडीआईपी योजना एडीआईपी योजना (ADIP Scheme) यानी ‘दिव्यांगों के लिए सहायक उपकरणों की खरीद व फिटिंग हेतु सहायता योजना’ (Assistance To Disabled Persons For Purchasing/Fitting Of Aids/Appliances Scheme) का कार्यान्वयन भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है। योजना का लक्ष्य: टिकाऊ और वैज्ञानिक रूप
न्यूज़ बुलेट्स
कट्टुनायकन जनजाति
हाल ही में 95वें अकादमी पुरस्कारों के अंतर्गत भारतीय वृत्तचित्र 'द एलिफेंट व्हिस्पर्स' ने सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र लघु फिल्म का पुरस्कार जीता। यह डाक्यूमेंट्री दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में रहने वाले जनजातीय समुदाय 'कट्टुनायकन' (Kattunayakan) के जीवन की झलक प्रस्तुत करती है। कट्टुनायकन समुदाय पूरी तरह से वन और वन उत्पादों पर निर्भर है। वे जानवरों, पक्षियों, पेड़ों, चट्टानों, सांपों तथा लगभग हर प्राकृतिक चीज की पूजा करते हैं। ये अपने पूर्वजों की भी पूजा करते हैं। कट्टुनायकन समुदाय वर्तमान में केरल के वायनाड, कोझिकोड और मलप्पुरम जिलों में पाया जाता
वैभव फैलोशिप
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने हाल ही में विदेशों में बसे भारतीय डायस्पोरा के लिए 'वैभव फैलोशिप' (VAIBHAV Fellowship) की शुरुआत की। इस फेलोशिप का उद्देश्य भारत के उच्च शिक्षण संस्थानों के अनुसंधान पारिस्थितिक तंत्र में सुधार करना है। यह विदेशी संस्थानों से भारत में संकाय व शोधकर्ताओं की गतिशीलता के माध्यम से भारतीय संस्थानों और विश्व के सर्वोत्तम संस्थानों के बीच अकादमिक और शोध सहयोग की सुविधा प्रदान करेगी। इसके आवेदक अनिवासी भारतीय (NRI), भारतीय मूल के व्यक्ति (PIO) या विदेश में स्थित नागरिक (OCI) होने चाहिए।
राष्ट्रीय श्रम संस्थान व एसोचैम के मध्य एमओयू
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के स्वायत्त निकाय 'वी.वी. गिरि राष्ट्रीय श्रम संस्थान' (V V Giri National Labour Institute) तथा एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) ने रणनीतिक गठबंधन के तहत हाल ही में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। गठबंधन का उद्देश्य दोनों संगठनों की विशेषज्ञता का लाभ उठाना है और शिक्षा, अनुसंधान, प्रशिक्षण तथा अन्य गतिविधियों से संबंधित पहलों के लिए सहयोग करना है। वी वी गिरि राष्ट्रीय श्रम संस्थान श्रम संबंधी मुद्दों पर अनुसंधान, प्रशिक्षण, शिक्षा, प्रकाशन और परामर्श से जुड़ा एक प्रमुख राष्ट्रीय संस्थान है, जिसकी स्थापना वर्ष 1974 में एक स्वायत्त

आंदोलन एवं विद्रोह
वायकोम सत्याग्रह का शताब्दी समारोह
1 अप्रैल, 2023 को केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन तथा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने वायकोम सत्याग्रह (Vaikom Satyagraha) के शताब्दी समारोह का उद्घाटन किया। वायकोम सत्याग्रह, भारत में सामाजिक लोकतंत्र और समता स्थापित करने के लिए चले दीर्घकालिक संघर्ष का एक महत्वपूर्ण पड़ाव माना जाता है। वायकोम सत्याग्रह के बारे में 30 मार्च, 1924 को त्रावणकोर रियासत के मंदिर शहर 'वायकोम' में इस अहिंसक आंदोलन की शुरुआत हुई, जिसने देश भर में "मंदिर प्रवेश आंदोलनों" की शुरुआत का मार्ग प्रशस्त किया। यह सत्याग्रह 23 नवंबर 1925 तक चला। इसका उद्देश्य निम्न एवं पिछड़ी जातियों के लिए वायकोम मंदिर के आस-पास
स्थापत्य
खंडगिरि और उदयगिरि की गुफाओं को क्षति
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI) द्वारा हाल ही में दी गई जानकारी के अनुसार भुवनेश्वर में स्थित खंडगिरि और उदयगिरि गुफाएं (Khandagiri and Udaygiri caves) धीरे-धीरे नष्ट हो रही हैं तथा पिछले 10 वर्षों में इन गुफाओं के क्षरण की गति तेजी से बढ़ी है। खंडगिरि और उदयगिरि की गुफाओं में क्षरण के लिए विभिन्न कारक जिम्मेदार हैं, इनमें उच्च प्रदूषण स्तर, जलवायु परिवर्तन, हरित क्षेत्र में कमी, वाहनों से CO2 उत्सर्जन, पर्यटकों की भारी भीड़ तथा स्मारकों के आस-पास अवैध निर्माण आदि प्रमुख कारक हैं। खंडगिरि एवं उदयगिरि की गुफाएं उदयगिरि और खंडगिरि की गुफाओं का निर्माण कलिंग राजा खारवेल (Kharavela) के
पुरातात्विक साक्ष्य
13वीं शताब्दी के मंदिर के अवशेषों की प्राप्ति
आंध्र प्रदेश के कडप्पा जिले के वल्लूर मंडल में स्थित पुष्पगिरि क्षेत्रम (Pushpagiri Kshetram) में हाल ही में 13वीं शताब्दी के हिंदू मंदिर के अवशेषों का पता चला है। पुष्पगिरि क्षेत्रम में मंदिर के ये अवशेष एक पहाड़ी के ऊपर, दुर्गा मंदिर के उत्तर-पूर्व में एक झाड़ीदार जंगल के बीच प्राप्त हुए। मंदिर के इन अवशेषों की स्थापत्य विशेषताएं एक ऐसी शैली को प्रकट करती हैं जो 13वीं शताब्दी ईस्वी में कायस्थ शासकों (Kayastha rulers) द्वारा निर्मित वल्लूर (Vallur) के एक मंदिर के समकालीन है। कायस्थ शासक कायस्थ (1239 ई.-1297 ई.) काकतीय वंश (Kakatiya dynasty) के शासकों के अधीन थे। काकतीय वंश के इतिहास में,
मूर्तिकला
चंदन की लकड़ी पर बनी बुद्ध प्रतिमा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान उन्हें 'चंदन की लकड़ी से बनी बुद्ध प्रतिमा' (Sandalwood Buddha Statue) भेंट की। उल्लेखनीय है कि बौद्ध धर्म जापान में सबसे प्रमुख धर्मों में से एक है। भारत, जापान के अलावा चीन, नेपाल, श्रीलंका, दक्षिण कोरिया और कंबोडिया समेत कई दक्षिण एशियाई देशों के साथ आध्यात्मिक पर्यटन पेशकशों और शिल्प परंपराओं के माध्यम से बौद्ध धर्म से जुड़े ऐतिहासिक संपर्क को पुनर्जीवित करके सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत कर रहा है। भेंट की गई प्रतिमा की मुख्य विशेषताएं शुद्ध चंदन से बनी बुद्ध की इस मूर्ति में
उत्सव एवं पर्व
सिक्किम का बुमचू महोत्सव
हाल ही में सिक्किम राज्य में स्थित ताशीदिंग मठ (Tashiding Monastery) में बुमचू महोत्सव (Bumchu Festival) का आयोजन किया गया। इस उत्सव की शुरुआत सिक्किम के नामग्याल वंश (1642-1975) द्वारा की गई थी। उत्सव के बारे में ताशीदिंग मठ में मनाया जाने वाला बुमचू महोत्सव सिक्किम के प्रसिद्ध उत्सवों में से एक है। यह सिक्किम की अनूठी सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है। यह उत्सव चंद्र कैलेंडर के पहले माह के 15वें दिन (फरवरी/मार्च के महीने में) मनाया जाता है। इसमें हिस्सा लेने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से तथा भूटान, नेपाल और श्रीलंका जैसे पड़ोसी देशों से तीर्थयात्री ताशीदिंग मठ में आते हैं। तिब्बती
मतुआ धर्म महा मेला 2023
19-25 मार्च, 2023 के मध्य पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के श्रीधाम ठाकुरनगर, ठाकुरबाड़ी में मतुआ धर्म महा मेला 2023 (Matua Dharma Maha Mela 2023) का आयोजन किया गया। मेले का आयोजन मतुआ संप्रदाय के संस्थापक श्री हरिचंद ठाकुर जी (Sri Harichand Thakur ji) की 212वीं जयंती के उपलक्ष्य में किया गया। प्रत्येक वर्ष इस मेले का आयोजन अखिल भारतीय मतुआ महासंघ द्वारा किया जाता है। मतुआ महा मेला : मुख्य बिंदु यह प्रसिद्ध मेला हर साल चैत्र माह में शुरू होता है और सात दिनों तक चलता है। इस दौरान देश भर से मतुआ श्रद्धालु अपने तीर्थ स्थल ठाकुरबाड़ी में एकत्रित
व्यक्तित्व
समाज सुधारक एवं दार्शनिक श्री बसवेश्वर
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने 15 मार्च, 2023 को यह घोषणा की कि बेलागावी में घाटप्रभा के तट पर समाज सुधारक श्री बसवेश्वर की 108 फीट ऊंची प्रतिमा जल्द ही स्थापित की जाएगी। उन्होंने दक्षिण बेलागावी में गोवेस सर्कल में प्रतिमा के शिलान्यास समारोह के दौरान यह घोषणा की। बसवेश्वर कौन थे? बसवेश्वर या बसवन्ना, कर्नाटक में कलचुरी-वंश के राजा बिज्जल प्रथम के शासन के दौरान 12वीं शताब्दी के कन्नड़ समाज सुधारक, कवि और दार्शनिक थे। वह शिव केंद्रित भक्ति आंदोलन के एक लिंगायत संत भी थे। एक समाज सुधारक के रूप में उन्होंने वंचित वर्ग और महिलाओं के उत्थान की दिशा में
संक्षिप्तिकी
माता शारदा देवी मंदिर
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 22 मार्च, 2023 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के निकट टीटवाल (Teetwal) नामक गांव में 'मां शारदा देवी मंदिर' (Maa Sharda Devi Temple) का उद्घाटन किया। यह मंदिर पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित प्राचीन शारदा पीठ मंदिर के पारंपरिक मार्ग के निकट स्थित है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सरकार करतारपुर कॉरिडोर की तर्ज पर शारदा पीठ तीर्थ यात्रा के लिए पाक अधिकृत कश्मीर में एक कॉरिडोर खोलने का प्रयास कर रही है। शारदा पीठ मंदिर हिंदू समुदाय के लिए पूजनीय स्थल 'शारदा पीठ', पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके)
वैदिक विरासत पोर्टल एवं ‘कला वैभव’ संग्रहालय
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में नई दिल्ली के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) में एक वर्चुअल संग्रहालय 'कला वैभव' (Kala Vaibhav) तथा 'वैदिक विरासत पोर्टल' (Vedic Heritage Portal) का शुभारंभ किया। गृह मंत्री ने बताया कि सरकार प्रौद्योगिकी के माध्यम से भारत के प्राचीन ग्रंथों और पांडुलिपियों के ज्ञान को भविष्य के लिए सुरक्षित करने की दिशा में कार्य कर रही है। मुख्य बिंदु वैदिक विरासत पोर्टल और 'कला वैभव' संग्रहालय को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र द्वारा निर्मित किया गया है। पोर्टल का उद्देश्य वेदों में प्रतिष्ठापित संदेशों को संप्रेषित करना है। इससे आम लोगों को वेदों के बारे
न्यूज बुलेट्स
मुण्डकोपनिषद्
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नई दिल्ली में उप-राष्ट्रपति निवास में लेखक-राजनेता और पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ. करण सिंह द्वारा लिखित पुस्तक "'मुण्डकोपनिषद् : द ब्रिज टू इम्मॉर्टेलिटी'' (Mundaka Upanishad: The Bridge to Immortality) का विमोचन किया। मुण्डकोपनिषद् अथर्ववेद के मंत्र भाग के अंतर्गत है; इसमें तीन मुण्डक हैं और एक-एक मुण्डक के दो-दो खण्ड हैं। इसे 'मन्त्रोपनिषद' नाम से भी पुकारा जाता है। यह सबसे व्यापक रूप से अनुवादित उपनिषदों में से एक है। इसे महान यज्ञकर्ता शौनक और ऋषि अंगिरा के बीच संवाद के रूप में प्रस्तुत किया गया है। इस उपनिषद में महर्षि अंगिरा ने शौनक को
गेटवे ऑफ इंडिया
हाल ही में 'गेटवे ऑफ इंडिया' के स्ट्रक्चरल ऑडिट में इसके सामने के हिस्से में एक दरार का पता चला है। गेटवे ऑफ इंडिया की आधारशिला 31 मार्च, 1913 को रखी गई थी तथा 4 दिसंबर, 1924 को इसका उद्घाटन किया गया था। यह किंग जॉर्ज पंचम और महारानी मेरी के वर्ष 1911 में मुम्बई (तत्कालीन बंबई) आगमन की स्मृति में बनाया गया था। यह इंडो-सारसेनिक शैली (Indo-Saracenic style) में बनाया गया है, हालांकि इसके डिजाइन में गुजराती शैली की झलक भी मिलती
वयोवृद्ध कलाकारों हेतु वित्तीय सहायता योजना
संस्कृति मंत्रालय द्वारा 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के देश के वरिष्ठ कलाकारों को आर्थिक सहयोग प्रदान करने के उद्देश्य से 'वयोवृद्ध कलाकारों के लिए वित्तीय सहायता' (Financial Assistance for Veteran Artists) नामक मासिक पेंशन योजना का संचालन किया जा रहा है। यह जानकारी पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास, संस्कृति और पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी द्वारा 13 मार्च, 2023 को लोक सभा में दी गई। पूर्व में इस योजना को 'कलाकारों हेतु पेंशन व चिकित्सा सहायता योजना' नाम से जाना जाता था। संस्कृति मंत्रालय ने वर्ष 2017 से पहले के चयनित लाभार्थियों को मासिक कलाकार पेंशन वितरित करने का कार्य
साजिबु नोंगमा पानबा
22 मार्च, 2023 को मणिपुर में साजिबु नोंगमा पानबा (Sajibu Nongma Panba) नामक उत्सव मनाया गया। साजिबु नोंगमा पानबा, जिसे साजिबु चिराओबा (Sajibu Cheiraoba) के नाम से भी जाना जाता है, मणिपुर में नए वर्ष का वार्षिक उत्सव है। यह उत्सव मणिपुर में सनमाही (Sanamahism) धर्म का पालन करने वाले लोगों द्वारा मनाया जाता है। सनमाही धर्म एक धार्मिक परम्परा है। यह परम्परा मणिपुर के मेइतेई (Meitei) लोगों में प्रचलित है। इस धर्म में पूर्वजों की पूजा करने की रीति प्राचीन समय से चली आ रही
दिव्य कला मेला 2022
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 12 से 21 मार्च, 2023 के मध्य मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दिव्यांग उद्यमियों के सामान और कौशल को प्रदर्शित करने वाले तीसरे ‘दिव्य कला मेला’ (Divya Kala Mela) का आयोजन हुआ। लगभग 19 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 100 से अधिक दिव्यांग कारीगर/कलाकार और उद्यमी अपने उत्पादों व कौशल का प्रदर्शन करेंगे। पहला दिव्य कला मेला दिसम्बर 2022 में नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित हुआ था जिसमें 5 लाख से अधिक लोगों ने विजिट किया

प्रारंभिकी 2023 विशेष-7
नवीन प्रौद्योगिकी एवं टर्मिनोलॉजी आधारित
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के विगत वर्षों के प्रश्नों के विश्लेषण में हमने यह पाया है कि इसके अंतर्गत ‘पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी’ तथा ‘विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी’ से संबंधित जो प्रश्न पूछे जाते हैं, उनमें से अधिकांश प्रश्न टर्मिनोलॉजी आधारित होते हैं। आमतौर पर यह देखा गया है कि विषय से संबंधित इन नवीन टर्मिनोलॉजी के अध्ययन के लिए प्रायः पारंपरिक पुस्तकें पर्याप्त नहीं होतीं, इसके अलावा अन्य अध्ययन सामग्रियों में भी एक साथ सभी महत्वपूर्ण टर्मिनोलॉजी का मिल पाना मुश्किल होता है। इसे ध्यान में रखकर ही हम अपने इस अंक में ‘पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी’ तथा ‘विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी’ से संबंधित महत्वपूर्ण एवं परीक्षोपयोगी नवीन टर्मिनोलॉजी प्रस्तुत कर रहे हैं। उम्मीद है कि यह सामग्री आगामी प्रारंभिक परीक्षा में लाभदायक सिद्ध होगी।
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
जैव विविधता
सेन्ना स्पेक्टिबिलिस
मुदुमलाई टाइगर रिजर्व (MTR) के बफर जोन में लगभग 800-1200 हेक्टेयर क्षेत्र पर सेन्ना स्पेक्टिबिलिस नामक आक्रामक प्रजाति का विस्तार देखा गया है। यह चमकीले फूलों वाला एक विदेशी वृक्ष है। इस वृक्ष को दक्षिण और मध्य अमेरिका से एक सजावटी प्रजाति तथा जलाऊ लकड़ी के रूप में इस्तेमाल करने
अपडेटेड रेट लिस्ट ऑफ थ्रेटेन्ड स्पीशीज
हाल ही में आयोजित 'जैविक विविधता पर सम्मेलन' (CBD) के COP-15 के दौरान 'प्रकृति संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय संघ' (IUCN) द्वारा थ्रेटेन्ड स्पीशीज की अपडेटेड रेट लिस्ट जारी की गई। नए आंकड़ों के अनुसार IUCN की रेड लिस्ट में अब 1,50,388 प्रजातियां शामिल हैं। इनमें से 42,108 प्रजातियों के विलुप्त
मियावाकी पद्धति
पंजाब का फाजिल्का जिला मियावाकी पद्धति को लागू करके वन क्षेत्र के विस्तार में एक पथ प्रदर्शक बन गया है। मियावाकी पद्धति भूमि के छोटे खंडों पर सूक्ष्म वन लगाकर शहरी वनरोपण की एक तकनीक है। इस पद्धति को 1989 के दशक में जापानी वनस्पति शास्त्री 'अकीरा मियावाकी' द्वारा
यलो हिमालयन फ्रिटिलेरी
यह पौधा मुख्य रूप से भूटान, चीन, भारत, म्यांमार, नेपाल और पाकिस्तान के हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है। यह प्रजाति अकुशल हार्वेस्ट, अत्यधिक दोहन तथा इसके कंदों (Bulbs) की असंधारणीय एवं समय पूर्व प्राप्ति तथा अवैध बाजारों में बिक्री के कारण खतरे का सामना कर रही है। यह
व्हाइट चीक्ड डांसिंग फ्रॉग
यह कर्नाटक के पश्चिमी घाट में केवल 167 वर्ग किलोमीटर के छोटे से क्षेत्र में पाया जाता है। पर्यावास के नष्ट होने, प्रदूषण, तापमान में परिवर्तन, रोगों, कीटनाशकों और आक्रामक प्रजातियों से इस प्रजाति को खतरा उत्पन्न हुआ है। पश्चिमी घाट विश्व के जैव विविधता हॉटस्पॉट क्षेत्रों में शामिल
ग्रेट इंडियन बस्टर्ड
शुतुरमुर्ग जैसे दिखने वाले 'ग्रेट इंडियन बस्टर्ड' पक्षी को मध्यप्रदेश में 'सोन चिड़िया' राजस्थान में 'गोडावन' तथा महाराष्ट्र में 'मलदोक' कहा जाता है। अपने भारी वजन के बावजूद ये पक्षी आसानी से उड़ सकते हैं। यह भारतीय उपमहाद्वीप की स्थानीय प्रजाति है, भारत के राजस्थान में इसकी सर्वाधिक संख्या पाई
डुगोंग
इसे समुद्री गाय के रूप में भी जाना जाता है। यह एकमात्र समुद्री शाकाहारी स्तनधारी जीव है। समुद्री घास इसका प्रमुख आहार है। यह साइरेनिया समूह (Order Sirenia) का एकमात्र सदस्य है जो भारत में पाया जाता है। यह प्रजाति समूह में रहती है। इनमें स्तन ग्रंथियां पाई जाती हैं।
पहुंच और लाभ साझाकरण की बहुपक्षीय प्रणाली
पहुंच और लाभ साझाकरण की बहुपक्षीय प्रणाली (Multilateral System of Access and Benefit Sharing-MLS) एक वैश्विक प्रणाली है। यह देशों के मध्य पादपो के अनुवांशिक सामग्री के आदान-प्रदान को संभव बनाती है। लाभ-साझाकरण के अंतर्गत वित्तीय और गैर वित्तीय दोनों प्रकार की सहायता शामिल की जाती है। इसके द्वारा
खाद्य एवं कृषि पादप आनुवांशिक संसाधन
पादप आनुवांशिक संसाधनों में पादपो को उगाने में सक्षम बीज, फल, कलम, पराग एवं अन्य भाग तथा ऊतक शामिल होते हैं। खाद्य एवं कृषि पादप आनुवांशिक संसाधनों (PGRFA) में पादपो से संबंधित विविध आनुवांशिक सामग्रियां शामिल की जाती है। इसमें फसलों की पारंपरिक और उनकी वन्य किस्मों, अधिक उपज देने
राष्ट्रीय जीन बैंक
राष्ट्रीय जीन बैंक (NGB) की स्थापना वर्ष 1996 में बीज, जीनोमिक संसाधन, पराग आदि के रूप में भविष्य की पीढ़ियों के लिए पादप आनुवंशिक संसाधनों (PGR) के संरक्षण के लिए की गई थी। यह 'भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद' (ICAR) के अंतर्गत आने वाले 'नेशनल ब्यूरो ऑफ प्लांट जेनेटिक रिसोर्सेज' (NBPGR)
राष्ट्रीय क्षेत्राधिकार से परे जैव विविधता
राष्ट्रीय क्षेत्राधिकार से परे जैव विविधता (BBNJ) वाले क्षेत्रों में महासागरीय क्षेत्रों का लगभग 95% भाग शामिल है। BBNJ को राष्ट्रीय क्षेत्राधिकार से परे जैव विविधता संधि (Biodiversity Convention Beyond National Jurisdiction) द्वारा विनियमित किया जाता है। यह संधि वर्ष 1982 के संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानूनी अभिसमय (UNCLOS) व्यवस्था
समुद्री सीमाएं
किसी देश के 'संप्रभु क्षेत्र' में आने वाला समुद्री भाग 'प्रादेशिक सागर' (Territorial Sea) कहलाता है। विदेशी असैन्य एवं सैन्य जलयानों को कुछ शर्तों के तहत इस क्षेत्र में प्रवेश करने की अनुमति होती है। सन्निहित क्षेत्र (Contiguous Area) में कोई देश अपने प्रशुल्क, राजकोषीय, आव्रजन अथवा संरक्षण संबंधी कानूनों
शीशम वृक्ष
यह 20-25 मीटर की लंबाई तक बढ़ने वाला एक पर्णपाती वृक्ष है। यह भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिणी ईरान की मूल प्रजाति है। भारत में इसका विस्तार रावी नदी से असम तक संपूर्ण उप हिमालयी क्षेत्र में दिखाई देता है। शीशम पंजाब राज्य का राजकीय वृक्ष भी है। वन्य जीवों और
आक्रामक प्रजातियां
एक ऐसी प्रजाति जो नए परिवेश (जहां यह मूलनिवासी नहीं होती) में पारिस्थितिक या आर्थिक नुकसान का कारण बनती है, उसे आक्रामक प्रजाति कहा जाता है। वन्य जीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत आक्रामक प्रजातियों को प्रायोगिक तौर पर समाप्त करने, काटने, छांटने, उखाड़ने और घेरने की अनुमति प्रदान की
विलायती कीकर
दिल्ली सरकार, दिल्ली के मध्य कटक (Central Ridge) की पारिस्थितिक बहाली के लिए कार्य कर रही है। इसके अंतर्गत सरकार की योजना आक्रामक 'विलायती कीकर' स्थान पर स्वदेशी प्रजातियों को उगाए जाने की है। कीकर, दक्षिण और मध्य अमेरिका का स्थानिक वृक्ष है। इसे भारत में अंग्रेजों द्वारा लाया गया
पारिस्थितिक संवेदनशील क्षेत्र
पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 के तहत संरक्षित क्षेत्रों के चारों ओर मौजूद पारिस्थितिक रूप से महत्वपूर्ण व संवेदनशील क्षेत्रों को 'पारिस्थितिक संवेदनशील क्षेत्रों' (ESZs) के रूप में जाना जाता है। इन्हें केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 के तहत अधिसूचित किया जाता है। इनका
जैव विविधता विरासत स्थल
ये अद्वितीय एवं सुभेद्य पारिस्थितिक तंत्र वाले सुपरिभाषित क्षेत्र होते हैं। इनका विस्तार स्थलीय, तटीय, समृद्ध जैव विविधता वाले अंतः-स्थलीय (Inland) तथा समुद्री जल में होता है। जैव विविधता विरासत स्थलों की पहचान 'जैव विविधता अधिनियम' की धारा 37 के तहत करके उन्हें अधिसूचित किया जाता है। राज्य सरकारें
डिजिटल अनुक्रम जानकारी
आनुवांशिक संसाधनों से प्राप्त अथवा उससे संबंधित डेटा को डिजिटल अनुक्रम जानकारी (DSI) कहा जाता है। यह आनुवांशिक जानकारी, जैव जानकारी, अनुक्रम जानकारी, प्राकृतिक जानकारी, आनुवांशिक अनुक्रम डेटा, न्यूक्लियोटाइड अनुक्रम डेटा या आनुवांशिक संसाधनों को संदर्भित करता है। इससे टीको का निर्माण करने, आक्रामक प्रजातियों को विनियमित करने, पारिस्थितिक
संयुक्त राष्ट्र पारितंत्र पुनरुद्धार दशक
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2021-2030 के दशक को 'संयुक्त राष्ट्र पारितंत्र पुनरुद्धार दशक' के रूप में घोषित किया है। इसे विश्व भर में पारितंत्र की हानि और गिरावट का निवारण करने तथा उसका पुनः ध्यान करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसका उद्देश्य स्थलीय और जलीय पारितंत्र को शामिल
इरावदी डॉल्फिन
हाल ही में चिल्का झील में इरावदी डॉल्फिन की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। इरावदी डॉल्फिन तटीय डॉल्फिन है जो दक्षिणी और दक्षिण-पूर्व एशिया के निकटवर्ती समुद्री क्षेत्रों में पाई जाती है। इरावदी डॉल्फिन को IUCN की रेट लिस्ट में एंडेंजर्ड (EN) श्रेणी में शामिल किया गया है।
काला मूंगा
वैज्ञानिकों ने ऑस्ट्रेलिया में काले मूगों (Black Corals) की नई प्रजातियों की खोज की है। ये नई प्रजातियां ग्रेट बैरियर रीफ के तट की सतह से 2500 फीट नीचे पाई गई हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार ये संपूर्ण विश्व और सभी गहराइयों में पाए जाते हैं। इन्हें सामान्य तौर पर गहरे
वन्यजीव संरक्षण
प्रोजेक्ट चीता
यह विश्व की पहली अंतर-महाद्वीपीय चीता पुनर्वास परियोजना है। इसके तहत एक बड़े मांसाहारी जीव को एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप में लाया जा रहा है। यह परियोजना केंद्र प्रायोजित योजना 'प्रोजेक्ट टाइगर' का एक भाग है। इसका उद्देश्य भारत में अफ्रीकी चीतों को बसाना है। इसका वित्तपोषण 'प्रोजेक्ट टाइगर' तथा 'प्रतिपूरक
कूनो राष्ट्रीय उद्यान
यह मध्य भारत की विंध्य पहाड़ियों में राजस्थान की सीमा के साथ मध्यप्रदेश के उत्तर-पश्चिम में कूनो नदी पर अवस्थित है। यह अपने दक्षिणी-पूर्वी भाग में शिवपुरी वन क्षेत्र से होते हुए 'पन्ना टाइगर रिजर्व' के प्राकृतिक क्षेत्रों के माध्यम से जुड़ा हुआ है, इस प्रकार यह एक 'सतत फॉरेस्ट
भारतीय बाघ या रॉयल बंगाल टाइगर (पैंथेरा टाइग्रेस)
यह भारत की देशज एवं फ्लैगशिप बाघ प्रजाति है। इसे भारत का राष्ट्रीय पशु घोषित किया गया है। बाघों की सबसे बड़ी आबादी (वैश्विक आबादी का 70% से अधिक) भारत में है। हालांकि, इनकी पर्याप्त संख्या बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, म्यांमार तथा चीन में भी पाई जाती है। भारत में
रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व
राजस्थान सरकार ने 'रामगढ़ विषधारी वन्य जीव अभयारण्य' को 'टाइगर रिजर्व' के रूप में अधिसूचित किया है। यह रणथंभौर, सरिस्का और मुकुंदरा के पश्चात राजस्थान का चौथा टाइगर रिजर्व जबकि देश का 52वां टाइगर रिजर्व बन गया है। इसका विस्तार बूंदी, भीलवाड़ा और कोटा जनपदों के कुछ भागों में है।
रानीपुर टाइगर रिजर्व
उत्तर प्रदेश सरकार ने 'रानीपुर वन्य जीव अभ्यारण को राज्य के चौथे और भारत के 53वें 'टाइगर रिजर्व' के रूप में अधिसूचित किया है। उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित अन्य तीन टाइगर रिजर्व- दुधवा, पीलीभीत और अमनगढ़ हैं। यह टाइगर रिजर्व उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जनपद में स्थित है,
भारत का 33वां हाथी रिजर्व
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश के दुधवा- पीलीभीत क्षेत्र में 'तराई हाथी रिजर्व' (TER) को मंजूरी प्रदान की है। इस हाथी रिजर्व का विस्तार 3000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में होगा। सरकार द्वारा 'हाथी रिजर्व' को एक प्रशासनिक श्रेणी के रूप में घोषित किया गया है। इसके
भारतीय हाथी
भारतीय हाथी को IUCN की रेड लिस्ट में एंडेंजर्ड (EN), CITES के परिशिष्ट-I तथा 'वन्य जीव संरक्षण अधिनियम' की अनुसूची-I तथा अनुसूची-IV में शामिल किया गया है। इनकी गर्भधारण अवधि अन्य सभी स्तनधारियों में सबसे लंबी (18-22 महीने) होती है। वर्ष 2017 की गणना के अनुसार भारत में कुल
राष्ट्रीय उद्यान
इन्हें वन्य जीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के प्रावधानों के आधार पर केंद्र और राज्य सरकार दोनों द्वारा अधिसूचित किया जा सकता है। राष्ट्रीय उद्यान वन्य जीव अभयारण्यो की सुरक्षा की तुलना में अधिक संरक्षित माने जाते हैं। वन्य जीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के अनुसार राज्य के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक
वन्यजीव अभयारण्य
वन्यजीव अभयारण्य को 1972 के वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत राज्य सरकारों द्वारा अधिसूचित किया जाता है। कोई भी क्षेत्र (किसी भी आरक्षित वन या प्रादेशिक जल में शामिल क्षेत्र के अलावा) यदि पर्याप्त पारिस्थितिक, जीव, वनस्पति, भू-आकृति विज्ञान, प्राकृतिक या प्राणी संबंधी महत्व का है तो उसे राज्य
सामुदायिक रिजर्व या संरक्षण रिजर्व
इन्हें केंद्र सरकार और स्थानीय समुदायों के साथ परामर्श के पश्चात राज्य सरकारों द्वारा वन्य जीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के अंतर्गत अधिसूचित किया जाता है। यह एक अधिवासित क्षेत्र होता है, जो सामान्यतः देश के स्थापित राष्ट्रीय उद्यानों, वन्यजीव अभयारण्य और आरक्षित तथा संरक्षित वनों के मध्य बफर जोन या
टाइगर रिजर्व
इनकी अधिसूचना वन्य जीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत की जाती है। वर्तमान समय में भारत में 53 टाइगर रिजर्व क्षेत्र हैं। टाइगर रिजर्व को प्रोजेक्ट टाइगर द्वारा नियंत्रित किया जाता है, प्रोजेक्ट टाइगर का प्रबंधन 'राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण' (NTCA) द्वारा किया जाता है। टाइगर रिजर्व में एक
क्रिटिकल टाइगर हैबिटेट
क्रिटिकल टाइगर हैबिटेट को राज्य सरकारों द्वारा वन्य जीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत अधिसूचित किया जाता है। इसे टाइगर रिजर्व के 'कोर क्षेत्र' के रूप में भी जाना जाता है। भारत में क्रिटिकल टाइगर हैबिटेट के तहत सबसे बड़ा क्षेत्र 'श्रीशैलम टाइगर रिजर्व' का 'नागार्जुनसागर' क्षेत्र है। यह राष्ट्रीय
बायोस्फीयर रिजर्व
बायोस्फीयर रिजर्व यूनेस्को (UNESCO) द्वारा प्रदत्त एक अंतरराष्ट्रीय पदनाम है, जिसमें स्थलीय, समुद्री और तटीय पारिस्थितिक तंत्र शामिल होते हैं। एक बायोस्फीयर रिजर्व को संरक्षण के अनुसार कोर, बफर और संक्रमण क्षेत्र में विभाजित किया जाता है। वर्तमान समय में भारत में 18 बायोस्फीयर रिजर्व हैं, जिनमें से 12
महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र
महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्रों के स्थापना की घोषणा वर्ल्ड लाइफ इंटरनेशनल के 'महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र (IBA) कार्यक्रम' के तहत की गई थी। इसका उद्देश्य विश्व में पक्षियों और उनसे संबंधित जैव-विविधता के संरक्षण हेतु महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्रों (IBAs) के वैश्विक नेटवर्क की पहचान करना, निगरानी करना और इनकी सुरक्षा करना है।
सामुदायिक वन अधिकार
सामुदायिक वन संसाधन क्षेत्र साझी वन भूमि होते हैं। इसे किसी विशेष समुदाय द्वारा सतत उपयोग के लिए पारंपरिक रूप से सुरक्षित और संरक्षित किया जाता है। भारत में सामुदायिक वन अधिकारों को अनुसूचित जनजाति और अन्य परंपरागत वन निवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम (FRA), 2006 के तहत मान्यता
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान
इस राष्ट्रीय उद्यान का नामकरण इसके मध्य से प्रवाहित होने वाली 'कांगेर नदी' के नाम पर किया गया है। कुटुमसर, कैलाश और दंडक नामक यहां तीन असाधारण गुफाएं पाई जाती हैं। ये गुफाएं स्टैलेक्टाइट और स्टैलेग्माइट संरचनाओं से युक्त हैं। तीरथगढ़ जलप्रपात इसी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है। छत्तीसगढ़
ट्री सिटी ऑफ द वर्ल्ड
मुंबई और हैदराबाद को संयुक्त रूप से 'ट्री सिटी ऑफ द वर्ल्ड-2021' (2021 TWC) के रूप में मान्यता दी गई है। TWC कार्यक्रम को संयुक्त राष्ट्र के 'खाद्य और कृषि संगठन' तथा एक अमेरिकी गैर-लाभकारी संगठन 'आर्बर डे फाउंडेशन' ने आरंभ किया है। इसके तहत किसी शहर का मूल्यांकन
सुंदरबन आर्द्रभूमि
सुंदरबन आर्द्रभूमि गंगा और ब्रह्मपुत्र नदियों के डेल्टा में विश्व के सबसे बड़े मैंग्रोव वन के भीतर स्थित है। यह बाघों (सुंदरबन टाइगर रिजर्व) और कई अन्य दुर्लभ एवं संकटापन्न प्रजातियों जैसे इरावदी डॉल्फिन, फिशिंग कैट आदि का पर्यावास स्थल है। तटीय विनियमन क्षेत्र (CRZ) अधिसूचना, 2011 के तहत सुंदरबन
लोकटक झील
मणिपुर राज्य में स्थित लोकटक झील में केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा हाल ही में फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। यह झील इंफाल के समीप एक घाटी में स्थित है। यह पूर्वोत्तर भारत की ताजे पानी की सबसे बड़ी झील है। इस झील पर कई पादप प्रजातियों से युक्त फुमुदी
ब्लू फ्लैग प्रमाणन वाले समुद्री तट
'ब्लू फ्लैग प्रमाणन' संबंधी प्रमाण पत्र डेनमार्क स्थित एक गैर-लाभकारी संस्था 'फाउंडेशन फॉर एनवायरमेंटल एजुकेशन' (FEE) द्वारा प्रदान किया जाता है। यह प्रमाण पत्र समुद्री तट (Beaches), मनोरंजक गतिविधियों के लिए तैयार तटों तथा धारणीय पर्यटन के रूप में बोटिंग गतिविधियों के संचालकों को प्रदान किया जाता है। इस प्रकार
ग्रेट बैरियर रीफ
यह ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी-पूर्वी तट के कोरल सागर में स्थित विश्व का सबसे बड़ा बैरियर रीफ (अवरोधक भित्ति) है। वर्ष 1981 में इसके 'उत्कृष्ट सार्वभौमिक महत्व' के कारण इसे 'विश्व धरोहर क्षेत्र' घोषित किया गया था। कोरल अकशेरुकी (Invertebrate) प्राणी होते हैं। इनका संबंध 'नाइडेएरिया' (Cnidaria) नामक रंगीन प्राणियों
सतत विकास
सतत शहर समेकित दृष्टिकोण प्रायोगिक परियोजना
यह परियोजना भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय की साझेदारी में यू.एन. हैबिटेट और संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (UNIDO) द्वारा कार्यान्वित की जा रही है। इसका वित्तपोषण वैश्विक पर्यावरण सुविधा (GEF) द्वारा किया जाता है। इसे भारत के 5 शहरों में लागू किया जा रहा है- जयपुर
11वां वर्ल्ड अर्बन फोरम
11वें वर्ल्ड अर्बन फोरम का आयोजन पोलैंड के कैटोविश शहर में किया गया था। यह वर्ल्ड अर्बन फोरम (WUF), यूएन हैबिटेट द्वारा सह-आयोजित सतत शहरीकरण पर प्रमुख वैश्विक सम्मेलन है। WUF की स्थापना वर्ष 2001 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य तीव्र शहरीकरण और समुदायों, शहरों, अर्थव्यवस्थाओं,
गृह-ग्रीन रेटिंग फॉर इंटीग्रेटेड हैबिटेट एसेसमेंट
नई दिल्ली स्थित 'भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण' प्रयवधकरण (UIDAI) मुख्यालय ने 'गृह' (GRIHA) अनुकरणीय प्रदर्शन पुरस्कार 2022 प्राप्त किया है। 'गृह' (GRIHA) का विकास एक निजी संस्थान 'द एनर्जी रिसोर्सेज इंस्टिट्यूट' (TERI) द्वारा किया गया था। वर्ष 2007 में इसे भारत सरकार द्वारा 'हरित भवनों' के लिए 'राष्ट्रीय रेटिंग प्रणाली'
सॉवरेन ग्रीन बांड
ग्रीन बांड एक निश्चित आय वाला लिखित (Instrument) है। इसे विशेष रूप से जलवायु संबंधी या पर्यावरणीय परियोजनाओं का समर्थन करने के लिए डिजाइन किया गया है। सॉवरेन ग्रीन बांड सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं। भारत का पहला ग्रीन बॉन्ड यस बैंक लिमिटेड द्वारा वर्ष 2015 में जारी किया
म्यूनिसिपल ग्रीन बॉन्ड
सेबी (SEBI) द्वारा घोषणा की गई है कि नगरपालिका ऋण प्रतिभूतियों के जारीकर्ता ग्रीन बांड जारी कर सकते हैं। इन बॉन्ड्स को गैर-परिवर्तनीय डिवेंचर जारी करने और सूचीबद्ध करने से संबंधित दिशा-निर्देशों का पालन करके जारी किया जा सकता है। इसके अंतर्गत पात्र परियोजनाओं में नवीकरणीय ऊर्जा, स्वच्छ परिवहन,
ब्लू बॉन्ड्स
सेबी (SEBI) द्वारा ब्लू बांड की अवधारणा प्रस्तुत की गई है। इसे धारणीय वित्त की एक विधा के रूप में प्रस्तावित किया गया है। ब्लू बॉन्ड ऋण लिखित (Loan Instrument) का एक नया रूप है। इसे स्वस्थ महासागरों और नीली अर्थव्यवस्थाओं के लिए निवेश का समर्थन करने हेतु जारी किया
पर्यावरण मंजूरी
सर्वप्रथम 'पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986' के तहत 'पर्यावरण मंजूरी' को अनिवार्य बनाया गया था। भारत में पर्यावरण प्रभाव आकलन अधिसूचना की अनुसूची 1 में सूचीबद्ध किसी भी गतिविधि के विस्तार या आधुनिकीकरण या नई परियोजनाओं की स्थापना के लिए पर्यावरण मंजूरी को अनिवार्य किया गया है। वर्तमान में, भारत में
क्लाउड फॉरेस्ट
आमतौर पर 10% से अधिक वनावरण वाले क्षेत्र जहां 70% से अधिक समय कोहरा मौजूद रहता है, क्लाउड फॉरेस्ट कहलाते हैं। ऐसे वन मुख्य रूप से नदियों के उद्गम क्षेत्र में उष्णकटिबंधीय भागों में पाए जाते हैं। ये वन अधिकांश समय बादलों से ढके रहते हैं। ये वन अन्य फलों
महासागर तापीय ऊर्जा रूपांतरण
महासागर तापीय ऊर्जा रूपांतरण (OTEC), समुद्री सतही जल और गहरे समुद्री जल के बीच तापमान में अंतर (ताप प्रवणता) का उपयोग करके ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रिया है। OTEC प्रणाली के तहत तापांतर (कम से कम 20 डिग्री सेल्सियस) द्वारा टरबाइन को चलाकर बिजली पैदा की जाती है। पृथ्वी विज्ञान
महासागर आधारित ऊर्जा के रूप
समुद्री लहरों द्वारा उत्पन्न होने वाले बल से समुद्र की सतह पर तैरते हुए या समुद्र तल पर स्थापित उपकरण में संचरण के माध्यम से उत्पन्न की जाने वाली ऊर्जा तरंग ऊर्जा (Wave Energy) कहलाती है। महासागरीय जल धाराओं की गतिज ऊर्जा का संग्रहण करके जलमग्न टरबाइन से जलधारा ऊर्जा
सिंधुजा-I
आईआईटी मद्रास (IIT Madras) ने समुद्री तरंगों से बिजली उत्पन्न करने के लिए 'ओशेन वेव एनर्जी कन्वर्टर' का विकास किया है, इसे सिंधुजा-I (Sindhuja-I) नाम दिया गया है। इस कनवर्टर में तैरता हुआ बोया (Buoy), स्पर (Spar) तथा इलेक्ट्रिकल मॉडल शामिल है। गुब्बारे जैसे तैरते हुए बोए (Buoy) विभाग में
कोयला गैसीकरण
कोयले को संश्लेषण गैस (सिनगैस) में परिवर्तित करने की प्रक्रिया को कोयला गैसीकरण (Coal Gasification) कहा जाता है। सिनगैस वस्तुतः हाइड्रोजन (H2), कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) और कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) का मिश्रण होती है। कोयला गैसीकरण संयंत्र से किसी भी प्रकार का स्क्रबर स्लज (Scrubber Sludge) पैदा नहीं होता है, साथ
जैव ईंधन या बायोफ्यूल
बायोफ्यूल बायोमास से प्राप्त ईंधन है। बायोमास को 'कार्बनिक पदार्थ- विशेष रूप से पादप पदार्थ' के रूप में परिभाषित किया जात जाता है, इसे ईंधन में परिवर्तित किया जा सकता है और यह प्रमुख संभावित ऊर्जा स्रोत माना जाता है। बायोमास के स्रोतों में पेड़, ऊर्जा फसलें, कृषि अवशेष और
जैव ईंधन के उत्पादन पर आधारित श्रेणियां
पहली पीढ़ी के जैव ईंधन (1जी): ये खाद्य फसलों (मकई, सोया, गन्ना आदि) के भंडार पर निर्भर करते हैं। जैव इथेनॉल और बायोडीजल इसके उदाहरण हैं। दूसरी पीढ़ी के जैव ईंधन (2जी): इसे उन्नत जैव ईंधन के रूप में भी जाना जाता है; इसके निर्माण में सूखे पौधों, लकड़ी आदि
ऑर्गेनिक सौर सेल
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (IIT Kanpur) द्वारा इस्पात के ऊपर कार्बनिक पदार्थों की परत चढ़ाकर कार्बनिक सोलर सेल(OSCs) का विकास किया गया है। यह OSC इस्पात की छड़ को एक ऊर्जा उत्पादन उपकरण में परिवर्तित कर सकता है। OSCs उभरती हुई फोटोवोल्टिक (PV) तकनीकों में से एक है। इन्हें तीसरी
ग्रीन एनर्जी ओपन एक्सेस पोर्टल
केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा 'ग्रीन एनर्जी ओपन एक्सेस पोर्टल' का शुभारंभ किया गया है। यह पोर्टल उपभोक्ताओं को पारदर्शी और सुव्यवस्थित प्रक्रिया के माध्यम से आसानी से हरित ऊर्जा का उपयोग करने में सक्षम बनाएगा। ओपन एक्सेस का अर्थ पात्र उपभोक्ताओं, उत्पादकों और राज्य
कोल-बेड मिथेन
कोल-बेड मिथेन प्राकृतिक गैस का एक का अपरंपरागत रूप है। यह कोयले के भंडार या कोयला संस्तरों में पाया जाता है। इसका निर्माण कोयला बनने और वनस्पति पादपो के कोयले में बदलने (रूपांतरण) की प्रक्रिया के दौरान होता है। रूपांतरण प्रक्रिया के दौरान कोयला जल से संतृप्त हो जाता है
भू-तापीय ऊर्जा
भू-तापीय विद्युत संयंत्र बिजली उत्पादन के लिए जलतापीय (हाइड्रोथर्मल) संसाधनों का उपयोग करते हैं। इन संसाधनों में जल (हाइड्रो) और ऊष्मा (थर्मल) दोनों शामिल होते हैं। जमीन के नीचे अधिक गहराई से गरम पानी और भाप को भूमिगत कुओं से पाइप द्वारा प्राप्त किया जा सकता है। तत्पश्चात, इनका उपयोग
बायोमास को-फायरिंग
कोयले से संचालित विद्युत संयंत्रों में कोयले के साथ-साथ बायोमास का भी दहन करना 'को-फायरिंग' (सह-दहन) कहलाता है। प्रत्यक्ष को-फायरिंग, अप्रत्यक्ष को-फायरिंग तथा समानांतर को-फायरिंग इसकी तीन अलग-अलग अवधारणाएं हैं। कम पूंजीगत लागत, उच्च दक्षता, आर्थिक लाभ प्रदाता, बड़े आकार और पारंपरिक कोयला विद्युत संयंत्रों की तुलना में बेहतर
ग्रीन मेथेनॉल
ग्रीन मेथेनॉल को एक ऐसी प्रक्रिया के माध्यम से उत्पादित मेथेनॉल के रूप में परिभाषित किया जाता है, जिससे ग्रीन हाउस गैसों की शून्य या न्यूनतम मात्रा का उत्सर्जन होता है। इसे धारणीय बायोमास या कार्बन डाइऑक्साइड और नवीकरणीय ऊर्जा से उत्पादित हाइड्रोजन द्वारा उत्पादित किया जाता है। यह नवीकरणीय
संपीडित बायोगैस
संपीडित बायोगैस (Compressed Bio-Gas- CBG) शुद्ध बायोगैस होती है। इसे अपशिष्ट बायोमास स्रोतों (जैसे कृषि अवशेष, मवेशियों के गोबर आदि) से उत्पादित किया जाता है। वर्ष 2018 में, केंद्र सरकार ने संपीडित बायोगैस उत्पादन इकोसिस्टम स्थापित करने के लिए 'सस्टेनेबल अल्टरनेटिव टुवर्ड्स अफॉर्डेबल ट्रांसपोर्टेशन' (सतत/SATAT) योजना आरंभ की थी।
कार्बन क्रेडिट व्यापार
हाल ही में, ऊर्जा संरक्षण (संशोधन) अधिनियम, 2022 में कार्बन क्रेडिट व्यापार को शामिल किया गया है। यह केंद्र सरकार को कार्बन क्रेडिट व्यापार संबंधी योजनाएं बनाने का अधिकार प्रदान करता है। कार्बन क्रेडिट एक व्यापार योग्य परमिट होता है। यह इसके खरीददार या धारक को एक निश्चित मात्रा में
प्राकृतिक कृषि
यह एक पारिस्थितिक कृषि दृष्टिकोण है। इसमें कृषि प्रणाली प्राकृतिक जैव विविधता के साथ कार्य करती है। यह रसायन मुक्त और पशुधन आधारित कृषि प्रणाली है। यह मृदा की जैविक गतिविधियों को प्रोत्साहित करती है तथा खाद्य उत्पादन प्रणाली के साथ जीवित-जीवों की जटिलता का प्रबंधन करती है। भारत में
जैविक कृषि और प्राकृतिक कृषि के मध्य समानता
दोनों प्रकार की कृषि पद्धतियों में गैर-रासायनिक विधियों का उपयोग किया जाता है। दोनों प्रकार की कृषि पद्धतियां कृषि विविधता पर आधारित है। इनमें खेत पर ही बायोमास का प्रबंधन और जैविक पोषक का पुनर्चक्रण किया जाता है। इन दोनों में फसल विविधता, बहुफसली चक्रीकरण और संसाधन का पुनर्चक्रण
जैविक कृषि और प्राकृतिक कृषि के मध्य अंतर
जैविक कृषि में खेत के बाहर (ऑफ-फार्म) के ऑर्गेनिक और जैविक आदानों का उपयोग किया जा सकता है। दूसरी तरफ, प्राकृतिक क्रश में किसी भी बाहरी इनपुट का उपयोग नहीं होता है। जैविक कृषि में हल, जुदाई, खाद मिश्रण, निराई और अन्य मूलभूत कृषि गतिविधियों का सहारा लिया जाता है।
मोटे अनाज
मोटे अनाजों को लोकप्रिय रूप से 'पोषक अनाज' (Nutri-cereals) कहा जाता है। इनके द्वारा मानव शरीर के सामान्य कामकाज हेतु आवश्यक पोषक तत्व प्रदान किए जाते हैं। इन अनाजों में लगभग 7-12% प्रोटीन, 2-5% वसा, 65-75% कार्बोहाइड्रेट और 15-20% आहार युक्त फाइबर होता है। हरित क्रांति से पूर्व मोटे
प्रत्यक्ष धान बीजारोपण
प्रत्यक्ष धान बीजारोपण (DSR) नर्सरी से रोपाई के बजाय खेत में बोले गए बीजों से धान की फसल तैयार करने की प्रक्रिया है। पंजाब में किसानों ने धान की रोपाई के लिए प्रत्यक्ष धान बीजारोपण (DSR) तकनीक को अपनाने से मना कर दिया है। यह पानी बचाने वाली धान की
राइट टू रिपेयर पोर्टल
उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने 24 दिसंबर को राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के अवसर पर 'राइट टू रिपेयर' पोर्टल लांच किया है। पोर्टल पर उत्पादक विनिर्माता ग्राहकों के साथ उत्पाद विवरण के मैनुअल को साझा कर सकेंगे। इससे ग्राहक किसी उत्पाद को मूल विनिर्माताओं पर निर्भर रहने की
मुल्लापेरियार बांध
126 वर्ष पुराने इस बांध के स्वामित्व, संचालन तथा रखरखाव की जिम्मेदारी तमिलनाडु सरकार की है। यह पेरियार नदी के ऊपरी भाग में स्थित है। यह नदी तमिलनाडु में उद्भव होने के पश्चात केरल से प्रवाहित होती है। बाढ़ द्वारा निर्मित इसका जलाशय पेरियार टाइगर रिजर्व के भीतर स्थित है।
रूल कर्व
तमिलनाडु जल संसाधन संगठन के अनुसार, मुल्लापेरियार बांध देश का पहला जिला बन गया है जिसके लिए 'रूल कर्व' (Rule Curve) लागू किया गया है। रूल कर्व एक सारणी है। यह 35 वर्षों के वर्षा आंकड़ों के आधार पर 1 वर्ष में भिन्न-भिन्न समय अवधि के दौरान जलाशय में भंडारण
दुर्लभ खनिजों के प्रकार
'ठोस आयरन ऑक्सी हाइड्रोक्साइड' और 'मैंगनीज ऑक्साइड' के रूप में उपलब्ध 'पॉली मैटेलिक नोड्यूल्स' लगभग 3500-6000 मीटर गहरे जल के तल पर तलछट से प्राप्त होते हैं। टेक्टोनिक प्लेट सीमाओं और ज्वालामुखी क्षेत्र के साथ 500-5000 मीटर की गहराई में 'सीफ्लोर मैसिव सल्फाइड या पॉलीमटैलिक सल्फाइड' पाए जाते हैं। कोबाल्ट
समुद्र तल प्रसार
यह एक भूवैज्ञानिक प्रक्रिया है, इससे पृथ्वी की सबसे बाहरी परत अर्थात भूपर्पटी का निर्माण होता है। दो विवर्तनिक प्लेटों के प्रसार (विपरीत दिशा में गति) के कारण मध्य महासागरीय कटक के सहारे रिक्त स्थान का निर्माण होता है। पृथ्वी के आंतरिक भाग से मैग्मा निकलकर इस रिक्त स्थान
ला-नीना
ला-नीना प्रशांत महासागर में उत्पन्न होने वाली एक मौसमी घटना है। इसे 'लिटिल गर्ल' के रूप में भी जाना जाता है। यह परिघटना तब प्रकट होती है, जब पूर्वी-भूमध्य रेखीय प्रशांत महासागर (EEP) में समुद्री सतह का तापमान (SSTs) सामान्य से अधिक ठंडा हो जाता है। इस घटना की
काराकोरम विसंगति
मध्य काराकोरम में हिमनदों के स्थिर रहने या उनमें असामान्य वृद्धि की स्थिति काराकोरम विसंगति कहलाती है। यह हिमालय की नजदीकी पर्वत श्रृंखलाओं और विश्व की अन्य पर्वत श्रृंखलाओं में हिमनदों के पीछे हटने की घटना के विपरीत है। पश्चिमी विक्षोभ (Western disturbances) की सक्रियता को इस विसंगति को पैदा
जलवायु और ऊर्जा पर प्रमुख अर्थव्यवस्था मंच
जलवायु और ऊर्जा पर प्रमुख अर्थव्यवस्था मंच 2009 में अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के खिलाफ प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए विकसित और विकासशील दोनों प्रमुख उत्सर्जक देशों के बीच संवाद को सुगम बनाना है। जून 2022 में हुई बैठक का उद्देश्य
स्वच्छ ऊर्जा मंत्रिस्तरीय मंच
स्वच्छ ऊर्जा मंत्रिस्तरीय (सीईएम), स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने वाली नीतियों और कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए एक उच्च स्तरीय वैश्विक मंच है। यह स्वच्छ ऊर्जा नीति और प्रौद्योगिकी गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला का समर्थन करता है जो एक साथ ऊर्जा दक्षता में सुधार करते हैं, स्वच्छ
जलवायु परिवर्तन
मीथेन गैस
मीथेन एक रंगहीन और गंधहीन गैस है जो प्रकृति में बहुतायत में और कुछ मानवीय गतिविधियों के उत्पाद के रूप में उत्पन्न होती है। मीथेन हाइड्रोकार्बन की पैराफिन शृंखला का सबसे सरल सदस्य है और प्रबल ग्रीनहाउस गैसों में से एक है। छह मुख्य ग्रीनहाउस गैसों में दूसरी सबसे अधिक प्रचलित
वैश्विक मीथेन पहल (GMI)
यह एक अंतरराष्ट्रीय सार्वजनिक-निजी भागीदारी है, जो स्वच्छ ऊर्जा स्रोत के रूप में मीथेन की वसूली और उपयोग के लिये बाधाओं को कम करने पर केंद्रित है। GMI विश्व भर में मीथेन से ऊर्जा परियोजनाओं को प्रसारित करने के लिये तकनीकी सहायता प्रदान करता है, इससे भागीदार देशों को मीथेन
ग्लोबल मीथेन प्लेज
वर्ष 2021 में ग्लासगो में संपन्न हुए संयुक्त राष्ट्र कोप-26 (CoP-26) जलवायु सम्मेलन में वैश्विक मीथेन संकल्प (Global Methane Pledge) का शुभारंभ किया गया था, जिस पर 90 से अधिक देशों (वर्तमान में 100 से अधिक देश) ने हस्ताक्षर किये थे। हाल ही में इसमें ऑस्ट्रेलिया भी शामिल हुआ है।
महासागर अम्लीकरण
महासागरीय अम्लीकरण (Ocean Acidification) को समुद्री जल की pH में होने वाली निरंतर कमी के रूप में परिभाषित किया जाता है।महासागरों में प्रवेश करने के बाद कार्बन डाइऑक्साइड जल के साथ संयुक्त होकर कार्बोनिक अम्ल का निर्माण करती है जिससे महासागर की अम्लता बढ़ जाती है और समुद्र के पानी
आर्कटिक प्रवर्धन
सतही वायु तापमान और शुद्ध विकिरण संतुलन में कोई भी परिवर्तन उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों पर बड़े परिवर्तन उत्पन्न करता है। इस घटना को ‘ध्रुवीय प्रवर्धन’ (Polar Amplification) कहा जाता है। ये परिवर्तन उत्तरी अक्षांशों पर अधिक स्पष्टतः देखे जाते हैं, जो आर्कटिक प्रवर्धन (Arctic Amplification) के रूप में जाने
ज़ोंबी आइस
ज़ोंबी आइस (Zombie Ice) को मृत या नष्टप्राय बर्फ के रूप में भी जाना जाता है। मूल हिम चादर का भाग होने के बावजूद इस पर ताजा बर्फ जमा नहीं हो रही है। इसके लगातार पिघलने से समुद्र के जलस्तर में वृद्धि का खतरा बना रहता है। यह पूर्व वैश्विक
'इन अवर लाइफटाइम' अभियान
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) ने संयुक्त रूप से 14 नवंबर 2022 को मिस्र में COP-27 के एक कार्यक्रम में 'इन अवर लाइफटाइम' ('In Our LiFEtime' Campaign) अभियान शुरू किया। अभियान का उद्देश्य 18 से 23 वर्ष के बीच के युवाओं को स्थायी
ओजोन-क्षयकारी पदार्थ
ओज़ोन परत में हो रहे क्षरण के लिये क्लोरो फ्लोरो कार्बन गैस प्रमुख रूप से उत्तरदायी है। इसके अलावा हैलोजन, मिथाइल क्लोरोफॉर्म, कार्बन टेट्राक्लोराइड आदि रासायनिक पदार्थ भी ओज़ोन को नष्ट करने में योगदान दे रहे हैं। क्लोरो फ्लोरो कार्बन गैस का उपयोग हम मुख्यत: अपनी दैनिक सुख सुविधाओं के
कार्बन बॉर्डर एडजेस्टमेंट मेकैनिज्म
वर्ष 2021 में, यूरोपीय संघ ने 'कार्बन बॉर्डर एडजस्टमेंट मैकेनिज्म' (CBAM) का प्रस्ताव रखा, जिसके अंतर्गत 2026 से सीमेंट और स्टील जैसी कार्बन-गहन वस्तुओं के यूरोपीय संघ में निर्यात पर कर लगाया जायेगा। योजना के अनुसार, यूरोपीय संघ के आयातकों को उस कार्बन मूल्य के अनुरूप कार्बन प्रमाण पत्र खरीदना
सोलर फैसिलिटी
अक्टूबर, 2022 में अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (International Solar Alliance) ने अपनी 5वीं बैठक में 'सोलर फैसिलिटी (Solar Facility)' को मंजूरी प्रदान की। सोलर फैसिलिटी ISA फ्रेमवर्क के तहत भुगतान गारंटी तंत्र है। यह पहल सौर ऊर्जा क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए 2030 तक सौर ऊर्जा निवेश में
ग्रीन इवेंट टूल
अनुसंधान एवं विकास खाड़ी संगठन (GORD), जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र रूपरेखा अभिसमय (UNFCCC) सचिवालय और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) ने एक ऑनलाइन ग्रीन इवेंट्स टूल (GET) विकसित किया है।इसका उद्देश्य कार्बन फुटप्रिंट सहित नियोजन एवं कार्यान्वयन स्तर पर आयोजनों से होने वाले नकारात्मक प्रभावों कम करने वाली गतिविधियों
कार्बन ट्रेडिंग
कार्बन ट्रेडिंग एक बाजार-आधारित प्रणाली है, जिसका उद्देश्य उद्यमों को उनके पर्यावरण पदचिह्न को कम करने हेतु राजी करने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करना तथा ग्लोबल वार्मिंग में योगदान देने वाली ग्रीनहाउस गैसों को कम करना है। कार्बन ट्रेडिंग परमिट धारक को कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन करने की अनुमति
ग्रीनवाशिंग
ग्रीनवाशिंग से तात्पर्य जलवायु कार्रवाई में अनुचित व्यवहार के प्रयोग से है। निजी कंपनियां, निगम और कभी-कभी देश भी, जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिये किये जा रहे कार्यों और इन कार्यों के प्रभावों को बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत करने का प्रयास करते हैं। इस प्रक्रिया में, वे भ्रामक जानकारी प्रदान करते हैं,
अनुकूलन निधि
अनुकूलन निधि की स्थापना 2001 में क्योटो प्रोटोकॉल के विकासशील देशों में ठोस अनुकूलन परियोजनाओं और कार्यक्रमों के वित्तपोषण के लिए की गई थी। अनुकूलन निधि का पर्यवेक्षण और प्रबंधन अनुकूलन निधि बोर्ड द्वारा किया जाता है। यह उन परियोजनाओं और कार्यक्रमों के लिए वित्त पोषण प्रदान करता है जो
कार्बन बजट
कार्बन बजट, कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन की एक संचयी मात्रा है, जिसे एक निश्चित तापमान सीमा के भीतर रखने के लिए समय की अवधि में अनुमति दी जाती है। यह कार्बन डाइऑक्साइड की अधिकतम मात्रा है, जिसे उत्सर्जित किया जा सकता है। इसका मुख्य उद्देश्य शुद्ध-शून्य उत्सर्जन की संकल्पना को बढ़ावा
ग्रीन फिन्स हब
हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम ने यूके स्थित चैरिटी रीफ-वर्ल्ड फाउंडेशन के साथ ग्रीन फिन्स हब (Green Fins Hub) लॉन्च किया है। इसे संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के साथ साझेदारी में द रीफ-वर्ल्ड फाउंडेशन द्वारा विकसित किया गया था। ग्रीन फिन्स हब विश्व भर में डाइविंग और
इंफ्रास्ट्रक्चर रेजिलिएशन एक्सेलेरेटर फंड
कोएलिशन फॉर डिजास्टर रेजिलिएंट इन्फ्रास्ट्रक्चर ने मिस्रके शर्म अल शेख में आयोजित COP27 में इंफ्रास्ट्रक्चर रेजिलिएशन एक्सेलेरेटर फंड की घोषणा की थी। इन्फ्रास्ट्रक्चर रेजिलिएंस एक्सीलरेटर फंड, एक मल्टी-डोनर ट्रस्ट फंड है, जिसे यूएनडीपी और 'आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय' (UNDRR) के समर्थन से स्थापित किया गया है।
विशेष जलवायु परिवर्तन कोष
विशेष जलवायु परिवर्तन कोष, विश्व के पहले बहुपक्षीय जलवायु अनुकूलन वित्त उपकरणों में से एक है| इसकी स्थापना जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन के तहत नवंबर 2001 में जलवायु परिवर्तन से संबंधित गतिविधियों, कार्यक्रमों और उपायों के लिए की गई थी। विशेष जलवायु परिवर्तन कोष का प्रबंधन वैश्विक
अल्प विकसित देशों हेतु फंड
2001 में, यूनाइटेड नेशंस फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज (UNFCCC) के 194 देशों ने अल्प विकसित देशों हेतु फंड (Least Developed Countries Fund) की स्थापना की थी। एलडीसीएफ को वैश्विक पर्यावरण सुविधा द्वारा प्रशासित किया जाता है। विश्व बैंक अल्प विकसित देशों हेतु फंड का स्थायी ट्रस्टी है। इसका
वैश्विक पर्यावरण सुविधा लघु अनुदान कार्यक्रम
वैश्विक पर्यावरण सुविधा लघु अनुदान कार्यक्रम वैश्विक पर्यावरण सुविधा का एक कॉर्पोरेट कार्यक्रम है, जो स्थानीय नागरिक समाज और समुदाय-आधारित संगठनों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करता है। लघु अनुदान कार्यक्रम को 1992 के रिओ सम्मेलन में शुरू किया गया था। ये अपनी स्थापना के बाद से 136 देशों
वैश्विक जलवायु लचीलापन निधि
वैश्विक जलवायु लचीलापन निधि जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए महिलाओं और समुदायों को सशक्त करने के साथ-साथ नए आजीविका के संसाधन और शिक्षा प्रदान करने में भी मदद करता है। इस फंड का मुख्य रूप से अधिक तापमान वाले क्षेत्रों में गर्मी की लहरों से लड़ने के लिए उपयोग
फर्स्ट मूवर्स गठबंधन
फर्स्ट मूवर्स गठबंधन को स्कॉटलैंड के ग्लासगो में आयोजित कोप 26 में अमेरिका और विश्व आर्थिक मंच द्वारा लॉन्च किया गया था। इसका नेतृत्व विश्व आर्थिक मंच और अमेरिकी सरकार कर रही है। इसका उद्देश्य नीतिगत उपायों और निजी क्षेत्र की व्यस्तताओं के माध्यम से स्वच्छ प्रौद्योगिकियों के लिए शुरुआती
प्रदूषक भुगतान सिद्धांत
प्रदूषक भुगतान सिद्धांत विश्व भर में सतत विकास को निर्देशित करने के लिए व्यापक सिद्धांतों के एक सेट का हिस्सा है। यह 1992 के रियो घोषणा का हिस्सा है जो विश्व भर में सतत विकास को निर्देशित करने के लिए व्यापक सिद्धांत प्रदान करता है। प्रदूषक भुगतान सिद्धांत आम तौर
उत्सर्जन व्यापार प्रणाली
उत्सर्जन व्यापार प्रणाली एक बाजार आधारित प्रणाली है जहां सरकार उत्सर्जन सीमा निर्धारित करती है और उद्योगों को उत्सर्जन सीमा से नीचे रहने के लिए परमिट खरीदने और बेचने की अनुमति देती है। उत्सर्जन व्यापार प्रणाली (या पर्यावरण कराधान) का व्यापक उपयोग हरित विकास को बढ़ावा देने के सबसे कुशल
सामान्य लेकिन विभेदित जिम्मेदारियों और संबंधित क्षमताओं का सिद्धांत
सामान्य लेकिन विभेदित जिम्मेदारियों और संबंधित क्षमताओं (CBDR-RC) का सिद्धांत जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) के अंतर्गत एक सिद्धांत है, जो जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने में अलग-अलग देशों की अलग-अलग क्षमताओं और अलग-अलग जिम्मेदारियों को स्वीकार करता है। इस सिद्धांत को 1997 के क्योटो प्रोटोकॉल में
प्रदूषण
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम
वर्ष 2019 में आरंभ किए गए इस कार्यक्रम का उद्देश्य वायु प्रदूषण की रोकथाम नियंत्रण और निवारण हेतु एक व्यापक शमन (Mitigation) कार्य योजना तैयार करना है। आरंभ में, इस कार्यक्रम के तहत देशभर के चयनित शहरों में PM10 एवं PM2.5 की सांद्रता में वर्ष 2024 तक 20% से 30%
बायो डी-कंपोजर
हाल ही में, दिल्ली सरकार द्वारा पराली जलाने पर रोक लगाने के लिए खेतों में बायो डी-कंपोजर का छिड़काव किया गया है। बायो डी-कंपोजर लाभकारी सूक्ष्म जीवों के समूह से निर्मित एक कैप्सूल है जिसे भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR) द्वारा विकसित किया गया है। यह कैप्सूल 15-20 दिनों
भारत स्टेज VI मानदंड
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए BS-III पेट्रोल वाहनों और BS-IV डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। भारत स्टेज (BS) मानदंड मोटर वाहनों सहित आंतरिक दहन (IC) इंजन उपकरणों से वायु प्रदूषण के उत्सर्जन को नियंत्रित करते हैं। ये मानदंड यूरोपीय उत्सर्जन मानकों
पेलेटाइजेशन और टॉरफेक्शन
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने पराली जलाने संबंधी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) केंद्र दिशानिर्देशों को जारी करते हुए पेलेटाइजेशन और टॉरफेक्शन (Pelletisation and Torrefaction) संयंत्रों की स्थापना को बढ़ावा देने पर बल दिया है। पेलेटाइजेशन की प्रक्रिया में पराली को
ग्रीन क्रैकर्स
पारंपरिक पटाखों की तुलना में हरित पटाखों (Green Crackers) से वायु प्रदूषण में 30% की कमी आती है। ये पटाखे उत्सर्जन में कमी के साथ धूल को अवशोषित करते हैं। इनमें बेरियम नाइट्रेट जैसे खतरनाक तत्व भी नहीं होते हैं। इनका उत्पादन वैज्ञानिक तथा अनुसंधान औद्योगिक परिषद (CSIR) द्वारा अनुमोदित
ब्रीथलाइफ कैंपेन
वर्ष 2016 में शुरू किया गया यह वैश्विक अभियान शहरों एवं लोगों को हमारे स्वास्थ्य एवं जलवायु रक्षा के लिए वर्ष 2030 तक वायु प्रदूषण को सुरक्षित स्तर पर लाने के लिए कार्यवाई हेतु प्रेरित करता है। वैश्विक स्तर पर इसका नेतृत्व विश्व स्वास्थ संगठन (WHO), संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम
भूजल दोहन
एक वर्ष में भूजल का जितना पुनर्भरण होता है, उससे अधिक जल की निकासी को 'अति-दोहन' कहा जाता है। वार्षिक आधार पर उपलब्ध भूजल संसाधन के 90% से 100% उपभोग की स्थिति 'गंभीर-दोहन' की श्रेणी में आती है। जब भूजल का इसके पुनर्भरण के 70% से कम उपभोग किया
अपरंपरागत/गैर-परंपरागत जल संसाधन
सामान्य रूप से लवण युक्त जल, खारा जल, कृषि सिंचाई के लिए अपवाहित जल, उपचारित या अनुपचारिक अपशिष्ट जल प्रवाह को गैर-परंपरागत जल संसाधन में शामिल किया जाता है। इस जल के उपयोग के लिए अधिक जटिल प्रबंधन पद्धतियों और कड़ी निगरानी प्रक्रियाओं को अपनाने की आवश्यकता होती है।
ग्रेवाटर
ग्रेवाटर (Graywater) को अपशिष्ट जल के रूप में परिभाषित किया जाता है। इसमें स्नान, शावर, हैंड वॉश बेसिन, वाशिंग मशीन, डिशवॉशर और किचन सिंक आदि का अपशिष्ट जल शामिल रहता है। ध्यान रहे कि, ग्रेवाटर में शौचालयों से निष्कासित जल को शामिल नहीं किया जाता है। ग्रेवाटर में नाइट्रोजन
भारी धातुएं
भारी धातुएं (Heavy Metals) प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले खनिज तत्व हैं। इनका परमाणु भार अधिक होता था, साथ ही इनका घनत्व जल के घनत्व कम से कम 5 गुना अधिक होता है। भारी धातुओं में सीसा, लोहा, निकल, कैडमियम, आर्सेनिक, क्रोमियम एवं तांबा शामिल है। इन धातुओं
सीसा
सीसा अर्थात लेड (Pb) भू-पर्पटी में प्राकृतिक रूप से पाई जाने वाली विषाक्त धातु है। खनन, प्रगलन तथा शोधन उद्योग इस धातु के प्राथमिक स्रोत माने जाते हैं। सीसा विषाक्तता की स्थिति लोगों को सिरदर्द, जी मिचलाना, चिड़चिड़ापन, थकान तथा पेट दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
पर एंड पॉली-फ्लोरो अल्काईल पदार्थ
पर एंड पॉली-फ्लोरो अल्काईल पदार्थ (Per and polyfluoroalkyl substances:PFAS) एक प्रकार के रसायन होते हैं जिनमें आंशिक या पूर्णतः फ्लोरीन युक्त कार्बन श्रृंखला में मौजूद होती हैं। इन श्रृंखलाओं की लंबाई भिन्न-भिन्न हो सकती है। कार्बन-फ्लोरीन के इन मजबूत बांड के कारण, यह पदार्थ पर्यावरण में दीर्घ काल तक बने
नोनिल्फेनॉल
यह एक विषाक्त रासायनिक जल प्रदूषक है। इसका उपयोग सामान्य रूप से नोनिल्फेनॉल एथोक्सिलेट्स (NPE) के उत्पादन में किया जाता है। नोनिल्फेनॉल एथोक्सिलेट्स (NPE) का प्रयोग पृष्ठक्रियाकारक (Surfactants) के रूप में किया जाता है, साथ ही इसे दिन-प्रतिदिन के उपभोक्ता उत्पादों जैसे डिटर्जेंट, वेटिंग एजेंट और डिस्पर्सेंट के निर्माण में
एंडोसल्फान
यह एक ऑर्गेनोक्लोरीन बायोसाइट है। इसका उपयोग न्यूरोटॉक्सिक प्रभाव उत्पन्न करके कीटों और घुनों (Mites) को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। कीटों और घुनों से सुरक्षा हेतु कपास, काजू, चाय धान तथा तंबाकू जैसी फसलों पर इसका छिड़काव किया जाता है। यह वर्ष 2001 में हस्ताक्षरित तथा
क्लोरपायरीफॉस, फिप्रोनिल, एट्राजिन और पैराक्वाट कीटनाशक
क्लोरपायरीफॉस (Chlorpyrifos) कीटनाशक का उपयोग पत्ते और मिट्टी से उत्पन्न कीटों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। फिप्रोनिल (Fipronil) का उपयोग करके चीटियों, भृगों, तिलचट्टे तथा पिस्सू आदि को नियंत्रित किया जाता है। एट्राजिन (Atrazine) वार्षिक घास (Annual Grass) तथा चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को उगने से
माइक्रो प्लास्टिक एवं नैनो प्लास्टिक
5 मिली मीटर से कम आकार वाले प्लास्टिक को माइक्रो प्लास्टिक की संज्ञा दी जाती है। इनमें माइक्रो फाइबर (सबसे प्रचुर मात्रा में), टुकड़े, छर्रे, फ्लेक्स एवं शीट शामिल होते हैं। नैनो प्लास्टिक के कणों का आकार 1000 नैनोमीटर से भी कम होता है। दूसरे शब्दों में, एक नैनोमीटर एकमीटर
अर्थ गंगा
इस अवधारणा को वर्ष 2019 में कानपुर में आयोजित 'राष्ट्रीय गंगा परिषद' की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा प्रस्तुत किया गया था। यह अवधारणा 'नमामि गंगे कार्यक्रम' के अंतर्गत गतिविधियों को जारी रखने के लिए आजीविका के अवसर पैदा करने पर केंद्रित है। 'नमामि गंगे कार्यक्रम' गंगा और उसकी सहायक
भारत टैप
भारत टैप (Bharat Tap) आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आरंभ की गई एक पहल है। इस पहल का उद्देश्य कम जल प्रवाह वाले सेनेटरी-वेयर बड़े पैमाने पर उपलब्ध कराना है। इससे स्रोत पर ही जल की खपत को लगभग 40% तक कम किया जा सकेगा। भारत टैप को
जलदूत ऐप
इस ऐप का विकास ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा किया गया है। इससे चयनित गांवों में भूजल-स्तर की पहचान करने में मदद मिलेगी। यह ग्राम रोजगार सहायक (GRS) को वर्ष में दो बार (मानसून से पहले और मानसून के बाद) चयनित जल स्तर को मापने में सक्षम बनाएगा। इस ऐप
स्वच्छ सुजल प्रदेश
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भारत का पहला स्वच्छ सुजल प्रदेश बन गया है। इस द्वीप समूह के सभी गांवों को 'हर घर जल प्रमाण पत्र' प्राप्त हुआ है। स्वच्छ सुजल प्रदेश संबंधी प्रमाण पत्र जल शक्ति मंत्रालय द्वारा प्रदान किया जाता है। यह प्रमाण पत्र स्वच्छ एवं सुरक्षित पेयजल
प्रकाश प्रदूषण
अत्यधिक व गलत दिशा में अथवा बाधा डालने वाले कृत्रिम प्रकाश को प्रकाश प्रदूषण की श्रेणी में रखा जाता है। 'इंटरनेशनल डार्क स्काई एसोसिएशन' (IDA) द्वारा वार्षिक रूप से आयोजित किए जाने वाले 'इंटरनेशनल डार्क स्काई वीक' कार्यक्रम के माध्यम से प्रकाश प्रदूषण को कम करने के लिए लोगों को
ई-अपशिष्ट
अपशिष्ट के रूप में परित्यक्त किए गए विद्युत एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरण अथवा उनके अंश को ई-अपशिष्ट कहा जाता है। सामान्य रूप से यह उपकरण विनिर्माण, नवीनीकरण और मरम्मत की प्रक्रिया में अस्वीकृत कर दिया जाते हैं। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा ई-अपशिष्ट (प्रबंधन) नियम, 2022 को अधिसूचित किया
परसिस्टेंट ऑर्गेनिक पोल्यूटेंट्स
परसिस्टेंट ऑर्गेनिक पोल्यूटेंट्स (PoPs) ऐसे रासायनिक पदार्थ होते हैं जो लंबे समय तक पर्यावरण में बने रहते हैं तथा सजीवों में जैव-संचित होते रहते हैं। PoPs मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं तथा स्रोत से काफी दूर तक यात्रा कर पर्यावरणीय प्रभाव उत्पन्न करते हैं। PoPs को नियंत्रित करने
पूर्व सूचित सहमति
पूर्व सूचित सहमति (Prior Informed Consent-PIC) एक प्रक्रिया है जो रॉटरडम कन्वेंशन (Rotterdam Convention) का एक अभिन्न प्रावधान माना जाता है। इस प्रक्रिया द्वारा खतरनाक रसायनों के भावी शिपमेंट की प्राप्ति के इच्छुक आयातक पक्षकारों की औपचारिक प्राप्ति एवं प्रसार के लिए एक तंत्र निर्मित किया जाता है। इसके
प्राण पोर्टल
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के तहत 'गैर-प्राप्ति शहरों में वायु प्रदूषण के नियमन' के लिए 'प्राण' (Portal for Regulation of Air-pollution in Non-Attainment cities: PRANA) नामक एक पोर्टल का आरंभ किया गया है। गैर-प्राप्ति वाले शहर (Non-Attainment cities) वे शहर हैं,
आपदा प्रबंधन
भू-धंसाव
पृथ्वी की उप-सतह से भू-सामग्रियों को हटाने या उनके विस्थापन के कारण पृथ्वी की सतह का क्रमिक रूप से धंसना या अचानक धंसाव को भू-धंसाव कहते हैं। भू-धंसाव की स्थिति भू-स्खलन से भिन्न होती है। भू-धंसाव में किसी क्षेत्र का भूभाग लंबवत रूप में नीचे की ओर हो सकता है।
चक्रवात 'असानी'
हाल ही में बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी-पूर्वी क्षेत्रों में विकसित चक्रवात को 'असानी' नाम प्रदान किया गया था। यह वर्ष 2022 में उत्तरी हिंद महासागर क्षेत्र में निर्मित होने वाला पहला चक्रवाती तूफान था। इस चक्रवात को 'असानी' नाम श्रीलंका द्वारा दिया गया था। सिंधी भाषा में इसका अर्थ
फुजिवारा इफेक्ट
जब एक ही महासागर क्षेत्र में लगभग एक ही समय में दो से अधिक चक्रवातों का निर्माण होता है, दोनों चक्रवात एक दूसरे से 1400 किलोमीटर से कम दूरी पर स्थित होते हैं तथा उनकी तीव्रता एक 'अवदाब' (वायु की गति 63 किमी. प्रति घंटे से कम) और एक 'सुपर
ड्वोरक तकनीक
ड्वोरक तकनीक (Dvorak Technique) का विकास करने वाले अमेरिकी मौसम विज्ञानी बर्नोन ड्वोरक का हाल ही में निधन हो गया। ड्वोरक तकनीक एक सांख्यिकीय पद्धति है। इसके अंतर्गत उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की तीव्रता का आकलन किया जाता है। इसके लिए उपग्रह इमेजरी पर आधारित 'क्लाउड पैटर्न' का उपयोग किया जाता
बम चक्रवात
बम चक्रवात को विस्फोटक उत्पत्ति वाले चक्रवात (Cyclogenesis) के रूप में भी जाना जाता है। यह एक मौसमी परिघटना है जो तब घटित होती है जब निम्न दाब वाली प्रणाली के तहत वायुमंडलीय दाब में तीव्र और अत्यधिक गिरावट होती है। इस तीव्र गिरावट के दौरान तेज पवन प्रवाह होता
भूकंप वेधशाला
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने जम्मू और कश्मीर के उधमपुर में एक भूकंपीय वेधशाला स्थापित की है। यह भारत का 153वां भूकंपीय स्टेशन है। उधमपुर जनपद दो प्रमुख भूकंपीय भ्रंशो अर्थात 'मेन फ्रंटल थ्रस्ट' (MFT) और 'मेन बाउंड्री थ्रस्ट'(MBT) के मध्य स्थित है। यह भ्रंश जम्मू कश्मीर क्षेत्र में भूकंप उत्पन्न
डेरेचो
संयुक्त राज्य अमेरिका के कई राज्य डेरेचो (Derecho) नामक तूफान से प्रभावित हुए हैं। इस तूफान के कारण संबंधित क्षेत्रों में आकाश का रंग हरा हो गया था। यह हरा रंग बड़ी मात्रा में जल धारण करने वाले इस प्रकार के तूफानों के साथ प्रकाश की परस्पर क्रिया के कारण
हिमस्खलन निगरानी रडार
हाल ही में उत्तरी सिक्किम में हिमस्खलन निगरानी रडार (Avalanche Monitoring Radar:AMR) स्थापित किया गया है। यह भारत में अपनी तरह का पहला रडार है। यह हिमस्खलन के सक्रिय होने के तीन सेकंड के भीतर उसका पता लगाने में सक्षम है। इसका संचालन सेना तथा रक्षा भू सूचना विज्ञान अनुसंधान
दक्षिण एशिया सूखा निगरानी प्रणाली
दक्षिण एशिया सूखा निगरानी प्रणाली (SADMS) को अंतरराष्ट्रीय जल प्रबंधन संस्थान (IWMI) और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) द्वारा विकसित किया गया है। इसका उद्देश्य सूखा प्रबंधन के समक्ष मौजूद और संभावित चुनौतियों का समाधान करना है। साथ ही, दक्षिण एशिया के देशों में अग्र-सक्रिय सूखा शमन उपायों के लिए
दामिनी एप
हाल ही में, गृह मंत्रालय द्वारा सूचना दी गई है कि दामिनी आपको सभी स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध कराया जाएगा। यह ऐप भारत में आकाशीय बिजली की सभी घटनाओं की निगरानी करता है। यह 20 किलोमीटर से 40 किलोमीटर के दायरे में बिजली गिरने पर GPS अधिसूचना के माध्यम से
मावम्लुह गुफा
मावम्लुह गुफा को 'क्रेम मावम्लुह' के नाम से भी जाना जाता है। यह भारतीय उपमहाद्वीप की चौथी सबसे लंबी गुफा है, इसकी लंबाई लगभग 7 किलोमीटर है। यह गुफा मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा में स्थित है। इसकी खोज वर्ष 1844 में लेफ्टिनेंट यूएल नामक एक ब्रिटिश
मेघालयन युग
यह होलोसीन युग का एक सबसे नवीनतम कालखंड है। इसका निर्माण लगभग 4200 वर्ष पूर्व आरंभ हुआ था। इस दौरान दुनिया भर के कृषक समाजों को आकस्मिक गंभीर सूखे और शीतलन का सामना करना पड़ा था। भूगर्भीय कालक्रम के विभिन्न अंतरालों के मध्य मेघालय युग को अद्वितीय माना जाता है।
हाइड्रोलिक फ्रेकिंग
हाल ही में इंग्लैंड द्वारा हाइड्रोलिक फ्रेकिंग अथवा फैक्चरिंग से प्रतिबंध हटाया गया है। फ्रेकिंग शेल चट्टान से गैस और तेल निकालने की एक तकनीक है। इस तकनीक का विरोध इसलिए किया जाता है, क्योंकि चट्टान में उच्च दबाव पर तरल पदार्थ को इंजेक्ट करने से पृथ्वी की सतह पर
मीथेन अलर्ट एंड रिस्पांस सिस्टम
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की अंतरराष्ट्रीय मीथेन उत्सर्जन वेधशाला (IMEO) द्वारा मीथेन अलर्ट एंड रिस्पांस सिस्टम (MARS) आरंभ किया गया है। यह एक नई उपग्रह आधारित प्रणाली है। यह प्रणाली तेजी से शमन कार्यवाही को बढ़ावा देने के लिए बड़े मीथेन स्रोतों के बारे में सरकारों, कंपनियों और ऑपरेटर्स
क्लाइमेट ट्रेस कोलिएशन
अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति अल गोर के नेतृत्व में क्लाइमेट ट्रेस (TRACE) कोलिएशन आरंभ किया गया है। यह एक वैश्विक गैर-लाभकारी संगठन है। इसके द्वारा सेटेलाइट इमेजरी और रिमोट सेंसिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तथा कलेक्टिव डाटा साइंस के अन्य रूपों का उपयोग किया जाता है। इसका उद्देश्य अभूतपूर्व विस्तार और
मेई यू फ्रंट तथा मैडन जूलियन ऑसिलेशन
वर्ष 2021 में जून माह में होने वाली वर्षा का औसत 152.3 मिलीमीटर दर्ज किया गया। यह पिछले वर्षों (1971-2020 के आंकड़ों के आधार पर) की औसत वर्षा 165.3 मिली मीटर की तुलना में कम थी। वर्षा में इस कमी के लिए 'मेई यू फ्रंट' तथा'मैडन जूलियन ऑसिलेशन' जैसी घटनाओं
एज़ोरेस हाई
एज़ोरेस हाई (Azores High) उपोष्ण-कटिबंधीय उच्च वायुदाब प्रणाली है। इसका विस्तार सर्दियों के दौरान पूर्वी-उपोष्ण कटिबंधीय उत्तरी अटलांटिक और पश्चिमी यूरोप तक होता है। एज़ोरेस हाई (Azores High) की उत्पत्ति उपोष्ण-कटिबंधीय क्षेत्र में शुष्क वायु के नीचे की ओर आने से होती है। यह हैडली परिसंचरण की निचली शाखा के
हेडक्वार्टर एग्रीमेंट
हाल ही में भारत ने 'आपदा रोधी अवसंरचना के लिए गठबंधन' (CDRI) के साथ 'हेडक्वार्टर एग्रीमेंट' पर हस्ताक्षर किए हैं।इससे CDRI को स्वतंत्र और अंतरराष्ट्रीय कानूनी संस्था का दर्जा मिल गया है। हेडक्वार्टर एग्रीमेंट किसी अंतरराष्ट्रीय संगठन और मेजबान देश के बीच किया गया एक समझौता होता है। यह समझौता
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
नवीन एवं उभरती प्रौद्योगिकी
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
कंप्यूटर विज्ञान का वह क्षेत्र जो बुद्धिमान मशीनों के निर्माण पर केंद्रित है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहलाता है। इन मशीनों द्वारा ऐसे कार्य किए जा सकते हैं, जिनमें आमतौर पर दृश्यात्मक अनुभूति, आवाज की पहचान और भाषा के अनुवाद जैसी मानव बुद्धिमत्ता की आवश्यकता होती है। यह प्रौद्योगिकी कंप्यूटर को अनुभव से सीखने,
जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
यह एक ऐसा एल्गोरिदम है जिसका उपयोग ऑडियो, कोड, चित्र, टेक्स्ट, सिमुलेशन और वीडियो जैसे नए कंटेंट बनाने के लिए किया जा सकता है। इस एल्गोरिदम को न्यूरल नेटवर्क का उपयोग करके, मशीन लर्निंग मॉडल को बड़ी मात्रा में डाटा के साथ प्रशिक्षित करके प्राप्त किया जाता है। तत्पश्चात, इन
लैम्डा
'लैम्डा' अथवा संवाद अनुप्रयोगों के लिए भाषा मॉडल (Language Models for Dialog Applications: LaMDA) एक मशीन लर्निंग भाषा है। इसे गूगल ने चैटबॉट के रूप में निर्मित किया है। यह संवाद करते समय मनुष्यों की नकल करने में सक्षम है। इसे विभिन्न विषयों से संबंधित मुक्त वार्तालाप में संलग्न होने
3D प्रिंटिंग
योगात्मक निर्माण या 3D प्रिंटिंग एक ऐसी प्रौद्योगिकी है, जिसमें डिजिटल 3D मॉडल या कंप्यूटर ऐडेड डिजाइन (CAD) मॉडल की मदद से सामग्री को परत दर परत जोड़ने की क्रिया द्वारा त्रिविमीय(Three-Dimensional) वस्तु निर्मित की जाती है। त्रिविमीय वस्तु तैयार करने के लिए निक्षेपण एवं घनीकरण (Deposition and Solidification) की
4D प्रिंटिंग
यह 3D प्रिंटिंग का ही विकसित एवं नवीन रूप है। इसमें विशेष सामग्रियों का उपयोग करके उत्पादन के बाद आकार बदलने में सक्षम वस्तुओं को प्रिंट किया जाता है। इस तकनीक में उत्पादन के पश्चात रूपांतरण शुरू करने के लिए नमी, तापमान, प्रकाश, विद्युत प्रवाह, तनाव, पी.एच जैसे उत्प्रेरकों की
बिटकॉइन माइनिंग
बिटकॉइन माइनिंग जटिल पहेलियों को हल करके नए बिटकॉइन बनाने की प्रक्रिया है। इसमें गणितीय पहेलियों को हल करने के लिए प्रतिस्पर्धा करने वाले विशेष चिप्स से लैस कंप्यूटिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता है। माइनिंग के कार्य को सामान्यतया बिजली की सस्ती दरों एवं ठंडे मौसम वाले देशों (जैसे-
नॉन फंजीबल टोकन
नॉन फंजीबल टोकन (Non Fungible Token-NFT) एक डिजिटल ऑब्जेक्ट है जो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी द्वारा निर्धारित प्रमाणिकता के प्रमाण पत्र के साथ एक ड्राइंग, एनिमेशन, संगीत का खंड, फोटो अथवा वीडियो हो सकता है। NFT डिजिटल रूप से दुर्लभ माने जाते हैं। एक NFT का मूल्य किसी भी अन्य सामान टोकन
फेसियल रिकॉग्निशन प्रणाली
फेसियल रिकॉग्निशन प्रणाली (FRS) किसी व्यक्ति के चेहरे के माध्यम से उसकी पहचान करने या पहचान की पुष्टि करने का एक तरीका है। इसका उपयोग फोटो, वीडियो अथवा रियल टाइम में लोगों की पहचान करने के लिए दिया जा सकता है। सत्यापन की पहचान हेतु सिस्टम द्वारा फेसप्रिंट्स के एक
विस्तारित वास्तविकता
विस्तारित वास्तविकता (Extended Reality-XR) कंप्यूटर प्रौद्योगिकी द्वारा विकसित वास्तविक एवं आभासी वातावरण के संयुक्त रूप तथा मानव-मशीन परस्पर क्रिया को संदर्भित करता है। यह पद आभासी वास्तविकता (VR), संवर्धित वास्तविकता (AR) व मिश्रित वास्तविकता (MR) आदि को कवर करता है। इस तकनीक का उद्देश्य भौतिक दुनिया को डिजिटल ट्विन वर्ल्ड
रेडियो फ्रिकवेंसी आईडेंटिफिकेशन
रेडियो फ्रिकवेंसी आईडेंटिफिकेशन (RFID) एक वायरलेस सिस्टम है। इसमें 'टैग' और 'रीडर' नामक दो घटक होते हैं। RFID टैग को रीड करने की दूरी उपयोग की जाने वाली आवृत्ति (300 गीगाहर्ट से 9 किलोहर्ट तक) पर निर्भर करती है। RFID टैग को रीड करने के लिए लाइन ऑफ साइट (Line
क्रिप्टोजैकिंग
क्रिप्टोजैकिंग (Cryptojacking) एक प्रकार का साइबर हमला है। इसका पता लगाना मुश्किल होता है। इसमें एक कंप्यूटिंग डिवाइस को हमलावर हैक कर लेता है। तत्पश्चात, वह अवैध रूप से क्रिप्टोकरंसी के 'कॉइन माइनिंग' के लिए इसके संसाधनों का उपयोग करता है। कॉइन माइनिंग एक वैध व प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया है। इसका
संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी
गीगामेश
गीगामेश (GigaMesh) एक अभिनव वायरलेस नेटवर्क समाधान है। यह उपनगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में फाइबर जैसी बैंडविथ इंटरनेट सेवाएं प्रदान कर सकता है। इसे डीप टेक स्टार्टअप (Deep Tech Startup) एस्ट्रोम (Astrom) द्वारा विकसित किया गया है। इस स्टार्टअप को भारतीय विज्ञान संस्थान के अंतर्गत टेक्नोलॉजी इन्नोवेशन हब (TIH)-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
डार्कनेट
डार्क वेब के रूप में जाना जाने वाला इंटरनेट का वह हिस्सा, जिसे गूगल जैसे पारंपरिक सर्च इंजनों तथा क्रोम एवं सफारी जैसे सामान्य ब्राउज़र्स के माध्यम से एक्सेस नहीं किया जा सकता है, डार्कनेट कहलाता है। डार्कनेट डीप वेब का केवल एक हिस्सा है। डीप वेब एक व्यापक अवधारणा
स्प्लिंटरनेट
स्प्लिंटरनेट (Splinternet) का अर्थ 'देशों द्वारा राजनीतिक उद्देश्यों से कंटेंट को फिल्टर करने या पूरी तरह से अवरुद्ध करने के कारण इंटरनेट का तेजी से खंडित होना है।' रूस ने वर्ष 2019 में संप्रभु इंटरनेट कानून अथवा डिजिटल आयरन कर्टन नामक क़ानून पारित किया गया था। इस कानून में विशिष्ट
नेटवर्क स्लाइसिंग
नेटवर्क स्लाइसिंग (Network Slicing) एक नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन (Network Configuration) है। यह एक सामान्य भौतिक बुनियादी ढांचे के शीर्ष पर अनेक नेटवर्क (वर्चुअल एवं स्वतंत्र) निर्मित करने में मदद करता है। यह कॉन्फ़िगरेशन 5जी संरचना का एक अनिवार्य घटक बन गया है। नेटवर्क के प्रत्येक 'स्लाइस' अथवा हिस्से को एप्लीकेशन, उपयोग
फाइबराइजेशन
ऑप्टिकल फाइबर केबल के माध्यम से रेडियो टावरों को एक-दूसरे से जोड़ने की प्रक्रिया फाइबराइजेशन (Fiberisation) कहलाती है। फाइबराइजेशन नेटवर्क के उस हिस्से को इंगित करता है, जो 5G सेवाओं में उपयोग किए जाने वाले डाटा की बड़ी मात्रा के संचार हेतु नेटवर्क के कोर को एक छोर से जोड़ता
क्वांटम की डिस्ट्रीब्यूशन
यह एक सुरक्षित संचार प्रौद्योगिकी है। इसके तहत क्रिप्टोग्राफी प्रोटोकॉल (Cryptography protocol) के निर्माण हेतु क्वांटम भौतिकी (Quantum Physics) का उपयोग किया जाता है। पारंपरिक क्रिप्टोग्राफी में सुरक्षा आमतौर पर स्थित इस तथ्य पर आधारित होती है कि, संभावित हैकर/हमलावर एक निश्चित गणितीय समस्या को हल करने में असमर्थ होता
क्वांटम इंटरनेट
क्वांटम इंटरनेट एक नए प्रकार के नेटवर्क के निर्माण हेतु क्वांटम कंप्यूटरों के सैद्धांतिक उपयोग पर आधारित एक विचार है। यह परंपरागत इंटरनेट के विपरीत है। परंपरागत इंटरनेट बायनरी सिग्नल (0 अथवा 1 के द्वारा दर्शाए गए) के उपयोग के माध्यम से संचालित होता है। दूसरी तरफ, क्वांटम इंटरनेट के
डेटा एंपावरमेंट प्रोटेक्शन आर्किटेक्चर
डेटा एंपावरमेंट प्रोटेक्शन आर्किटेक्चर (DEPA) बेहतर डेटा गवर्नेंस दृष्टिकोण के लिए एक संयुक्त सार्वजनिक-निजी प्रयास है। इसके द्वारा डिजिटल ढांचा तैयार किया जाता है तथा यह उपयोगकर्ताओं को अपनी शर्तों पर डेटा साझा करने की अनुमति देता है। DEPA इंडिया स्टैक (India Stack) की अंतिम परत निर्मित की गई है।
योट्टा डी1
देश के सबसे बड़े तथा उत्तर भारत के प्रथम हाइपरस्केल डेटा सेंटर 'योट्टा डी1' (Yotta D1) को ग्रेटर नोएडा में स्थापित किया गया है। इसके द्वारा सर्वर को अंतिम उपयोगकर्ता स्थल से जोड़ने के साथ-साथ डेटा के संग्रहण एवं प्रसंस्करण जैसे कार्य किए जाते हैं। डेटा सेंटर किसी एकीकृत स्थान
5जी टेस्ट बेड
हाल ही में, आईआईटी मद्रास (IIT Madras) के नेतृत्व में विकसित किए गए '5जी टेस्ट बेड' (5G Test Bed) का उद्घाटन किया गया। यह देश का प्रथम '5जी टेस्ट बेड' है। इसकी मदद से स्टार्टअप्स और उद्योग जगत के प्रतिभागी स्थानीय स्तर पर अपने उत्पादों का परीक्षण एवं सत्यापन कर
5G एयरवेव हस्तक्षेप
नागर विमानन महानिदेशालय द्वारा विमान रेडियो अल्टीमीटर (Radio Altimeter) के साथ 5G सी-बैंड स्पेक्ट्रम (5G C-band spectrum) के संभावित हस्तक्षेप (Interference) पर चिंता व्यक्त की है। इसका कारण है कि ये दोनों मध्य सी-बैंड स्पेक्ट्रम (Mid C-band spectrum) में कार्य करते हैं। रेडियो अल्टीमीटर विमानों में उपयोग किया जाने वाला
वाईफाई
वाईफाई (WiFi) अथवा वॉयरलैस फिडेलिटी एक वायरलेस नेटवर्किंग तकनीक है। यह डेस्कटॉप कंप्यूटर, लैपटॉप मोबाइल फोन तथा स्मार्ट टीवी आदि जैसे उपकरणों को इंटरनेट एक्सेस प्रदान करती है। यह अलग-अलग उपकरणों के मध्य संचार स्थापित करने के लिए 2.4 से 5G आवृत्ति बैंड में रेडियो फ्रीक्वेंसी (Radio-frequency) अथवा रेडियो वेव्स
सेटेलाइट अर्थ स्टेशन गेटवे
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) द्वारा 'सेटेलाइट अर्थ स्टेशन गेटवे' (SESG) की स्थापना एवं संचालन हेतु लाइसेंसिंग फ्रेमवर्क पर सिफारिशें जारी की गई हैं। SESG को गेटवे हब के रूप में भी जाना जाता है। यह अंतरिक्ष आधारित नेटवर्क (Space based network) और जमीनी संचार नेटवर्क (Ground communication network) के
क्विक रिस्पांस कोड
क्विक रिस्पांस कोड (QR Code) बारकोड का द्वियामी संस्करण है। इसे डिजिटल डिवाइस द्वारा आसानी से पढ़ा जा सकता है। इसमें आदर्श स्कैनिंग की स्थिति आकार से दूरी (Size-to-Distance) अनुपात 1:10 होती है। स्कैन करने के लिए लाइन ऑफ साइट (Line of Sight) में होना अनिवार्य होता है। इसकी रियल
नियर फील्ड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी
नियर फील्ड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (NFCT) एक अल्प दूरी की वायरलेस कनेक्टिविटी तकनीक है। यह नियर फील्ड कम्युनिकेशन (NFC)-सक्षम उपकरणों को एक दूसरे के साथ संचार करने और सिग्नल टच के साथ सूचना को शीघ्र एवं आसानी से प्रेषित करने में सक्षम बनाती है। डाटा ट्रांसफर के लिए NFC-सक्षम उपकरणों द्वारा
इंडिया स्टैक
इंडिया स्टैक (India Stack) ओपन 'एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस' (APIs) और 'डिजिटल पब्लिक गुड्स' (DPG) का एक संग्रह है। इंडिया स्टैक में आधार (एकीकृत भुगतान इंटरफेस:UPI), को-विन, डिजिलॉकर, आरोग्य सेतु, ईसंजीवनी, उमंग एप तथा दीक्षा पोर्टल आदि के APIs शामिल हैं। इंडिया स्टैक का उद्देश्य जनसंख्या के अधिकांश हिस्से के लिए
ग्लोबल लाइटहाउस नेटवर्क
ग्लोबल लाइटहाउस नेटवर्क (GLN) मैकिन्से एंड कंपनी के सहयोग से विश्व आर्थिक मंच द्वारा संचालित एक पहल है। यह 100 से अधिक विनिर्माताओं का एक समुदाय है। यह समुदाय कृत्रिम बुद्धिमत्ता, 3D प्रिंटिंग और बिग डेटा एनालिसिस जैसी चौथी औद्योगिक क्रांति प्रौद्योगिकियों के कार्यान्वयन की दिशा में महत्वपूर्ण नेतृत्व प्रदान
एंबेडेड सिम (ई-सिम)
ई-सिम एक फॉर्म फैक्टर है, जो कि प्रोग्रामेबल सिम कार्ड का एक रूप होता है। इसे सोल्डरिंग द्वारा डिवाइस (फोन) प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (PCB) में स्थाई रूप से लगा दिया जाता है। इसे हटाया नहीं जा सकता है। इसमें सिम कार्ड को बहुत ही ग्रुप से बदले बिना ही रिमोट
ब्लूबगिंग
ब्लूबगिंग (Bluebugging) हैकिंग का एक रूप है। यह फाइबर हमलावरों को अपने खोज योग्य ब्लूटूथ कनेक्शन के माध्यम से यह डिवाइस तक पहुंचने में सक्षम बनाता है। इसके अंतर्गत, एक बार ब्लूटूथ कनेक्शन स्थापित हो जाने के बाद हैकर प्रमाणीकरण को बाईपास करने के लिए 'ब्रूट फोर्स हमलों' का उपयोग
हर्मिट
हर्मिट (Hermit) एक नया वाणिज्यिक स्पाइवेयर है। इसमें एंड्रॉयड और आईफोन ऑपरेटिंग सिस्टम (iOS) दोनों उपकरणों को प्रभावित करने की क्षमता है। हाल ही में इसका उपयोग कजाकिस्तान, इटली और उत्तरी सीरिया की सरकारों ने अपने नागरिकों पर किया है। स्पाइवेयर यह दुर्भावनापूर्ण सॉफ़्टवेयर या मैलवेयर होता है। इसे गुप्त
परम पोरूल
परम पोरूल (Param Porul) एक अत्याधुनिक सुपरकंप्यूटर है। इसे 'राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन' (NSM) के द्वितीय चरण के तहत NIT तिरुचिरापल्ली में स्थापित किया गया है। यह उच्च शक्ति आधारित उपयोग में प्रभावशीलता प्राप्त करने के लिए 'डायरेक्ट कांटेक्ट लिक्विड कूलिंग तकनीक' पर आधारित है। इससे परिचालन लागत में कमी आती
ट्रू रेंडम नंबर जेनरेटर
भारतीय विज्ञान संस्थान द्वारा 'ट्रू रेंडम नंबर जेनरेटर' (True Random Number Generator-TRNG) को विकसित किया गया है। यह डेटा इंक्रिप्शन में सुधार करने के साथ संवेदनशील डिजिटल डेटा (डेबिट/क्रेडिट कार्ड विवरण एवं पासवर्ड आदि) के लिए बेहतर सुरक्षा प्रदान कर सकता है। इंक्रिप्टेड सूचना को केवल अधिकृत उपयोगकर्ताओं द्वारा ही
तिहान
भारत के पहले स्वायत्त नेविगेशन सुविधा केंद्र 'तिहान' (Technology Innovation Hub on Autonomous Navigation-TiHAN) को IIT हैदराबाद में आरंभ किया गया है। 'तिहान' को मानव रहित जमीनी और हवाई वाहन परीक्षण दोनों के लिए विकसित किया गया है। यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय की एक 'बहु-विषयक पहल' है। इसका उद्देश्य
भारतीय डेटासेट प्लेटफॉर्म
यह इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की 'राष्ट्रीय डाटा गवर्नेंस फ्रेमवर्क नीति' (NDGFP) के तहत एक वन स्टॉप प्लेटफार्म है। यहां सभी सरकारी संस्थाओं द्वारा एकत्र किए गए अनामीकृत या अनामित गैर- व्यक्तिगत डेटा सेट (Anonymised or Anonymized Non-Personal Data Sets) को संग्रहित किया जाता है। यह प्लेटफार्म अनुरोधों को
नेशनल डेटा एंड एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म
नीति आयोग द्वारा, मुक्त सार्वजनिक उपयोग हेतु नेशनल डेटा एंड एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म (NDAP) लॉन्च किया गया एक 'वेब प्लेटफॉर्म' है। यह प्लेटफार्म सभी उपयोगकर्ताओं के लिए सुलभ है। इस प्लेटफार्म पर अलग-अलग सरकारी एजेंसियों के मूलभूत डेटासेट उपलब्ध कराए गए हैं। यह डेटा को सुसंगत तरीके से प्रस्तुत करता है।
रक्षा प्रौद्योगिकी
सॉलि़ड फ्यूल डक्टेड रैमजेट तकनीक
सॉलि़ड फ्यूल डक्टेड रैमजेट (SFDR) तकनीक एक ऐसी मिसाइल प्रणोदन प्रणाली है, जिसमें रिड्यूस्ड स्मोक नोजल लेस मिसाइल बूस्टर के साथ थ्रस्ट मॉड्युलेटेड डक्टेड रॉकेट शामिल होता है। भारत-रूस की संयुक्त अनुसंधान एवं विकास परियोजना के तहत विकसित SFDR की उड़ान का पहला परीक्षण वर्ष 2018 में किया गया था।
रैमजेट
रैमजेट (Ramjet) इंजन में बिना घूमने वाले कंप्रेसर का उपयोग करके सामने से आ रही हवा को दहन करने के लिए संपीड़ित करने हेतु यान के फॉरवर्ड मोशन का उपयोग किया जाता है। यह लगभग मैक 3 की सुपरसोनिक गति (ध्वनि की गति से 3 गुना) पर सबसे अधिक कुशलता
स्क्रैमजेट
स्क्रैमजेट (Scramjet) इंजन हाइपरसोनिक गति पर कुशलतापूर्वक कार्य करने में सक्षम है और सुपरसोनिक दहन को संभव बनाता है। यह ईंधन के रूप में हाइड्रोजन और ऑक्सीकारक के रूप में वायुमंडलीय हवा से ऑक्सीजन का उपयोग करता है। रैमजेट इंजन की भांति इसमें भी कोई मूविंग पार्ट्स नहीं होते
डूअल मोड रैमजेट
डूअल मोड रैमजेट (Dual Mode Ramjet-DMRJ), रैमजेट और स्क्रैमजेट इंजनों की श्रृंखला में तीसरा एयर ब्रीदिंग इंजन है। इंजन की प्रणालियों का विभिन्न अंतरिक्ष एजेंसियों द्वारा विकास किया जा रहा है। DMRJ इंजन मैक 4-8 की रेंज पर स्क्रैमजेट में बदल जाता है। डूअल मोड का अर्थ यह है कि
जीसैट-7 श्रृंखला के उपग्रह
जीसैट-7 (GSAT-7) श्रृंखला के उपग्रह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा विकसित उन्नत उपग्रह हैं, यह रक्षा सेवाओं की संचार आवश्यकताओं को पूरा करने पर केंद्रित हैं। जीसैट-7 उपग्रह को वर्ष 2013 में प्रक्षेपित किया गया था। इसका उपयोग मुख्य रूप से भारतीय नौसेना अपनी संचार आवश्यकताओं को पूरा करने के
ब्रह्मोस
ब्रह्मोस (BRAHMos), लंबी दूरी की मारक क्षमता वाली एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल प्रणाली है। इसे भूमि स्थित और समुद्र आधारित लक्ष्यों के विरुद्ध भूमि, समुद्र और हवा से दागा जा सकता है। इसका विकास संयुक्त सहयोग के आधार पर भारत के रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) तथा रूस के एनपीओ
क्रूज मिसाइल
यह मानव रहित स्वचालित (लक्ष्य को भेदने तक) निर्देशित मिसाइल है। यह अपने उड़ान पत्र के अधिकांश समय वायु-गतिकीय लिफ्ट के माध्यम से उड़ान भरती है। क्रूज मिसाइल में जेट इंजन प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाता है। यह पृथ्वी के वायुमंडल के भीतर भी उड़ान भरने में सक्षम है। ब्रह्मोस,
बैलिस्टिक मिसाइल
यह अपने उड़ान पथ में अधिकांशतः 'बैलिस्टिक प्रक्षेप वक्र' का पालन करती है। इसे आरंभिक चरण में रॉकेट बूस्टर के माध्यम से एक निश्चित ऊंचाई तक पहुंचाया जाता है। इसके बाद बूस्टर अलग हो जाते हैं और मिसाइल गुरुत्वाकर्षण बल के कारण पृथ्वी की ओर तेजी से गिरते हुए लक्ष्य
एस-400
एस-400 (S-400) रूस द्वारा निर्मित एक लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (LR-SAM) प्रणाली है। यह शत्रु के विमानों, बैलिस्टिक मिसाइलों और एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AWACS) विमानों को 400 किलोमीटर, 250 किलोमीटर, मध्यम दूरी के 120 किलोमीटर और कम दूरी के 40 किलोमीटर
मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल
हाल ही में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (MPATGM) के अंतिम संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है। यह स्वदेश में विकसित टैंक रोधी कम वजन वाली मिसाइल है, जो दागो और भूल जाओ (Fire and Forget) के सिद्धांत पर कार्य करती
क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल
QRSAM रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित एक कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है। यह प्रणाली शत्रु के हवाई हमलों के दौरान सेना की सशक्त टुकड़ी को आगे बढ़ाने के लिए एक सुरक्षा कवच प्रदान करती
हेलिना
हेलिना (HELINA) एक स्वदेशी रूप से विकसित 'एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल' है। इसे हेलीकॉप्टर से लांच किया जा सकता है। यह तीसरी पीढ़ी की 'दागो और भूल जाओ' श्रेणी की टैंक रोधी निर्देशित मिसाइल (ATGM) प्रणाली है। इसे एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) पर स्थापित किया गया है। यह मिसाइल प्रणाली
समर्सिबल शिप बैलिस्टिक न्यूक्लियर
समर्सिबल शिप बैलिस्टिक न्यूक्लियर (SSBN) पनडुब्बी अंतर-महाद्वीपीय मिसाइलों के लिए ऐसे लांचिंग प्लेटफार्म के रूप में कार्य करती है, जिसका पता नहीं लगाया जा सकता है। इसे विशेष रूप से परमाणु हथियारों के सटीक डिलीवरी के लिए डिजाइन किया गया है। भारत में आईएनएस अरिहंत (INS Arihant) को 'समर्सिबल शिप
न्यूक्लियर पावर अटैक सबमरीन
न्यूक्लियर पावर अटैक सबमरीन (SSN) गैर-परमाणु हथियारों से लैस किंतु परमाणु संचालित लड़ाकू पनडुब्बी है। इसे माइंस युद्ध में शामिल होने, दुश्मनों के जहाजों की खोज करने और उन्हें नष्ट करने तथा युद्धक समूह (Battle Group) के परिचालनों का समर्थन करने के लिए डिजाइन किया गया है। वर्तमान में केवल
डीजल इलेक्ट्रिक अटैक सबमरीन
इस पनडुब्बी में डीजल इंजन का प्रयोग किया जाता है। इसकी बैटरी की एक निश्चित क्षमता के कारण यह सीमित समय के लिए ही जल के भीतर रह सकती है। इस कारण से बार-बार जल की सतह आना पड़ता है। भारत के SSK में शिशुमार श्रेणी (जर्मनी से), किलो श्रेणी
आईएनएस विक्रांत
भारत के प्रथम स्वदेशी विमान वाहक पोत आई एन एस विक्रांत (INS Vikrant) को हाल ही में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया है। इसका निर्माण सार्वजनिक क्षेत्र के शिपयार्ड 'कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड' (CSL) में किया गया है। CSL पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के अधीन है। यह 'शार्ट
प्रोजेक्ट 15B
यह परियोजना कोलकाता श्रेणी के विध्वंसक पोतों के निर्माण का अगले चरण को इंगित करती है, जो पिछले दशक में आरंभ किया गया प्रोजेक्ट 15A का हिस्सा थे। इसका निर्माण 'मजगांव डॉकयार्ड शिवबिल्डर्स लिमिटेड' द्वारा किया जा रहा है। इसके तहत निर्मित किए जा रहे चार पोतों में विशाखापट्टनम, मोरमूगाओ,
प्रोजेक्ट 17A
हाल ही में, प्रोजेक्ट 17A (Project 17A) फ्रिगेट्स के तहत पांचवें युद्धपोत 'तारागिरी' को लांच किया गया है। ये P17 फ्रिगेट्स (शिवालिक श्रेणी) के उन्नत संस्करण हैं। प्रोजेक्ट 17A पोतों को भारतीय नौसेना के 'युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो' ने घरेलू रूप से डिजाइन किया है। प्रोजेक्ट 17A पोतों के उपकरण और
प्रोजेक्ट 75 (I)
प्रोजेक्ट 75 (I) [Project 75 (I)] के तहत 06 आधुनिक पारंपरिक पनडुब्बियों के स्वदेशी निर्माण की परिकल्पना की गई है। ये पनडुब्बियां फ्यूल सेल आधारित 'वायु स्वतंत्र प्रणोदन संयंत्र' (AIP), उन्नत टारपीडो आदि सहित समकालीन उपकरण, हथियार और सेंसर से युक्त होंगी। इस प्रोजेक्ट को रणनीतिक साझेदारी मॉडल के तहत
आईएनएस वागशीर (INS Vagsheer)
हाल ही में प्रोजेक्ट-75 की छठी और अंतिम पनडुब्बी वागशीर का समुद्र में अवतरण किया गया है। यह एक डीजल आधारित पनडुब्बी है। इसे सी-डिनायल (Sea Denial) के साथ-साथ एक से एक्सेस डिनायल वाले युद्धपोत हेतु डिजाइन किया गया है। यह प्रोजेक्ट 75 पनडुब्बियों की दो श्रेणियों में से एक
स्वदेशी स्टेल्थ ड्रोन
स्वदेशी स्टेल्थ ड्रोन (Indigenous Stealth Drone) को मानि रहित लड़ाकू विमान (UCAV) भी कहा जाता है। UCAV स्वायत्त मानव रहित अनुसंधान विमान (AURA) नामक सशस्त्र स्टेल्थ ड्रोन कार्यक्रम 'घातक' का एक पूर्वर्ती संस्करण है। AURA को एक हथियार दागने की क्षमता से युक्त आत्मरक्षा, उच्च गति वाले टोही UAAV के
चिनूक हेलीकॉप्टर
अमेरिकी सेना ने CH-7 चिनूक हेलीकॉप्टर की उड़ान पर रोक लगा दी है। यह फैसला चिनूक हेलीकॉप्टरों के इंजन में आग लगने के खतरे को देखते हुए लिया गया है। चिनूक एक मल्टीरोल और वर्टिकल लिफ्ट प्लेटफार्म है। इसका उपयोग सैनिकों, तोपखाने, उपकरण और ईंधन के परिवहन के लिए किया
कमिकेज़ ड्रोन्स
कमिकेज़ ड्रोन्स (Kamikaze Drones) छोटे आकार के मानवरहित विमान हैं। ये विस्फोटक पदार्थों से लैस होते हैं। ये ड्रोन किसी टैंक अथवा सैन्य टुकड़ी के ऊपर उड़ान भर सकते हैं। इनसे टकराने के बाद इनमें विस्फोट होता है तथा विस्फोट के बाद ये काफी क्षति पहुंचाते हैं। इन्हें स्विचब्लेड ड्रोन
डर्टी बम
डर्टी बम (Dirty Bomb) में रेडियोधर्मी पदार्थ का उपयोग किया जाता है। इसके विस्फोट के पश्चात हवा के जरिए रेडियोधर्मी सामग्री दूर-दूर तक फैल जाती है। इस बम में परमाणु बम के समान अत्यधिक संवर्धित रेडियोधर्मी सामग्री का उपयोग नहीं किया जाता है। यही कारण है कि इन्हें परमाणु बम
कार्ल-गुस्ताफ M4
स्वीडन ने घोषणा की है कि वह भारत में अपनी 'कार्ल-गुस्ताफ M4' (Carl-Gustaf M4) हथियार प्रणाली का निर्माण करेगा। भारतीय सेना वर्ष 1976 से कार्ल-गुस्ताफ का उपयोग कर रही है। वर्तमान में, सेना द्वारा इसके MK2 तथा MK3 संस्करणों का परिचालन किया जा रहा है। कार्ल-गुस्ताफ रेकोईललेस राइफल एक 'मैन
पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम
पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम (PMBRLS) भारत की स्वदेशी राकेट प्रणाली है। यह एक मोबाइल रॉकेट लॉन्चिंग सिस्टम (टाटा ट्रक पर तैनात) है। इसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के आयुध अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान (ARDE) ने डिजाइन व विकसित किया है। इसकी अधिकतम सीमा 40 किलोमीटर (पिनाका
अभ्यास
अभ्यास (Abhyas) अर्थात हाई स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट (HEAT) एक स्वदेशी एवं मानव रहित एरिया टारगेट प्रणाली है। यह हवाई खतरों से निपटने में भारतीय सशस्त्र बलों की आवश्यकता को पूरा करती है। इस प्रणाली में 'ट्विन अंडर स्लंग बूस्टर' का उपयोग किया जाता है, जो प्रारंभिक त्वरण (Initial Acceleration)
हाई एनर्जी लेजर सिस्टम
हाई एनर्जी लेजर सिस्टम (HELS) एक लेजर हथियार प्रणाली है। इसका संबंध 'निर्देशित ऊर्जा हथियार' (DEW) श्रेणी से है। HELS हथियार पर्याप्त तापीय ऊर्जा का उत्सर्जन करते हैं। यह ऊर्जा एक पारंपरिक युद्ध सामग्री का उपयोग किया बिना एक लक्ष्य को सीधे अप्रभावी बना सकती है। ये हथियार हवा, जमीन,
निर्देशित ऊर्जा हथियार
'निर्देशित ऊर्जा हथियार' (DEW) एक व्यापक शब्दावली के रूप में जानी जाती है। इसका उपयोग उन सभी प्रौद्योगिकियों को इंगित करने के लिए किया जाता है जो 'केंद्रित विद्युत चुंबकीय ऊर्जा' या 'परमाणु' या 'उप-परमाणु कणों का एक बीम उत्पन्न कर सकते हैं। भारत में DEW क्षेत्र में हथियार विकसित
अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी
नेविगेशन विद इंडियन कॉन्स्टेलशन-नाविक
नाविक (NAVIC) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा विकसित एक स्वतंत्र स्टैंड-अलोन नेविगेशन उपग्रह प्रणाली है। जिसे पहले भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशन उपग्रह प्रणाली (IRNSS) के नाम से जाना जाता था। यह प्रणाली सात उपग्रहों से मिलकर निर्मित है। इसके द्वारा भारत के संपूर्ण विभाग के अलावा इसकी सीमाओं से 15000
जीपीएस एडेड जिओ ऑगमेंटेड नेविगेशन-गगन
गगन (GAGAN) एक भारतीय उपग्रह आधारित संवर्धन प्रणाली (SBAS) है। इसका विकास भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है। गगन को भारत और भूमध्य रेखीय क्षेत्र में इसके पड़ोसी देशों के लिए विकसित किया गया है। यह विश्व में उपलब्ध केवल
आर्टेमिस I
यह नासा का एक मिशन है, जिसका उद्देश्य आगामी दशकों में चंद्रमा पर मानव की लंबे समय तक मौजूदगी को संभव बनाना है। बिना चालक दल यह मिशन नासा की अंतरिक्ष में अत्यधिक दूरी तक अन्वेषण करने वाली प्रणालियों का पहला एकीकृत मिशन है। हाल ही में प्रक्षेपित किए गए
जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप
यह नासा की सबसे बड़ी और सबसे शक्तिशाली अंतरिक्ष विज्ञान संबंधी दूरबीन है। हाल ही में इस टेलीस्कोप की मदद से खगोलविदों ने एक तस्वीर के माध्यम से प्रारंभिक ब्रह्मांड की एक झलक प्रदान की है। यह टेलीस्कोप परियोजना नासा, यूरोपीयन स्पेस एजेंसी तथा कनाडिया स्पेस एजेंसी के मध्य अंतरराष्ट्रीय
ग्रेविटेशनल लेंसिंग
किसी बड़े पिंड का प्रबल गुरुत्वाकर्षण दूर स्थित आकाशगंगाओं से आने वाले प्रकाश को मोड़ देता है। इस घटना को ग्रेविटेशनल लेंसिंग कहा जाता है। इसके कारण पृथ्वी तक इन दूर स्थित आकाशगंगाओं का भी प्रकाश पहुंच जाता है। इस परिघटना का प्रभाव एक विशाल मैग्नीफाइंग लेंस की तरह कार्य
पिलर्स ऑफ क्रिएशन
नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप द्वारा पिलर्स ऑफ क्रिएशन (PoC) की तस्वीर ली गई है। PoC गैस एवं धूल के सघन बादलों वाले क्षेत्र होते हैं जहां नए तारों का निर्माण होता है। PoC पृथ्वी से 6500 प्रकाश वर्ष की दूरी पर 'मिल्की वे आकाशगंगा' के 'ईगल नेबुला' में
एक्सो-मून्स
एक्सोप्लैनेट (Exoplanets) की परिक्रमा करने वाले प्राकृतिक उपग्रहों को एक्सो-मून्स (Exo-Moons) कहा जाता है। एक्सोप्लैनेट सूर्य के अलावा अन्य तारों की परिक्रमा करने वाले ग्रह होते हैं। वर्तमान समय तक अनेक टेलीस्कोप (कैपलर हबल टेलिस्कोप आदि) की सहायता से 5000 से अधिक एक्सोप्लैनेट की खोज की जा चुकी है। किंतु,
भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र
भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (IN-SPACE) एक स्वायत्त, सिंगल विंडो वाली नोडल एजेंसी है। इसे भारत में गैर-सरकारी निजी संस्थाओं (NGPES) की अंतरिक्ष गतिविधियों को बढ़ावा देने, उन्हें अधिकृत करने तथा उनकी निगरानी एवं पर्यवेक्षण करने के लिए गठित किया गया है। IN-SPACE के अंतर्गत एक अध्यक्ष, अंतरिक्ष
अंतरिक्ष संधारणीयता
अंतरिक्ष संधारणीयता (Space Sustainability) की अवधारणा बाह्य अंतरिक्ष के उपयोग पर केंद्रित है। यह शांतिपूर्ण उद्देश्यों और सामाजिक आर्थिक लाभ हेतु बाह्य अंतरिक्ष के उपयोग को बढ़ावा देती है। बाह्य अंतरिक्ष मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय की स्थापना, निरस्त्रीकरण पर सम्मेलन, अंतरिक्ष संधारणीयता पर दिशा-निर्देश (2019) तथा स्पेस सस्टेनेबिलिटी
अंतरिक्ष स्थितजन्य जागरूकता
अंतरिक्ष स्थितजन्य जागरूकता Space Situational Awareness: SSA) अंतरिक्ष और स्थलीय पर्यावरण के व्यापक ज्ञान एवं समाज से संबंधित है। यह अंतरिक्ष परिसंपत्तियों की संपूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने के क्रम में प्रासंगिक एवं बेहतर निर्णय लेने तथा सटीक आकलन को सक्षम बनाता है। मानव निर्मित ऑब्जेक्ट्स की अंतरिक्ष निगरानी एवं ट्रैकिंग
अंतरिक्ष पर्यटन
अंतरिक्ष पर्यटन, अंतरिक्ष यात्रा का ही एक रूप है। यह आम लोगों को मनोरंजन, रोमांच या व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए अंतरिक्ष की यात्रा करने का अवसर प्रदान करता है। वर्तमान समय तक किसी भी अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष कानून के अंतर्गत अंतरिक्ष पर्यटकों को परिभाषित नहीं किया गया है। बाह्य अंतरिक्ष संधि,
ब्लैक होल
ब्लैक होल अंतरिक्ष में स्थित ऐसे स्थान होते हैं जिनका गुरुत्वाकर्षण का खिंचाव इतना अधिक होता है कि प्रकाश भी इससे बाहर नहीं जा सकता है। ब्लैक होल के आसपास का वह बिंदु/क्षेत्र जहाँ से किसी भी चीज का वापस आ पाना लगभग असंभव होता है, उसे इवेंट होराइजन कहा
सैजिटेरियस ए
हाल ही में खगोलविदों ने मिल्की वे आकाशगंगा के विशाल ब्लैक होल की तस्वीर जारी की गई है। इस ब्लैक होल को सैजिटेरियस ए* (Sagittarius A* या SgrA*) के नाम से जाना जाता है। यह पृथ्वी से लगभग 26000 प्रकाश वर्ष दूर और आकाशगंगा के केंद्र में स्थित है। इस
ज्वारीय विघटन घटनाएं (TDEs)
जब एक ब्लैक होल विनाशक रूप से अपने समीप आए तारों को नष्ट करने लगता है तो इस घटना को ज्वारीय विघटन घटना (Tidal Disruption Events: TDEs) कहते हैं। जब कोई तारा किसी ब्लैक होल के समीप आता है तो ब्लैक होल अपने गुरुत्वाकर्षण बल से तारे को अपनी ओर
बायनरी सुपरमैसिव ब्लैक होल
निकट कक्षा वाले दो ब्लैक होल्स से युक्त प्रणाली को बायनरी सुपरमैसिव ब्लैक होल (BSMBH) कहा जाता है। BSMBH प्रणाली की खोज गुरुत्वीय दृष्टि से लेंसीकृत ब्लेजर (Lensed Blazer) में की गई है। ब्लेजर ब्रह्मांड में सर्वाधिक चमकदार और ऊर्जावान पिंडो में से एक माने जाते हैं। बायनरी सुपरमैसिव ब्लैक
लक्स-ज़ेप्लिन डिटेक्टर
लक्स-ज़ेप्लिन (LUX-ZEPLIN- LZ) एक भूमिगत डिटेक्टर है। इसे कमजोर रूप से अंतर-क्रिया करने वाले विशालकाय कणों (WIMPs) के रूप में डार्क मैटर का पता लगाने के लिए डिजाइन किया गया है। इस डिटेक्टर के विकास में संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, पुर्तगाल और कोरिया के वैज्ञानिक एवं संस्थान सहयोग कर
डार्क मैटर
ब्रह्मांड में दृश्यमान पदार्थ को बेरियोनिक पदार्थ (Baryonic Matter) अथवा ऑर्डिनरी (साधारण) मैटर कहा जाता है। यह पदार्थ ब्रह्मांड के द्रव्यमान के 5% से भी कम हैं। शेष ब्रह्मांड एक रहस्यमय अदृश्य पदार्थ से बना हुआ है। इस अदृश्य पदार्थ को ही डार्क मैटर कहा जाता है। डार्क मैटर से
चैंडलर वॉबल
चैंडलर वॉबल (Chandler Wobble) पृथ्वी की अपनी धुरी पर घूर्णन में होने वाले विचलन को संदर्भित करता है। इसकी खोज 1990 के दशक में कार्लो चैंडलर द्वारा की गई थी। एक वॉबल को पूरा करने में लगभग 433 दिन की समय अवधि की आवश्यकता होती है। तापमान एवं लवणता में
सोफिया मिशन
स्ट्रेटोस्फेरिक ऑब्जर्वेटरी फॉर इंफ्रारेड एस्ट्रोनॉमी मिशन (Stratospheric Observatory for Infrared Astronomy Mission: SOFIA Mission) नासा और जर्मन स्पेस एजेंसी (DLR) के संयुक्त सहयोग से संचालित एक टेलीस्कोप है। SOFIA बोइंग विमान के भीतर स्थापित अवरक्त (Infrared) टेलिस्कोप के रूप में जाना जाता है, जो सतह से लगभग 40 हजार फीट
इनफ्लेटेबल एयरोडायनेमिक डिसेलेरेटर
इनफ्लेटेबल एयरोडायनेमिक डिसेलेरेटर (IAD) तकनीक वायुगतिकीय रूप से यान की गति को कम करने पर आधारित है। इसका उपयोग वायुमंडल में यान के पुनः प्रवेश के दौरान उसकी गति को कम करने के लिए किया जाता है। हाल ही में, इसरो द्वारा शुक्र एवं मंगल ग्रह पर लैंडिंग के लिए
साउंडिंग रॉकेट
इसरो द्वारा हाल ही में RH-200 साउंडिंग रॉकेट (रोहणी साउंडिंग रॉकेट) का प्रक्षेपण किया गया है। साउंडिंग रॉकेट एक अथवा दो चरण वाले ठोस प्रणोदक रॉकेट होते हैं। इनका उपयोग ऊपरी वायुमंडलीय क्षेत्रों में अन्वेषण और अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए किया जाता है। रोहणी साउंडिंग रॉकेट दो चरणीय रॉकेट है।
स्पेसटेक इनोवेशन नेटवर्क
इसरो ने 'स्पेसटेक इनोवेशन नेटवर्क' (Spacetech Innovation Network: SpIN) को लॉन्च करने के लिए 'सोशल अल्फा' के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। SpIN अंतरिक्ष क्षेत्र में उद्यमशीलता तंत्र हेतु नवाचार, क्यूरेशन और उद्यम विकास के लिए भारत का पहला समर्थित मंच होगा। इस सहयोग से चयनित स्टार्टअप्स
भू-चुंबकीय तूफान
पृथ्वी के मैग्नेटोस्फीयर में उत्पन्न विक्षोभ (Disturbance) को भू-चुंबकीय तूफान (Geomagnetic Storm) कहा जाता है। मैग्नेटोस्फीयर पृथ्वी के चारों ओर का वह क्षेत्र है जो पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र द्वारा नियंत्रित होता है। सूर्य के कोरोना से प्लाज्मा और चुंबकीय क्षेत्र के व्यापक रूप से बाहर निकलने को 'कोरोनल मास
कोरोनल होल्स
कोरोनल होल्स (Coronal Holes) सूर्य की सतह पर ऐसे क्षेत्र होते हैं जहां से तेज सौर पवने अंतरिक्ष में प्रवेश करती हैं। इन क्षेत्रों में सौर पदार्थ के कम होने से अन्य क्षेत्रों की तुलना में इनका तापमान कम होता है। ऐसी स्थिति में अपने चारों ओर के परिवेश की
तीव्र रेडियो प्रस्फोट
तीव्र रेडियो प्रस्फोट (Fast Radio Bursts: FRBs) रेडियो तरंगों के चमकीले प्रस्फोट होते हैं। इनकी अवधि मिलीसेकंड-स्केल में होती है। इसी कारण इनका पता लगाना और आकाश में इनकी अवस्थित का निर्धारण करना अत्यंत कठिन है। FRBs की उत्पत्ति का कारण अज्ञात है। साथ ही, इनकी उत्पत्ति एवं उपस्थिति का
गामा रे प्रस्फोट
ऊर्जावान ब्रह्मांड विस्फोटों से उत्पन्न चमक युक्त एवं उच्च ऊर्जा युक्त विवरण गामा रे प्रस्फोट (Gamma Ray Burst- GRB) कहलाता है। गामा रे प्रस्फोट बिग बैंग की घटना के पश्चात से ब्रह्मांड में देखे गए सबसे शक्तिशाली विस्फोट माने जाते हैं। इन विस्फोटों से इतनी ऊर्जा उत्पन्न होती है, जितनी
बेटेल्गेयूज़
बेटेल्गेयूज़ (Betelgeuse) ओरायन तारामंडल का एक चमकदार 'लाल विशालकाय' (Red Gaint) तारा है। तारों के विकास की प्रक्रिया के अंतिम चरण में मरते हुए तारे को 'रेड जायंट' कहा जाता है। खगोलविदों के अनुसार वर्ष 2019 में बेटेल्गेयूज़ को एक विशाल 'सरफेस मास इंजेक्शन' (SME) से होकर गुजरना पड़ा था।
क्षुद्रग्रह 2022 AP7
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों द्वारा '2022 AP7' नामक एक नए 'संभावित रूप से खतरनाक क्षुद्रग्रह' (PHA) की खोज की गई है। पिछले 8 वर्षों में खोजा जाने वाला यह सबसे बड़ा खगोलीय पिंड है जो पृथ्वी के लिए संभावित रूप से खतरनाक है। इसकी चौड़ाई 1.5 किलोमीटर है। 1 किलोमीटर से अधिक
डार्क स्काई रिजर्व
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने लद्दाख के हनले में भारत के प्रथम 'डार्क स्काई रिजर्व' (Dark SKY Reserve) स्थापित करने की घोषणा की है। यह रिजर्व 'चांगथांग वन्यजीव अभ्यारण' का हिस्सा होगा। हनले में स्थापित किया जाने वाला यह डार्क स्काई रिजर्व ऑप्टिकल, इंफ्रारेड और गामा रे दूरबीनों की स्थापना
तियागोंग
चीन द्वारा हाल ही में 'तियागोंग' के लिए अंतिम मॉड्यूल को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया है। तियागोंग वस्तुतः एक अंतरिक्ष स्टेशन है। इसे चीनी मानव युक्त अंतरिक्ष एजेंसी (CMSA) द्वारा निम्न भू-कक्षा (LEO) में स्थापित किया जा रहा है। यह नासा के नेतृत्व वाले अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के पश्चात,
जैव-प्रौद्योगिकी
जीनोम एडिटिंग
जीन संपादन या जीन एडिटिंग (Gene Editing) एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा किसी जीव के डीएनए (DNA) को बदला जा सकता है। जीन एडिटिंग (Gene Editing in Hindi) वैज्ञानिकों को एक विशिष्ट डीएनए अनुक्रम (DNA Sequence) को लक्षित करने के लिए इंजीनियर किए गए एंजाइमों का उपयोग करके एक
साइट-डायरेक्टेड न्यूक्लियस तकनीक
एडिटिंग की प्रकृति के आधार पर जीन एडिटिंग की संपूर्ण प्रक्रिया को तीन श्रेणियों में बाँटा गया है- साइट डायरेक्टेड न्यूक्लीज-1 (SDN1), साइट डायरेक्टेड न्यूक्लीज-2 (SDN2) और साइट डायरेक्टेड न्यूक्लीज-3 (SDN3)। साइट डायरेक्टेड न्यूक्लीज-1 (SDN-1) बाह्य या विदेशी आनुवंशिक सामग्री के प्रवेश के बिना ही छोटे सम्मिलन/विलोपन (Insertion/Deletion) के माध्यम
क्रिस्पर-कैस 9
क्रिस्पर-कैस 9 (CRISPR-Cas 9) जीनोम एडिटिंग की एक पद्धति है जो वैज्ञानिकों को विशिष्ट जीन स्थान को लक्षित करने और डीएनए अनुक्रमों को बदलने और संपादित करने में मदद करती है। इस प्रणाली में मुख्यतः दो अणु सम्मिलित होते हैं जो डीएनए में परिवर्तन के कारक होते हैं-Cas 9 एवं
शिमेरिक एंटीजेन रिसेप्टर टी-सेल थेरेपी
शिमेरिक एंटीजेन रिसेप्टर टी-सेल थेरेपी (CAR-T cell therapy) कैंसर के इलाज की एक आधुनिक विधि है। कीमोथेरेपी एवं इम्यूनोथेरेपी जैसी विधियों (जिनमें दवाइयों का उपयोग किया जाता है) के विपरीत CAR T-सेल थेरेपी के अंतर्गत रोगी की कोशिकाओं का उपयोग किया जाता है। उन्हें टी-कोशिकाओं को सक्रिय करने और ट्यूमर
टी-सेल एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया
टी-सेल एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया (T-ALL) एक प्रकार का रक्त कैंसर है, जो अस्थि मज्जा में स्टेम कोशिकाओं को प्रभावित करता है। ये स्टेम कोशिकाएँ विशेष प्रकार की श्वेत रक्त कोशिकाओं (WBC) का उत्पादन करती हैं, जिन्हें टी- लिम्फोसाइट्स (T- Lymphocytes) या टी-कोशिकाएँ (T-Cells) कहा जाता है। इस रोग में कम
जीनोम अनुक्रमण
सभी जीवों (सूक्ष्मजीवों, पौधों, स्तनधारियों) का एक अद्वितीय आनुवंशिक कोड या जीनोम होता है, जो न्यूक्लियोटाइड बेस (आधार) से बना होता है। इसके अंतर्गत एडेनिन, थाइमिन, साइटोसिन, गुआनिन (A, T, C और G) होते हैं। इन्हीं आधारों (Bases) के क्रम को क्रमबद्ध करना जीनोम अनुक्रमण (Genome Sequencing) कहलाता है। यह
जीनोमिक निगरानी
जीनोमिक निगरानी (Genomic Surveillance) रोगजनकों (Pathogens) की निरंतर निगरानी और उनकी आनुवंशिक समानताओं एवं अंतरों का विश्लेषण करने की प्रक्रिया है। विभिन्न सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों (इबोला, हैजा एवं कोविड-19 आदि) में रोगज़नक़ को आणविक स्तर पर समझने के लिए जीनोमिक निगरानी का उपयोग किया जाता है। जीनोमिक निगरानी इस आधार
जीनोम संपादन प्रौद्योगिकी एवं ट्रांसजेनिक प्रौद्योगिकी
दोनों प्रौद्योगिकियों के तहत किसी भी जीव के जीनोम में परिवर्तन किया जा सकता है। हालांकि, दोनों के मध्य अंतर भी स्पष्ट हैं। जीनोम संपादन, जीव के जीनोम में लक्षित जीन को हटाने अथवा उसमें परिवर्तन करने की तकनीक है। इसके परिणामस्वरूप निर्धारित उद्देश्य के तहत चयनित और वांछित लक्षणों
T और B कोशिकाएं
इन कोशिकाओं को लिम्फोसाइट्स भी कहा जाता है। लिम्फोसाइट्स एक प्रकार की श्वेत रक्त कोशिकाएं होती हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा मानी जाती हैं। B कोशिकाएं एंटीबॉडी का उत्पादन करती हैं, जिनका उपयोग हमलावर बैक्टीरिया, वायरस और विषाक्त पदार्थों का मुकाबला करने के लिए किया जाता है। T कोशिकाएं
क्लोनिंग
किसी जैविक इकाई की आनुवांशिक रूप से पूर्णतः समरूप इकाई बनाने की प्रक्रिया को क्लोनिंग कहा जाता है। इन जैविक इकाइयों में जीन, कोशिका, ऊतक और यहां तक कि एक संपूर्ण जीव भी शामिल हो सकता है। समान आनुवांशिक सामग्री होने के बावजूद क्लोन हमेशा मूल जीव जैसे नहीं दिखते
आणविक मोटर
वैज्ञानिकों द्वारा 'डीएनए ओरिगामी' (DNA Origami) विधि का उपयोग करके एक आणविक पैमाने पर मोटर का निर्माण किया गया है। ओरिगामी विधि में नैनो स्तर पर 2D और 3D ऑब्जेक्ट बनाने के लिए DNA को मोड़ा जाता है। आणविक मोटर (Molecular motor) प्रोटीन का एक वर्ग है। यह रासायनिक ऊर्जा
थ्री पैरंट बेबी टेक्नोलॉजी/माइटोकांड्रियल रिप्लेसमेंट थेरेपी
थ्री बेबी टेक्नोलॉजी को आईवीएफ टेक्नोलॉजी (IVF Technology) का ही विकसित रूप माना जाता है। इसके अंतर्गत संतान की उत्पत्ति के लिए पिता के शुक्राणु के साथ माता के अंडाणु एवं एक अन्य प्रदाता महिला के अंडाणु को शामिल किया जाता है। इस तकनीक के अंतर्गत माता के खराब माइटोकॉन्ड्रिया
यामानाका जीन
वैज्ञानिकों द्वारा इंटरल्यूकिन-6 (IL-6) नामक एक 'तनाव कारक’ (Stress Factor) की खोज की गई है, जो एक प्रो-इन्फ्लेमेटरी अणु (Pro-Inflammatory Molecule) होता है तथा यामानाका जीन (Yamanaka Genes) की क्षमता को कम करने के के लिए उत्तरदायी हो सकता है। यामानाका जीन मानव शरीर के ऐसे चार आवश्यक जीन हैं,
डीएनए प्रोफाइलिंग
किसी व्यक्ति अथवा शारीरिक ऊतक के नमूने से एक विशिष्ट 'DNA पैटर्न' (जिसे प्रोफाइल कहा जाता है) प्राप्त करने की प्रक्रिया को डीएनए प्रोफाइलिंग (DNA Profiling) कहा जाता है। इसका उपयोग आपराधिक जांच प्रक्रिया में एक फोरेंसिक तकनीक के रूप में किया जाता है, जिसमें संदिग्ध अपराधियों के प्रोफाइल की
बीजी-2 आरआरएफ
बीजी-2 आरआरएफ (BG-2 RRF) बीटी कपास की एक शाकनाशी, सहिष्णु एवं कीट प्रतिरोधी किस्म है। इस फसल के फील्ड ट्रायल हेतु इसके लिए हरियाणा सरकार ने अनापत्ति-प्रमाण पत्र (NOC) जारी किया है। भारत में केवल BG-1 और BG-2 जीएम कपास के व्यवसायिक उपयोग की अनुमति प्राप्त है। BG-2 RRF फसल
धारा मस्टर्ड हाइब्रिड-11
धारा मस्टर्ड हाइब्रिड-11 (DMH-11) ट्रांसजेनिक हाइब्रिड सरसों की एक किस्म है। अनुवांशिक इंजीनियरिंग मूल्यांकन समिति (GEAC) ने इसकी खेती के लिए पर्यावरणीय मंजूरी देने की सिफारिश की है। DMH-11 का विकास दिल्ली विश्वविद्यालय के 'सेंटर फॉर जेनेटिक मैनिपुलेशन ऑफ क्रॉप प्लांट्स' (CGMCP) द्वारा किया गया है। इसे सरसों की पूर्वी
भारतीय जैविक डेटा केंद्र
हाल ही में, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) के सहयोग से फरीदाबाद स्थित 'क्षेत्रीय जैव प्रौद्योगिकी' केंद्र (RCB) में 'भारतीय जैविक डेटा केंद्र' (IBDC) की स्थापना की गई है। IBDC भारत में जीवन विज्ञान संबंधी डेटा के लिए पहला राष्ट्रीय भंडार (रिपोजिटरी) है। यह सार्वजनिक रूप से वित्त-पोषित अनुसंधान से
जैविक अनुसंधान विनियामक अनुमोदन पोर्टल
हाल ही में, जैव-प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा एक ही पोर्टल पर जैविक अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के विनियामक अनुमोदन की मांगों को पूरा करने के लिए जैविक अनुसंधान विनियामक अनुमोदन पोर्टल अथवा 'BioRRAP' पोर्टल को विकसित किया गया है। इस पोर्टल के माध्यम से उत्पन्न BioRRAP आई.डी. को अनेक विनियामक एजेंसियों
स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी
ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडीशनल मेडिसिन
हाल ही में, गुजरात के जामनगर में दुनिया के प्रथम और एकमात्र ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडीशनल मेडिसिन (GCTM) को आरंभ किया गया है। यह सेंटर पारंपरिक ज्ञान प्रणालियों के डेटाबेस को तैयार करने तथा अनुसंधान के लिए धन जुटाने के साथ परीक्षण और प्रमाणन हेतु अंतरराष्ट्रीय मानक तैयार करेगा। इसे
पारंपरिक ज्ञान डिजिटल लाइब्रेरी
वर्ष 2001 में स्थापित 'पारंपरिक ज्ञान डिजिटल लाइब्रेरी' (TKDL) भारतीय पारंपरिक ज्ञान का डेटाबेस है। इसे वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद तथा आयुष मंत्रालय के सहयोग से स्थापित किया गया है। पारंपरिक ज्ञान पर यह विश्व में अपनी तरह का पहला डेटाबेस है। यह पेटेंट के माध्यम से दुनिया भर
बीपीएल
बीपीएल (BPaL) छह महीने की खुराक वाला क्षय रोग का एक उपचार है। तीन दवाओं वाली यह खुराक पूर्ण रूप से मुख द्वारा ली जाती है। इसका उपयोग क्षय रोग के अत्यधिक दवा प्रतिरोधी रूपों से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए किया जाता है। BPaL तीन नई एंटीबायोटिक दवाओं
प्रतिसूक्ष्मजीवी/रोगाणुरोधी प्रतिरोध
रोगाणुरोधी प्रतिरोध (AMR) किसी सूक्ष्मजीव (जैसे-जीवाणु, कवक विषाणु और कुछ परजीवियों) की वह क्षमता है, जिसके कारण यह किसी एंटीमाइक्रोबॉयल औषधि (जैसे- एंटीबायोटिक, एंटीफंगल, एंटीवायरल आदि) को अपने विरुद्ध कार्य करने से प्रतिबंधित करते हैं। दुनिया के सभी क्षेत्रों में रोगाणुरोधी प्रतिरोध देखने को मिलता है। विश्व स्वास्थ संगठन ने
सेल्फ एम्पलीफायिंग मैसेंजर आरएनए वैक्सीन
पारंपरिक वैक्सीन के अंतर्गत शरीर में वायरस या बैक्टीरिया के कमजोर रूप को इंजेक्ट किया जाता है। वहीं दूसरी तरफ, सेल्फ एम्पलीफायिंग मैसेंजर आरएनए (mRNA) वैक्सीन प्रतिरक्षा प्रणाली को सक्रिय करने के लिए वायरस के जीन के हिस्से का उपयोग करती है। mRNA वैक्सीन कोशिकाओं को स्पाइक प्रोटीन की प्रतियां
वन हेल्थ
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO), संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP), विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) तथा विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन (WOAH) नामक चार बहुपक्षीय एजेंसियों द्वारा 'वन हेल्थ संयुक्त कार्य योजना (OHJPA) 2022-2026' की शुरुआत की गई है। इस योजना का लक्ष्य क्षमता और प्रणालियों को
फूड फोर्टिफिकेशन
फूड फोर्टिफिकेशन का आशय आहार/खाद्य पदार्थों में आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों की मात्रा में वृद्धि करने से है। इसका उद्देश्य भोजन की गुणवत्ता में सुधार करना और स्वास्थ्य के समक्ष न्यूनतम जोखिम के साथ लोक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करना है। फूड फोर्टिफिकेशन को खाद्य सुरक्षा और मानक (खाद्य उत्पाद मानक
राइस फोर्टिफिकेशन
राइस फोर्टिफिकेशन के तहत चावल में आयरन, फोलिक एसिड तथा विटामिन B12 जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों को मिलाया जाता है। फोर्टीफाइड चावल में खाद्य सुरक्षा मानक (खाद्य पदार्थों का सुदृढ़ीकरण) विनियमन 2018 द्वारा निर्दिष्ट स्तरों के अनुसार अनिवार्य सूक्ष्म पोषक तत्व (आयरन, फोलिक एसिड तथा विटामिन B12) अथवा वैकल्पिक घटक
ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन
ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ORS) इलेक्ट्रोलाइट्स (लवण) और कार्बोहाइड्रेट (चीनी के रूप में) का मिश्रण होता है। यह जल में घुलनशील होता है। ORS का उपयोग गैस्ट्रोएन्टराइटिस Gastroenteritis), अतिसार या उल्टी होने के कारण होने वाले डिहाइड्रेशन के दौरान शरीर से निकले लवण और जल की भरपाई के लिए किया जाता
मंकीपॉक्स
हाल ही में, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स (Monkeypox) रोग के लिए नए नाम 'mpox' की सिफारिश की है क्योंकि वर्तमान नाम को नक्सलवादी और कलंकित माना जाता है। मंकीपॉक्स एक पशुजन्य (जूनोटिक) रोग है। यह ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस से संबंधित वायरस के कारण होता है। ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस में वेरीयोला वायरस
ह्यूमन पपिलोमा वायरस
सरकार ने सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा विकसित देश की पहली क्वाड्रीवैलेंट ह्यूमन पपिलोमा वायरस वैक्सीन (qHPV) 'सर्वावैक' (Cervavac) को बाजार में बेचने के लिए मंजूरी प्रदान कर दी है। ह्यूमन पपिलोमा वायरस (HPV) एक यौन संचारित वायरस है। यह सर्वाइकल कैंसर का कारण बन सकता है। इससे सर्वाइकल कैंसर
पेन प्लस स्ट्रेटजी
अफ्रीका ने टाइप 1 मधुमेह (T1D), रूमेटिक हृदय रोग (RHD) और सिकल सेल रोग जैसे गंभीर गैर संचारी रोगों (NCD) के निदान हेतु 'पेन प्लस स्ट्रेटजी' नामक रणनीति अपनाई है। पेन प्लस स्ट्रेटजी (PEN Plus Strategy) प्राथमिक स्तर पर देखभाल सेवाओं के विकेंद्रीकरण का समर्थन करती है। इसे विश्व स्वास्थ्य
इनकोवैक
भारत बायोटेक द्वारा विकसित कोविड-19 के लिए विश्व की पहली नेजल वैक्सीन 'इनकोवैक' (INCOVACC) को भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए स्वीकृति प्रदान की गई है। यह एक रिकांबिनेंट एप्लीकेशन डिफिशिएंसी एडिनोवायरस वेक्टर्ड वैक्सीन (RADAVV) है। इसमें प्रीफ्यूजन स्टेबलाइज़्ड स्पाइक प्रोटीन होता है। यह वैक्सीन एंटीबॉडी का उत्पादन करने के
सिकल सेल एनीमिया
सिकल सेल एनीमिया (Sickle Cell Anaemia) रोग अनुवांशिक उत्परिवर्तन के कारण होता है। इसके कारण लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) में हिमोग्लोबिन आपस में आबद्ध हो जाते हैं। यह रोग RBCs के आकार को प्रभावित करता है। RBCs आमतौर पर गोल और लचीली होती है इसलिए वे रक्त वाहिकाओं के माध्यम
शिगेला जीवाणु
शिगेला जीवाणुओं का एक वंश है। यह शिगेलोसिस नामक संक्रमण का कारण बनता है। शिगेलोसिस एक जठरांत्र (Gastrointestinal) संक्रमण है। यह विश्व भर में जीवाणु जनित डायरिया का दूसरा प्रमुख कारण है। यह 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में मृत्यु का तीसरा प्रमुख कारण है। यह जीवाणु अधिकांश
ट्रेकोमा
ट्रेकोमा (Trachoma) एक आंख का संक्रमण है। यह रोग 'क्लैमाइडिया ट्रेकोमैटिस' नामक जीवाणु के कारण होता है। मलावी देश, ट्रेकोमा का उन्मूलन करने वाला पहला दक्षिण अफ्रीकी देश बन गया है। भारत ने वर्ष 2017 में ट्रेकोमा का उन्मूलन कर दिया था। विश्व स्वास्थ संगठन के अनुसार सक्रिय ट्रेकोमा को
काला अजार
काला अजार को ब्लैक फीवर या विसरल लिशमैनियशिस के रूप में भी जाना जाता है। यह मलेरिया के पश्चात दुनिया का दूसरा सबसे घातक परजीवी रोग है। यह प्रोटोजोआ परजीवी जनित रोग है, जो सैंडफ्लाई के काटने से फैलता है। ये सैंडफ्लाई 'लिशमैनिया डोनोंवानी' नामक परजीवी से संक्रमित होती है।
कैनाइन डिस्टेंपर
हाल ही में गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर द्वारा एशियाई शेरों के लिए 'कैनाइन डिस्टेंपर वायरस' (CDV) वैक्सीन का विकास किया गया है। कैनाइन डिस्टेंपर 'पैरामाएक्सो वायरस' नामक विषाणु के कारण होता है। यह शरीर के तरल पदार्थों यथा- संक्रमित मूत्र, रक्त और लार से प्रसारित होता है। यह वायरस मुख्य
वाइट स्पॉट सिंड्रोम वायरस
यह 'क्रष्टेशियाई जीवों' का डीएनए (DNA) आधारित अत्यधिक संक्रामक रोग है। यह संवर्धित (Cultured) झींगो में उच्च मृत्यु दर का कारण बन सकता है। यह वायरस केवल 'क्रष्टेशियाई जीवों' (झींगे, लोबस्टर एवं केकड़े) को संक्रमित करता है। अब तक किसी अन्य ज्ञात वायरस से इसका संबंध प्रकट नहीं हुआ है।
विविध
नाभिकीय विखंडन और नाभिकीय संलयन
विखंडन एक भारी तत्त्व (उच्च परमाणु द्रव्यमान संख्या के साथ) को टुकड़ों में विभाजित करता है, जबकि संलयन दो हल्के तत्त्वों (कम परमाणु द्रव्यमान संख्या के साथ) को जोड़ता है, जिससे एक भारी तत्त्व बनता है। किसी ईंधन के प्रति ग्राम नाभिकीय विखंडन से उत्पादित ऊर्जा की अपेक्षा नाभिकीय संलयन
अंतरराष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर प्रायोगिक रिएक्टर
अंतरराष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर प्रायोगिक रिएक्टर (ITER) एक बड़े पैमाने का वैज्ञानिक प्रयोग है जिसका उद्देश्य ऊर्जा स्रोत के रूप में संलयन की व्यवहार्यता को सिद्ध करना है। यह दक्षिणी फ़्रांस के सेंट पॉल लेज़ ड्यूरेंस में निर्माणाधीन है। इस परियोजना में 35 देश भागीदार हैं, जिनमें 27 यूरोपीय संघ के देश,
प्रायोगिक उन्नत सुपरकंडक्टिंग टोकामक रिएक्टर
प्रायोगिक उन्नत सुपरकंडक्टिंग टोकामक (EAST) रिएक्टर चीन के हेफेई में 'चीनी विज्ञान अकादमी' (ASIPP) के प्लाज्मा भौतिकी संस्थान में स्थित एक उन्नत परमाणु संलयन प्रयोगात्मक अनुसंधान उपकरण है। चीन ने इस प्रोजेक्ट की शुरुआत वर्ष 2006 में की थी। चीन ने कृत्रिम सूरज को एचएल-2एम (HL-2M) नाम दिया है, इसे
स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर
स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर (SMR) ऐसे परमाणु रिएक्टर होते हैं जो केवल 10 से 300 मेगावाट बिजली उत्पादित करते हैं। इनके मॉड्यूलर डिजाइन और छोटे आकार के चलते ज़रूरत के मुताबिक एक ही साइट पर इनकी कई यूनिट्स लगाई जा सकती हैं। इनकी विविधता और साधारण डिजाइन के चलते इन्हें उन
हाइपरलूप प्रौद्योगिकी
'हाइपरलूप' (Hyperloop) यात्री और कार्गो के लिए 'अल्ट्रा-हाई-स्पीड' जमीनी यातायात सिस्टम (Ground transportation system) है, जिसकी अवधारणा सर्वप्रथम 2013 में टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ (Tesla and SpaceX CEO) एलोन मस्क द्वारा प्रस्तुत की गयी थी । सिस्टम में सीलबंद और आंशिक रूप से खाली ट्यूब होते हैं, जो बड़े
लिथियम-आयन बैटरी
लिथियम एक रासायनिक तत्व है जिसका प्रतीक Li और परमाणु संख्या 3 है। यह एक नरम, चांदी के समान सफेद धातु है जो तत्वों के क्षार धातु समूह (Alkali Metal Group) से संबंधित है। अपने कम परमाणु भार, उच्च तापीय चालकता और कम प्रतिक्रियाशीलता के कारण, लिथियम का उपयोग औद्योगिक
फ्लेक्स फ्यूल व्हीकल्स
फ्लेक्स फ्यूल व्हीकल्स (Flex Fuel Vehicles-FFV) वाहनों का एक संशोधित संस्करण है, जिसे विभिन्न स्तर के इथेनॉल मिश्रण के साथ गैसोलीन तथा मिश्रित पेट्रोल दोनों का उपयोग कर चलाया जा सकता है। वर्तमान में ब्राजील में इसका सफलतापूर्वक प्रयोग किया जा रहा है, जिससे लोगों को वाहनों में ईंधन को
हाइड्रोजन फ्यूल सेल
हाइड्रोजन फ्यूल सेल उच्च गुणवत्ता वाली विद्युत शक्ति का एक स्वच्छ, विश्वसनीय, निर्बाध और कुशल स्रोत है। स्वच्छ वैकल्पिक ईंधन विकल्प के लिये हाइड्रोजन पृथ्वी पर उपलब्ध सबसे प्रचुर तत्त्वों में से एक है। हाइड्रोजन फ्यूल सेल में एक विद्युत रासायनिक प्रक्रिया के परिचालन हेतु फ्यूल के रूप में हाइड्रोजन
रोशनी
रोशनी (Roshini) भारत की पहली खारे पानी से जलने वाली लालटेन है। इसमें लगे एल.ई.डी. लेंप (LED Lamp) में विद्युत आपूर्ति के लिये विशेष प्रकार से डिज़ाइन इलेक्ट्रोड में इलेक्ट्रोलाइट के रूप में समुद्र के खारे जल का उपयोग किया गया है। इसे राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान (NIOT), चेन्नई द्वारा
क्लिक केमिस्ट्री
क्लिक केमिस्ट्री शब्द वर्ष 2001 में केबी शार्पलेस ने प्रस्तुत किया था। इसका प्रयोग उन अभिक्रियाओं का वर्णन करने के लिये किया जाता है जिनमें अधिक मात्रा में केवल उप-उत्पाद निर्मित होते हैं तथा जिन्हें क्रोमैटोग्राफी के बिना हटाया जा सकता है। यह दवा सदृश्य अणुओं के संश्लेषण के लिये
क्वांटम टेलिपोर्टेशन
यह वस्तुतः अज्ञात क्वांटम अवस्था को एक कण से दूसरे में स्थानांतरित करने की एक विधि है। दूसरे शब्दों में, क्वांटम टेलिपोर्टेशन वह तकनीक है जिसके द्वारा किसी पदार्थ की सूचना को दूर हेलो स्थित किसी अन्य स्थान पर भेजा जा सकता है। प्राप्त सूचना के आधार पर उस स्थान
लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर
लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर एक विशाल, जटिल मशीन है जिसे उन कणों का अध्ययन करने के लिये बनाया गया है जो सभी चीज़ों के सबसे छोटे ज्ञात मूलभूत अंग हैं। अपनी परिचालन अवस्था में यह सुपरकंडक्टिंग इलेक्ट्रोमैग्नेट्स (Superconducting Electromagnets) की एक रिंग के अंदर विपरीत दिशाओं में प्रकाश की गति से
क्रेस्कोग्राफ
क्रेस्कोग्राफ (Crescograph) पौधों की वृद्धि को मापने वाला एक यन्त्र है। इसका विकास वर्ष 1928 में जगदीश चन्द्र बोस ने किया था। इस यंत्र का विकास बाह्य उत्प्रेरको के अधीन पौधों के सूक्ष्म विकास एवं परिवर्तन को प्रदर्शित करने के लिए किया गया था। इस यंत्र की मदद से पौधों
मंथन प्लेटफार्म
हाल ही में, भारत सरकार (गवर्नमेंट ऑफ इंडिया) के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार द्वारा मंथन प्लेटफॉर्म के शुभारंभ की घोषणा की गई। इस प्लेटफार्म का उद्देश्य उद्योग और वैज्ञानिक अनुसंधान तथा विकास पारिस्थितिक तंत्र के मध्य बड़े पैमाने पर सहयोग को बढ़ावा देना है। इससे संयुक्त राष्ट्र द्वारा परिभाषित सतत विकास
ग्रेफीन
सेंटर फॉर नैनो एंड सॉफ्ट साइंसेज (CeNS) की एक टीम ने 'ग्रेफीन स्टेबलाइज्ड ट्यूनीबल फोटोनिक क्रिस्टल' विकसित किया है। इससे अत्यधिक टिकाऊ और बेहतर परावर्तक डिस्प्ले तथा लेजा डिवाइस बनाया जा सकता है। फोटोनिक क्रिस्टल प्रकाशीय (Optical) नैनो संरचनाएं होती हैं। इनमें अपवर्तक सूचकांक समय-समय पर बदलता रहता है। ग्रेफीन
मॉडल वस्तुनिष्ठ प्रश्न
वस्तुनिष्ठ मॉडल प्रश्न
सामान्य अध्ययन पर आधारित इस खंड के अंतर्गत हम सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण 50 वस्तुनिष्ठ मॉडल प्रश्न प्रस्तुत कर रहे हैं, जिसमें सामान्य अध्ययन के सभी विषयों को कवर किया गया है। इन प्रश्नों के उत्तर व्याख्यात्मक रूप में प्रस्तुत किये गए हैं तथा व्याख्या में प्रश्न से संबंधित
यूपीपीसीएस प्रारंभिक परीक्षा विशेष
उत्तर प्रदेश : समसामयिक वार्षिकी
वर्ष 2022-23 के प्रमुख समसामयिक घटनाक्रम एवं पहलें
उत्तर प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित यूपीपीसीएस प्रारंभिक परीक्षा में राज्य विशेष के समसामयिक घटनाक्रमों से संबंधित प्रश्न प्रत्येक वर्ष पूछे जाते हैं। इसे ध्यान में रखकर हम वर्तमान अंक में राज्य विशेष के प्रमुख समसामयिक घटनाक्रमों से संबंधित अध्ययन सामग्री प्रस्तुत कर रहे हैं। इसके अंतर्गत वर्ष 2022-23 के दौरान शुरू की गई नीति, योजनाओं एवं पहलों को भी समाहित किया गया है। आशा है कि यह अध्ययन सामग्री आगामी यूपीपीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2023 के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी।
यूपीपीसीएस प्रारंभिक विशेष
उत्तर प्रदेश : समसामयिक वार्षिकी
कृषि एवं संबंधित क्षेत्र
14 फरवरी, 2023 को केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने उत्तर प्रदेश के आँवला (बरेली) और फूलपुर (प्रयागराज) में इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड (Indian Farmers Fertilizer Cooperative Limited -IFFCO) के नैनो यूरिया तरल (Nano Urea Liquid plants) संयंत्रों का उद्घाटन किया। 13 अक्टूबर, 2022 को मुख्यमंत्री
औधोगिक क्षेत्र
फरवरी, 2023 में जारी एक अधिसूचना के अनुसार, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर और खुर्जा विकास प्राधिकरण के 55 गांव अब यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) में शामिल हो गए हैं। पूर्व में, यमुना प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा और आगरा ज़िले आते
आधारभूत संरचना
20 नवंबर, 2022 को उत्तर प्रदेश के महराजगंज ज़िले के सोनौली में एयरपोर्ट की तर्ज पर इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) लैंडपोर्ट बनेगा। 10 नवंबर, 2022 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में तीन हज़ार से पाँच हज़ार सीट क्षमता वाले एक बड़ा कन्वेंशन सेंटर बनाने का निर्देश
सामाजिक सुरक्षा
उत्तर प्रदेश सरकार राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से और सक्षम बनाने के लिये ‘लखपति महिला कार्यक्रम’ शुरू की गई है। इसके माध्यम से प्रारंभिक तीन वर्षों में 15 लाख महिलाओं को लखपति बनाए जाने की योजना है। 23 सितंबर, 2022 को उत्तर प्रदेश विधानसभा ने महिलाओं के खिलाफ
शिक्षा एवं कौशल विकास
राज्य के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस पाठ्यक्रमों के लिये हिन्दी भाषा की पाठ्य-पुस्तक पेश करने हेतु सरकार ने तीन सदस्यीय पैनल का गठन किया है। 18 दिसंबर, 2022 को अमेरिका के आस्टिन यूनिवर्सिटी और उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल के मध्य उत्तर प्रदेश में नॉलेज स्मार्ट सिटी के लिये 35 हज़ार
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण
9 नवंबर, 2022 को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) को नेशनल हेल्थ मिशन द्वारा राज्य के शहरी क्षेत्र में संचालन को मंज़ूरी प्रदान कर दी गई है। पहले चरण में प्रदेश के 15 ज़िलों में तथा दूसरे चरण में 16
पर्यावरण एवं जैव विविधता संरक्षण
उत्तर प्रदेश में स्वच्छ, हरित और नियोजित शहरों को सुनिश्चित करने के लिये, राज्य सरकार द्वारा शहरी निकायों में इंदौर के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (SWM) मॉडल को लागू की जाएगी। 16 नवंबर, 2022 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश
बैठक एवं सम्मेलन
10 फरवरी 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के दौरान सबसे युवा मोटरबाइक रेसर श्रेयश हरीश को सम्मानित किया। ये विश्व रेस में क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 (यूपी जीआईएस-2023)
संस्थान एवं निकाय
14 नवंबर, 2022 को उत्तर प्रदेश डीजीपी मुख्यालय ने लखनऊ, कानपुर नगर और वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के पुनर्गठन को मंज़ूरी दे दी। कानपुर नगर और वाराणसी में एक-एक नए ज़ोन गठित किये गये है, जबकि लखनऊ ग्रामीण के थानों को लखनऊ में समायोजित कर दिया गया है। 1 नवंबर, 2022
पुरस्कार एवं सम्मान
22 जनवरी, 2023 को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार, राज्य सरकार देश-विदेश में प्रदेश का नाम रोशन करने वाली विभूतियों को ‘उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान’ से सम्मानित करेगी। इस नई सम्मान योजना के लिये 50 लाख रुपए की धनराशि की प्रशासकीय और वित्तीय स्वीकृति प्रदान
रिपोर्ट एवं रैंकिंग
1 अक्टूबर, 2022 को जारी स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 की रैंकिंग में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद ने प्रदेश में पहला और देश में 12वाँ स्थान प्राप्त किया है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 की एक लाख से 10 लाख की आबादी वाले शहर में नोएडा
खेल घटनाक्रम
9 नवंबर, 2022 को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार,नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन प्रदेश के चार शहरों लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी तथा नोएडा में होगा। इसमें रोईंग, बास्केटबाल, जूडो, कबड्डी, कुश्ती, स्वीमिंग, बॉक्सिंग सहित लगभग 20 खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। 18 जनवरी, 2023 को प्रधानमंत्री
एमपीपीसीएस प्रारंभिक परीक्षा विशेष
मध्य प्रदेश : समसामयिक वार्षिकी
वर्ष 2022-23 के प्रमुख समसामयिक घटनाक्रम एवं पहलें
मध्य प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा में अक्सर पूछे जाने वाले राज्य विशिष्ट समसामयिक घटनाक्रमों को ध्यान में रखते हुए हम यह अध्ययन सामग्री प्रस्तुत कर रहे हैं। इसमें वर्ष 2022-23 के समसामयिक घटनाक्रमों के अंतर्गत राज्य की कृषि, उद्योग, अवसंरचना, सामाजिक सुरक्षा एवं पर्यावरण संरक्षण संबंधी पहलों तथा इसके साथ ही अन्य विविध घटनाक्रमों जैसे बैठक एवं सम्मेलन, पुरस्कार एवं सम्मान, रिपोर्ट एवं रैंकिंग तथा खेल परिदृश्य आदि से संबंधित समसामयिक घटनाओं को बिन्दुवार रूप में प्रस्तुत किया गया है। आशा है यह सामग्री आगामी प्रारंभिक परीक्षा में अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी।
एमपीपीसीएस प्रारंभिकी विशेष
मध्य प्रदेश : समसामयिक वार्षिकी
कृषि एवं संबंधित क्षेत्र
किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्रालय (Department of Agriculture & Farmers Welfare) के अनुसार, कृषि अधो-संरचना मद (Agriculture Infrastructure Fund) के क्रियान्वयन में मध्य प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। 19 फरवरी, 2023 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश को केंद्रीय सिंचाई
उद्योग
वित्तीय कार्य-प्रणाली को और सरल, सुदृढ़ एवं हितग्राही मूलक बनाने के उद्देश्य से आधार आधारित भुगतान की नयी व्यवस्था 16 जनवरी, 2023 से प्रदेश के सभी कोषालयों (treasuries) में लागू हो गई है। मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा देवास, हरदा और रीवा तीन ज़िलों को ‘एक ज़िला-एक उत्पाद’योजना में
आधारभूत संरचना
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने सेतु बंधन योजना के अंतर्गत मध्य प्रदेश के भोपाल, सिवनी और ग्वालियर ज़िलों में चार महत्त्वपूर्ण विकास परियोजनाओं को मंज़ूरी दी है। 15 नवंबर, 2022 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की रातापानी-औबेदुल्लागंज-इटारसी फोरलेन परियोजना (एनएच-46) शिलान्यास किया।
सामाजिक सुरक्षा
28 जनवरी, 2023 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदापुरम (होशंगाबाद) ज़िले में ‘लाडली बहना योजना’ शुरू किये जाने की घोषणा की। 9 नवंबर, 2022 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में सार्वजनिक वितरण प्रणाली एवं अन्य कल्याणकारी योजनाओं में ‘मुख्यमंत्री
शिक्षा एवं कौशल विकास
22 जनवरी, 2023 को सिंगरौली जिले में 248.27 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले शासकीय मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया गया। इसके साथ ही 60.30 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले माइनिंग इंजीनियरिंग कॉलेज की भी स्थापना की जा रही है। मध्य प्रदेश सरकार के चिकित्सा शिक्षा
स्वास्थ्य एवं पोषण
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के 2021-22 के प्रतिवेदन के अनुसार, ‘आयुष्मान भारत’ योजना में शिकायतों के निवारण को लेकर देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। पश्चिम मध्य रेल भोपाल मंडल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन को भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा ‘फाइव स्टार ईट राइट स्टेशन (Five Star
पर्यावरण संरक्षण संबंधी पहलें
12 सितंबर, 2022 को राज्य शासन द्वारा ज़िला कलेक्टर्स की अध्यक्षता में वेटलैंड संरक्षण समितियों का गठन किया गया। 15 जुलाई, 2022 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिपरिषद द्वारा एप्लीकेशंस/डाटा की सुरक्षा के लिये सुरक्षा संचालन केंद्र (Security Operations Centre) स्थापित करने का निर्णय लिया गया।
बैठक एवं सम्मेलन
66वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट 2022-23 का आयोजन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में की गई। इस मीट में अलग–अलग प्रदेशों के 24 दल शामिल हुए। 22 फरवरी, 2023 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के छतरपुर ज़िले के खजुराहो में जी-20 संस्कृति कार्यसमूह की
संस्थान एवं निकाय
24 मार्च, 2022 को मध्य प्रदेश किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्रालय और इज़राइल द्वारा राज्य में माइक्रो इरीगेशन और हाईटेक एग्रीकल्चर को बढ़ावा देने के लिये हरदा में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खोले जाने पर सहमति बनी। राज्य सरकार द्वारा मिशन वात्सल्य की निगरानी, मूल्यांकन एवं समीक्षा के लिये राज्य बाल
पुरस्कार एवं सम्मान
मध्य प्रदेश की संस्कृति विभाग की दत्तात्रेय दामोदर देवलालीकर पुरस्कार धार के प्रेम कुमार सिंह को ‘अनटाईटल-1’ के लिये प्रदान किया गया है। जगदीश स्वामीनाथन पुरस्कार भोपाल के मान सिंह व्याम को उनकी कृति ‘जिंदगी एक सफर के लिये’ प्रदान किया गया है। इसके साथ ही विष्णु चिंचालकर पुरस्कार इंदौर
रिपोर्ट एवं रैंकिंग
जल जीवन मिशन के तहत हर घर में नल से शुद्ध पेयजल पहुँचाने की अभूतपूर्व और गौरवपूर्ण उपलब्धि प्राप्त करते हुए बुरहानपुर ज़िला देश का पहला ‘हर घर जल’ सर्टिफाइड ज़िला बन गया है। 21 जुलाई, 2022 को नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी द्वारा जारी इंडिया इनोवेशन इंडेक्स- 2021
मुख्य विशेष
68वीं बीपीएससी मुख्य परीक्षा विशेष
बिहार विशेष मॉडल प्रश्न
बीपीएससी मुख्य परीक्षा विशेष
करेंट अफेयर्स वनलाइनर
करेंट अफेयर्स वनलाइनर
24 फरवरी, 2023 को इंडिया टुडे टूरिज्म सर्वे ने किस राज्य/केन्द्रशासित प्रदेश के पर्यटन को सर्वश्रेष्ठ साहसिक पर्यटन पुरस्कार के लिए चुना है? - जम्मू-कश्मीर28 फरवरी, 2023 को जीएसएम एसोसिएशन (GSM Association) ने दूरसंचार नीति और विनियमन में सर्वोत्तम प्रथाओं को लागू करने के लिए किस देश को सरकारी नेतृत्व पुरस्कार 2023 प्रदान किया है? - भारतहाल ही में किस व्यक्ति को वर्ष 2022 के बिजनेस स्टैंडर्ड बैंकर के रूप