किसान एवं जनजातीय आंदोलन
भारत में ब्रिटिश शासन की स्थापना के परिणामस्वरूप कृषकों तथा जनजातियों को विभिन्न प्रकार की नई परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही कृषकों तथा जनजातियों पर विभिन्न प्रकार के कर आरोपित किए गए, जिसके परिणामस्वरूप इनके द्वारा विभिन्न विद्रोह किए गए।
- कोल विद्रोह (1831-32): कोल भारत में छोटानागपुर क्षेत्र के निवासी थे। अंग्रेजों के आगमन से पहले, वे अपने पारंपरिक प्रमुखों के अधीन पूर्ण स्वायत्तता का आनंद लेते थे, लेकिन अंग्रेजों के सत्ता में आने के बाद यह प्रथा उलट गई। 
- इसके परिणामस्वरूप कोलों ने 1831-32 में ब्रिटिश सरकार और बाहरी लोगों के खिलाफ विद्रोह कर दिया। कई ....
 
 
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संबंधित सामग्री
- 1 ब्रिटिश न्यायिक सुधार और उच्च न्यायालयों की स्थापना
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 - 7 प्राचीन भारत में वैज्ञानिक एवं तकनीकी विकास
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 - 13 द्रविड़ मंदिर वास्तुकला
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 - 16 भारत में महत्वपूर्ण सांस्कृतिक विश्व धारोहर स्थल: मुख्य विशेषताएं
 - 17 भारत में आधुनिक राष्ट"वाद का उदय
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 - 22 ब्रिटिश शासन के दौरान भारत में प्रेस का विकास
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 - 27 एमिनेंट डोमेन का सिद्धांत
 - 28 विधायी शक्ति का वितरण
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 - 44 उपभोक्ता विवाद निवारण तंत्र
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 - 46 निर्वाचन आयोगः शक्तियां और सीमाएं
 - 47 स्पीकर बनाम राज्यपालः शक्तियों से संबंधित संवैधानिक प्रावधान
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