Question : एकाकी परिवार एवं औद्योगिक समाज।
(2006)
Answer : एकाकी परिवार अथवा मूल परिवार की अवधारणा की ओर सबस पहले हमारा ध्यान मरडॉक ने 1949 में आकर्षित किया था। आकार और संगठन की दृष्टि से मूल परिवार सबसे अहम् होता है। इसका संगठन पति-पत्नी एवं उन पर आश्रित बच्चों के योग से निर्मित होता है। इन परिवारों के अंदर गहरी अंतः क्रिया होती है। इसलिए विचारों, भावों तथा क्रियाओं का आदान-प्रदान उन्हीं के बीच सीमित रहता है।
ऐसे परिवारों में बच्चे वयस्क होते ही ....
Question : सामाजिक नियंत्रण में परिवार की भूमिका।
(2005)
Answer : सामाजिक नियंत्रण में परिवार की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है। जन्म लेते ही बालक किसी-न-किसी परिवार का सदस्य हो जाता है, जहां समाजीकरण की प्रक्रिया सबसे पहले प्रारम्भ होती है। इसीलिए सामजिक नियंत्रण की प्रक्रिया की भी शुरूआत पहले यहीं होती है। माता-पिता अपने बच्चों को यही सिखलाते हैं कि कौन-सा व्यवहार उचित है और कौन-सा अनुचित है। धार्मिक विश्वासों, परम्पराओं, प्रथाओं, जीवन के मूल्यों एवं प्रतिमानों की जानकारी सर्वप्रथम परिवार में ही होती है ....
Question : परिवार की परिवर्तनशीलता संरचना में स्त्री-पुरुष की भूमिकाएं।
(2004)
Answer : आज के वर्तमान परिप्रेक्ष्य में लिंग आधारित भूमिकाएं परिवार के परिवर्तन के लिए सबसे उत्तरदायी कारकों में से है। आधुनिकता एवं आधुनिक शिक्षा के प्रसार के फलस्वरूप समाज के हर वर्ग के लोगों के बीच एक नये आधुनिक विचार का उद्भव हुआ है जिससे लिंग आधारित विभेदता अछूता नहीं रहा है। आधुनिक विचार के उद्भव एवं जागृति के कारण वर्षों से दबी हुई नारी वर्ग के बीच एक चेतना सी जागृत हुई है।
स्त्री वर्ग के ....
Question : नव वैश्विक अर्थव्यवस्था के भारत में कार्य संगठन और परिवार संरचना पर प्रभाव का विस्तार से परीक्षण कीजिए।
(2004)
Answer : वर्तमान विश्व के देश वैश्वीकरण की दिशा में बड़ी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। आज आवागमन और संदेशवाहन के साधन इतने अधिक विकसित और तीव्रगामी हो गये हैं कि विभिन्न देश एक-दूसरे के काफी निकट आ गये हैं। आज विश्व के सभी देशों में सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, शैक्षणिक पक्षों को एक ही व्यवस्था से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
वास्तव में नव वैश्विक अर्थव्यवस्था विश्व व्यापार संगठन के लचीले एवं उदारवादी नीति का ....
Question : परिवार और वंश की संकल्पनाओं का विवेचन कीजिए। संपत्ति के वंशानुक्रय और वंशागति के नियमों के बीच संबंध पर चर्चा कीजिए।
(2003)
Answer : विभिन्न समाजों में परिवार के स्वरूप एवं कार्यों की भिन्नता के कारण इसे कई रूप में परिभाषित किया गया है। इसकी रचना या तो जैवकीय आधार पर बने मां-बालक युग्म द्वारा या सामाजिक आधार पर निर्मित माता-पिता संतान के त्रयी बंधनों द्वारा होती है। एक जैवकीय इकाई के रूप में एक परिवार एक समूह है जिसमें स्त्री व पुरुष को यौन संबंधों की स्थापना व संतान पैदा करने के लिए समाज की स्वीकृति प्राप्त होती ....
Question : निकटाभिगमन निषेध।
(2001)
Answer : सभी समाजों में ऐसे कुछ नियम हैं जो व्यक्तियों की विशिष्ट श्रेणियों के बीच विवाह औरलैंगिक संबंधों की स्वीकृति नहीं देते। सामान्यतः व्यक्तियों की ये श्रेणियां रक्त संबंधों की निकटता पर आधारित है, जैसे पिता-पुत्री, माता-पुत्र, अथवा सहोदर भाई-बहन आदि। इस प्रकार के निकटतम संबंधियों के बीच वर्णित किये गये लैंगिक संबंधों को ही निकटाभिगमन निषेध कहा जाता है। निकटाभिगमन निषेध का दायरा हमेशा रक्त संबंधों द्वारा ही निर्धारित हो, ऐसी बात नहीं है। ऐसे ....
Question : आधुनिक समाजों में परिवार की परिवर्तनशील संरचना के लिए जिम्मेदार कारकों पर चर्चा कीजिए।
(2000)
Answer : आधुनिक समाज में अनेक ऐसी नवीन प्रवृत्तियां उत्पन्न हुई हैं जिनके आधार पर परिवार के संरचनात्मक तथा प्रकार्यात्मक परिवर्तनों को देखा जा सकता है। कपाडि़या का विचार है कि नवीन न्याय व्यवस्था, शिक्षा का प्रसार तथा परिवर्तित मनोवृत्तियां परिवार के संरचनात्मक परिवर्तन के लिए उत्तरदायित्व है। दूसरी ओर बोटोमाेर ने अपने अध्ययन के आधार पर यह बताया कि ‘ग्रामीण संयुक्त परिवार में होने वाले परिवर्तनों का प्रमुख कारण यह है कि संयुक्त परिवार आर्थिक विकास ....