Question : भारत में सामाजिक (कल्याण) प्रशासन में प्रशासनिक अभिकरणों का विशेषीकरण और उसका तेजी के साथ विस्तार दिखाई पड़ रहा है। मूल्यांकन कीजिये।
(2007)
Answer : कल्याण प्रशासन की संरचना काफी उलझी हुई है। भारत में सामाजिक (कल्याण) प्रशासन में प्रशासनिक अभिकरणों का विशेषीकरण और उसका द्रुतगति के साथ विस्तार हुआ है। समाज में आर्थिक विकास की तो परम आवश्यकता होती ही है, लेकिन आर्थिक विकास के साथ ही साथ सामाजिक एवं मानवीय विकास की भी अपनी विशिष्ट महत्ता है। स्वास्थ्य, पोषाहार, और शिक्षा मानवीय जीवन, कार्य निष्पादन एवं राष्ट्र की मौलिक भावनाओं के द्योतक हैं।
मूलभूत आवश्यकताएं एवं सेवाएं एकाकार ....
Question : भारत की महिलाओं और बच्चों के कल्याण के संबंध में संघ सरकार की नीतियों का, अधिक से अधिक 200 शब्दों में, समालोचनात्मक मूल्यांकन कीजिये।
(2006)
Answer : महिलाओं और बच्चों का सर्वांगीण विकास और उन्हें महत्व देने के लिये पहले मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत एक अलग महिला एवं बाल विकास विभाग 1985 से काम कर रहा था। लेकिन विभाग का महत्व देखते हुये 30 जनवरी 2006 को महिला एवं बाल विकास मंत्रलय अस्तित्व में आया।
महिला एवं बाल विकास विभाग पर निम्नलिखित पांच अधिनियमों को लागू करने की जिम्मेदारी है। साथ ही विभाग महिला और बाल विकास विभाग के क्षेत्र में ....