भारत में मोटापे की समस्या: सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर चुनौती

भारत एक मौन किंतु गंभीर स्वास्थ्य संकट का सामना कर रहा है, जहाँ बच्चों, किशोरों और वयस्कों में अधिक वज़न और मोटापे की दर तेज़ी से बढ़ रही है। कभी जिसे ‘संपन्नता की बीमारी’ माना जाता था, वह मोटापा अब बदलती आहार आदतों, जीवनशैली के पैटर्न और आक्रामक खाद्य विपणन के कारण सभी सामाजिक-आर्थिक वर्गों में फैलता जा रहा है।

  • यूनिसेफ़ की चाइल्ड न्यूट्रिशन ग्लोबल रिपोर्ट 2025 के अनुसार, मोटापा अब वैश्विक स्तर पर स्कूली बच्चों और किशोरों में कुपोषण का सबसे सामान्य रूप बन चुका है, जिसने अल्प वज़न को पीछे छोड़ दिया है। विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि यदि ....
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