भारत में बाढ़ प्रबंधन: प्रौद्योगिकी एवं ज़मीनी वास्तविकता के मध्य अंतर

भारत में बाढ़ प्राकृतिक आपदाओं में सबसे अधिक बार आने वाली और अत्यधिक विनाशकारी मानी जाती है। भारी वर्षा, ग्लेशियरों के पिघलने, चक्रवातों और नदियों के अतिप्रवाह के साथ-साथ मानव-निर्मित कारण जैसे शहरी अतिक्रमण, अवैज्ञानिक शहरीकरण और खराब जल निकासी व्यवस्था, बाढ़ की गंभीरता को और बढ़ा देते हैं। तकनीकी रूप से भारत ने बाढ़ पूर्वानुमान और चेतावनी प्रणालियों में सुधार किया है, लेकिन ज़मीनी हकीकत यह है कि हर साल हज़ारों लोग जान गँवा रहे हैं और अरबों की संपत्ति नष्ट हो रही है।

बाढ़ प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा: एक नजर

  • 10 जून, 2025 को गृह मंत्री ....
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