Question : "गंदी बस्तियां शहरी खतरा है।" भारत के शहरों का उदाहरण पेश करते हुए इस कथन को सुस्पष्ट कीजिए।
(2007)
Answer : गंदी बस्तियों का तात्पर्य उन अधिवासीय बस्तियों से है, जहां अधिवास की परिस्थितियां अस्वास्थ्यकर तथा अपारिस्थैतिक हो चुकी है। गंदी बस्तियां कही जाने वाली अवैध बस्तियों का फैलाव भारतीय नगरों की एक प्रमुख विशेषता है। देश के 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने 607 कस्बों और नगरों में गंदी बस्तियां होने की जानकारी दी है। गंदी बस्तियों की कुल जनसंख्या 4 करोड़ 3 लाख है, जो गंदी बस्तियों वाले नगरों की कुल जनसंख्या का ....
Question : प्रचलित आकरिकीय प्रतिमानों की पृष्ठभूमि में भारतीय नगरों की आकरिकी की व्याख्या कीजिए।
(2006)
Answer : प्रत्येक नगर अपने आप में विशिष्ट होता है। परंतु नगरों की आंतरिक संरचना की कुछ निश्चित प्रवृत्तियां होती हैं। अनेक विद्वानों ने नगरों की आंतरिक संरचना को सैद्धांतिक रूप प्रदान करने का प्रयास किया है। इसके लिए विद्वानों द्वारा विभिन्न मॉडलों का विकास किया गया है। इन मॉडलों में निम्नलिखित प्रमुख हैं:
Question : भारत के ग्रामीण बस्तियों के प्रकारों का उल्लेख करें।
(2005)
Answer : भारत ग्रामीण अधिवास का उत्तम उदाहरण प्रस्तुत करता है। ग्रामीण बस्तियां वातावरण और मानव द्वारा अधिकृत दृश्यों के पारस्परिक संबंधों को दर्शाती हैं। बस्तियों के प्रकार, बस्ती में मकानों की संख्या और मकानों के बीच में पारस्परिक दूरी के आधार पर निश्चित होते हैं। इस आधार पर भारत की ग्रामीण बस्तियों को चार भागों में बाटा जा सकता है-
(1)सघन बस्तियां (Compact Settlements): सघन बस्तियां घरातल की एकरूपता मिट्टी की अधिक उत्पादकता, वर्षा की पर्याप्त मात्र ....
Question : गंदी बस्तियां किस प्रकार बन जाया करती हैं? उनके सुधार के लिए ठोस सुझाव दीजिए।
(2004)
Answer : गंदी बस्तियां या स्लम (slums) नगर के निम्न स्तरीय अधिवास के क्षेत्र हैं जहां नागरिक सुविधाओं की घोर कमी होती है, जनाधिक्य एवं अस्वास्थ्यकर वातावरण व्याप्त रहता है तथा सामाजिक-आर्थिक समस्याएं घर किये रहती हैं। भारतीय शहरों में गंदी बस्तियों की समस्या विकट रूप धारण करती जा रहीं हैं, खासकर बड़े नगरों में। उदाहरणार्थ- कोलकाता नगर की 60 प्रतिशत जनसंख्या गंदी बस्तियों में निवास करती है, जबकि मुम्बई 50 प्रतिशत।
भारतीय नगरों में गंदी बस्तियों का ....
Question : भारत के पर्वत-नगरों की भौगोलिक पृष्ठभूमि एवं उनके वितरण के लक्षणों को प्रस्तुत कीजिए।
(2001)
Answer : भारत में अनेक पर्वतीय नगर स्थित हैं। ये पर्वतीय नगर किसी एक क्षेत्र में सीमित न होकर संपूर्ण भारत में बिखरे हुए हैं। भारत के उत्तर में हिमालय पर्वत पर अनेक पर्वतीय नगर स्थित हैं। इन नगरों की ऊंचाई सामान्यतः समुद्र तल से 1500 से 2000 मीटर है। इन नगरों में शिमला, डलहौजी, कुल्लू-मनाली, चम्बा आदि पर्वतीय नगर हिमाचल प्रदेश में स्थित हैं। सोनमार्ग, गुलमर्ग, पहलगाम, शेषनाग, अमरनाथ आदि नगर जम्मू-कश्मीर में स्थित हैं। मसूरी, ....
Question : भारतीय शहरों में गंदी बस्तियों की वृद्धि के पर्यावरणीय प्रभावों की विवेचना कीजिए।
(2000)
Answer : गंदी बस्ती या स्लम एक ऐसा निवास क्षेत्र होता है, जहां निवास गृह अपनी जीर्ण-शीर्ण अवस्था ढांचे के दोषपूर्ण विन्यास संवातन, प्रकाश और सफाई के अभाव तथा इन सब कारकों के सम्मिलन के कारण स्वास्थ्य, सुरक्षा व नैतिकता के लिए एक खतरा होते हैं। यह गरीबी एवं वंचना की चरम दशा को व्यक्त करता है जो समुदाय के स्वास्थ्य एवं नैतिक विकास के लिए गंभीर संकट है।
स्लम नगरीय क्षेत्रों में ही पाये जाते हैं तथा ....
Question : भारतीय शहरों की आकारिकी की प्रमुख विशिष्टताओं का वर्णन कीजिए।
(2000)
Answer : भारत के पास सिंधु घाटी सभ्यता के समय से ही नगरीय संस्कृति का एक लंबा इतिहास रहा है। भारतीय शहर नगरीकरण के एक लंबे काल में विकसित हुए हैं। इस लंबे इतिहास में भारत सामाजिक-सांस्कृतिक विकास के विभिन्न चरणों से गुजरा है। विकास के इन चरणों की छाप वर्तमान शताब्दी में भी परिलक्षित होती है।
इस प्रकार भारतीय शहरों की आकारिकी इन विभिन्न प्रभावों का सम्मिश्रण प्रस्तुत करती है जो नियोजन की प्रक्रिया द्वारा और भी ....
Question : भारत में ग्रामीण अधिवासों के विभिन्न प्रतिरूपों के वितरण की व्याख्या उपयुक्त उदाहरण एवं रेखाचित्रों की सहायता से कीजिए।
(1999)
Answer : ग्रामीण बस्तियों का प्रतिरूप उन बस्तियों के बसाव के अनुसार होते हैं। इनको मकानों एवं मार्गोर्ं की स्थिति के क्रम और व्यवस्था के आधार पर निश्चित किया जाता है। यह प्रतिरूप भौगोलिक, सामाजिक, आर्थिक एवं ऐतिहासिक प्रवृत्तियों से प्रभावित होते हैं। भारत में ग्रामीण बस्तियों के निम्न प्रतिरूप दिखाई पड़ते हैंः
1. रेखीय प्रतिरूप: किसी सड़क या नदी अथवा नहर के किनारे-किनारे बसे हुए मकानों की बस्तियां रेखीय प्रतिरूप की होती हैं। मकान दोनों किनारों पर ....
Question : नगर प्रदेश की संकल्पना पर चर्चा कीजिये और भारत के नगरों का हवाला देते हुए नगर प्रदेश के परिसीमन के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले प्रकार्यात्मक सूचकों का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये?
(1998)
Answer : नगर के इर्द-गिर्द कई छोटे आवासन पाये जाते हैं, जो नगरों के साथ एक प्रकार्यात्मक क्षेत्र का निर्माण करते हैं। आवासन के इन केन्द्रों का नगर से भौतिक, सामाजिक व आर्थिक संबंध होता है। दोनों ही क्षेत्र इस संबंध से लाभान्वित होते हैं। जैसे-जैसे नगर से इन आवासनों की दूरी बढ़ती जाती है, वैसे- वैसे नगरों का इन पर प्रभाव घटता जाता है। नगर प्रदेश की अवधारणा को समझने के लिए कुछ अन्य अवधारणाओं को ....