Question : शहरी उपांत का निरूपण
(2007)
Answer : उपान्त शब्द स्वयं ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों के बीच एक सीमा रेखा का प्रतीक स्वरूप है। यह वास्तव में नगरीय क्षेत्रों की सीमा पर फैला होता है, जो नगर को घेरे होता है और वास्तविक देहाती क्षेत्र से इसे अलग करता है। 1937 में टीएल स्मिथ नामक समाजशास्त्री ने सर्वप्रथम शहरी उपान्त शब्द का प्रयोग किया और नगर की प्रशासकीय सीमा के बाहर निर्मित क्षेत्र को शहरी उपांत कहा।
लेविस कोबले के अनुसार, ‘शहरी उपांत शहर ....
Question : नगरीय भूगोल में प्रमुख शहर तथा श्रेणी आकार प्रणाली की संकल्पनाएं क्या है? विस्तार से चर्चा कीजिए।
(2006)
Answer : कोटि आकार नियम एक सैद्धांतिक मॉडल है, जो किसी प्रदेश में नगरीय बस्तियों का उनके आकार के अनुसार वितरण की आदर्श तस्वीर प्रस्तुत करता है। इसके अनुसार नगरों की कोटि एवं उनके आकारमें एक निश्चित संबंध पाया जाता है, जिसके बारे में अनेक विद्वानों ने विचार प्रस्तुत किया है। इस दिशा में प्रथम प्रयास ओयरबैक द्वारा 1913 ई. में किया गया।
किसी भी प्रदेश में, ....
Question : प्राथमिक नगर की संकल्पना
(2005)
Answer : प्राथमिक नगर किसी भी राज्य अथवा प्रदेश की सबसे बड़ी बस्ती होती है। यह सर्वाधिक केन्द्रीय स्थान वाला नगर होता है तथा सामान्य से लेकर अति विशिष्ट कार्यों को संपन्न करता है। सभी केन्द्रीय बस्तियां अति विशिष्ट कार्य नहीं कर सकतीं, इसलिए उनमें से कोई एक बस्ती ही प्राथमिक नगर होगा।
कोटि-आकार नियम तथा प्राथमिक नगरों के अध्ययन का प्रथम कार्य जेफरसन महोदय द्वारा 1939 ई. में किया गया था। इनके अनुसार नगर अपने आप विकसित ....
Question : नगरीय प्रभाव के क्षेत्र की संकल्पना का परीक्षण कीजिए तथा उसके सीमांकन में इस्तेमाल की जाने वाली गुणात्मक एवं मात्रत्मक विधियों की विवेचना कीजिए।
(2003)
Answer : नगर प्रभाव क्षेत्र का समान्य तात्पर्य उस भौगोलिक प्रदेश से है, जो किसी नगर की सीमा के बाहर अवस्थित है, किंतु आर्थिक तथा सामाजिक कार्यों के लिए वह नगर पर निर्भर करता है। नगर भी कई प्रकार के कार्यों के लिए अपने आस-पास के क्षेत्रों पर निर्भर करता है। जेफरसन के अनुसार नगर का विकास अपने आप नहीं होता है उनके विकास का आधार आस-पास का ग्रामीण क्षेत्र निर्धारित करता है। गेड्स तथा स्मेल जैसे ....
Question : श्रेणी आकार प्रणाली
(2000)
Answer : श्रेणी-आकार प्रणाली जगहों के आकार व उनकी श्रेणी या कोटि (तंदा) के बारे में एक नियमित संबंध की परिकल्पना करता है। यह एक सैद्धांतिक माडल है तथा नगरों के आकार में गुणात्मक समांताओं के संबंधों को बताने वाला आदर्श है। श्रेणी-आकार नियम के अनुसार नगरों का आपस में आकार के अनुसार संबंध होता है। ये आपस में इस प्रकार संबंधित होते हैं कि उनमें एक क्रम पाया जाता है।
एक प्रदेश (चाहे सम्पूर्ण विश्व हो, देश ....
Question : संसार में जनसंख्या प्रवसन के कारणों और परिणामों पर चर्चा कीजिए।
(2000)
Answer : प्रवसन का वास्तविक अर्थ आवास का स्थायी या अर्द्धस्थायी विस्थापन है। यह मौसमी के साथ-साथ अस्थायी भी हो सकती है। आवास का यह परिवर्तन जब अंतर्राष्ट्रीय सीमा के आर-पार होता है, तब उसे अंतर्राष्ट्रीय प्रवसन के नाम से जाना जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रवसन मानव भूगोल की सर्वाधिक महत्वपूर्ण परिघटनाओं में से है। प्रवसन के कारकों को अभिकर्षण एवं प्रतिकर्षण कारकों के अंतर्गत रखा जा सकता है-
(i) अभिकर्षण कारक- ये कारण गंतव्य या मेजबान देश से ....
Question : प्रमुख शहर
(1999)
Answer : नगरों के छोटे-बड़े आकारों के आधार पर प्रत्येक देश में जो सबसे बड़ा नगर होता है, उसे ‘प्रमुख नगर’ कहा जाता है। मार्क जैफरसन के ‘प्रमुख नगर सिद्धांत’ के अनुसार किसी देश का प्रमुख नगर उस देश के द्वितीय नगर के दो या तीन गुने से अधिक बड़ा होता है। जैफरसन ने पाया कि संसार के 28 प्रमुख नगरों का आकार द्वितीय नगर से तीन गुना बड़ा था। जैफरसन के अनुसार प्रमुख नगर अपने देश ....