न्यायमूर्ति गिरीश ठाकोरलाल नानावती

2002 के गोधरा दंगों और 1984 के सिख विरोधी दंगों की जांच करने वाले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति गिरीश ठाकोरलाल नानावती का 18 दिसंबर, 2021 को निधन हो गया। वे 86 वर्ष के थे।

  • नानावती को 11 फरवरी, 1958 को बॉम्बे हाईकोर्ट में एक वकील के रूप में नामांकित किया गया था।
  • नानावती को 31 जनवरी, 1994 को ओडिशा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्हें 28 सितंबर, 1994 को कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में स्थानांतरित किया गया था।
  • नानावती को 6 मार्च, 1995 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुत्तफ़ किया गया था और वे 16 फरवरी, 2000 को सेवानिवृत्त हुए।
  • जस्टिस नानावती और जस्टिस अक्षय मेहता ने 2014 में ‘2002 के गोधरा दंगों पर अपनी अंतिम रिपोर्ट’ गुजरात की तत्कालीन मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को सौंपी थी। 2002 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने दंगों की जांच के लिए आयोग को नियुत्तफ़ किया था।
  • नानावती को एनडीए सरकार ने 1984 के सिख विरोधी दंगों की जांच के लिए नियुक्त किया था। वे नानावती आयोग के एकमात्र सदस्य थे।

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