डॉ. इनामुल हक

10 जुलाई, 2002 को प्रख्यात पुरातत्वविद्, इतिहासकार और बांग्लादेश राष्ट्रीय संग्रहालय के पूर्व महानिदेशक डॉ. इनामुल हक का ढाका में निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे।

महत्वपूर्ण तथ्यः डॉ इनामुल हक को बंगाल की प्रतिमा और टेराकोटा कला पर उनके काम के लिए वर्ष 2020 के लिए पप्र श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

  • डॉ. इनामुल हक ने बांग्लादेश राष्ट्रीय संग्रहालय की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 1973 में उन्हें इसका निदेशक नियुक्त किया गया और 1983-91 के बीच इसके महानिदेशक के रूप में कार्य किया गया।
  • डॉ. हक को बांग्लादेश में विभिन्न पुरातात्विक स्थलों से कई अमूल्य मूर्तियों को खोजने और उनकी रक्षा करने का श्रेय दिया जाता है।
  • उन्हें 2016 में एकुशी पदक (Ekushey Padak) और 2020 में बांग्लादेश स्वाधीनता पदक (Bangladesh Swadhinta Padak) के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
  • डॉ. इनामुल हक एक बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी थे। वह एक विद्वान, संग्रहालय विज्ञानी, सांस्कृतिक कार्यकर्ता, स्वतंत्रता सेनानी, गीत-लेखक और टीवी व्यक्तित्व थे।

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