Question : हिंदी में ललित निबंध साहित्य का विकास स्पष्ट करते हुए उसमें हजारी प्रसाद द्विवेदी का योगदान स्पष्ट कीजिए?
(2008)
Answer : साहित्य रूप की दृष्टि से हिंदी में निबंध का जन्म और विकास आधुनिक युग की देन है। आधुनिक काल में राष्ट्रीय जागरण, नई सांस्कृतिक और राजनीतिक चेतना के परिप्रेक्ष्य में हिंदी निबंध का आरंभ हुआ। नवजागरण की चेतना ने हमारी मानसिकता को परिवर्तित कर हमारे बोध और संवेदना को आधुनिक बनाया। नई तकनीक के विकास से मुद्रण यंत्रें का प्रचलन प्रारंभ हुआ। जिससे पत्र-पत्रिकाओं का प्रकाशन तथा अंग्रेजी साहित्य से संपर्क में वृद्धि हुई। इन ....
Question : हिन्दी के ललित निबंधकार
(2005)
Answer : ललित निबंध में लालित्य अर्थात् सरस शैली के उत्कर्ष पर विशेष बल होता है। निबंधकार अपने भावों और विचारों को इस रूप में प्रस्तुत करना चाहता है, जो सरस, अनुभूतिजन्य, आत्मीय और रोचक लगे। जिसमें भाषा शुष्क न हो बल्कि उसमें कल्पनाशीलता, सहजता और सरसता हो। ललित निबंधकार गहरे विश्लेषण, उबाऊ, वर्णन, जटिल वाक्य रचना से बचता है। ललित निबंधों में रचनाकार के व्यक्तित्व की छाप रहती है। सबसे प्रमुख निबंधकार आचार्य रामचन्द्र शुक्ल हैं ....
Question : हिन्दी में रेखा चित्र और संस्मरण
(2003)
Answer : हिन्दी में ‘रेखाचित्र’ और ‘संस्मरण’ का प्रचलन आधुनिक युग में पश्चिमी प्रभाव और उसके वातावरण में हुआ। रेखाचित्र किसी व्यक्ति, वस्तु, घटना या भाव का, कम-से-कम शब्दों मे मर्मस्पर्शी, भावपूर्ण और सजीव अंकन है। रेखाचित्र में तटस्थता, संक्षिप्तता एवं तीखापन अधिक होता है और ये ही विशेषताएं उसे अन्य साहित्य रूपों से अलग करती है। जब लेखक सहज आत्मीयता तथा गंभीरता से अपने या किसी अन्य व्यक्ति के जीवन में बीती किसी घटना अथवा दृश्य ....
Question : हिन्दी में ललित निबंध साहित्य का विकास स्पष्ट करते हुए उसमें हजारी प्रसाद द्विवेदी का योगदान स्पष्ट कीजिए?
(2001)
Answer : साहित्यिक रूप की दृष्टि से हिन्दी में निबंध का जन्म और विकास आधुनिक युग की देन है। आधुनिक काल में राष्ट्रीय जागरण, नई सांस्कृतिक और राजनीतिक चेतना के परिप्रेक्ष्य में हिन्दी निबंध का आरंभ हुआ। नवजागरण की चेतना ने हमारी मानसिकता को परिवर्तित कर हमारे बोध और संवेदना को आधुनिक बनाया। नई तकनीक विकास से मुद्रण यंत्रों का प्रचलन प्रारंभ हुआ। जिससे पत्र-पत्रिकाओं का प्रकाशन तथा अंग्रेजी साहित्य से संपर्क में वृद्धि हुई। इन सब ....
Question : रेखाचित्र: स्वरूप
(1999)
Answer : रेखाचित्र किसी व्यक्ति, वस्तु, घटना या भाव का कम-से-कम शब्दों में मर्मस्पर्शी, भावपूर्ण और सजीव अंकन है। अंग्रेजी में, जिसे स्कैच कहा जाता है, उसके लिए हिंदी में -रेखाचित्र’, ‘व्यक्तिचित्र’, ‘शब्दचित्र’ शब्दों का प्रयोग होता है। रेखाचित्र में तटस्थता, संक्षिप्तता एवं तीखापन अधिक होता है। ये ही विशेषताएं, उसे अन्य साहित्य-रूपों से अलग करती है। रेखाचित्र की विशेषता विस्तार में नहीं, तीव्रता में होती है। रेखाचित्र पूर्णचित्र नहीं है। वह व्यक्ति, वस्तु, घटना आदि का ....