कोरोना के लिए कारगर एक पौधा-आधारित च्युइंग गम

शोधकर्ताओं ने एक ऐसा च्युइंग गम विकसित किया है, जो संभावित रूप से SARS-CoV-2 कोरोना वायरस के प्रसार को कम कर सकता है।

महत्वपूर्ण तथ्यः च्युइंग गम में एक पौधे में उगाया गया प्रोटीन होता है, जो वायरस को ‘‘ट्रैप’’ कर सकता है। इसके लिए टीम ने पौधों में ACE2 प्रोटीन विकसित किया है।

  • ‘मॉलिक्यूलर थेरेपी’ (Molecular Therapy) पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार यह लार में वायरल लोड को कम करता है और संभावित रूप से कोरोना के प्रसार को कम करता है।
  • जब SARS-CoV-2 से संक्रमित कोई व्यक्ति छींकता है, खांसता है या बोलता है, तो कुछ वायरस बाहर निकल सकते हैं और दूसरों तक पहुंच सकते हैं।
  • च्युइंग गम वायरस को ACE2 प्रोटीन के साथ फंसाकर लार में ही बेअसर करता है।

प्रश्नोत्तर-सार

परमाणु ऊर्जा उत्पादन लक्ष्य

  • केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री एवं कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार परमाणु उत्पादन के लक्ष्य वार्षिक आधार पर निर्धारित किए जाते हैं।
  • पिछले दशक (2011-12 से 2020-21) के दौरान, परमाणु ऊर्जा उत्पादन के लिए वार्षिक लक्ष्यों का योग 3,74,383 मिलियन यूनिट था, जिसके मुकाबले कुल उत्पादन 3,81,593 मिलियन यूनिट रहा। परमाणु ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए, सरकार ने कुल 9000 मेगावाट की नई परमाणु ऊर्जा परियोजनाओं के लिए प्रशासनिक स्वीकृति और वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है। निर्माणाधीन और स्वीकृत परियोजनाओं के कार्मिक रूप से पूरा होने पर, 6780 मेगावाट की वर्तमान परमाणु ऊर्जा क्षमता 2031 तक बढ़कर 22480 मेगावाट हो जाएगी।

पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी