गंगा नदी के निचले हिस्सों में पानी की गुणवत्ता चिंताजनक

वैज्ञानिकों के एक दल के अनुसार गंगा नदी के निचले हिस्सों में पानी की गुणवत्ता खतरनाक स्थिति में है।

महत्वपूर्ण तथ्यः वैज्ञानिकों ने उस जगह के जल गुणवत्ता सूचकांक (WQI) की जरूरी आधार रेखा विकसित की और पानी की गुणवत्ता में लगातार गिरावट की सूचना दी।

  • मानवजनित गतिविधियों के परिणामस्वरूप गंगा नदी में अन्य प्रकार के प्रदूषकों के साथ-साथ नगरपालिका और औद्योगिक सीवेज के अशोधित कचरे को छोड़ दिया जाता है।
  • कोलकाता जैसे महानगर के करीब, विशेष रूप से, गंगा नदी के निचले हिस्से, मानवजनित कारकों, मुख्यतः नदी के दोनों किनारों पर तीव्र जनसंख्या दबाव के कारण बहुत अधिक प्रभावित हैं।
  • आईआईएसईआर कोलकाता के दल ने गंगा की स्थिति का आकलन करने के लिए घुलित नाइट्रोजन के रूपों सहित पर्यावरण के प्रमुख परिवर्ती कारकों की गतिशीलता को समझने के लिए दो वर्षों में गंगा नदी के निचले हिस्सों के 50 किलोमीटर के हिस्से के साथ 59 स्टेशनों को शामिल करते हुए नौ स्थानों की निगरानी की।
  • अध्ययन के अनुसार नदी के इस हिस्से का WQI मान 14-52 के बीच था।

जीके फ़ैक्ट

  • विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की ‘जल प्रौद्योगिकी पहल’ ने इस प्रमुख अध्ययन के लिए समूह का समर्थन किया है, जो हाल ही में ‘एनवायरनमेंट रिसर्च कम्युनिकेशन्स’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।

पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी