वैश्विक ई-अपशिष्ट में स्मार्टफोन का योगदान 12%

वैश्विक शोध फर्म काउंटरपॉइंट (Counterpoint) की दिसंबर 2021 में जारी शोध रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक ई-अपशिष्ट में स्मार्टफोन का योगदान 12% है और यह तब तक बढ़ता रहेगा जब तक कि इसके समाधान के लिए उपाय नहीं किए जाते।

महत्वपूर्ण तथ्यः अनुमान के अनुसार डिवाइस द्वारा होने वाले उत्सर्जन में स्मार्टफोन का उत्पादन अकेले 80.90% कार्बन उत्सर्जन का योगदान करता है।

  • एक मोबाइल फोन में 60 से अधिक विभिन्न धातुएं होती हैं, जिनमें दुर्लभ मृदा तत्व (rare earth metals) भी शामिल हैं, यदि ठीक से इनका निपटारा न किया जाए तो यह मिट्टी और पानी को दूषित कर सकती हैं।
  • मोबाइल फोन की मांग ने इन धातुओं के लिए खनन गतिविधियों में वृद्धि की है, जो निष्कर्षण के चरण में ही पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है।
  • उच्च खपत ने उन्हें पहले से ही ‘संकटग्रस्त धातुओं’ के रूप में सूचीबद्ध किया है, क्योंकि वे सीमित मात्रा में उपलब्ध हैं।
  • शोध फर्म ने अनुमान लगाया कि एक मोबाइल फोन बनाने के लिए लगभग 6-7 किलोग्राम उच्च श्रेणी के सोने के अयस्क का खनन किया जाता है।

जीके फ़ैक्ट

  • अमेरिका, ब्रिटेन, चीन और जापान के साथ भारत सबसे ज्यादा ई-अपशिष्ट उत्पन्न करने वाले देश हैं।

पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी