संक्षिप्त सामयिकी

  • इंडिगो ने सतत विमानन ईंधन (sustainable aviation fuel) के विनिर्माण और विश्व स्तर पर इसके इस्तेमाल के लिए देहरादून स्थित वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
  • रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने सीमा निगरानी प्रणालियों की तकनीक सौंपने के लिए ‘पारस रक्षा और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी’ का चयन किया है।
  • मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रक्षा अनुसंधान विकास प्रतिष्ठान (DRDO-DRDE) में मनुष्यों के लिए खतरनाक वायरस का अध्ययन करने के लिए एक नई ‘उन्नत जैविक प्रयोगशाला’ की स्थापना की जाएगी।
  • ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के हवाई संस्करण का 8 दिसंबर, 2021 को ओडिशा के तट पर एकीकृत परीक्षण रेंज, चांदीपुर से सुपरसोनिक लड़ाकू विमान ‘सुखोई 30 एमके-आई’ (Sukhoi 30 MK-I) से सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया।
  • स्टैनफोर्ड और गूगल के शोधकर्ताओं की एक टीम ने पदार्थ के एक नए चरण का निर्माण किया है, जिसे लोकप्रिय रूप से ‘टाइम क्रिस्टल’ (time crystal) के रूप में जाना जाता है। ‘टाइम क्रिस्टल’ को पहली बार 2012 में नोबेल पुरस्कार विजेता सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी फ्रैंक विल्जेक द्वारा प्रस्तावित किया गया था।
  • कर्नाटक में अपने अभिनव ‘प्रोजेक्ट री-हैब’ (मधुमकि्खयों का उपयोग करके हाथी-मानव संघर्षों को कम करना) (RE-HAB: Reducing Elephant&Human Attacks using Bees) की सफलता से उत्साहित, खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने अब इस परियोजना को असम के गोलपारा जिले में शुरू किया है।
  • विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के समर्थन से आईआईटी पलक्कड़ द्वारा स्थापित की गई एक सेक्शन-8 कंपनी ‘आईआईटी पलक्कड़ टेक्नोलॉजी आईहब फाउंडेशन’ (IIT Palakkad Technology IHub Foundation: IPTIF) द्वारा 2030 तक 20 लाख युवाओं को साइबर-भौतिक प्रणालियों में प्रशिक्षित करने के लिए ‘आई-स्किल’ ( i-Skill) पहल शुरू की गई है।
  • प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी ‘मेटा’ (पूर्व में फेसबुक) ने 8 दिसंबर को गुरुग्राम में एशिया के अपने सबसे बड़े कार्यालयों में से एक का अनावरण किया और ‘सेंटर फॉर फ्यूलिंग इंडियाज न्यू इकॉनमी’ (Centre for Fuelling India's New Economy: C-FINE) पहल के माध्यम से देश में अगले तीन वर्षों में 1 करोड़ छोटे व्यवसायों और 2,50,000 सृजनकर्ताओं को कौशल प्रदान करने की योजना की घोषणा की।
  • रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने 18 दिसंबर को ओडिशा के तट पर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से नई पीढ़ी की परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल ‘अग्नि पी’ (Agni P) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।

पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी