नासा ने किया भविष्य के मिशनों के लिए चयन

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने 6 दिसंबर, 2021 को भारतीय मूल के चिकित्सक अनिल मेनन को नौ अन्य लोगों के साथ भविष्य के मिशन के लिए अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना है।

महत्वपूर्ण तथ्यः 45 वर्षीय मेनन, अमेरिकी वायु सेना में लेफ्रिटनेंट कर्नल, स्पेसएक्स के पहले फ्लाइट सर्जन थे, जिन्होंने नासा के स्पेसएक्स डेमो-2 मिशन के दौरान कंपनी के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन लॉन्च करने में मदद की।

  • भारतीय मूल के अनिल मेनन दो साल के प्रारंभिक अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण को पूरा करने के लिए जनवरी 2022 में ड्यूटी के लिए रिपोर्ट करेंगे।
  • मेनन ने 2014 में नासा के फ्लाइट सर्जन के रूप में शुरुआत की। बाद में 2018 में, मेनन एलन मस्क की कंपनी ‘स्पेसएक्स’ में शामिल हो गए थे।
  • मेनन का जन्म भारतीय और यूक्रेनी माता-पिता से हुआ है और उनका पालन-पोषण मिनियापोलिस (Minneapolis), मिनेसोटा में हुआ है।
  • मेनन ने 1999 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय से न्यूरोबायोलॉजी में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और 2004 में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री प्राप्त की। 2006 में, उन्होंने स्टैनफोर्ड मेडिकल स्कूल से डॉक्टर ऑफ मेडिसिन की उपाधि प्राप्त की थी।

जीके फ़ैक्ट

  • फ्लाइट सर्जन एक चिकित्सक होता है, जिसके पास एयरोस्पेस मेडिसिन में विशेष प्रशिक्षण और बोर्ड प्रमाणन होता है। फ्लाइट सर्जन मिशन की तैयारी करते समय स्वास्थ्य देखभाल और चिकित्सा प्रशिक्षण की देखरेख करते हैं और अंतरिक्ष उड़ान से पहले, उड़ान के दौरान या बाद में होने वाली किसी भी चिकित्सा समस्या का भी ध्यान रखते हैं।

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