स्टैंड-ऑफ़ एंटी टैंक मिसाइल

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारतीय वायु सेना (IAF) ने 11 दिसंबर, 2021 को पोखरण रेंज से स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित हेलीकॉप्टर लॉन्च ‘स्टैंड-ऑफ एंटी टैंक’ (Stand-off Anti-tank Missile: SANT) मिसाइल का उड़ान परीक्षण किया।

महत्वपूर्ण तथ्यः मिसाइल एक अत्याधुनिक मिलीमीटर वेव (MMW) सीकर से लैस है, जो सुरक्षित दूरी बनाए रखते हुए उच्च परिशुद्धता के साथ हमला करने की क्षमता प्रदान करती है।

  • यह हथियार 10 किलोमीटर तक की सीमा में लक्ष्य को बेअसर करने की काबिलियत रखता है।
  • SANT मिसाइल को ‘अनुसंधान केंद्र इमारत’ (त्ब्प्), हैदराबाद द्वारा अन्य DRDO प्रयोगशालाओं के समन्वय और उद्योगों की भागीदारी के साथ डिजाइन और विकसित किया गया है।

जीके फ़ैक्ट

  • ‘स्टैंड-ऑफ एंटी टैंक’ मिसाइल का पहली बार क्त्क्व् द्वारा 2018 में भू-आधारित प्लेटफॉर्म से परीक्षण किया गया था।

इन्हें भी जानें

शीत लहर

  • भारतीय मौसम विभाग उस समय एक शीत लहर दर्ज करता है, जब मैदानी इलाकों में एक मौसम केंद्र पर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के बराबर या उससे कम होता है, और उस अवधि के लिए सामान्य तापमान से 4.5 डिग्री से 6.4 डिग्री कम होता है।
  • एक मौसम केंद्र पर न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से कम या उसके बराबर होने पर भी मैदानी इलाकों में शीत लहर दर्ज की जा सकती है। पहाड़ी क्षेत्रों के लिए, न्यूनतम तापमान 0 डिग्री सेल्सियस से कम या उसके बराबर होने पर और जब न्यूनतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री से 6.4 डिग्री कम होता है तो शीत लहर घोषित की जाती है। ‘गंभीर’ शीत लहर की स्थिति में, जहां न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम या उसके बराबर होता है और और उस अवधि के लिए सामान्य तापमान से 6.5 डिग्री या उससे अधिक नीचे चला जाता है।

पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी