रिवर्स फ्लिपिंग: बदलते नियामकीय माहौल में स्टार्टअप्स की वापसी

18 जून, 2025 को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने शेयर बाजार पारिस्थितिक तंत्र में अनुपालन संबंधी बोझ को कम करने तथा ‘रिवर्स फ्लिपिंग’ (Reverse Flipping) को प्रोत्साहित करने हेतु कई महत्त्वपूर्ण उपायों की घोषणा की।

  • हाल के वर्षों में कई भारतीय स्टार्टअप्स ने सिंगापुर, डेलावेयर या केमैन द्वीप जैसे विदेशी क्षेत्रों से अपनी स्वामित्व संरचना भारत वापस लाने की प्रवृत्ति अपनाई है, जिसे “रिवर्स फ्लिपिंग” कहा जाता है।
  • यह स्टार्टअप्स द्वारा पहले से अपनाई जा रही फ्लिपिंग की उस प्रवृत्ति के विपरीत है, जिसमें स्टार्टअप्स अक्सर वैश्विक निवेशकों तक पहुँच, बेहतर नियामक माहौल और कर लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य ....
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