Question : तार्किक प्रत्यक्षवादियों की तत्वमीमांसा की निरसन संबंधी युक्तियों का मूल्यांकन कीजिए।
(2007)
Answer : तत्वमीमांसा प्राचीन काल से दार्शनिक के चिन्तन की मुख्य विषय-वस्तु रही है। तत्वमीमांसकों ने तत्व के स्वरूप के सम्बन्ध में अनेक तात्विक सत्ताओं यथा प्राकृतिक तत्व, आत्म तत्व ईश्वर इत्यादि विषयक युक्तियां प्रस्तुत की हैं, जिन्हें वे आनुभविक वाक्यों से भी अधिक निश्चयात्मक मानते हैं। आधुनिक युग में विएना-सर्किल से उचित अनुभव एवं विज्ञान पर आधारित विचारधारा तार्किक-भाववाद इस परम्परागत तत्वमीमांसीय चिन्तन को दर्शन की विषय वस्तु से हटाकर अर्थहीन घोषित करती है। इस क्रम ....