सामान्य अधययन दृष्टिकोण विशेषांक-3
भारतीय अर्थव्यवस्था
कृषि ऋण और फ़सल बीमा के माध्यम से वित्तीय समावेशन - (December 2023)
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत के कृषि क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए कृषि ऋण और फसल बीमा से संबंधित पहलों की शुरुआत की है। इन पहलों का उद्देश्य कृषि क्षेत्र के लिए वित्त सुनिश्चित करना, आगतों के लिए वित्तीय प्रवाह को बनाए रखना, फसल हानि से सुरक्षा आदि
डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना - (December 2023)
यह डिजिटल पहचान, भुगतान अवसंरचना और डेटा विनिमय समाधान से संबंधित डिजिटल समाधान को संदर्भित कराता है, जो देशों को अपने लोगों को आवश्यक सेवाएं प्रदान करने, नागरिकों को सशक्त बनाने और डिजिटल समावेशन को सक्षम करके जीवन में सुधार करने में मदद करता है। डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (DPI), डिजिटल सूचना
आत्मनिर्भर भारत: दृष्टिकोण एवं क्षेत्रवार लक्ष्य - (December 2023)
आत्मनिर्भर भारत अभियान भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परिकल्पित नए भारत का दृष्टिकोण है। 12 मई, 2020 को पीएम ने राष्ट्र को आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत किया और भारत में COVID-19 महामारी से लड़ने के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद के 10% के बराबर 20 लाख
मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क - (December 2023)
मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (Multimodal Logistics Park - MMLP) भारत सरकार की एक प्रमुख नीतिगत पहल है, जिसका नेतृत्व राष्ट्रीय राजमार्ग लॉजिस्टिक्स प्रबंधन लिमिटेड (National Highways Logistics Management Limited) द्वारा किया जाता है। राष्ट्रीय राजमार्ग लॉजिस्टिक्स प्रबंधन लिमिटेड, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (Ministry of Road Transport and Highways - MoRTH) और
श्री अन्न प्रजातियां: संरक्षण एवं संवर्द्धन - (December 2023)
बजट 2023-24 में भारत सरकार ने मोटे अनाजों को ‘श्री अन्न’ (Shree Anna) की संज्ञा दी है, इसके अलावा मोटे अनाजों को कदन्न (Millets) भी कहा जाता है। मोटे अनाजों के महत्व को पहचानते हुए, भारत सरकार ने 2018 को कदन्न वर्ष (Year of Millets) के रूप में मनाया था। मोटे
भारत के नए औद्योगिक क्षेत्र - (December 2023)
किसी भी देश के आर्थिक विकास में उसके उद्योग क्षेत्र का स्थान काफी महत्वपूर्ण होता है। इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार द्वारा विभिन्न औधोगिक क्षेत्रों की स्थापना की गई है। इनमें से प्रमुख निम्नलिखित हैं: विशेष आर्थिक क्षेत्र (Special Economic Zone): यह किसी देश के भीतर ऐसे
अंतरराष्ट्रीय मुक्त व्यापार समझौते - (December 2023)
मुक्त व्यापार समझौते, दो या दो से अधिक देशों या व्यापारिक समूहों के बीच की व्यवस्था है, जो मुख्य रूप से उनके बीच व्यापार पर सीमा शुल्क और गैर टैरिफ बाधाओं को कम करने या समाप्त करने पर सहमति को दर्शाता है। आमतौर एफटीए के अंतर्गत वस्तुओं में व्यापार (जैसे कृषि
कर प्राधिकरण और न्यायाधिकरण - (December 2023)
केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्डः यह केंद्रीय राजस्व बोर्ड अधिनियम, 1963 (Central Board of Revenue Act, 1963) के तहत कार्यरत एक सांविधिक प्राधिकरण (Statutory Authority) है। यह बोर्ड वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के एक प्रभाग के रूप में भी कार्य करते हैं। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड में एक अध्यक्ष और
सब्सिडी एवं इसके प्रकार - (December 2023)
सब्सिडी, केंद्र या राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली एक वित्तीय लाभ या सहायता है, जो किसी संस्था या व्यक्तियों को दी जाती है। यह प्रत्यक्ष (जैसे नकद हस्तांतरण) या अप्रत्यक्ष (जैसे ऋण, कर छूट, आदि) हो सकता है। सब्सिडी आमतौर पर किसी आर्थिक समस्या को दूर करने और व्यक्तियों
सरकारी व्यय के क्षेत्र - (December 2023)
सरकार द्वारा अपने विभिन्न कार्यों के संचालन के लिए अलग.अलग मदों में व्यय करना पड़ता हैं। आमतौर पर सरकार संसद में वार्षिक बजट पेश करते समय इसका लेखा.जोखा प्रस्तुत करती है। परन्तु समय.समय पर विभिन्न प्रकार की आकस्मिक खर्च भी उत्पन्न हो जाते हैं, जिनका उल्लेख वार्षिक बजट में नहीं
सरकारी राजस्व के स्रोत - (December 2023)
सरकारी राजस्व, वह धन है, जो सरकार को करों और गैर.कर स्रोतों से प्राप्त होता है; ताकि वह सार्वजनिक व्यय करने में सक्षम हो सके। सरकारी राजस्व के स्रोतः प्रत्यक्ष कर (Direct tax): प्रत्यक्ष कर वह कर है, जिसे जिस व्यक्ति पर लगाया जाता है, उसी से वसूला जाता है; अर्थात्
आर्थिक विकास का मापनः प्रमुख संकेतक - (December 2023)
आर्थिक विकास एक व्यापक शब्द है, जो आमतौर पर किसी देश में जीवन स्तर और आर्थिक स्थिति को बढ़ावा देने के लिए नीति निर्माताओं और समुदाय के निरंतर, ठोस प्रयास को संदर्भित करता है। आर्थिक विकास एक नीतिगत हस्तक्षेप प्रयास है, जिसका उद्देश्य लोगों के आर्थिक और सामाजिक कल्याण को
वैश्विक संदर्भ में भारतीय अर्थव्यवस्था - (December 2023)
भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय-शक्ति समता (Purchasing Power Parity-PPP) के मामले में विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। बाजार विनिमय दर के मामले में भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। विश्व वाणिज्यिक सेवाओं के निर्यात में भारत की हिस्सेदारी 2015 में 3 प्रतिशत से बढ़कर 2021 में 4 प्रतिशत हो
सड़क एवं जल परिवहन नेटवर्क एवं अवसंरचना - (December 2023)
भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी वार्षिक रिपोर्ट 2022-23 के अनुसार, भारत में लगभग 63.32 लाख किमी सड़क की कुल लंबाई है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क है। यह परिवहन का सबसे सस्ता और सबसे पुराना साधन है। जल
स्वदेशी बीजः बुनियादी ढांचा एवं प्रबंधन - (December 2023)
स्वदेशी बीजों (Indigenous seeds) का अर्थ उन पौधों के बीज से है, जो प्राकृतिक रूप से उस क्षेत्र विशेष के लिए अनुकूलित होते हैं, जहां उनका उपयोग किया जाता है। इनमें खाद्य फसलों से प्राप्त बीज से लेकर घास, कंटीली झाड़ियां आदि शामिल होते हैं। ‘भारत की स्वदेशी फसलों पर हरित
भारत में करों के प्रकार - (December 2023)
कर (Tax) आमतौर पर सरकारी गतिविधियों को वित्तपोषित करने के लिए सरकार द्वारा व्यक्तियों और निगमों पर लगाया जाने वाला एक अनैच्छिक शुल्क है। कर राज्य के राजस्व में एक अनिवार्य योगदान है, जो भारत सरकार श्रमिकों की आय और कॉर्पोरेट लाभ पर लगाती है, साथ ही कुछ लेनदेन, वस्तुओं और
भारत का पशुधन संसाधन - (December 2023)
पशुपालन से तात्पर्य, पशुधन पालन और चयनात्मक प्रजनन से है। यह जानवरों का प्रबंधन और देखभाल है जिसमें लाभ के लिए जानवरों के आनुवंशिक गुणों और व्यवहार को विकसित किया जाता है। पशुधन उत्पादन और कृषि एक-दूसरे पर निर्भर हैं और दोनों ही देश की समग्र खाद्य सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण
गरीबीः मापन एवं उन्मूलन कार्यक्रम - (December 2023)
विश्व बैंक के अनुसार, गरीबी का तात्पर्य खुशहाली से वंचित होना है और इसमें कई आयाम शामिल हैं। इसमें कम आय और गरिमा के साथ जीवित रहने के लिए आवश्यक बुनियादी वस्तुओं और सेवाओं को प्राप्त करने में असमर्थता शामिल है। गरीबी में स्वास्थ्य और शिक्षा का निम्न स्तर, स्वच्छ पानी
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग: कृषि के विकास में भूमिका - (December 2023)
खाद्य प्रसंस्करण से तात्पर्य, विभिन्न तरीकों और तकनीकों के माध्यम से कच्चे कृषि उत्पादों या सामग्रियों को प्रसंस्कृत या मूल्य वर्धित खाद्य उत्पादों में परिवर्तित करना है। इसमें ऑपरेशनों की एक श्रृंखला शामिल है, जो खाद्य सामग्रियों के भौतिक, रासायनिक या जैविक गुणों को बदलकर उन्हें उपभोग के लिए अधिक उपयुक्त
विदेशी प्रत्यक्ष निवेश - (December 2023)
विदेशी प्रत्यक्ष निवेश उन स्थितियों को संदर्भित करता है, जब कोई कंपनी या निवेशक किसी अन्य देश में किसी व्यावसायिक इकाई का स्वामित्व लेता है और संचालन को नियंत्रित करता है। एफडीआई के साथ, विदेशी कंपनियां दूसरे देश में दिन-प्रतिदिन के कार्यों से सीधे तौर पर जुड़ी होती हैं, जिसका अर्थ
सूक्ष्म, लघु और मधयम उद्योग: रोजगार वृद्धि में भूमिका - (December 2023)
एमएसएमई का आशय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम है। भारतीय अर्थव्यवस्था में यह क्षेत्र तेजी से उभरा है। एमएसएमई को बड़े पैमाने के उद्योगों के पूरक के रूप में देखा जा सकता है और यह भारतीय अर्थव्यवस्था और सामाजिक आर्थिक विकास में एक बड़ा योगदान देता है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम
भारत में कुटीर उद्योग - (December 2023)
भारत में कुटीर उद्योग रोजगार और आजीविका का एक प्रमुख स्रोत हैं। ये उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ भी हैं। घरेलू, ग्रामीण और पारंपरिक उद्योग कुटीर उद्योग या कुटीर विनिर्माण के अन्य नाम हैं। कुटीर उद्योग एक ऐसा उद्योग है, जो लघु-स्तरीय और अनौपचारिक है। भारत में कुटीर उद्योगों के उदाहरणों
सैटेलाइट शहर: अवसंरचना विकास कार्यक्रम - (December 2023)
सैटेलाइट शहर (Satellite Towns) शहरी नियोजन में एक अवधारणा है, जो अनिवार्य रूप से छोटे महानगरीय क्षेत्रों को संदर्भित करती है। सैटेलाइट शहर स्व-निहित और आकार में सीमित होते हैं, जो एक बड़े मेट्रो शहर के आसपास बनाए जाते हैं। ये शहर कार्यात्मक रूप से एक बड़े शहर के साथ एकीकृत
भारत में कृषि आधारित उद्योग - (December 2023)
कृषि आधारित उद्योग (Agro-based Industries) वे उद्योग हैं, जो विनिर्माण के लिए कच्चे माल के रूप में कृषि उपज का उपयोग करते हैं। ये उद्योग उपभोक्ता-आधारित हैं, जिसका अर्थ है कि इन उद्योगों द्वारा निर्मित उत्पाद सीधे ग्राहकों को बेचे जाते हैं। भारत में कृषि आधारित उद्योग में कपड़ा, चीनी,
मुद्रास्फ़ीतिः माप एवं नियंत्रण के उपाय - (December 2023)
मुद्रास्फीति एक ऐसा शब्द है, जो एक निश्चित अवधि में किसी अर्थव्यवस्था में वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में सामान्य वृद्धि को संदर्भित करता है। मुद्रास्फीति किसी देश की मुद्रा की एक इकाई की क्रय शक्ति में कमी का सूचक है। इसका आशय मुद्रा की क्रय शक्ति में गिरावट से
भूगोल
भारत में औद्योगिक अवस्थिति को प्रभावित करने वाले कारक - (December 2023)
उद्योग, लागत कम करके मुनाफा अधिकतम करते हैं। इसलिए, उद्योगों को ऐसे स्थानों पर स्थापित किया जाना चाहिए, जहां उत्पादन लागत न्यूनतम हो। औद्योगिक स्थानों को प्रभावित करने वाले कुछ कारक इस प्रकार हैं- कच्चे माल तक पहुंच उद्योगों द्वारा उपयोग किया जाने वाला कच्चा माल सस्ता और परिवहन में आसान होना
भारत के कोयला संसाधन - (December 2023)
कोयला एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पारंपरिक ऊर्जा संसाधन है, जो लगभग 300 मिलियन वर्ष पूर्व कार्बोनिफेरस काल के दौरान मृत पौधे एवं पदार्थों के संघनन और अवसादन के कारण बना था। यह भारत में सबसे महत्वपूर्ण और प्रचुर जीवाश्म ईंधन है। यह देश की 55 प्रतिशत ऊर्जा आवश्यकताओं
शहरीकरणः कारक और प्राकृतिक संसाधनों पर प्रभाव - (December 2023)
शहरीकरण से तात्पर्य उस प्रक्रिया से है, जिसके द्वारा जनसंख्या का बढ़ता हुआ हिस्सा शहरी क्षेत्रों में रहने लगता है। यह एक वैश्विक घटना है, जो आर्थिक विकास, तकनीकी परिवर्तन और जनसंख्या वृद्धि सहित विभिन्न कारकों से प्रेरित है। भारत में, हाल के दशकों में शहरीकरण तेजी से बढ़ने वाली प्रवृत्ति
मरुस्थलीकरण रोकथाम: प्रमुख पहल - (December 2023)
मरुस्थलीकरण भूमि क्षरण का एक रूप है, जिसके द्वारा उपजाऊ भूमि रेगिस्तान बन जाती है। इससे रेगिस्तान से निकटवर्ती क्षेत्रों तक रेत का विकास होता है। रेत उपजाऊ मृदा को ढक लेती है और उसकी उर्वरता को प्रभावित करती है। बढ़ती निम्नीकृत भूमि मरुस्थलीकरण और भूमि क्षरण एटलस 2021 के अनुसार, भारत
भारत में भूजल प्रदूषण - (December 2023)
भूजल में पीने के पानी के लिए निर्धारित सीमा से अधिक विशिष्ट प्रदूषकों की उपस्थिति को भूजल संदूषण कहा जाता है। भूजल की कमी भी प्रदूषण का एक प्रमुख कारण है। सामान्य भूजल संदूषक सबसे आम भूजल संदूषण घुलित नाइट्रेट है। इसकी अधिक मात्रा सतही जल में यूट्रोफिकेशन को तेज कर सकती
प्रायद्वीपीय भारत की संरचना एवं उच्चावाचीय (Relief) विशेषताएं - (December 2023)
प्रायद्वीपीय पठार को उत्तर.पश्चिम में दिल्ली पर्वत श्रृंखला (अरावली का विस्तार), पूर्व में राजमहल पहाड़ियां, पश्चिम में गिर पर्वत श्रृंखला और दक्षिण में इलायची पहाड़ियां द्वारा परिभाषित किया गया है। प्रायद्वीपीय ब्लॉक की उत्तरी सीमा एक अनियमित रेखा है, जो दिल्ली के पास कच्छ से अरावली रेंज के पश्चिमी ढलान तक
भूस्खलनः परिभाषा, प्रकार और कारण - (December 2023)
भूस्खलन गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव के तहत ढलान से चट्टान, मिट्टी और वनस्पति का तीव्र गति से नीचे खिसकना है। यह प्राकृतिक कारणों से प्रेरित हो सकता है; जैसे, भारी बारिश, भूकंप या यह ढलान.स्थिरता में मानवीय अति.हस्तक्षेप के कारण हो सकता है। मनुष्य सड़क, रेलवे, भवन, सुरंग आदि बनाने के लिए
समुद्री प्रदूषण के कारण और परिणाम - (December 2023)
समुद्री प्रदूषण से तात्पर्य उन कूड़े.कचरे और प्रदूषकों से है, जो भूमि स्रोतों से आते हैं और अंततः समुद्र में मिल जाते हैं। यह प्रदूषण समुद्री जीवन के साथ-साथ उन आर्थिक संरचनाओं को भी व्यापक नुकसान पहुंचाता है, जो समुद्री बुनियादी ढांचे पर निर्भर हैं। समुद्री प्रदूषण तब होता है, जब
भारत में कृषि उत्पादकता को प्रभावित करने वाले कारक - (December 2023)
कृषि उत्पादकता फसल उपज के संबंध में भूमि की क्षमता का मात्रत्मक माप है। कृषि उत्पादकता किसी दिए गए भू.खंड से कुल उत्पादन को दर्शाती है। उत्पादकता केवल प्रति हेक्टेयर अधिक उपज प्रदान करने के लिए भूमि की भौतिक गुणवत्ता नहीं है, यह भौतिक और तकनीकी दोनों कारकों का उत्पाद है।
पृथ्वी की आंतरिक संरचना के अधययन में भूकंपीय तरंगों की भूमिका - (December 2023)
भूकंपीय तरंगें ऊर्जा की तरंगें हैं, जो भूकंप के परिणामस्वरूप पृथ्वी से होकर गुजरती हैं और पृथ्वी की आंतरिक संरचना के बारे में जानकारी प्रदान करने में सहायक होती हैं, क्योंकि ये तरंगें विभिन्न माध्यमों में अलग.अलग गति से यात्रा करती हैं। पृथ्वी से दो प्रकार की तरंगें गुजरती हैं: पी-तरंगें
भारत के भूकंपीय क्षेत्र - (December 2023)
भूकंपीय क्षेत्र का उपयोग उस क्षेत्र का वर्णन करने के लिए किया जाता है, जहां भूकंप केंद्रित होते हैं; उदाहरण के लिए, मध्य संयुक्त राज्य अमेरिका में न्यू मैड्रिड भूकंपीय क्षेत्र। भूकंपीय जोखिम क्षेत्र भूकंप के कारण एक विशेष स्तर के खतरे वाले क्षेत्र का वर्णन करता है। प्राकृतिक खतरों की
पूर्वी घाट की भौगोलिक विशेषताएं - (December 2023)
पूर्वी घाट अनियमित आकार की निचली श्रेणियों का एक संग्रह है, जो उत्तर-पूर्व से दक्षिण-पश्चिम तक बंगाल की खाड़ी की तटरेखा के समानांतर विस्तृत हैं। दक्कन के पठार और तटीय मैदान के पूर्वी किनारे पर पृथक पहाड़ी श्रृंखलाओं के साथ पूर्वी घाट भूवैज्ञानिक पुरातनता के ‘टोर’ हैं। महानदी और गोदावरी नदियों के
महासागरीय लवणता को प्रभावित करने वाले कारक - (December 2023)
लवणता शब्द का प्रयोग समुद्री जल में घुले हुए लवणों की कुल मात्र को परिभाषित करने के लिए किया जाता है। इसकी गणना 1,000 ग्राम (1 किग्रा) समुद्री जल में घुले नमक की मात्र (ग्राम में) के रूप में की जाती है। इसे आम तौर पर प्रति हजार भाग के रूप में
श्रमिकों का ग्रामीण-शहरी प्रवासन - (December 2023)
प्रवासन का आशय बेहतर अवसरों और बेहतर जीवन की तलाश में परिवारों के एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने से है। ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर शैक्षणिक संस्थानों, स्वास्थ्य सेवाओं, वित्तीय स्वतंत्रता और अन्य कारकों जैसी बुनियादी जीवन आवश्यकताओं का अभाव होता है। दूसरी ओर, शहरी स्थानों में ज्यादातर नौकरियों के
भारत में बाढ़ प्रबंधन - (December 2023)
बाढ़ उस भूमि पर पानी का अतिप्रवाह है, जो सामान्यतः शुष्क होती है। भारत में बाढ़ प्रबंधन एक आवश्यकता है, क्योंकि सामाजिक-आर्थिक भेद्यता के साथ इसकी अद्वितीय भू-जलवायु स्थिति भारत को एक बाढ़ प्रवण राष्ट्र बनाती है। भारत के 3,290 लाख हेक्टेयर भौगोलिक क्षेत्र में से 400 लाख हेक्टेयर क्षेत्र बाढ़
भारतीय मानसून और वर्षा का वितरण - (December 2023)
मानसून शब्द की उत्पत्ति अरबी शब्द मौसिन या मलायी शब्द मोनसिन से हुई है। जिसका अर्थ है ‘मौसम’। मानसून, मौसमी हवाएं हैं, जो मौसम के बदलाव के साथ अपनी दिशा बदल देती हैं। मानसून मौसमी हवाओं की एक दोहरी प्रणाली है - वे गर्मियों के दौरान समुद्र से स्थल की ओर
कृषि पारिस्थितिकीय क्षेत्र - (December 2023)
एक कृषि पारिस्थितिकीय क्षेत्र या जोन भूमि का एक क्षेत्र है, जिसमें भूमि उपयुक्तता, संभावित उत्पादन और पर्यावरणीय प्रभाव से संबंधित सजातीय विशेषताएं होती हैं। खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के अनुसार, एक ‘कृषि- पारिस्थितिकीय क्षेत्र’ प्रमुख जलवायु के संदर्भ में एक भूमि इकाई है, जो फसलों और किस्मों की एक
भारत में दुर्लभ पृथ्वी तत्व (आरईई) - (December 2023)
दुर्लभ पृथ्वी तत्व (आरईई) आवर्त सारणी में रासायनिक रूप से समान 17 धात्विक तत्वों का एक समूह है। इसमें 15 लैंथेनाइड्स तत्व (लैंथेनम, सेरियम, प्रेजोडायमियम, नियोडिमियम, प्रोमेथियम, समैरियम, यूरोपियम, गैडोलीनियम, टर्बियम, डिस्प्रोसियम, होल्मियम, एरबियम, थ्यूलियम, यटरबियम और ल्यूटेटियम), प्लस स्कैंडियम और यट्रियम शामिल हैं। आरईई की विशेषता उच्च घनत्व, उच्च गलनांक
समुद्री जैविक संसाधान - (December 2023)
समुद्री संसाधन, वे संसाधन हैं, जो हम महासागरों से प्राप्त करते हैं। ग्रह पर सबसे मूल्यवान प्राकृतिक संसाधनों में से एक महासागर है। महासागर पृथ्वी की सतह का 70-8 प्रतिशत भाग आच्छादित करते हैं। समुद्री जैविक संसाधन महासागरों में रहने वाले जीवों को संदर्भित करते हैं, जिनमें मछली, क्रस्टेशियंस और मोलस्क
भारतीय जलवायु पर हिंद महासागर डाइपोल एवं ईएनएसओ का प्रभाव - (December 2023)
हिंद महासागर द्विध्रुव (IOD), हिंद महासागर में एक वायुमंडल-महासागर युग्मित घटना है, जो समुद्र की सतह के तापमान में अंतर की विशेषता है। आईओडी पूर्वी (बंगाल की खाड़ी) और पश्चिमी हिंद महासागर (अरब सागर) के तापमान के बीच का अंतर है। भारतीय मानसून न केवल एल नीनो, ला नीना; बल्कि आईओडी
अरब सागर में उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के कारण - (December 2023)
बंगाल की खाड़ी की तुलना में अरब सागर में चक्रवाती तूफानों का खतरा अपेक्षाकृत कम रहा है। सामान्य तौर पर, अरब सागर में हर चार-पांच साल में एक अत्यंत गंभीर चक्रवात की घटना होती थी। 1891-2000 की अवधि के दौरान, लगभग 308 उष्णकटिबंधीय चक्रवात पूर्वी तट पर आए, जिनमें से 103
पश्चिमी विक्षोभ - (December 2023)
पश्चिमी विक्षोभ भूमध्यसागरीय क्षेत्र में उत्पन्न होने वाला एक बहिरूष्ण कटिबंधीय चक्रवात है जो भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी भागों में अचानक शीतकालीन वर्षा लाता है। पश्चिमी विक्षोभ भूमध्य सागर में बहिरुष्ण कटिबंधीय चक्रवात के रूप में उत्पन्न होता है। जिससे यूक्रेन और आस-पास के क्षेत्र के ऊपर एक उच्च दबाव का
मेघ प्रस्फ़ुटनः कारण और परिणाम - (December 2023)
मेघ प्रस्फुटन (Cloudburst) से तात्पर्य बहुत कम समय में होने वाली भारी मात्र में वर्षा से है, जो कभी-कभी ओलावृष्टि और गरज के साथ होती है। मेघ प्रस्फुटन की घटना विशेष रूप से तब होती है, जब उच्च आर्द्रता वाली वायु राशि विभिन्न कारणों से एक स्थान पर टकराती है। भारतीय मौसम
पृथ्वी का ऊष्मा बजट - (December 2023)
पृथ्वी एक निश्चित मात्रा में लघु तरंगों के रूप में सूर्यातप प्राप्त करती है और दीर्घ तरंगों के रूप में स्थलीय या पार्थिव विकिरण द्वारा अंतरिक्ष में ऊष्मा वापस भेजती है। इस आदान-प्रदान या ताप बजट के माध्यम से, पृथ्वी एक स्थिर तापमान बनाए रखती है। सूर्यातप और स्थलीय विकिरण
नदी एवं वायु द्वारा निर्मित स्थलाकृतियां - (December 2023)
अपरदनात्मक स्थलाकृतियां अपरदन की प्रक्रिया के कारण निर्मित होती हैं। इसके विपरीत, निक्षेपणात्मक स्थलाकृतियों का निर्माण निक्षेपण प्रक्रियाओं के कारण होता है। अपरदनात्मक स्थलाकृतियों में, अपरदित सामग्री को जल, वायु, ग्लेशियर आदि द्वारा दूर ले जाया जाता है तथा किसी अन्य स्थान पर उनका अवसादन हो जाता है। नदी द्वारा निर्मित अपरदनात्मक