सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल दिसंबर 2022

G20 तथा SCO की अध्यक्षता : वैश्विक एवं क्षेत्रीय मुद्दों के समाधान में भारत की भूमिका के सुदृढ़ीकरण का अवसर

G20 तथा SCO जैसे महत्वपूर्ण वैश्विक संगठनों की अध्यक्षता करना न केवल भारत बल्कि अन्य विकासशील देशों के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। इन संगठनों का नेतृत्व करते हुए भारत विकासशील देशों के लिए विशेष महत्व रखने वाले सामाजिक और आर्थिक क्षेत्रों की प्राथमिकताओं का निर्धारण कर सकता है। इतना .... Read More
भारत की प्राकृतिक संसाधन क्षमता : आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की कुंजी

संसाधनों को उनकी उत्पत्ति के आधार पर जैविक या अजैविक के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। भारतीय भू-भाग में दोनों ही प्रकार के संसाधन विद्यमान हैं तथा भारत की अर्थव्यवस्था इन संसाधनों के उपभोग या निर्यात पर अत्यधिक निर्भर है। प्राकृतिक संसाधनों एवं आर्थिक विकास के बीच सकारात्मक संबंध .... Read More
भारत में बेरोजगारी समावेशी विकास में बाधक

बेरोजगारी, भारत ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व के समक्ष एक गंभीर मुद्दा है। युवाओं में कौशल की कमी, वोट बैंक की राजनीति, बढ़ती आबादी और नौकरियों की अत्यधिक मांग के कारण भारत में बेरोजगारी की समस्या अधिक गंभीर है। सरकार ने बेरोजगारी की समस्या को कम करने के लिए अपने .... Read More
मिशन कर्मयोगी : प्रभावी जन-केंद्रित सिविल सेवा के निर्माण हेतु क्षमता विकास आवश्यक

नौकरशाही (Bureaucracy) सरकार की एक स्थायी शाखा है, जो प्रशासन की रीढ़ है। इसलिए भारत में सिविल सेवकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। बदलते भारत के लिए सिविल सेवकों के दृष्टिकोण में बदलाव की भी आवश्यकता है, जो सत्यनिष्ठा (Integrity), वस्तुनिष्ठता (Objectivity), नेतृत्व क्षमता (Leadership) के साथ प्रौद्योगिकी .... Read More