शहरी बाढ़ एवं अपवाह मानचित्रण
शहरी बाढ़ एक जलवैज्ञानिक आपदा है, जो तीव्र वर्षा के कारण शहरों की अपवाह प्रणालियों पर दबाव डालती है। इसके परिणामस्वरूप जलभराव, अवसंरचना को नुकसान और सामाजिक–आर्थिक व्यवधान उत्पन्न होते हैं। नदीय बाढ़ के विपरीत, शहरी बाढ़ अनुचित अपवाह, भूमि उपयोग में बदलाव और निर्मित क्षेत्रों में अवशोषण क्षमता घटने के कारण होती है। अपवाह मानचित्रण तूफ़ानी जल प्रवाह को समझने और प्रबंधित करने का स्थानिक आधार प्रदान करता है, जिससे शहरी योजनाकार लचीले और जलवायु-अनुकूल शहर विकसित कर सकें।
भौगोलिक एवं जलवैज्ञानिक आधार
- शहरी बाढ़ प्राकृतिक स्थलाकृति, भू-आकृति और शहरी क्षेत्रों के जलवैज्ञानिक नेटवर्क से प्रभावित होती है।
- शहर अक्सर ....
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- 25 पर्यटन और तीर्थ सर्किट
- 26 पारिस्थितिकीय संवेदनशील क्षेत्र एवं भूदृश्य-स्तरीय संरक्षण
- 27 मरुस्थलीकरण एवं भूमि निम्नीकरण
- 28 आर्द्रभूमि, रामसर स्थल एवं अंतर्देशीय जलीय रूपांतरण
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- 30 वायु प्रदूषण का भूगोल: सिंधु-गंगा का मैदान, NCAP, GRAP और वाहन उत्सर्जन हॉटस्पॉट
- 31 मानसून परिवर्तनशीलता एवं ENSO-IOD प्रतिरूप
- 32 जेट स्ट्रीम और पश्चिमी विक्षोभ: बदलती प्रकृति और जलवायु प्रभाव
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