ई-कचरे से दुर्लभ मृदा तत्व: IIT मद्रास की रीसाइक्लिंग तकनीक

दुर्लभ मृदा तत्व(REEs) जैसे नियोडियम (Nd), प्रासीडियम (Pr), डिसप्रोसियम (Dy), आदि आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स, नवीकरणीय ऊर्जा उपकरणों, और रक्षा प्रौद्योगिकियों में अत्यंत आवश्यक हैं।

  • भारत में इनका खनन सीमित है और अधिकांश आयात पर निर्भरता है। ऐसे में ई-कचरे (e-waste) से इन तत्वों की पुनर्प्राप्ति एक रणनीतिक और पर्यावरणीय रूप से अनुकूल विकल्प बनकर उभरा है।
  • ई-कचरा (E-waste): इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों (जैसे मोबाइल, कंप्यूटर, बैटरियाँ, मोटर) के पुराने या अनुपयोगी हिस्से, जिनमें कीमती धातुओं के साथ-साथ दुर्लभ मृदातत्व (Rare Earth Elements, REEs) भी होते हैं।
  • दुर्लभ मृदातत्व (REEs): ये 17 रासायनिक तत्व (जैसे नियोडिमियम, डाइस्प्रोसियम, प्रासियोडिमियम) हैं, जो चुंबक, बैटरी, इलेक्ट्रॉनिक्स, ग्रीन एनर्जी और रक्षा ....
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