शहरी जल संकट

मार्च 2024 में बेंगलुरु ने भारी जल संकट का सामना किया, जो अस्थिर जल प्रबंधन और कम वर्षा के कारण हुआ।

प्रमुख चिंताएँ

  • 'डे ज़ीरो' स्थिति: केपटाउन (2018) और चेन्नई (2019) जैसी जल कमी।
  • सतत विकास लक्ष्य (SDG) 6 – 2030 तक स्वच्छ जल एवं स्वच्छता के लक्ष्य पर खतरा।
  • अनियोजित शहरीकरण: 1961 में 262 झीलें थीं, 2024 में केवल 81 बचीं।
  • औद्योगिक कचरा और सीवेज प्रदूषण: बेलंदूर झील जैसे जल स्रोत क्षतिग्रस्त।
  • भूजल का अत्यधिक दोहन, आपूर्ति प्रणाली में अपव्यय और उच्च रिसाव हानियाँ।
  • असंगत मानसून एवं दक्षिण भारत की चट्टानी जलभृत प्रणाली से जल संचय में कठिनाई।

संभावित समाधान

  • प्राकृतिक समाधान: जल भंडारण ....
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