​भारत में भूजल प्रदूषण

  • केंद्रीय भूजल बोर्ड (CGWB) की 1 जनवरी, 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 तक भारत के 440 जिलों में भूजल में अत्यधिक नाइट्रेट मौजूद है, जबकि 2017 में यह संख्या 359 जिलों में थी।
  • 56% जिलों में नाइट्रेट की सुरक्षा सीमा 45 मिलीग्राम/लीटर से अधिक है।
  • मानसून से प्रदूषण की स्थिति और बिगड़ेगी: 2023 के बरसाती मौसम में 32.66% नमूने असुरक्षित होंगे।

क्षेत्रीय हॉटस्पॉट

  • उच्च नाइट्रेट: राजस्थान (49%), कर्नाटक (48%), तमिलनाडु (37%)।
  • यूरेनियम संदूषण: पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश।
  • तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा में फ्लोराइड चिंता का विषय बना हुआ है।

भूजल उपयोग एवं उपलब्धता

  • 60.4% भूजल निकाला गया (2009 ....
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