उन्नत भूतापीय प्रणाली (EGS)

उन्नत भूतापीय प्रणाली (Enhanced Geothermal Systems, EGS) गर्म, शुष्क और कम पारगम्य चट्टानों में कृत्रिम जलाशय बनाकर भूतापीय ऊर्जा का उत्पादन करती है, जहां प्राकृतिक जल/पारगम्यता उपलब्ध नहीं होती।

प्रक्रिया:

  • गहरे कुओं (2-5 किमी) की ड्रिलिंग।
  • जल-संघर्षण (Hydroshearing): यह एक तकनीकी प्रक्रिया है जिसमें भू-गर्भीय संरचनाओं में जल दबाव के द्वारा दरारें उत्पन्न की जाती हैं ताकि भू-तापीय ऊर्जा स्रोतों से गर्म पानी या भाप को निकाला जा सके।
  • उत्पादन कुएँ से गर्म पानी/भाप निकालकर टरबाइन के माध्यम से बिजली उत्पादन।

भारत में स्थिति:

  • वर्तमान क्षमता: 2025 तक कोई वाणिज्यिक EGS परियोजना चालू नहीं।
  • संभावित क्षेत्र: हिमाचल प्रदेश (तत्तापानी), जम्मू-कश्मीर (पुंगा घाटी), गुजरात ....
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