न्यायपालिका में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI): गति एवं निष्पक्षता हेतु तकनीक

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) वैश्विक स्तर पर न्याय-प्रणालियों को रूपांतरित कर रही है। भारत की न्यायपालिका भी इस तकनीक को तेजी से अपनाकर अपनी संरचनात्मक चुनौतियों का समाधान खोज रही है। AI का उद्देश्य न्यायाधीशों को प्रतिस्थापित करना नहीं, बल्कि उनकी क्षमता को बढ़ाना और न्याय वितरण प्रणाली को अधिक कुशल और निष्पक्ष बनाना है। न्यायपालिका में AI की भूमिका मुख्यतः दो स्तरों पर हैः (1) प्रशासनिक कार्यों का स्वचालन, ताकि कार्य की गति बढ़े तथा (2) डेटा-आधारित अंतर्दृष्टियाँ प्रदान करना, ताकि निर्णय प्रक्रिया अधिक निष्पक्ष और वस्तुनिष्ठ हो।

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