महाजनपदों की राजनीतिक संरचना

महाजनपद (लगभग 6वीं–4वीं शताब्दी ईसा पूर्व) उत्तर भारत में उदित ऐसे भू-आधारित राज्य थे, जिन्होंने पूर्ववर्ती कुल-आधारित शासन प्रणालियों का स्थान लिया। इन राज्यों ने सुसंगठित राजधानियाँ, बहुस्तरीय प्रशासनिक तंत्र और विविध राजकोषीय–सैन्य व्यवस्थाएँ विकसित कीं, जिन्होंने मगध के उदय तथा उपमहाद्वीपीय साम्राज्यों की नींव रखी।

उद्भव और क्षेत्रीयता

  • महाजनपद विशाल और परिभाषित भूभाग वाले राज्य थे, जो कुल या जन-आधारित समुदायों से विकसित होकर स्पष्ट सीमाओं और राजधानियों वाले संगठित राज्यों में परिवर्तित हो गए।
  • अधिकांश महाजनपद राजतंत्रात्मक थे, जबकि कुछ गणराज्य (गण–संघ) के रूप में संगठित थे, यह उत्तर भारत में सहअस्तित्व रखने वाली विविध शासन-व्यवस्थाओं का प्रतीक है।
  • राज्य की पहचान ....
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