​मुगल साम्राज्य के अधीन स्थानीय प्रशासन

मुग़ल शासन व्यवस्था अत्यंत केंद्रीकृत थी, परंतु विशाल साम्राज्य के सुचारु संचालन हेतु उन्होंने एक सुव्यवस्थित स्थानीय प्रशासनिक ढाँचा विकसित किया था। यह व्यवस्था विभिन्न स्तरों में विभाजित थी — प्रांत (सूबा), ज़िला (सरकार), उपज़िला (परगना) और ग्राम (मौज़ा)। इन स्तरों के माध्यम से शासन ने राजस्व-संग्रह, कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक नियंत्रण को सुदृढ़ बनाए रखा।

ज़िला (सरकार)

  • सरकार (जिला): यह स्थानीय प्रशासन की सर्वोच्च इकाई थी, जो एक प्रकार से आधुनिक ज़िले के समान थी।
  • फौजदार: यह जिला स्तर का प्रमुख अधिकारी, जो कानून-व्यवस्था बनाए रखने, प्रजा की सुरक्षा सुनिश्चित करने, संपत्ति की रक्षा करने और विद्रोहों को दबाने के लिए उत्तरदायी था। ....
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